‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 2 मार्च। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी संदीप शर्मा ने प्रदेश सरकार के बजट को किसानों के लिए निराशाजनक बताते हुए कहा कि किसानों के नाम पर सियासी नौटंकियां करके घडिय़ाली आँसू बहाने वाली इस प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए कोई राहत और उनके जीवन-स्तर को ऊपर उठाने की किसी महत्वाकांक्षी योजना की चर्चा तक नहीं की है।
श्री शर्मा ने कहा कि कर्जमाफी और दो साल के बकाया बोनस भुगतान की धोखाधड़ी और वादाखिलाफी से लेकर धान खरीदी और समर्थन मूल्य की अंतर राशि के भुगतान तक किसानों के साथ कदम-कदम पर छल-कपट करने वाली प्रदेश सरकार ने किसानों को ऋणमुक्त जीवन की गारंटी देने के बजाय उन्हें एक बार ब्याजमुक्त ऋण देने का प्रावधान करके किसानों को कर्ज के जंजाल में उलझाए रखने का बंदोबस्त ही किया है।
ग्रामीण बुजुर्ग किसान को 1500 रु पेंशन, विधवा महिला को 1000 पेंशन, हर गरीब को मकान बड़ी देने की बात का इस बजट में कोई आता पता नही। उन्होंने कहा कि यह बजट घोर निराशा जनक और राज्य को विकास में पीछे धकेलने वाला बजट है।
बजट किसानों के लिए वरदान-रतीराम साहू
नवापारा-राजिम। बजट का स्वागत करते हुए कांग्रेस कमेटी रायपुर ग्रामीण के पूर्व उपाध्यक्ष रतिराम साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए वरदान शांति के दूत की तरह गरीब, पिछड़ों, दलितों व किसानों के मसीहा के रूप में काम कर रहे हैं। चाहे देश की या प्रदेश की जनता की बात करें तो बड़ी संख्या किसानों की है और किसानों की आमदनी की जरिया खेती है और खेती की पैदावार जितनी बढ़ेगी, उतने ही दूसरे धंधे बढ़ेंगे और देश-विदेश सम्पन्न होगा। रतीराम साहू ने कहा कि कृषि को मजबूत करने ग्रामीण क्षेत्र में अर्थव्यवस्था सुदृढ़ को इस बात को विशेष ध्यान में रखते हुए इस बजट में कृषको, श्रमिकों, महिलाओं के हित में विशेष प्रावधान रखा गया है।
कृषकों को नगद आमदनी हो जिसके लिए धान फसल उत्पादन के अतिरिक्त फल, फूल, सब्जी की खेती उद्यानिकी फसलों के लिए 485 करोड़ का प्रावधान रखा गया है। इसी तरह मत्स्य संपदा योजना के तहत अपनी स्वयं की भूमि पर तालाब निर्माण कर मछली पालन के लिए 79 करोड प्रावधान किया है। साहू ने आगे कहा कि कृषक समग्र विकास योजना के लिए 81 करोड़ का प्रावधान के साथ ज्योति योजना के अंतर्गत निशुल्क विद्युत पम्प प्रदाय करने 2500 करोड़ का प्रावधान है। जिससे करीब पांच लाख किसान लाभान्वित होंगे।
पिछले कुछ समय से लोगों का खेती और पशुपालन के प्रति रुझान कम होने लगा था लेकिन अब किसान हितैषी छत्तीसगढ़ सरकार मंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में ग्रामीण मजबूती के लिए ग्राम सुराजी योजना प्रारंभ की है। इससे अब गांव की तस्वीर बदली है और लोगों में खेती किसानी को लेकर फिर से दिलचस्पी बढ़ी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 2 मार्च। पिछले दिनों रविवार को बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान रायपुर ग्रामीण के जिला संयोजक राघवेन्द्र साहू, जनपद सदस्य कमलनारायण साहू के साथ पिपरौद के फूलचंद साहू के घर पहुंचे और उनकी एक साल की पुत्री का कन्या पूजन करते हुए बच्ची की मां नमिता साहू का शाल, श्रीफल और प्रमाण पत्र भेंटकर सम्मानित किया।
राघवेन्द्र साहू ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए इस अभियान से बेटी जन्म को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आये हैं और अब बेटी होने पर परिजन उदास होने की जगह खुश होते हैं। इससे लैंगिक असमानता को भी दूर करने में मदद मिल रही है। जनपद सदस्य कमलनारायण साहू ने कहा कि बेटियां माता-पिता का अभिमान होती हैं। बेटियां ससुराल और मायके का सम्मान बनाकर रखती हैं। बेटियां, बेटों से ज्यादा परिवार का नाम रोशन कर रही हैं।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को लेकर समूचे देश में उत्साह का माहौल है। बेटियां इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दे रही हैं। इस अवसर पर फूलचंद के परिजनों के अलावा संतराम साहू, शिक्षक रेखराम साहू, भूखन साहू, शिक्षक एनआर साहू चिपरीडीह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 2 मार्च। जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज ने छत्तीसगढ़ शासन के 2021-22 के बजट में कृषि एवं ग्रामीण विकास की पूरी तरह उपेक्षा गई है, लगता है कांग्रेस ने 2018 के जन घोषणा पत्र को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों को किसान पेंशन योजना, युवकों को बेरोजगारी भत्ता एवं नशा मुक्ति जैसे प्रावधानों की उम्मीद थी लेकिन अफसोस है कि बजट ने निराश किया। श्री बजाज ने कहा कि बजट में कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए कोई उल्लेखनीय योजना प्रस्तुत नहीं की गई है, कुल मिलाकर बजट निराशाजनक एवं दिशाहीन है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 2 मार्च। नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने पिछले दिनों नवापारा नगर के डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम सांस्कृतिक भवन में बैडमिंटन हॉल, इंडोर हाल, शेड, पेवर्स एवं अतरिक्त कक्ष का लोकार्पण और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण का भूमिपूजन किया। उन्होंने लगभग 16 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में विकास की बुनियाद रखी जा रही है। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि एक साल पहले मेरे द्वारा जो घोषणा की गई थी, आज वह गोबरा नवापारा में पूर्ण हो गई है। निश्चित ही इन कार्यों का लाभ क्षेत्र के लोगों को मिलेगा। मंत्री डॉ डहरिया ने कहा कि इंडोर एवं बैडमिंटन हॉल से यहाँ के खिलाडिय़ों को आगे बढऩे का अवसर मिलेगा। 15 करोड़ से अधिक के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से सफाई सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में विकास कार्य के लिए उनका विभाग सजग है। लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में हरसंभव कोशिश होगी।
मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि कोरोना काल में भी विकास के कार्य होते रहे। इसी का परिणाम है कि राज्य की योजनाओं और राज्य स्तर पर हुए अनेक कार्यों की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी है।
कार्यक्रम को अभनपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री धनेन्द्र साहू और नगर पालिका परिषद अध्यक्ष धनराज मध्यानी ने भी सम्बोधित किया। मंत्री डॉ. डहरिया ने क्षेत्र के विकास के लिए मांगी गई राशि के संबंध में स्टीमेट बनाकर प्रस्तुत करने और हरसंभव सहयोग देने की बात कही है। मंत्री डॉ डहरिया ने यहाँ 15 करोड़ 48 लाख के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का भूमिपूजन किया और 1 करोड़ 20 लाख के इंडोर हॉल, बैडमिंटन कोर्ट, 25 लाख रुपए के शेड, पेवर्स एवं अतरिक्त कक्ष का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में मंच संचालन सौरभ शर्मा एवं आभार प्रदर्शन मुख्य नगर पालिका अधिकारी राजेन्द्र पात्रे द्वारा किया गया।
इस अवसर पर रतीराम साहू, पूर्व नपा अध्यक्ष देहुति साहू, नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष चतुर जगत, नपा के पूर्व उपाध्यक्ष जीत सिंग, सभापति संख्या राव, अजय कोचर, अजय साहू, मंगराज सोनकर, लोकिन अर्जन साहू, अनुप खरे, रामा यादव, राकेश सोनकर, राजा चावला, निर्माण यादव, उपअभियंता संजय मोटवानी, राहुल थवानी, एल्डरमेन एवं जनप्रतिनिधि, खिलाड़ी, नागरिकगण उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ी भूली बिसरी गीतों को सुनकर झूमे श्रोता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च। राजिम माघी पुन्नी मेला के दूसरे दिन सांस्कृतिक मुख्यमंच पर लोककला मंच दुर्ग के कुलेश्वर ताम्रकार की टीम द्वारा ने लगातार गीतों कि बौछार किये। इन गीतों को सुनकर बुजूर्ग अपनी युवा अवस्था में चले गए तथा युवा अपने बचपने में चले गए और अभी वर्तमान के बच्चे गीत को सुनकर उलझन में पड़े दिखाई दिए।
इसी मंच पर गरियाबंद जिले के जिलाधीश नीलेश क्षीरसागर भी उपस्थित थे। लोककला मंच के कलाकार छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में नजर आ रहे थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत अरपा पैरी के धार, गणेश वंदना, आकाशवाणाी से प्रसारित होने वाले को जब दर्शकों ने सुना तो ऐसा प्रतीत हुआ कि वे अपने रेडियों का जमाना याद आ गया। हाय डारा लोर गेहे रे...... इस गीत ने दर्शको को बांध रखने में सामर्थ दिखाई। अपने समय में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध गीत जो रायपुर दूरदर्शन और रेडियों में कते जंगल कते झाड़ी कते बनमा ओ.......।
इस गीत के माध्यम से धु्रव जाति में ममा फूफू के लडक़ी -लडका के विवाह के संबंध की जानकारी दिया गया है। इसके बाद स्वरगायक कुलेश्वर ताम्रकार का सबसे प्रसिद्ध गीत लहर मारे बुंदिया....., जिंदगी के नई हे ठिकाना लहरगंगा ले लेतेन जोड़ी...., कईसे दिखत हे आज उदास रे कजरी मोर मैना..... ये छत्तीसगढ़ी गीत का शान बना हुआ है। उसके बाद पंथी गीत तेहा बरत रईबे बाबा.....और फाग गीत गाकर मुख्यमंच को होली मय कर दिया । अंतिम प्रस्तुति ओम जय जगदीश..... थी।
मुख्य मंच पर पद्मश्री डॉ. ममता चंद्रकार कुलपति खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने एक नया आयाम स्थापित किया। कला की साधना से लोककला के क्षेत्र में सतत् ऊंचाईयों की ओर अग्रसर रहीं उनके इस साधना में प्रेम चंद्रकार के मार्गदर्शन में लोककला मंच चिन्हारी बड़े-बड़े मंचों पर सफर कर रहीं है। उनकी टीम के द्वारा राजकीय गीत अरपा पैरी के धार...... गीत के साथ इसी के साथ एक के बाद एक झमाझम प्रस्तुति दी गई। नवदुर्गा भवानी तोरे शरण में हो..... इस भक्तिमय जसगीत से पूरा माहौल भक्ति के सागर में डुब गया मॉ दुर्गा के जयकारों से मंच गुंज उठा। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को उजाकर करती और अपनी परम्परा को बनयें रखने के लिए बिहाव गीत काकर घर मड़व गड़ाव...... नदिया तीर के पटवा भाजी पट पट पट पट करथे रे.....राजिम के टुरा मन मट मट करथें.... गीत में छत्तीसगढ़ में होने वाले बिहाव के रीति-रिवाजों का बहुत सुन्दर वर्णन किया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ की सौंधी माटी की झलक दिखाई दी जिसे सुन कर दर्शक दीर्घा झुम उठे। कर्मा नृत्य में सा.. रिलो रे रिलो रे गेंदा फुल.... की मनमोहर प्रस्तुति दी गई। माते रहिबे माते रहिबे माते रहिबे अलबेला मोर... गीत को सुनकर तालियों की गूंज से पूरा परिसर झुम उठा। आदिवासियों की बोली-भाषा और उनके रहन-सहन को दर्शाता यह गीत ढोलक और मंजिरो की थाप पर कलाकारों की एक लय स्वर और ताल में नृत्य देखकर दर्शकों ने दांतो तले उंगली दबा ली।
प्रेम चंद्राकर के द्वारा भात रांधेव साग रांधेव.... तोर मया के मारे... इस गीत में गॉव रहने वाले भोले-भाले लोगों की आभाव को दर्शाया गया है। कि पहले वाद्य यंत्रों की कमी होने के कारण कलाकार खड़े होकर गीत गाया करते थे और नृत्य करते थे। इसे बहुत ही सुन्दर ढंग से दर्शाया गया। कलाकारों ने मशाल लेकर बहुत की आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया जिसने ने समां बांध दी। मोला कैसे लागे राजा मोला कैसे लागे जोड़ी मोला कैसे लागे ना... इसमें देवार संस्कृति को दर्शाया गया है जिसमें बताया गया है कि वे अपने आजीविका किस प्रकार अर्जित करते है। ममता और प्रेम की युगल जोड़ी ने ददरिया प्रस्तृत किया जिसे छत्तीसगढ़ के गीतों का राजा कहा जाता है। यह एक प्रेम गीत है उनकी जोड़ी ने बहुत ही सुमधूर गीत की प्रस्तृति दी जिसे दर्शकों ने बहुत ही पसंद किया।
मैं होंगेव दिवानी रे का मोहनी खवाये ंना..... की प्रस्तृति ने लोगों को अंत तक बांधे रखा। इसके बाद गौरी-गौरा गीत की प्रस्तुति मंच पर दी गई तब उस समय गीत को सुनकर दर्शकों कई महिलाएं और पुरूष भी झूम उठे। मुख्यमंच में संचालन पुरूषोत्तम चन्द्राकर, मनोज सेन, महेन्द्र पंत द्वारा किया जा रहा है। लोककला मंच के कलाकारों कों कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर, अपर कलेक्टर जेआर चौरसिया एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च। सोंढ़ूर, पैरी एवं महानदी त्रिवेणी संगम में स्थापित विश्व प्रसिद्ध पंचमुखी कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर में रविवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ी। दर्शन करने लिए बांस के बैरीकेट्स से होकर दर्शनार्थी अपने बारी का इंतजार कर रहे थे। नीचे नदी पर लाइन लगानी पड़ रही थी। ऊपर चबूतरा में क्रमश: शिवलिंग के दर्शन कर रहे थे।
बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण सातवीं सदीं में किया गया, लेकिन चबुतरा का निर्माण बाद में किया गया। जिसकी ऊंचाई 17 फीट हैं। पहले दो बार चबूतरा बना तो दिया गया लेकिन दोनों बार ही नदी के विकराल बाढ़ से बह गई। इससे यहां के जमींदार व्यथित हुए और रूदन भरे स्वर में महादेव को याद किया।
दूसरे दिन नदी में घूम रहे थे कि एक विकरागी बाबा उन्हें दिखाई दिया वह उनके दु:खी होने का कारण पूछा तो बताया कि चबूतरा बनाने का कई बार प्रयास किया लेकिन हर बार असफल रहा हूं। तब बाबा ने कहा कि यह चिमटा निर्माण स्थल पर ले जाकर गड़ा दो और कार्य प्रारंभ करों। उन्होंने ऐसा ही किया और देखते ही देखते 17 फीट ऊंची चबूतरा बना गया। इसमें बड़े व चौड़े पत्थरों का उपयोग किया गया है। मंदिर में जाने के लिए पूर्व, उत्तर एवं दक्षिण दिशा में तीन सीढ़ी हैं। मंदिर में ही विशाल पीपल का वृक्ष हैं जिसे 551 वर्ष पुराना बताते हैं। वैसे भी पीपल के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास माना जाता हैं। गर्भगृह में कुलेश्वरनाथ महादेव का शिवलिंग हैं।
किवदंती है कि वनवास काल के दौरान माता सीता, भगवान रामचंद्र और लक्ष्मण के साथ चतुर्मास राजिम में व्यतीत किया। इस बात की पुष्टि भाषाविद् डॉं. मन्नुलाल यदु ने अपने शोध गं्रथ में किया था। सीता संगम में स्नान करने के बाद महादेव के पूजा करने की इच्छा मन में जागृत हुई। तब हाथ से रेत का शिवलिंग बनाकर जलाभिषेक किया। जल की धारा पाचों ओर से बहने लगी और पंचमुखी कुलेश्वरनाथ महादेव के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
लोक मान्यता है कि भगवान श्री कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की मनोकामनाएॅं शीघ्र पूरी हो जाती है। इस संबंध कथानक है कि एक राजा जिसके एक भी संतान नहीं हुए थे। वे तीर्थ यात्रा करके थक चुके थे। अंत में संगम स्थित कुलेश्वरनाथ महादेव के शरण में पहुंचा। उन्होंने एक सौ विल्व पत्र चढ़ाए। जिससे उन्हें सौ पुत्रों की प्राप्ति हुई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 1 मार्च। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा रायपुर ग्रामीण के जिला अध्यक्ष चंद्रकुमार पाटिल ने अनुसूचित जाति मोर्चा का विस्तार कर जिला कार्यकारिणी की घोषणा की है। जिसमें अभनपुर के भाजपा युवा नेता लौटन गिलहरे को रायपुर ग्रामीण भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा का महामंत्री की जिमेदारी दी है।
लौटन गिलहरे ने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरे ईमानदारी से पालन करूंगा। उन्होंने पद की गरिमा को देखते हुए भाजपा को और मजबूती देने में हरसंभव प्रयास करने की बात कही है। उन्होंने नए दायित्व के लिए अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय, पूर्व मंत्री चन्द्रशेखर साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक बजाज, भाजपा रायपुर जिला ग्रामीण अध्यक्ष अभिनेष कश्यप, जिला महामंत्री श्याम नारंग, अजा मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंद्रपुर पाटिल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया है।
श्री गिलहरे को भाजपा कार्यकर्ताओं सहित शुभचितंकों और मित्रों ने बधाई दी है। बधाई देने वालों में प्रमुख रूप से जनपद सदस्य राजेश साहू, जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा संचित तिवारी, किशोर शर्मा, सांतनु सिन्हा, अजा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री दयाधर बांधे, महामंत्री बेदराम जांगड़े, भाजपा जिला रायपुर ग्रामीण अनुसूचित जाति मोर्चा प्रभारी बलिराम संडे, सह प्रभारी अरविंद पहरे, सागर बारले, लोकेश महर, वेदराम साहू, देवेंद्र साहू, गोवर्धन साहू, सागर साहू, हितेश मंडाई, हेमंत मारकंडे, राजा राय, वरुण राठी, अशोक बंजारे, भूपेंद्र साहू, आशकरण गिलहरे, दया गिलहरे, पुनाराम साहू, रितेश साहू, वीरेंद्र साहू, भुनेश्वर गिलहरे आदि शामिल हंै।
राजिम, 1 मार्च। राम हम सबके आराध्य हैं। गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना कर घर-घर भगवान राम को पहुंचा दिया। इससे हमें भाई-भाई के प्रति कैसा व्यवहार करें, पुत्र-पिता के साथ किस तरह शिष्टाचारी निभाएं, भाई-बहन के साथ किस तरह रहे, सभी जानकारी रामायण पढऩे से हो जाती है। उक्त बातें राजिम माघी पुन्नी मेला के अवसर पर चतुर्भुज सिरकट्टी आश्रम पांडुका से लोमष ऋ षि आश्रम में पहुंचे यजमान दीनानाथ साहू ने व्यक्त की।
श्री साहू ने आगे कहा कि लंका जाने के लिए जब कोई तैयार नहीं हुए थे, तब जामवंत हनुमान जी के आत्मविश्वास को जागाने का काम करते हैं। जैसे-तैसे राम काज के लिए हनुमान तैयार हो जाते हैं। एक समय बाद माता सीता का पता लगाकर वापस हनुमान भगवान राम को शुभ समाचार सुनाते हैं तथा लंका पर चढ़ाई किया जाता है। हनुमान जी के इस प्रसंग में प्रबंधन के गुण छिपे हुए हैं।
जब उन्होंने लंका दहन किया, तब तेल-कपड़े रावण के ही थे तथा लंका जला वह रावण का ही था। उनकी ही सामाग्री में हनुमान ने रावण की लंका को जलाकर स्वाहा कर दिया।
उल्लेखनीय है कि लोमशऋ षि आश्रम में यज्ञ चल रहा है, जो रविवार को तीसरा दिवस है। सुबह 8 बजे यज्ञ चालू होता है तथा एक बजे आरती के पहले दो घण्टा प्रवचन का कार्यक्रम चलता है।
कलेक्टर ने ली अफसरों की बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 मार्च। राजिम माघी पुन्नी मेला का आगाज 27 फरवरी से हो गया है। मेले के आयोजन को लेकर गरियाबंद कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने रविवार को रेस्ट हाउस में अधिकारियों की बैठक लेकर इसे बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने राजिम पुन्नी मेला के बेहतर से बेहतर आयोजन के लिए दिए गए जिम्मेदारी का निर्वहन समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अधिकारियों को सौंपे गए दायित्वों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीइओ चंद्रकांत वर्मा, अपर कलेक्टर जेआर चौरसिया सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में जिन-जिन फ र्मों को दायित्व मिला है, उनके कार्यों का भी नियमित मूल्यांकन करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से कहा कि मेला की जरूरत के अनुरूप ही संसाधनों का उपयोग किया जाए और मितव्ययिता का ध्यान रखें।
बैठक उपरांत कलेक्टर एवं अधिकारियों ने मुख्य मंच के समीप लगाए गए विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी को जीवंत और आकर्षक बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कृषि और जिला पंचायत के जीवंत प्रदर्शनी की सराहना की। साथ ही महिला समूहों के लिए अलग से स्टॉल लगाने कहा। ज्ञात है कि यहां 14 शासकीय विभागों के स्टाल लगाए गए हैं। जिसमे जनसम्पर्क, हस्तशिल्प, वन, पीएचई, पशुपालन, उद्यानिकी, ग्रामोद्योग, टूरिस्म बोर्ड आदि विभाग का स्टाल लगाया गया है। कलेक्टर ने आम लोगो और श्रद्धालुओं से कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि मेले में मास्क का उपयोग अवश्य करे और सुरक्षित मेले का आनंद उठाये ।
शाम मुख्य मंच में कुलेश्वर ताम्रकर द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम का कलेक्टर सहित जिला सीईओ, अपर कलेक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी ने आनंद लिया। उन्होंने कार्यक्रम प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि मेले में स्थानीय और राज्य के कलाकारों को मौका दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 28 फरवरी। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार व जिला कांग्रेस कमेटी के मार्गदर्शन में कांग्रेसियों द्वारा उनकी जयंती कृषक दिवस के रूप में मनाई गई। पं. शुक्ल अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री एवं सिंचाई प्रबंधन के कुशल विशेषज्ञ थे और इस दौरान उनके द्वारा किए विकास कार्य को कांग्रेसियों ने याद किया। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी छुरा के नेतृत्व में 27 फरवरी को विश्राम गृह छुरा में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। पार्टी के वरिष्ठ सम्मानीय कांग्रेसियों, जिला, ब्लाक, जोन, सेक्टर, बूथ के समस्त प्रकोष्ठ के पदाधिकारीगण एवं कार्यकर्ता कांग्रेसियों द्वारा अपने नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। सभी ने पं. श्यामाचरण शुक्ल के छायाचित्र पर श्रद्धासुमुन अर्पित किए। साथ ही स्व. शुक्ल के आदर्शो एवं सिद्धांतों को अपने जीवन मे आत्मसात करने का संकल्प भी लिया।
इस दौरान कांग्रेसियों ने स्व. शुक्ल द्वारा कृषि और नहरों के क्षेत्र में किए गए उनके अभूतपूर्व कार्यो की सराहना की। उनके द्वारा किए गए इन कार्यो से क्षेत्र के किसानों को होने वाले फायदे की जानकारी भी साझा की। कांग्रेसियों ने पं शुक्ल द्वारा कृषि और नहरों के क्षेत्र में किए गए सराहनीय कार्यो के कारण उन्हें किसानों का मसीहा बताया।
जयंती कार्यक्रम में मुख्य रूप से ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव ठाकुर, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मक्खू दीक्षित, जनपद कृषि सभापति प्रहलाद यदु, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सचिव हरीश यादव, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कोषाध्यक्ष सलीम मेमन, महिला ब्लॉक अध्यक्ष पुष्पा ध्रुव, एनएससीआई ब्लॉक अध्यक्ष शैलेंद्र दीक्षित, पूर्व पार्षद सुल्तान खान, पूर्व पार्षद अवधेश प्रधान, इंटक जिला अध्यक्ष शशांक चौबे, इंटक ब्लॉक अध्यक्ष पुनीत राम ठाकुर, युवा नेता रितेश दीक्षित, अखिल चौबे, पवन ठाकुर, डिगेश सेन, सहित कांग्रेसी नेता उपस्थित थे।
नवापारा-राजिम, 28 फरवरी। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री युधिष्ठिर चंद्राकर के पिता छन्नुलाल चंद्राकर का पिछले दिनों निधन हो गया। दशगात्र कार्यक्रम उनके गृह ग्राम डंगनिया चंपारण में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर चंद्राकर परिवार के सदस्यों के अलावा राजनेता एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उनके निवास पहुंचकर स्वर्गीय छन्नूलाल चंद्राकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसमें छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री एवं रायपुर विधायक बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, सांसद विजय बघेल, अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज, पूर्व सांसद चंदूलाल साहू, भाजपा ग्रामीण जिला अध्यक्ष अभिनेश कश्यप, पूर्व मंत्री पूनम चंद्राकर, प्रदीप शर्मा, संतोष शुक्ला, डां. रमेश सोनसाइटी, वरिष्ठ पार्षद प्रसन्न शर्मा, बॉबी चावला, योगेंद्र कंसारी, टिंकू सोनी, पूर्व सरपंच नत्थू राम साहू, सरपंच गोवर्धन तारक कुर्रा, पूर्णिमा चंद्राकर, तनु मिश्रा, छाया राही आदि उपस्थित थे।
गोयल ने दी बधाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 28 फरवरी। नगर पालिका गोबरा नवापारा के पूर्व पालिका अध्यक्ष विजय गोयल ने बैडमिंटन खेल प्रेमियों को बेडमैंटन इंडोर हाल के लोकार्पण की बधाई दी एवं मंत्री शिव डहरिया, सांसद सुनील सोनी, विधायक धनेंद्र साहू, न.पा.अध्यक्ष धनराज मध्यानी के साथ-साथ पूरी परिषद को धन्यवाद दिया।
गोयल ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि आज मेरा सपना पूरा हुआ। हमारे नगर के बैडंिमटन खेल प्रेमी सडक़, गली-चौराहे में हर वर्ग के लोग उक्त खेल खेला करते थे। उन्हें देखते हुए प्रेरणा मिली और अपने कार्यकाल में प्रण लेकर पिछले सरकार के तत्कालीन मंत्री अमर अग्रवाल से निवेदन कर इस हाल के निर्माण के लिए एक सौ बीस लाख की स्वीकृति लेकर पालिका को राशि मुहैया करवाई, मंै उन्हें भी धन्यवाद देता हूं। उम्मीद करता हूं उक्त कार्य से नगर की खेल प्रतिभाएं उभर कर आएंगी।
साथ ही पालिका प्रशासन से उम्मीद करता हूं विगत लगभग डेढ़ वर्ष से अधूरे पड़े वरिष्ठजन के मनोरंजन हेतु सयान भवन, छात्र-छात्राओं हेतु ई लाइब्रेरी के लिए भी पूर्व सरकार से राशि दिला दी गई थी। उक्त कार्यों को भी यथा शीघ्र पूर्ण करावें ताकि नगर की जनता को इसका लाभ मिल सके।
गौरतलब है कि नगर पालिका परिषद द्वारा शनिवार को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण कार्य का भूमिपूजन एवं बैडमिंटन हॉल, इंडोर हाल, कबीर आश्रम में सीसी रोड पेवर्स व नाली निर्माण एवं खोली पारा में शेड निर्माण कार्य का लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला 2021 के मुख्य मंच पर छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लोक गायकों और कलाकारों द्वारा राज्य के पारंपरिक कला एवं सांस्कृतिक और छत्तीसगढ़ वासियों के मन में रचे-बसे रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी।
कार्यक्रम के पहले दिन सुप्रसिद्ध नन्ही कलाकार आरू साहू ने प्रस्तुति दी। जिसमें हमर गांव के चिरई मन... के गायन से वे अपने निवास का वर्णन किया। इसी के साथ सांईं पर आधारित गीत की प्रस्तुति देकर सांस्कृतिक मंच सांई तेरे नाम की दीवानी हो गई इस गीत को सुनकर सारे दर्शक सांईं भक्त हो गए। उसके बाद माता कर्मा को समर्पित गीत मोर कर्मा मईया हो, छैया भुइयां गा के मोर मन हा झूम जाते, सुआ गीत की प्रस्तुति दी। अंतिम प्रस्तुति बटकी में बासी और चुटकी मा नून मैं गांवत हो ददरिया ते कान दे के सुन गीत को सुनकर दर्शक भी झूम उठे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के दूसरी कड़ी में छत्तीसगढ़ के विख्यात कलाकार अभिनेत्री उर्वशी साहू उनके साथियों के द्वारा राजकीय गीत अरपा पैरी के धार के साथ शुरूआत की। पश्चात गणेश वंदना जय हो गौरी जय हो गौरी पुत्र गणराज, छत्तीसगढ़ के राजा गीत और प्रेम के गीत ददरिया की प्रस्तुत दी।
अगली प्रस्तुति बारहमांसी गीत का गायन किया। जिसमें छत्तीसगढ़ में होने वाले समस्त त्योहारों का आनंद लिया। जिसे देख दर्शक भाव विभोर हो गए। इसी के साथ देशभक्ति गीत वंदे मातरम और अंत में कचरा बोदरा की प्रस्तुति दी गई। जिसमें उर्वशी साहू और उपासना वैष्णव के डायलॉग को सुनकर दर्शक हँस हँस कर लोटपोट हो गए। कार्यक्रम के अंत में जनप्रतिनिधियों के द्वारा कलाकारों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के संचालन निरंजन साहू और मनोज सेन के द्वारा किया गया।
गरियाबंद, 28 फरवरी। मेला देखने अपने परिवार के साथ आई छोटी बच्ची गुम गई थी। जिसे पुलिस जवानों की तत्परता से चंद घण्टों में ढूंढ लिया गया। गुम बच्ची की उम्र करीबन 03 वर्ष पिता का नाम रमन शाह निवासी बीरगांव कैलाश नगर रायपुर। जिससे मेला कंट्रोल के अधिकारियों के द्वारा परिजनों को सुरक्षित सुपुर्द किया गया। राजिम से रायपुर जाने वाले ओवर ब्रीज मार्ग पर तैनात एक पुलिस जवान के द्वारा ट्राई सायकल पर जा रहे विकलांग व्यक्ति को सहयोग कर पुलिस द्वारा मानवता का परिचय दिया गया। इस प्रकार का पुलिस का सहयोग पूरे मेले के दौरान जारी रहेगा।
राजिम माघी पुन्नी मेला छत्तीसगढ़ की संस्कृति सद्भाव और प्रेम का प्रतीक-डॉ. महंत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। राजिम में 15 दिनों तक चलने वाले राजिम माघी पुन्नी मेला का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भगवान राजीवलोचन की प्रतिमा में दीप प्रज्वलित और पूजा अर्चना कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राजिम माघी पुन्नी मेला छत्तीसगढ़ की संस्कृति सद्भाव और प्रेम का प्रतीक है।
इस अवसर पर डॉ महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में मिठास प्रेम और सद्भावना राज्य की प्रतीक है। उन्होंंने कहा कि आज हमें आपसी भेदभाव और घृणा की आवश्यकता नहीं है। राजिम माघी पुन्नी मेला हमें आपसी प्यार और सद्भाव का संदेश देती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे धर्मस्व मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मेला का स्वरूप पहले बदल गया था जिसे पुन: स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आते ही पहला विधेयक राजिम माघी पुन्नी मेला का लाया था और इसे पुन्नी मेला का नाम दिया गया। उन्होंने कहा कि अब राज्य में पृथक से धार्मिक न्यास का संचालनालय बनेगा। इसमें संभाग स्तर पर उपसंचालक बनाई जाएगी। साथ ही राज्य के सभी मंदिर ट्रस्ट आदि की जानकारी एकत्र कर धार्मिक न्यास के अंतर्गत शामिल किया जाएगा। इस दिशा में शीघ्रता से कार्य जारी है राजिम मेला के लिए स्थाई जमीन चिन्हांकित के लिए स्थानीय प्रशासन को बधाई दिया है।
श्री साहू ने कहा कि राजीव को राम वन गमन परिपथ से जोड़ा जाएगा। यह राज्य की संस्कृति के विकास के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि राज्य की पुरातन संस्कृति का संरक्षण किया जाए।
विधायक धनेंद्र साहू ने कहा कि प्रारंभ समय में इसे स्थानीय रूप से आयोजित किया गया था, जिसमें लगभग 4 कलाकार को मौका दिया गया था। उन्होंने राजिम माघी पुन्नी मेला संस्कृति की ओर स्थापित करने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार प्रकट किया है।
राजिम विधायक अमितेश शुक्ला ने कहा कि राजिम सदियों से महान पवित्र भूमि है यहां आस-पास संस्कृति धरोहर विद्यमान है। यहां आसपास के हजारों लोग दर्शन करने आते हैं और पुण्य लाभ कमाते हैं।
इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी प्रजापति के रवि कर साहेब, ब्रम्हाकुमार नारायण भाई, हेमा बहन और पुष्पा बहन, स्वामी सिद्धेश्वरानंद जी महाराज सहित जनप्रतिनिधि गोबरा नवापारा के अध्यक्ष धनराज मध्यानी, जनपद अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू, नगर पंचायत राजिम अध्यक्ष रेखा सोनकर, रतीराम साहू, विकास तिवारी, भावसिंग साहू, जीत सिंग के अलावा गरियाबंद कलेक्टर श्री निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल वरिष्ठ अधिकारी गण और श्रद्धालु गण मौजूद थे।
राजीवलोचन मंदिर प्रांगण में 28 जोड़े विवाह बंधन में बंधे
सीएम ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से आशीर्वाद दिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 28 फरवरी। भगवान श्रीराजीव लोचन मंदिर परिसर में राजिम माघी पुन्नी मेला के अवसर पर पहले दिन ही मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह सह-जनजागरूता कार्यक्रम के अंतर्गत 28 जोड़े का विवाह सम्पन्न हुआ। मंत्रोचार के साथ सात फेरे लिए गए तथा सात वचन के साथ एक-दूसरे का हाथ थामे।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित प्रदेश के गृह एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने वर-वधु को बधाई देते हुए आशीर्वाद प्रदान करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि आज लोग शादी समारोह में मेहनत की कमाई की मोटी रकम खर्च कर देते हैं जबकि उससे जीवकोपार्जन के लिए छोटे-मोटे व्यवसाय किया जा सकता है। खर्चीली शादी से बचने के लिए सामूहिक विवाह को महत्व देना जरूरी है। आज दिखावा ज्यादा हो गया है उससे बचें। यह पवित्र स्थल है जहां वर-वधु विवाह बंधन में बंधे हैं। आप जहां भी रहे परिवार समाज एवं देश की तरक्की के लिए काम करें।
इस मौके पर वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी जोड़े को विवाह बंधन में बंधने के लिए शुभकामनाएॅ दी तथा कहा कि पिछले वर्ष सामूहिक सरकार द्वारा 15 हजार रूपये दिया जाता था। हमने उसे 25 हजार कर दिया है। सात वचन जिन्दगी भर साथ निभाने के लिए लेते हैं। मैं प्रत्येक वर से एक वचन और लेना चाहता हूं। वह स्वास्थ्य से है आपको ध्यान रखना की आपनी पत्नी बच्चे के अलावा पूरे परिवार का स्वास्थ्य फिट रहे इसके लिए आपको विशेष ध्यान देना है। सुपोषण से पूरा परिवार के साथ ही आने वाली पीढ़ी स्वास्थ्य रहेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में राजिम माघी पून्नी मेला एवं कर्णेश्वर मेला आज से शुरू हुआ है और आज ही पूरे राज्य से 3500 जोड़े विवाह बंधन में बंधे है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रथम पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा विधायक अमितेष शुक्ल प्रत्येक जोड़ा के पास पहुंचकर नवदाम्पत्य जीवन की मंगलकामना को लेकर शुभाशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा की भगवान राजीवलोचन के प्रांगण में शादी समारोह का आयोजन अपने आप में महत्व लिये हुए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दूरगामी सोच एवं शादी के खर्चे को कम करने के लिए मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना प्रदेश सरकार की जागरूकता को सिद्ध करती है। उन्होंने आगे कहा की पूरा विधानसभा क्षेत्र मेरा परिवार है, परिवार का मैं सदस्य हूॅ। शादी समारोह में बाराती और घराती दोनो बनने का जो अवसर मिला है वह मेरे लिए सौभग्य की बात है। नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि विवाह के बाद एक नई जीवन की शुरूआत होती है। मधुरता बनी रहे इसके लिए छोटे-छोटे बातों में भूलकर भी लड़ाई-झगड़े की स्थिति निर्मित नहीं होनी चाहिए। एक-दूसरे को समझकर आनंद पूर्वक जीवन निर्वाह करें। जनपद पंचायत फिंगेश्वर के अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू ने कहा कि नवयुगल नवजीवन की शुरूआत माघ-पुर्णिमा से कर रहे हैं। कन्यादान से बड़ा पूण्य और कोई नहीं है। माता-पिता कन्यादान कर रहें है। यह सबसे बड़ा दान है।
समाज धीरे-धीरे बदल रहा है फिजूलखर्ची से लोग उब गए है उससे बचने के लिए लोग सामूहिक विवाह योजना महती भूमिका का निर्वाहन करती है। जिला कार्यक्रम अधिकारी जगरानी एक्का ने बताया कि सभी 28 जोड़े जिले के फिंगेश्वर, छुरा, मैनपुर, गरियाबंद, विकासखण्ड से है। इस मौके पर जिला कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी चंद्रकात वर्मा द्वारा भी वर-वधुओं को आशीर्वाद दिया गया। उपस्थित थे।
इस अवसर पर सभापति मधुबाला रात्रे, जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू, जिला काग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भावसिंह साहू, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू, विकास तिवारी, सुनील तिवारी, मनीष दूबे, रामकुमार साहू, साधु निषाद, रामनारायण साहू, कुलेश्वर साहू सहित परियोजना अधिकारी ममता जोशी, चंदूलाल साहू, चंद्रहास साहू, पर्यवेक्षक रामेश्वरी वर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पंचायत इंस्पेक्टर नूतन साहू ने किया। आभार प्रकट जिलापंचायत के सी.ई.ओ. चंद्रकांत वर्मा ने किया।
राजिम, 28 फरवरी। ग्राम टेका में आयोजित श्रीराम चरित मानसगान सम्मेलन के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पूर्व सांसद चंदूलाल साहू ने कहा कि सनातन संस्कृति का महत्वपूर्ण धर्म ग्रंथ श्रीरामचरितमानस सभी समस्याओं का एकमात्र समाधान है। इस धर्म ग्रंथ की अध्ययन और अनुकरण से मनुष्य जीवन का कल्याण होता है तथा सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान मिलता है।
सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने कहा कि राजनीति से पहले राम नीति की जरुरत है। श्रीराम चरितमानस में वर्णन मिलता है कि रावण का नाश भी राम नीति से हुआ था। इसी प्रकार अन्य कई उदाहरण भी मानस के अध्ययन में प्राप्त होते हैं। वास्तव में मानस एक ऐसा अद्भुत ग्रंथ है जिसकी अध्ययन अनुकरण से मनुष्य की सभी प्रकार की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं तथा उसके जीवन का कल्याण सुनिश्चित होता है। यह ग्रंथ मनुष्य को दिग्भ्रम और दिशा हीनता के माहौल से बाहर निकालने में सफलता देता है।
अंतिम दिवस विभिन्न मानस टोलियों के वक्ताओं ने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर आयोजक समिति के चारचंद साहू, जनपद सदस्य होरीलाल साहू, सरपंच ठाकुर राम धु्रव, जिनेन्द्र साहू, मनहरण साहू, भूषण साहू, मोहन साहू, जालम साहू, डॉ दिलीप साहू, नोहर साहू, कुँवरलाल साहू, मोहन कुर्रे सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण की उपस्थिति रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 27 फरवरी । पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस परिवार के आधार स्तंभ रहे स्व.प. श्यामा चरण शुक्ल की जयंती पर प्रदेश सहित गरियाबंद जिले में भी मनाई गई।
गरियाबंद स्थित कांग्रेस भवन मे ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गरियाबंद के अध्यक्ष हाफिज खान ने स्व. श्यामाचरण शुक्ल को नमन कर कहा कि स्व. शुक्लजी का योगदान राजिम क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में रहा है। शुक्ल जी के चलते प्रदेश मे सिंचाई मूलक कार्यो को किया उनकी देन है कि आज राजिम ,धमतरी, जिले में गंगरेल ,सिकासार, सोडुर डैम बनी जिससे क्षेत्र के किसानों का विकास हुआ हैं और प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार शुक्ल जी के भगीरथ प्रयासों के चलते हुआ हैं प्रदेश का किसान इनके योगदान को कभी नहीं भूल सकता ऐसे महापुरुष का नमन करते हैं।
इस अवसर पर हाफिज खान अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गरियाबंद, ममता राठौर जिला अध्यक्ष महिला कांग्रेस गरियाबंद, सविता गिरी, नंदिनी त्रिपाठी, नरेन्द्र देवांगन,वीरू यादव, रामकुमार वर्मा,, अवधराम यादव, दिलीप सिन्हा मौजूद रहे।
त्रिवेणी संगम में डुबकी-दीपदान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 27 फरवरी। माघी पुन्नी के अवसर पर शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पुण्य स्नान किया। इसी के साथ राजिम माघी पुन्नी मेला का भी शुभारंभ हो गया।
जानकारी के अनुसार माघी पूर्णिमा के दिन भगवान श्री राजीव लोचन का जन्म दिवस है। इसके उपलक्ष्य में सदियों से राजिम के इस पावन भूमि में मेले भरते आ रहा है। भगवान का जन्मोत्सव मंदिर प्रांगण में बैंड-बाजे के साथ बहुत ही धूम-धाम से मनाया गया है। भगवान के पूजा के बाद नया लाल ध्वज मंदिर के कलश में चढ़ाया गया। माघ पूर्णिमा को लेकर भगवान श्री राजीव लोचन का मंदिर दमकने लगा है। बिजली की झालर और तेज लाइट की रोशनी से जगमगाने लगा है।
माघी पूर्णिमा पर अंचल सहित प्रदेश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम पैरी सोंढ़ूर और महानदी में तडक़े डुबकी लगाकर दीपदान किया। इसके बाद श्रद्धालुओं की भीड़ श्री राजीव लोचन और कुलेश्वरनाथ महादेव के मंदिर पहुंचकर दर्शन कर अपने परिवार की खुशहाली और सुख समृद्धि की आशीर्वाद मांगा। दोनों मंदिरों के अलावा श्रद्धालुओं ने लोमश ऋषि आश्रम, राजिम भक्तिन माता मंदिर, मामा-भांचा मंदिर, राजराजेश्वर, दानदानेश्वर, बाब गरीब नाथ महादेव के भी दर्शन किए।
कई महिलाएं एवं युवतियां तीनों नदी, पैरी, सोंढूर और महानदी की धार में डुबकी लगाने के बाद नदी के रेत में शिवलिंग बनाकर उसमें नारियल, बेल पत्ता, धतुरे का फूल, दूध चढ़ाकर पूजा अर्चना की और नदी में दीपदान किए।
जानकारों के मुताबिक सूर्योदय के पूर्व माघी पुन्नी स्नान का बड़ा महत्व है। दीप दान किए जाने का भी धार्मिक महत्व है, इसलिए नदी की धार में दीप दान कर सीधे श्री राजीव लोचन और भगवान श्री कुलेश्वरनाथ महादेव के दर्शन के लिए लोग पहुंचते रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 27 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत के अनुमति एवं गरियाबंद जिला प्रभारी राकेश यादव, जिला अध्यक्ष राजेश साहू के सहमति एवं वरिष्ठों के अनुमोदन पश्चात महिला मोर्चा के जिलाध्यक्ष अंजू नायक ने जिला कार्यसमिति की घोषणा की है।
कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष नीरा साहू राजिम, तोकेश्वरी मांझी छुरा, नूरमती मांझी गोहरापदर। महामंत्री शीतला पाण्डेय झाखरपारा, बिंदु सिन्हा गरियाबंद। कोषाध्यक्ष लालिमा ठाकुर गरियाबंद। मंत्री लोकिन साहू बासीन, संतोषी श्रीवास्तव फिंगेश्वर, पूर्णिमा कंवर पांडुका।
कार्यकारिणी सदस्य- मीरा ठाकुर मडेली, हेमलता ध्रुव छुरा, चुम्मन बाई सोम गरियाबंद, प्रतिमा विश्वकर्मा बहेराबुड़ा, संध्या शर्मा फिंगेश्वर, ममता यदु राजिम, बसंती कंवर छुरा, संगीता साहू देवगांव, सरोज ठाकुर मैनपुर, सुशीला पाथर देवभोग, संजुक्ता दास गोहरापदर।
स्थायी आमंत्रित सदस्य- विभा अवस्थी अमलीपदर, श्वेता शर्मा जामगांव, छाया राही राजिम, देवकी साहू राजिम, देवसिर सिन्हा छुरा, केशरी ध्रुव छुरा, शकुंतला नायक झाखरपारा, रेणुका साहू गरियाबंद।
विशेष आमंत्रित सदस्य- पूर्णिमा चंद्राकर राजिम, सुअंजना उपाध्याय राजिम, कांति मरकाम मैनपुर, नेहा सिंघल देवभोग, मिलेश्वरी साहू गरियाबंद, मंजुलता हरित फिंगेश्वर, मोहना नेताम गोहरापदर, गुलेश्वरी ठाकुर गरियाबंद, मिथु मालवीय राजिम, शांति कोसरे फिंगेश्वर, रेखा साहू बेलर।
मंडल अध्यक्ष- अनिता यादव राजिम, पदमा यदु फिंगेश्वर, तारिणी ध्रुव पांडुका, चित्रलेखा धु्रव छुरा, खीरमनी हरपाल गरियाबंद, कुमारी बाई पटेल मैनपुर, श्रुति धु्रवा गोहरापदर, अहिल्या मरकाम देवभोग, योग्मिता मांझी झाखरपारा बनाई गई हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 26 फरवरी। शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक छुरा के छात्रों को शाला विकास एवं प्रबंधन समिति के सदस्य एवं विधायक प्रतिनिधि अखिल चौबे द्वारा कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए छात्रों को मास्क एवं विद्यालय को सैनिटाइजर का वितरण किया गया।
श्री चौबे द्वारा सभी विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोविड-19 संक्रमण से बचाव के तरीके बताए गए तथा सभी विद्यार्थियों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान में रखते हुए पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करते हुए सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दिए। संस्था के प्राचार्य द्वारा भी सभी बच्चों को कोविड.-19 लक्षण से बचकर रहने और अच्छे से पढा़ई करने के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य नेमीचंद साहू एवं समस्त व्याख्याता गण पी. के. मिश्रा, वी. के. देवांगन, पी.एस. ठाकुर, टी.के. साहू, के.पी. साहू, कैलाश पटेल, पूजा, परागा ध्रुव, एस.के. पाण्डे, एम. एस.मारकंडे , भारती बंजारे, आरती बंजारे, संगीता यादव, षष्टकीर्ती साहू, बघेल उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजिम, 26 फरवरी। छत्तीसगढ़ के प्रयागराज त्रिवेणी संगम राजिम में इस बार राजिम माघी पुन्नी मेला का शुभारंभ 27 फरवरी माघी पूर्णिमा से शुरू हो रही है, जो 11 मार्च महाशिवरात्रि तक चलेगा।
शनिवार सुबह माघी पुन्नी के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुन्नी स्नान करेंगे। पुण्य स्नान पश्चात भगवान श्रीराजीव लोचन एवं श्रीकुलेश्वर महोदव, दानदानेश्वर, बाबा गरीबनाथ, लोमष ऋ षि आश्रम दर्शन कर पुण्य लाभ लेंगे। मेले के दौरान भव्य महानदी की आरती स्थानीय पंडितों द्वारा किया गया है।
मेला की तैयारी को लेकर संबंधित विभागों ने लगभग पूरी कर ली है। राजिम मेला क्षेत्र में आने वाले सभी मार्गों की मरम्मत कराई गई है। मेला स्थल, लोमश ऋ षि आश्रम, कुलेश्वर मंदिर, राजीव लोचन मंदिर और मुख्यमंच स्थल इन सभी को आपस में जोडऩे के लिए रेत की सडक़ें बनाई गई है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर पेयजल के लिए पाईप लाईन और नल कनेक्शन लगा दिए गए हैं। संगम पर बने तीनों पुलों पर रोशनी के पर्याप्त प्रबंध करने लाईट लगाई गई है। रात में मेला स्थल को जगमग करने चारों तरफ हाईमॉस्क लाईट लगाई गई है। विद्युत मंडल द्वारा सभी स्थानों पर आवश्यकतानुसार विद्युत पोल और ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की गई है। नवापारा और राजिम के सभी मंदिरों का रंग-रोगन कर प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई है।
इस बार कोरोना को देखते हुए स्वास्थ्य विभागों द्वारा नि:शुल्क कोरोना जांच शिविर भी लगाया जाएगा। इसके अलावा मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य की जानकारी देने एवं स्वास्थ्य शिविर के लिए अलग-अलग स्टॉल लगाए गए हैं। जिसमें चौबीस घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी लगाई गई है। चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ के दल मेला स्थल पर नियमित रूप रहेंगे। रायपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा नवापारा की ओर नेहरू घाट के पास अस्थाई शिविर लगाया गया है। शिविर में डॉक्टरों को तैनात किया गया है। एम्बुलेंस और 108 संजीवनी की सेवाएं लगातार उपलब्ध रहेगी। तीनों जिलों के स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने निर्धारित शिविरों के पास प्रदर्शनी भी लगाई गई है।
राजिम मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं। गरियाबंद एसपी के नेतृत्व में रायपुर व धमतरी एसपी के साथ आपसी सामंजस्य से तैयारियां की गई है। मेला स्थल को 120 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा जा रहा है। मेला स्थल पर सैंकड़ों पुलिस जवानों की तैनाती की जाएगी। पूरे मेले क्षेत्र में विभिन्न व्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने मेलाधिकारी एके टोप्पो, गरियाबंद कलेक्टर नीलेशकुमार क्षीरसागर, एसपी बीआर पटेल, जिला पंचायत सीईओ चंद्रकांत वर्मा, ओएसडी गिरीश बिस्सा सहित राजिम माघी पुन्नी मेला स्थानीय समिति के सभी सदस्यों के अलावा संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी लगे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक राजिम माघी पुन्नी मेला-2021 का शुभारंभ शाम 7 बजे मुख्य मंच स्थल राजिम लोचन मंदिर के पास होगा। शुभारंभ अवसर पर साधु-संतो के सानिध्य में छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के मुख्यआतिथ्य में संपन्न होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, वाणिज्य कर मंत्री कवासी लखमा, शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, सांसद द्वय सुनील सोनी, चुन्नीलाल साहू, अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू, राजिम विधायक अमितेष शुक्ल, कुरूद विधायक अजय चंद्राकर, बिन्द्रनवागढ़ डमरूधर पुजारी, सिहावा विधायक श्रीमती लक्ष्मी धु्रव मौजूद रहेंगा। कार्यक्रम में फिंगेश्वर जनपद अध्यक्ष पुष्पा जगन्नाथ साहू, अभनपुर जनपद अध्यक्ष देवनंदनी साहू, मगरलोड जनपद अध्यक्ष ज्योति दिवाकर ठाकुर, राजिम नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा सोनकर, नवापारा नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी की गरिमामय उपस्थिति रहेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 26 फरवरी । राजिम मेला ड्यूटी में विभिन्न जिलों से आए पुलिस जवानों को मेला ड्यूटी के संबंध में पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने आवश्यक दिशा निर्देश दिये । इस दौरान पुलिस जवानों के स्वास्थ्य के संबंध में हालचाल पूछा एवं ड्यूटी के दौरान किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी खराबी होने पर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना देने हेतु कहा गया।
मेला ड्यूटी में तैनात समस्त पुलिस जवानों को ड्यूटी के दौरान हमेशा मास्क पहनने एवं समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइजर करने को कड़े निर्देश दिए। इसी दौरान पुलिस कप्तान के द्वारा मेला के विभिन्न स्थलों का पैदल निरीक्षण किया गया। साथ ही साथ मेला ड्यूटी के दौरान नशे की हालत में पाए जाने वाले पुलिस जवानों के ऊपर दंडात्मक करने हेतु निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक के द्वारा मेला ड्यूटी में तैनात समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों को पी.पी.टी. के माध्यम से यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताए गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 25 फरवरी। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल गरियाबंद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर एवं संतोष महतो, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी टी आर कंवर के नेतृत्व में जिला गरियाबंद में अपराधिक गतिविधियो ंको रोकने किरवई में चौपाल लगाई गई, जिसमें महिला संबंधी अपराध, साइबर अपराध, सडक़ दुर्घटना जैसे गंभीर अपराधों के विषय में ग्रामीणों को बताकर थाना प्रभारी राजिम निरीक्षक विकास बघेल के द्वारा जागरूक किया गया ।
ग्राम चौपाल में ग्राम प्रतिनिधि उपसरपंच नरेश साहू पंच कुंती पंच संतोष साहू डिगेश्वर साहू ग्राम कोटवार व गणमान्य पुरुष व महिलाएं उपस्थित आये। विशेष रूप से गांव में शराब बेचने व पीने की समस्या को गंभीर समस्या बताई।
चौपाल में थाना प्रभारी विकास बघेल आर 228 प्रमोद यादव आर 414 प्रमोद तिर्की, महिला आर 502 सविता खरे का विशेष योगदान रहा
छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजिम, 25 फरवरी। राजिम माघी पुन्नी मेला 27 फरवरी से शुरू हो रहा है। मेले की तैयारी को लेकर शासन-प्रशासन पूरी तैयारी के साथ डटे हुए हैं, यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो, इसके लिए पीडब्ल्यूडी, पीएचई, वन विभाग, पुलिस विभाग सहित अनेकों विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। तमाम विभागीय अधिकारी अपने मातहत कर्मचारियों को दिशा निर्देश देकर काम को शीघ्र अतिशीघ्र पूर्ण कराने के लिए लगे हुए हैं। बुधवार की शाम तक का जायजा लेने के बाद जो दिखाई पड़ा उसमें काम लगभग पूर्णता की ओर है।
विदित हो कि 26 फ रवरी को पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू तैयारियों की समीक्षा करने पहुंच सकते हैं, जिसके चलते सभी विभाग युद्धस्तर पर माघी पुन्नी मेला की तैयारी में जुट गए हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा नदी में कुलेश्वर महादेव मंदिर से मुख्य मंच तक यातायात के लिए रेत की सडक़ बोरी और फ र्शी लगाकर पूरी कर ली गई है, वहीं अन्य अस्थाई रास्तों पर कार्य जारी है। साथ ही पीएचई द्वारा पेयजल व्यवस्था के लिए चारों तरफ पाईप लाईन बिछाकर नल की टोटी लगा रहे हैं, वहीं जगह-जगह अस्थायी शौचालय का निर्माण किया गया है। पुण्य स्नान के लिए भव्य कुंड का निर्माण किया जा रहा है।
मुख्य मंच स्थल के पास पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया है, यहां पर पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाकर निगरानी रखी जाएगी इसके अलावा पुलिस जवानों की टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी। शासकीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए शासकीय स्टाल लगाया जा रहा है, इसके अलावा आम जनता तक पल पल की खबर मिलती रहे, इसके लिए मीडिया सेंटर का निर्माण किया गया है। मेले की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए देर शाम मुख्यमंच स्थल पर जिला पंचायत सीईओ चंद्रकांत वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर, ओएसडी गिरीश बिस्सा, तहसीलदार ओपी वर्मा, पीडब्ल्यूडी एसडीओ एमके साहू सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।
इधर मेला मैदान में लोगों के मनोरंजन के लिए मीना बाजार लगभग तैयार है, जो कि 26 की शाम तक शुरू होने की संभावना है। मीना बाजार का आकर्षण झूला और मौत का कुंआ रहता है, जो लोगों को आकर्षित करती है। मेले में सुरक्षा व्यवस्था की सबसे अधिक जिम्मेदारी पुलिस विभाग पर रहती है, इसके लिए पिछले कई दिनों से विभागीय अधिकारी लगातार बैठक लेकर व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं।
बुधवार को भी व्यवस्था के संबंध में बैठक आहुत की गई, जिसमें पूरे मेला क्षेत्र को तीन भागों में बांटा गया है इसके अलावा जगह-जगह सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा, जिससे बदमाश या मनचले लोगों पर तत्काल कार्रवाई की जा सके। मेले की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए राजिम नवापारा को जोडऩे वाले पुल पर डिवाइडर बना दिया गया है, जिससे भगदड़ एवं जाम की स्थिति नहीं होगी।
लोगों ने कहा कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेला में तीनों जिला मिलाकर अपने-अपने क्षेत्र में कोरोना टेस्ट की व्यवस्था हो। जिससे मेला समाप्त होने के बाद राजिम एवं नवापारा में संक्रमण को रोका जा सके।