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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा नांदगांव विधायक डॉ. रमन सिंह ने कोरोना संक्रमण में जिस मुस्तैदी से क्षेत्र की सेवा की थी उसी मुस्तैदी से आज भी वे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में डटे हुए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार डॉ. सिंह ने हाल में ही शहर की सभी सेवाभावी संस्थाओं को कोविड सेंटर के लिए प्रेरित किया था। आज डॉ. रमन सिंह ने जिलाधीश को पत्र लिखकर विधायक निधि से 25 लाख रुपए की स्वीकृति वेंटिलेटर मशीन एवं कोविड संबंधित उपकरण खरीदने के लिए प्रदान की है। साथ ही डॉ. रमन सिंह ने 50 बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर विधायक कार्यालय में जनता की सेवा हेतु उपलब्ध कराएं।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने बताया कि उनके द्वारा जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव एवं पूर्व सांसद अभिषेक सिंह को कोरोना संक्रमण काल में सिलेंडर की भारी किल्लत की जानकारी दी गई थी।
कलेक्टर को एसडीएम डोंगरगांव ने दिया प्रतिवेदन
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राजनांदगांव, 18 अप्रैल। डोंगरगांव में कचरा वाहन में शव ढोने से संबंधित समाचार कतिपय समाचार पत्रों एवं मीडिया में प्रकाशित हुआ था। कलेक्टर टीके वर्मा को कोविड-19 से पीडि़त व्यक्तियों के शव के डिस्पोजल के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डोंगरगांव हितेश पिस्दा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है।
कोविड-19 से पीडि़त व्यक्तियों के शव के डिस्पोजल के संबंध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पंचायत डोंगरगांव से प्राप्त प्रतिवेदन एवं पंचनामा के आधार यहा पाया गया है कि नगर पंचायत के आटो टीपर क्रमांक 1 का उपयोग माह जनवरी 2021 से केवल कोरोना-19 के प्रचार-प्रसार, मुनादी के लिए किया जा रहा है। इसका किसी अन्य प्रकार से उपयोग नहीं हो रहा है। नगर पंचायत डोंगरगांव द्वारा टीपर क्रमांक 1 से मुनादी का समय निर्धारित किया गया है। सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक, दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक, शाम 7 से रात्रि 9 बजे तक समय निर्धारित किया गया है। 14 अप्रैल को लगभग दोपहर 12 बजे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत डोंगरगांव लेखराम चंद्रवंशी एवं खंड चिकित्सा अधिकारी डोंगरगांव डॉ. रागिनी चंद्रे द्वारा दूरभाष पर सूचित किया गया कि 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मृत्यु हुई है। जिसका डिस्पोज किया जाना है इनके द्वारा वाहन एवं कर्मचारी की व्यवस्था किए जाने की मांग की गई। उक्त शव का डिस्पोज किए जाने के लिए वाहन की व्यवस्था नहीं होने के कारण 1099 मुक्तांजलि वाहन से संपर्क किया गया, किन्तु वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण जानकारी खंड चिकित्सा अधिकारी व सीईओ जनपद पंचायत डोंगरगांव को दिए जाने के बाद वाहन की व्यवस्था एवं कर्मचारी की व्यवस्था जल्दी किए जाने के लिए मांग किया गया। मृतक के परिवार वाले व विधायक, खंड चिकित्सा प्रतिनिधि संजय मुटकुरे द्वारा भी शव जल्दी डिस्पोज किए जाने के लिए दूरभाष पर लगातार अनुरोध किया गया।
मानवीय दृष्टिकोण से नगर पंचायत में शव वाहन उपलब्ध नहीं होने व 1099 मुक्तांजलि शव वाहन प्राप्त नहीं होने तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी शव वाहन उपलब्ध नहीं होने पर मुनादी हेतु आरक्षित टीपर क्रमांक 1 को फायर बिग्रेड से धुलाई कराकर सेनेटाईज करने के उपरांत वाहन पहली बार ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र वाहन चालक सहित 4 कर्मचारी के साथ वाहन भेजा गया। वाहन का उपयोग विगत 3 माह से मुनादी के अलावा किसी अन्य कार्य में नहीं लाया जा रहा है और न पूर्व में इस वाहन का उपयोग शव डिस्पोज हेतु किया गया है। इस संबंध में निकाय के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व पार्षदों द्वारा तैयार पंचनामा लिया गया है।
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राजनांदगांव, 18 अप्रैल। कोरोना वायरस संक्रमण के साथ संक्रामक बीमारियों की रोकथाम एवं स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 को ध्यान में रखते महापौर हेमा देशमुख एवं नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बारिश पूर्व शहर के सभी बड़े नालों-नालियों की सफाई कराने के तथा व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश प्र.स्वास्थ्य अधिकारी अजय यादव को दिए, ताकि इस विषम परिस्थिति में परेशानी का सामना न करने पड़े।
महापौर श्रीमती देशमुख एवं आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी नेे कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण का कहर बढ़ते जा रहा है। इसके अलावा अन्य संक्रामक बीमारी के संक्रमण से बचना भी है। साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का कार्य भी जारी है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते सफाई व्यवस्था दुरूस्त करना है तथा वर्षा ऋतु के पूर्व शहर के शंकरपुर, शांतिनगर, चिखली, प्रभातनगर, जीई रोड, ममता नगर, लखोली, नंदई, केशर नगर, स्टेशनपारा, बसंतपुर, राजीव नगर, मोतीपुर, बजरंगपुर नवागांव, नया व पुराना ढाबा, नारकन्हैया नाला, गुरूद्वारा के पीछे, भरकापारा तालाबपार नाला, मिरानी पुलिया नाला, पेंड्री नाला, चिखली नाला, डबरीपारा आदि क्षेत्रों के बड़े नाले व नालियों की सफाई जेसीबी व गंैग के माध्यम से कराना है। उक्त कार्य अविलंब प्रारंभ किया जाए, निर्देश के परिपालन में स्वास्थ्य अमला द्वारा बसंतपुर जिला चिकित्सालय के पास एवं राजीव नगर के बड़े नाला की सफाई कार्य जेसीबी से करायी जा रही हैै।
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राजनांदगांव, 18 अप्रैल। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक बलराम सिंह बैस का शनिवार को रायपुर के एक अस्पताल में निधन हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार श्री बैस 1977 की प्रचंड जनता लहर में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में पहली बार वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। आपातकाल के बाद 1977 की जनता लहर में जब तत्कालीन क्षेत्रीय नेता चुनाव लडऩे से बचना चाह रहे थे, तब कांग्रेस ने ग्राम कडक़ड़ा निवासी बलराम सिंह बैस को टिकट दी और वे पार्टी की कसौटी पर खरा उतरे। बाद में वे 1980 से 1985 और 1985 से 1990 तक पुन: विधायक रहे। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने लगातार तीन बार विधायक बनने का रिकॉर्ड बनाया। 1990 के विधानसभा चुनाव में उन्हें जनता दल के प्रत्याशी और राजनंादगांव के कदावर समाजवादी नेता ठाकुर दरबार सिंह के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा। दो बार राजनांदगांव जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी चुने गए थे।
बताया गया कि श्री बैस तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समर्थक माने जाते थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री पं. श्यामाचरण शुक्ल के साथ भी उनके मधुर संबंध थे। वे लगभग दो दशक तक कवर्धा क्षेत्र में कांग्रेस का प्रमुख चेहरा बने रहे। अपने सौम्य व्यवहार के कारण पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच उनके मधुर संबंध थे। लगातार तीन बार विधायक चुने जाने के बाद कांग्रेस से सांसद के टिकट के दावेदारों में उनका नाम शुमार किया जाने लगा था। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर के प्रवेश के बाद उनका राजनीतिक पराभव शुरू हो गया और वे दोबारा कांग्रेस की राजनीति की मुख्यधारा से दूर होते गए।
तय समय पर नहीं मिल रही है रिपोर्ट, नए सैम्पल लेने पर अघोषित रोक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। कोरोनाग्रस्त मरीजों के आरटी-पीसीआर सैम्पल पिछले कुछ दिनों से पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज के लैब में जाम पड़े हुए हैं। अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में मरीजों की बेहिसाब तादाद से सैम्पलों की तय समय पर जांच नहीं हो पा रही है। वहीं पड़ोसी जिले बालोद, कवर्धा के भी सैम्पलों को जांच के लिए भेजे जाने से जाम की स्थिति बनी है।
बताया जा रहा है कि रायपुर एम्स के भी हजारों की तादाद में सैम्पल जांच के लिए नांदगांव भेजे गए हैं, जिसके चलते सैम्पलों की जांच नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि अघोषित रूप से स्वास्थ्य महकमे ने मैदानी अमले को फिलहाल आरटीपीसीआर सैम्पल लेने पर मना कर दिया है। सिर्फ मरीजों के एंटीजन टेस्ट ही किए जा रहे हैं।
राजनांदगांव जिले में हालात बद से बदतर हो गए हैं। कोविड-19 अस्पताल में कोरोनाग्रस्त मरीजों की सैम्पल की रिपोर्ट में सप्ताहभर की देरी हो रही है। वहीं आरटीपीसीआर सैम्पलों की जांच रिपोर्ट का इंतजार करते कोरोनाग्रस्त मरीजों की सांसे फूल रही है। बताया जा रहा है कि कोविड-19 अस्पताल में संसाधनों की भी किल्लत है। वहीं जांच करने की व्यवस्था भी सीमित है, जिसके चलते स्वास्थ्य महकमा मानसिक दबाव में भी है। जिन स्थानों से सैम्पल एकत्रित किया जा रहा है वहां रिपोर्ट नहीं मिलने पर मरीज और स्वास्थ्यकर्मियों के बीच तनाव और विवाद हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज पेंड्री की सेंट्रल लैब में एम्स रायपुर के लगभग 3 हजार आरटीपीसीआर सैम्पल भेजे जाने के कारण जाम की स्थिति है। हालात यह है कि इसकी वजह से राजनांदगांव के लोगों की जांच रिपोर्ट सप्ताहभर में नहीं मिल पा रही है।
सूत्रों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज की लैब की क्षमता 1200 सैम्पल की है। ऐसे में एक दिन में लगभग हजार सैम्पल ही खोले जा सकते हैं और इनकी रिपोर्ट तैयार की जा सकती है। ऐसे में रायपुर से एक साथ लगभग 3 हजार सैम्पल भेज दिए गए हैं। जिससे लोड़ बढ़ गया है। लैब में लगभग 20 टैक्निशियन और 4 लैब अटेंडेंट ही हैं, जिन्हें इस समय 20-20 घंटे लगातार काम करना पड़ रहा है। इसके बावजूद सैम्पल क्लीयर नहीं हो पा रहा है।
26 अप्रैल तक बंदिशें रहेगी लागू, सिर्फ सब्जी-राशन के लिए होम डिलवरी में छूट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल।जिले में लॉकडाउन की मियाद दूसरी बार बढ़ाते हुए प्रशासन ने 26 अप्रैल तक पाबंदियों को यथावत रखा है। 10 से 19 अप्रैल की सुबह तक कलेक्टर टीके वर्मा ने जिले को लॉक कर दिया था। इस दौरान प्रशासन का रूख काफी सख्त रहा। लोगों को सिर्फ दूध और दवाईयों के लिए ही लॉकडाउन अवधि में मामूली रियायत दी थी। इस दौरान बैंक, थियेटर, शादी समारोह और बाजार-हाट को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया। नतीजतन लॉकडाउन के पहले चरण में कोरोना मरीजों की संख्या में आंशिक गिरावट आई।
बताया जा रहा है कि अब कलेक्टर ने लॉकडाउन को 26 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। दूसरे चरण के लॉकडाउन की अवधि में सब्जी और राशन आपूर्ति के लिए होम डिलवरी की व्यवस्था को मंजूरी दी गई है। यानी सब्जी और घरेलू सामानों की किल्लत से जूझ रहे लोगों को होम डिलवरी से राहत मिलेगी। इसके लिए प्रशासन ने कई तरह के नियम भी लागू किए हैं। मसलन सब्जी के लिए ठेले और दूसरे संसाधनों से गली-मोहल्लों में बिक्री करने की छूट रहेगी। वहीं राशन के लिए फोन पर आर्डर लेने के बाद दुकानदार होम डिलवरी कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि भले ही प्रशासन को कोरेाना संक्रमण के मामलों में ज्यादा गिरावट नहीं मिली हो, लेकिन यह साफ है कि लोगों को भीड़भाड़ से दूर रखने के लिए लॉकडाउन का दूसरा चरण ज्यादा उपयुक्त लग रहा है। इस संबंध में कलेक्टर टीके वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि दूसरे दौर के लॉकडाउन में सब्जी और राशन के लिए होम डिलवरी की सुविधा दी जा रही है। अन्य प्रतिबंध पूर्व की तरह यथावत रहेंगे।
बताया गया कि इस अवधि में राजनांदगांव जिले की सभी सीमाएं पूर्णत: सील रहेगी। बताया जा रहा है कि दूसरे दौर के लॉकडाउन में केवल दवा दुकानों, अस्पताल, क्लीनिक एवं पशु चिकित्सालय को अपने निर्धारित समय पर खुलने की अनुमति होगी। दवा दुकान संचालक मरीजों के लिए दवाओं की होम डिलीवरी को प्राथमिकता देंगे। इसमें समयावधि में शासकीय उचित मूल्य की दुकान, फल-सब्जी एवं अंडा को गली मोहल्लों एवं कॉलोनियों में विक्रय की अनुमति ठेले वालों को सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक ही होगी। वहीं किराना व्यवसायी होम डलिवरी कर सकेंगे। कोई भी व्यवसायी दुकान में तीन से अधिक कर्मचारी नहीं रख सकेगें। वहीं कोई भी दुकान नहीं खोले जाएंगे। संबंधित नगरीय निकाय के सक्षम प्राधिकारी इसकी निगरानी करेंगे एवं निर्देशों का उल्लंघन करने पर ठेले को जब्त करने, अर्थदंड या चालान की कार्रवाई की जाएगी।
पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा केवल शासकीय वाहन, शासकीय कार्य में प्रयुक्त वाहन, एटीएम, कैश वैन, अस्पताल, मेडिकल इमरजेंसी से संबंधित निजी वाहन, एम्बुलेंस, एलपीजी परिवहन कार्य में प्रयुक्त वाहन, एयरपोर्ट, रेल्वे स्टेशन, अंतरराज्यीय बस स्टैंड से संचालित ऑटो, टैक्सी, विधिमान्य ई-पास धारित करने वाले वाहन, एडमिट कार्ड, कॉल लेटर दिखाने पर परीक्षार्थी, उनके अभिभावक, परिचय-पत्र दिखाने पर मीडियाकर्मी, प्रेस वाहन, न्यूज पेपर हॉकर, दुग्ध-वाहन तथा छत्तीसगढ़ में नहीं रूकते हुए एक राज्य से सीधे अन्य राज्य जाने वाले वाहनों को पीओएल प्रदान किया जाएगा। अन्य सभी वाहनों के लिए पीओएल प्रदान करना पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। दुग्ध पार्लर व दुग्ध-वितरण तथा न्यूज पेपर हॉकर द्वारा समाचार पत्रों के वितरण की समयावधि सुबह 6 से 8 बजे तक एवं संध्या 6 से संध्या 7.30 बजे तक ही होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। सामने जा रही ट्रेलर को पीछे से कंटेनर वाहन ने तेज रफ्तार से जोरदार ठोकर मार दिया, जिससे कंटेनर का सामने का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं कंटेनर के चालक की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर को भाजपा कार्यालय के सामने नेशनल हाईवे में एक कंटेनर के चालक ने तेज व लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते सामने जा रहे ट्रेलर को जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में कंटेनर ट्रेलर के पिछले हिस्से में बुरी तरह जा घुसा। क्रेन बुलाकर क्षतिग्रस्त कंटेनर को ट्रेलर से अलग किया गया। इस घटना में कंटेनर के ड्राईवर साईड का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। दुर्घटना में चालक की मौत हो गई।
बताया गया कि मृतक की शिनाख्ती नहीं हो पाई है। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया है। पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुटी हुई है।
राजनांदगांव, 17 अप्रैल। कोरोना की रोकथाम के लिए जिले के सभी विकासखंडों में वैक्सीनेशन का कार्य प्रगति पर है। जिले में कोरोना के केस बढ़े हैं। कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन रक्षा कवच की तरह है। बुजुर्गों एवं 45 वर्ष की आयु के नागरिक बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे हैं और लोगों में जागरूकता बढ़ी है। जिले में अब तक 2 लाख 58 हजार 498 लोगों ने वैक्सीन लगा लिया है। जिले में अब तक 73.82 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन लगवा लिया है।
अंबागढ़ चौकी विकासखंड में 23 हजार 124, छुईखदान विकासखंड में 27 हजार 541, छुरिया विकासखंड में 36 हजार 961, डोंगरगांव विकासखंड में 26 हजार 67, डोंगरगढ़ विकासखंड में 30 हजार 595, खैरागढ़ विकासखंड में 27 हजार 306, मानपुर विकासखंड में 15 हजार 718, मोहला विकासखंड में 19 हजार 753, घुमका में 28 हजार 361 तथा राजनांदगांव विकासखंड में 23 हजार 72 लोगों ने वैक्सीन लगाया है।
पूर्व सीएम ने कार्यकर्ताओं का बढ़ाया हौसला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अप्रैल। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को राजनांदगांव के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना संक्रमण मामलों पर चिंता व्यक्त करते सभी गांव की सुध ली। उन्होंने सरपंचों, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से फोन पर चर्चा कर स्थिति-परिस्थिति की जानकारी लेते मदद की बात कर कार्यकर्ताओं का हौसला भी बढ़ाया।
मिली जानकारी के अनुसार 15 अप्रैल को भोथीपारकला में 65 लोग संक्रमित हो गए। वहीं 7 लोगों की यहां मृत्यु भी हुई। जिससे चिंतित होते उन्होंने विष्णु साहू से फोन पर चर्चा की। इसी तरह टेडेसरा में 130 लोग संक्रमित हुए। जिसके चलते उन्होंने खिलेश्वर साहू से बातचीत की और बढ़ते संक्रमण की वजह पूछने पर खिलेश्वर साहू ने बताया कि फैक्ट्रियों में जाने वाले मजदूरों से संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।
इसी तरह संदीप साहू अंजोरा, मुकेश चंद्राकर पारीखुर्द, आनंद साहू सरपंच सुरगी, मुकेश साहू सरपंच सिंघोला, गुलाब वर्मा लिटिया, जनपद सदस्य पुष्पा उइके, मनोज साहू से फोन पर चर्चा कर कोरोना के बढ़ते संक्रमण की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते सभी को सावधान रहने की सलाह दी। साथ ही वस्तुस्थिति से अवगत होते अपनी ओर से यथासंभव मदद का आश्वासन भी दिया। ग्रामीण क्षेत्रों में बातचीत करने के बाद डॉ. रमन सिंह ने तत्काल कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा से फोन पर बातचीत कर सर्वाधिक संक्रमित क्षेत्र भोथीपारकला में जांच की गति को बढ़ाने की बात कही। साथ ही वैक्सीनेशन सेंटर गांव में खोलने की बात की।
मीडिया सेल के अनुसार डॉ. रमन सिंह शुरू से ही छत्तीसगढ़ सहित राजनांदगांव में करोना की स्थिति पर सतत नजर रखे हुए हैं। साथ ही पूर्व सांसद अभिषेक सिंह भी दिन-रात कोरोना मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं। मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के साथ ही अस्पतालों में एडमिट कराने के लिए वह सतत मानिटरिंग करते रहते हैं। विगत दिनों डॉ. रमन सिंह प्रेस क्लब के कोविड सेंटर से प्रभावित होकर सभी सामाजिक संगठनों एवं व्यापारिक प्रतिनिधियों की बैठक लेकर उन्हें कोरोना जैसी गंभीर महामारी से निपटने आगे बढऩे का आह्वान किया था।
चयनितों को 18 तक पदभार ग्रहण करने निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अप्रैल। जिला प्रशासन द्वारा जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पैरामेडिकल स्टॉफ की कमी को दूर करने के उद्देश्य से विज्ञापन जारी किए गए थे।
जिला खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) के अंतर्गत 82 पदों के लिए संविदा भर्ती परिणाम जारी किए गए हैं। जिसके अंतर्गत डे्रसर के 1 पद व स्वीपर के 13 पद की भर्ती मेरिट के आधार पर एवं वार्ड बॉय के 19 पद, वार्ड आया के 8 पद, वॉचमैन के 3 पद की भर्ती ग्रेड ए+ के आधार पर तथा सेनीटरी वर्कर के 38 पद की भर्ती ग्रेड ए एवं ग्रेड बी के मेरिट के आधार पर किया गया। कोविड-19 की आपातकालीन परिस्थिति को देखते सभी चयनित अभ्यर्थियों को 18 अप्रैल तक पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए हैं। उसके बाद प्रतीक्षा सूची से अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अप्रैल। कोरोना वैश्विक महामारी की इस विभीषिका में नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के लिए कोरोना वॉरियर डॉ. राहुल त्रिपाठी कोरोना संक्रमितों के बीच जाकर उनका इलाज कर रहे हैं।
कोरोना ट्रीटमेंट हॉस्पिटल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोमनी के डॉ. राहुल त्रिपाठी ने कहा कि पीपीई किट पहनकर लगातार 12 घंटे ड्यूटी करना कठिन होता है। हर मरीज के स्वास्थ्य की चिंता रहती है। कोरोना संक्रमित मरीज के परिजन इतने चिंतित रहते है कि कई बार उन्हें समझाना मुश्किल होता है। वे कई बार मरीजों के परिजनों की कॉउंसिलिंग भी करते हैं कि घबराएं नहीं और मनोबल बनाए रखें। डॉक्टर का वक्त अभी बहुत कीमती है। समय बचाना है, गंवाना नहीं है। हर कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज करना है। उनके साथ उनकी टीम अथक परिश्रम कर रही है। डॉ. राहुल ने कहा कि यह समय मानवीय एवं संवेदनशील दृष्टिकोण से दूसरों के प्रति सोचने तथा उनके लिए नि:स्वार्थ भाव से कार्य करने का समय है।
डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि मरीज के परिजन डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ की मन:स्थिति का भी ध्यान रखें। डॉक्टर एवं स्टाफ के साथ दुव्र्यवहार न करें, इससे मनोबल टूटता है। यह कठिन समय है, सभी अपने दृष्टिकोण से सोच रहे हैं, दूसरे के दृष्टिकोण से भी सोचे। हम कठिन चुनौती का सामना कर रहे हैं। ऐसी आपातकालीन परिस्थितियों में हम सभी को एक-दूसरे के सहयोग की जरूरत है।
डॉ. राहुल ने बताया कि 12 घंटे की ड्यूटी में वे तीन बार कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच जाते हैं और उनके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग करते हैं। मरीज को वेन प्लान लगाना होता है। उनका बीपी, पल्स, ऑक्सीजन सेचुरेशन का ध्यान रखना होता है।
उन्होंने कहा कि सभी को मास्क अनिवार्य रूप से लगाना चाहिए और प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मरीज एवं उनके परिजन डॉक्टर पर भरोसा करें। मरीज का जीवन अमूल्य है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम हो सकता है, संसाधनों के अनुरूप ऐसी सेवाएं देने के लिए उनकी हरसंभव कोशिश रहेगी। डॉ. राहुल ने बताया कि उनकी माता श्रीमती कृष्णा त्रिपाठी फार्मासिस्ट हैं। अपनी माता एवं पिता जीबी त्रिपाठी की प्रेरणा से वे डॉक्टर बने हैं और यह कठिन कार्य कर पा रहे हैं। उन्हें अपने माता-पिता से हौसला एवं संबल मिलता है।
डॉ. राहुल ने कहा कि स्वास्थ्य की सुरक्षा सर्वोपरि है और हम सभी को इस विकट परिस्थिति से सुरक्षित निकलना है।
जनसहयोग से 2 लाख की राशि संग्रहित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अप्रैल। संसदीय सचिव एवं मोहला-मानपुर विधायक इंद्रशाह मंडावी ने अपनी ओर से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक लाख 10 हजार की राशि का चेक तहसीलदार मानपुर सुरेन्द्र उर्वशा को सौंपा।
श्री मंडावी ने कहा कि कोरोना महामारी की इस लड़ाई में मरीजों के लिए आवश्यक व्यवस्था किया जाना बहुत जरूरी है। मरीजों का जीवन अमूल्य है और कोरोना संक्रमण की यह विकट परिस्थिति हम सभी के लिए चुनौतीपूर्ण है। इसका सामना हम सभी को मिलकर करना है।
उन्होंने व्यवसायियों से कहा कि कोविड-19 केयर सेंटर संचालन के लिए अपना सहयोग प्रदान करें। उनके आह्वान पर मानपुर के व्यवसायियों एवं समाजसेवियोंं ने 1 लाख 12 हजार 200 रुपए के साथ ही कूलर, पंखा, ऑक्सीजन सिलेंडर एवं अन्य सामग्री प्रदान किया हैं। जनपद सीईओ मानपुर डीडी मंडले, तहसीलदार मानपुर सुरेन्द्र उर्वशा एवं नायब तहसीलदार श्रीजल साहू ने श्री मंडावी एवं अन्य दानदाताओं का आभार व्यक्त किया।
कोरोना महामारी में शासन-प्रशासन द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हंै। व्यवसायियों एवं समाजसेवियों ने भी अपना सहयोग दिया है। जिनमें ओमप्रकाश चांडक ने 5100 रु., विकास जैन ने 5100 रु., उत्तम जैन ने 5100 रु., समीम तिगाला ने 11000रु., राजु टांडिला ने 5100 रु., यशवंत पटेल ने 2100 रु., मनीष जैन ने एक कुलर व एक पंखा, गायत्री भोजनालय 2100 रु., मनीष निर्मल ने एक कुलर, मदन साहू ने 5000 रु., जनपद पंचायत अध्यक्ष दिनेश शाह ने 5100 रु., करणी बिकानेर 2100 रु., दीपक यादव ने 2100 रु., गंभीरमल जैन 1100 रु. एवं एक ऑक्सीजन सिलेंडर, सागर गुप्ता 2100 रु., भोला साहनी 1100 रु., हरीश लाटिया एक कूलर, परस साहू ने 2100 रु., ओमप्रकाश खंडेलवाल 2100 रु., राजेन्द्र पारख ने एक कूलर, विरेन्द्र माहौर ने एक कूलर, ज्ञाननंद साहू भर्रीटोला ने 1100 रु., चंदन भर्रीटोला ने 2100 रु., प्रवीण मंडावी भर्रीटोला ने एक नग टेलीविजन, विरेन्द्र जंघेल ने 1100 रु., प्रवीण अवधिया 2100 रु., दिपेश जैन ने 2100 रु., गौतम नर्सिंग होम ने 2100 रु., भोजेश शाह ने 5100 रु., लेखराम साहू ठेकेदार ने 21000 रु., संपत सिन्हा ठेकेदार 2100 रु. एवं वैभव गोलछा ठेकेदार 15000 रुपए की राशि प्रदान की है।
जनसहयोग से 2 लाख की राशि संग्रहित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अप्रैल। संसदीय सचिव एवं मोहला-मानपुर विधायक इंद्रशाह मंडावी ने अपनी ओर से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक लाख 10 हजार की राशि का चेक तहसीलदार मानपुर सुरेन्द्र उर्वशा को सौंपा।
श्री मंडावी ने कहा कि कोरोना महामारी की इस लड़ाई में मरीजों के लिए आवश्यक व्यवस्था किया जाना बहुत जरूरी है। मरीजों का जीवन अमूल्य है और कोरोना संक्रमण की यह विकट परिस्थिति हम सभी के लिए चुनौतीपूर्ण है। इसका सामना हम सभी को मिलकर करना है।
उन्होंने व्यवसायियों से कहा कि कोविड-19 केयर सेंटर संचालन के लिए अपना सहयोग प्रदान करें। उनके आह्वान पर मानपुर के व्यवसायियों एवं समाजसेवियोंं ने 1 लाख 12 हजार 200 रुपए के साथ ही कूलर, पंखा, ऑक्सीजन सिलेंडर एवं अन्य सामग्री प्रदान किया हैं। जनपद सीईओ मानपुर डीडी मंडले, तहसीलदार मानपुर सुरेन्द्र उर्वशा एवं नायब तहसीलदार श्रीजल साहू ने श्री मंडावी एवं अन्य दानदाताओं का आभार व्यक्त किया।
कोरोना महामारी में शासन-प्रशासन द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हंै। व्यवसायियों एवं समाजसेवियों ने भी अपना सहयोग दिया है। जिनमें ओमप्रकाश चांडक ने 5100 रु., विकास जैन ने 5100 रु., उत्तम जैन ने 5100 रु., समीम तिगाला ने 11000रु., राजु टांडिला ने 5100 रु., यशवंत पटेल ने 2100 रु., मनीष जैन ने एक कुलर व एक पंखा, गायत्री भोजनालय 2100 रु., मनीष निर्मल ने एक कुलर, मदन साहू ने 5000 रु., जनपद पंचायत अध्यक्ष दिनेश शाह ने 5100 रु., करणी बिकानेर 2100 रु., दीपक यादव ने 2100 रु., गंभीरमल जैन 1100 रु. एवं एक ऑक्सीजन सिलेंडर, सागर गुप्ता 2100 रु., भोला साहनी 1100 रु., हरीश लाटिया एक कूलर, परस साहू ने 2100 रु., ओमप्रकाश खंडेलवाल 2100 रु., राजेन्द्र पारख ने एक कूलर, विरेन्द्र माहौर ने एक कूलर, ज्ञाननंद साहू भर्रीटोला ने 1100 रु., चंदन भर्रीटोला ने 2100 रु., प्रवीण मंडावी भर्रीटोला ने एक नग टेलीविजन, विरेन्द्र जंघेल ने 1100 रु., प्रवीण अवधिया 2100 रु., दिपेश जैन ने 2100 रु., गौतम नर्सिंग होम ने 2100 रु., भोजेश शाह ने 5100 रु., लेखराम साहू ठेकेदार ने 21000 रु., संपत सिन्हा ठेकेदार 2100 रु. एवं वैभव गोलछा ठेकेदार 15000 रुपए की राशि प्रदान की है।
कठिन समय में संस्थाओं का सहयोग महत्वपूर्र्ण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा को शुक्रवार को दिग्विजय स्टेडियम स्थित डिस्ट्रिक वार रूम (कंट्रोल रूम) में आईबी ग्रुप के संचालक अंजुम अल्वी ने कोविड-19 के उपचार के लिए 80 रैमडिसिविर इंजेक्शन सौंपा।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि कोविड-19 के इस कठिन समय में औद्योगिक प्रतिष्ठान एवं स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग महत्वपूर्ण है। रैमडिसिविर इंजेक्शन मिलने पर कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज मेें गति आएगी।
आईबी ग्रुप के संचालक श्री अल्वी ने कहा कि आगे भी जैसी ही रैमडिसिविर इंजेक्शन उपलब्ध होगा, तो वे सहयोग करेंगे। मानवता की सेवा के लिए और कोई मदद हो तो देना चाहेंगे। रैमडिसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने में प्रेमचंद गोलछा कंपनी के अशोक गोलछा ने सहयोग दिया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजीत वंसत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, सहायक औषधि नियंत्रक संजय सिंह झड़ेकार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
नांदगांव के सामाजिक संस्थाओं की साझा कोशिशों से हालात को सम्हालने कठिन परिश्रम
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 17 अप्रैल (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। राज्य के सर्वाधिक कोरोनाग्रस्त में से एक राजनांदगांव पर भी मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। वैश्विक महामारी कोरोना से उठी लहर ने इस कदर लोगों को मौत के मुंह में ढकेल दिया है। जैसे इंसानों की हैसियत इस विपदा के सामने क्षीण नजर आ रही है। संस्कारधानी राजनांदगांव पहले भी कई प्राकृतिक आपदाओं को झेल चुका है। बाढ़ और दूसरी विपदाओं के दौर में भी स्थानीय सामाजिक संगठनों ने अपने एकीकरण से संकट को टालने में कामयाबी हासिल की है। इसी कड़ी में राजनांदगांव शहर के सामाजिक संस्थानों ने अपनी एकता दिखाकर कोरोनाग्रस्त मरीजों को हौसला दिया है। वहीं इससे परे पत्रकारिता के लिए एक विशिष्ट पहचान रखने वाले प्रेस बिरदारी ने भी कोरोना मरीजों के लिए अपने भवन को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया। वहीं सिक्ख समाज, सिंधी महापंचायत और गरीब बेसहारा वर्ग को आर्थिक संबल देने में सालों से सक्रिय उदयाचल ने भी अपने भवन को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया है। कोरोना मोर्चे पर सामाजिक संस्थाओं के साझा प्रयास से अपेक्षित नतीजे मिलने के आसार हैं।
‘छत्तीसगढ़’ ने इस संबंध में अलग-अलग सामाजिक संस्थानों के प्रमुखों से बात की। उदयाचल के विजय शांति सेवा समिति के प्रमुख भावेश बैद ने बताया कि कोविड केयर सेंटर के रूप में बदलने के बाद मरीजों को हर तरह की सुविधाएं दी जा रही है। यहां तक चिकित्सकों के सलाह पर दवाई और इंजेक्शन भी मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही मरीजों को ऑक्सीजन नापने की ऑक्सीमीटर समेत निमोलाईजेशन मशीन भी उपलब्ध कराई जा रही है।
उन्होंने बताया कि उदयाचल कोविड केयर सेंटर में 140 बेड हैं। जिसमें 120 मरीज उपचारार्थ भर्ती हैं। साथ ही कुछ कमरों को आक्सीजन कक्ष में भी बदला गया है। मरीजों का यथासंभव बेहतर इलाज किया जा रहा है।
आईबी ग्रुप द्वारा संचालित अजीज पब्लिक स्कूल भी अब कोविड केयर सेंटर में बदल गया है। संस्था के एमडी बहादुर अली और कार्यपालक निदेशक अंजुम अल्वी द्वारा मरीजों का समुचित उपचार कराया जा रहा है। संस्था के द्वारा मरीजों को हर स्तर से सुविधाएं दी जा रही है। खानपान के अलावा दवाईयां और दूसरी वस्तुएं भी उपलब्ध कराई जा रही है।
इधर राजनांदगांव का नाम खेल जगत में हमेशा से चर्चित रहा है। प्रेस क्लब भवन को स्थानीय पत्रकारों ने कोविड केयर सेंटर में बदलकर एक अभिनव पहल की है। प्रेस क्लब भवन में कुल 30 बिस्तर है। पखवाड़ेभर पहले शुरू हुए कोविड केयर सेंटर में दाखिल मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। कोविड केयर सेंटर की जिम्मेदारी सम्हाल रहे अजय सोनी का कहना है कि फिलहाल सभी बिस्तर खाली हैं। सेनेटाईज करने के बाद फिर से कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा। जल्द ही प्रेस क्लब भवन के कमरे में ऑक्सीजन भी लगाया जाएगा, ताकि गंभीर मरीजों का उपचार हो सके।
इस बीच सिंधी महापंचायत कोरोना की लड़ाई में कूद गया है। सिंधी महापंचायत की खासियत यह है कि तकलीफ भरे दौर में एकजुटता दिखाते हुए अपने भव्य सामाजिक भवन को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया है। कोरोनाग्रस्त मरीजों के लिए 50 बिस्तर तैयार किए गए हैं। इस विपदा से ग्रसित लोगों को मदद करने के लिए समाज की ओर से पौष्टिक आहार उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिसमें मसालेदार चाय, हल्दीयुक्त दूध, फल, ताजी सब्जियां समेत हेल्दी नाश्ता दिया जा रहा है।
कोविड केयर सेंटर के प्रमुख रूपचंद भीमनानी ने बताया कि संकट के इस दौर में समाज भी अपनी भागीदारी दिखाने के लिए प्रतिबद्ध है। समाज इस महामारी के खात्मे के लिए अपना योगदान दे रहा है। बहरहाल राजनांदगांव शहर में सामाजिक संस्थाओं के एकजुट होने के बाद कोरोना को शिकस्त मिलना तय है। भले यह लड़ाई अभी लंबी है, लेकिन सामाजिक संस्थाओं के मजबूत इरादे से जल्द ही कोरोना इंसान के सामने बौना साबित हो जाएगा।
वैक्सीन का टोटा, निराश लौट रहे ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 17 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए केंद्र व राज्य शासन कोरोना प्रोटोकाल तथा वैक्सीनेशन पर जोर दे रही है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में वैक्सीन के अभाव में बीते 48 घंटों से टीकाकरण बंद हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार गत् दो दिन से वैक्सीन के अभाव में रूलर एरिया के उप स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण बंद हो गया है। जिससे इन केंद्रों में टीका लगाने पहुंचने वाले ग्रामीणों को वापस लौटना पड़ रहा है। वहीं ग्रामीणों में आक्रोश भी पनपने लगा है। ग्रामीण इलाकों में स्थापित टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीन की पर्याप्त डोज नियमित नहीं पहुंच पा रही है। इससे टीकाकरण की गति कमजोर पडऩे लगी है।
बताया जा रहा है कि पिछले दो दिन से ब्लॉक के उप स्वास्थ्य केंद्रों में वैक्सीन नहीं पहुंचा है, जिससे ग्रामीणों को बिना टीका लगवाए वापस लौटना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि ब्लॉक के आमाटज्ञेला, मुड़पार, कोरचाटोला, चिखली, परसाटोला, थुहाडबरी, मोंगरा, अरजकुंड, भगवानटोला, सिंघाभेड़ी, आडेझर केंद्र में बीते दो दिन से वैक्सीन के अभाव में टीकाकरण बंद है। चिखली सरपंच मोहन मलगामे, मुडपार के मुकेश शर्मा, परसाटोला के सुकलाल निषाद, थुहाडबरी के कुशल साहू, मोंगरा के पन्ना कुंजाम, कोरचाटोला के प्रकाश गजभिये ने बताया कि टीकाकरण केन्द्र में वैक्सीन नहीं होने से लोगों को निराश लौटना पड़ रहा है। इससे शासन-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है।
सीएचसी में अव्यवस्था
ब्लॉक मुख्यालय का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों संक्रमण का हॉटस्पॉट बना हुआ है। वैक्सीनेशन व जांच के लिए पहुंचने वाले लोगों को अस्पताल परिसर के बाहर बिठाया जा रहा है। सप्ताहभर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंटीजन जांच से दर्जनों संक्रमित मरीज मिलने की पुष्टि हो रही है। वहीं आरटीपीसीआर जांच से भी दर्जनों कोरोना पॉजिटिव सामने आ रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार यहां कोरोना जांच व टीकाकरण के लिए पहुंचने वालों को एक साथ बिठाया जा रहा है। वहीं लोग कुर्सियां बदलकर-बदलकर बैठ रहे हैं। इससे सामान्य व्यक्ति के संक्रमित होने की संभावना है। वहीं मरीजों के उपयोग में लाए गए कुर्सियों को सेनेटाईज भी नहीं कराया जा रहा है।
दर्जनभर स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित
सप्ताहभर में अंबागढ़ चौकी विकासखंड के एक दर्जन स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार अंबागढ़ चौकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के दो स्टाप नर्स कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद चिल्हाटी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की एक स्टाप नर्स व एक सहायक ग्रेड-3 लिपिक व उसके परिवार के सदस्य कोरोना पाजिटिव आए थे। अब ब्लॉक के जादूटोला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के एक आरएमए एक स्टाप नर्स व माहुद पीएचसी का एक फार्मोसिस्टव थुहाडबरी सहित अन्य दो स्थानों के तीन आरएचओ कोरोना संक्रमित मिले हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग में हडक़ंप मचा हुआ है।
बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे ने कहा कि पिछले दो दिनों से जिला मुख्यालय से वैक्सीन नहीं पहुंचा है, इसलिए उपस्वास्थ्य केन्द्रों में टीकाकरण रूका हुआ है, लेकिन सीएचसी व पीएचसी में नियमित दिनों की तरह टीकाकरण हो रहा है। बीएमओ ने सीएचसी में अव्यवस्था के आरोप को गलत बताया।
प्रशासन के भरोसे नहीं अब लोग खुद कर रहे इंतजाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण ने राजनांदगांव जिले में कोहराम मचा दिया है। लगातार जिले में कोरोना मरीजों के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी होने के साथ ही अस्पतालों में मरीजों को जगह नहीं मिल पा रही है। ऐसे में प्रशासन ने संक्रमितों को होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते दवाईयों का सेवन करने आह्वान कर रही है। वहीं गंभीर मरीजों को अस्पताल में दाखिल कराया जा रहा है। इधर गंभीर मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत की खबरें भी सामने आ रही है। ऐसे में मरीज के परिजन स्वयं ही मरीज के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था में जुट गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार अप्रैल माह में अब तक जिलेभर से करीब 14 हजार 180 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के 9 हजार 408 लोग एवं शहरी क्षेत्र से 4 हजार 772 मरीज शामिल हैं। वहीं 15 अप्रैल तक करीब 100 लोगों ने अपनी जान कोरोना से गंवाई है। अब तक जिलेभर से 36 हजार 872 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें 25 हजार 182 लोग रिकवर हो गए हैं। वहीं अब तक कुल 314 लोग कोराना बीमारी से अपनी जान गंवा चुके हैं। इधर जिलेभर में कुल 11 हजार 376 एक्टिव मरीज अपना इलाज करा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार अप्रैल माह के शुरूआती 4 दिनों में रोजाना 500 तक मरीज सामने आ रहे थे। वहीं मौतों के आंकड़े भी कम थे। इधर 5 अप्रैल के बाद रोज संक्रमितों के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी होने के साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी वृद्धि हो गई है। बीते 10 से 15 अप्रैल के बीच कोरोना संक्रमितों की जान जाने के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी होते दर्जनभर पहुंच गई है। इधर लगातार कोरोना के लक्षण और जागरूकता के चलते लोग जांच केंद्र पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम और गांधी सभागृह में पहुंच रहे हैं। लंबी कतार में खड़े होकर लोग अपनी बारी का इंतजार करते भी देखे जा रहे हैं। लगातार शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रभाव में लोग आ रहे हैं। इससे जिलेभर में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।
गौरवपथ में टहलने वालों का हुजूम
कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे प्रशासन ने शहर में 10 अप्रैल की दोपहर से 19 अप्रैल सुबह तक जिलेभर में लॉकडाउन घोषित किया है। मिली जानकारी के अनुसार शहर के मैदानी इलाकों और गौरवपथ तथा सडक़ों में लोग टहलते देखा जा सकते हैं। सुबह और शाम सडक़ों पर लोग मॉर्निंग वॉक करने घरों से बाहर आ रहे हैं। हालांकि लॉकडाउन में शहर की दुकानें बंद है और खुली दुकानों पर प्रशासन की टीम कार्रवाई कर रही है। प्रशासन की टीम लगातार लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने समझाईश दी जा रही है।
अनिवार्य लगाएं मास्क और करें कोरोना प्रोटोकाल का पालन
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौरान कोरोना वारियर डॉ. रौशन ने सैम्पल टीम में कार्य करते अपनी अमूल्य सेवाएं दी और अभी वैक्सीनेशन का कार्य देख रहे हंै। कोरोना के खिलाफ युद्ध में वे निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
पुराना शासकीय जिला हॉस्पिटल के डॉ. रौशन कुमार ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी है और दिन प्रतिदिन इसका संक्रमण बढ़ता गया है। जनसामान्य को भी पता है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाने, साबुन से समय-समय पर हाथ धोने, दो गज की दूरी के नियमों का पालन करना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद पालन नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए वैक्सीन का निर्माण हो चुका है, लेकिन दवाई के साथ कड़ाई की भी जरूरत है। यह जरूरी है कि सभी कोरोना प्रोटोकाल का पालन करें। घर के बाहर जब भी जाए सावधानी से प्रोटोकाल का पालन करें, तुरंत जांच कराकर ही कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकता है। यदि कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई दें तो तत्काल परीक्षण करवाएं और कोरोना पॉजिटिव आने पर स्वयं को आईसोलेट रखकर कोरोना की दवा लेना शुरू कर दें। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री में दवाइयां उपलब्ध है।
डॉ. रौशन ने कहा कि जनसामान्य को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक होना चाहिए। वैक्सीनेशन लगाकर हम स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं। लोगों में यह भ्रम है तथा यह अफवाह है कि वैक्सीनेशन से रिएक्शन हो रहा है, जो पूर्ण रूप से असत्य है। वैक्सीन पूर्णत: सुरक्षित है। लगाने के बाद थोड़ा बहुत दर्द, सूजन, हल्का बुखार या दाने हो सकते हैं। ऐसे लक्षण दिखाई दे तो टीका स्थल पर जाकर इलाज करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी के मार्गदर्शन में मैंने रेपीड टेस्ट, ट्रूनाट एवं आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैम्पल लेने का कार्य शुरू किया था। यह कार्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण रहा। चीन एवं अन्य देशों से आने वाले लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें पॉजिटिव होने पर आईसोलेट किया गया था। धीरे-धीरे इस बीच संक्रमण बढ़ा और सैम्पल लेने तथा परीक्षण भी बढ़ाया गया। पहले तो लोग कोरोना के लक्षण दिखने पर भी जानकारी नहीं दे रहे थे। शासन-प्रशासन द्वारा बताने पर लोग जागरूक हुए और सैम्पल देने के लिए आने लगे।
निगरानी करेंगे नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। कोविड-19 के संक्रमण की दशा में राजनांदगांव जिले में 3 निजी अस्पतालों को उपचार के लिए अनुमति प्रदान की गई है। निजी अस्पतालों में कोविड-19 के उपचार के दौरान मरीजों, परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इस हेतु रेफरल संबंधी समन्वय, अस्पतालों में उपलब्ध बेड की स्थिति, डेड बॉडी मूवमेंट प्लान, प्राईवेट अस्पतालों में मरीजों के उपचार हेतु शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक दर लेने संबंधी अथवा अन्य किसी भी प्रकार की शिकायतों के निवारण एवं निजी अस्पतालों से समुचित समन्वय एवं सतत् निगरानी हेतु अस्पतालों के लिए नोडल व सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी नोडल अधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी कोविड कंट्रोल रूम राजनांदगांव लता युगल उर्वशा मो.नं. 9981185311 के निर्देशन एवं नियंत्रण में कार्य करने तथा प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा गया है। नोडल, सहायक नोडल अधिकारियों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी मो.नं. 9425211974 से समन्वय स्थापित कर अपने दायित्वों का निर्वहन करने कहा गया है।
जिले में स्थापित कोविड ट्रीटमेंट हास्पिटल
जीवनरेखा हास्पिटल संचालक डॉ. अनिल गोम मो.नं. 9399292257 के लिए कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क विकास योजना ईकाई -1 ज्ञानेन्द्र कश्यप मो.नं. 94079-94945 को नोडल अधिकारी एवं सहायक परियोजना अधिकारी जिला पंचाायत राजनांदगांव सुरेन्द्र ओझा को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सिटी हास्पिटल राजनांदगांव संचालक डॉ. नवीन गौरा मो.नं. 9981117999 के लिए सहायक आयुक्त आबकारी नवीन प्रताप तोमर मो.नं. 7000788801 को नोडल अधिकारी एवं अनुविभागीय अधिकारी कृषि टीकम ठाकुर मो.नं. 7000730510 को सहायक नोडल अधिकारी, सुंदरा मल्टी सपेशियालिटी हॉस्पिटल संचालक डॉ. संजय गोलछा मो.नं. 8770255990 के लिए उप संचालक नगर तथा ग्राम निवेश सुर्यभान सिंह ठाकुर मो.नं. 9406297915 को नोडल अधिकारी एवं सहायक अभियंता जल संसाधन राजनांदगांव एसआर नागेश्वर मो.नं. 9827987767 को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जिले में स्थापित कोविड केयर सेंटर (नि:शुल्क) उदयाचल राजनांदगांव संचालक भावेश बैद मो.नं. 7000288805 के लिए उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. राजीव देवशरण मो.नं. 9425572409 को नोडल अधिकारी तथा सहायक अभियंता छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल राजनांदगांव कमलेश कुमार मो.नं. 9669961057 को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। प्रेस क्लब कोविड केयर सेंटर संचालक अजय सोनी मो.नं. 7974134327 के लिए कार्यपालन अभियंता मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना तेजराम साहू मो.नं. 9425526946 तथा सहायक अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा बीआर बघेल मो.नं. 9424115844 को सहायक नोडल अधिकारी, अजीज पब्लिक स्कूल इंदामरा कोविड केयर सेंटर संचालक पंकज एबिस ग्रुप मो.नं. 7024159885 के लिए अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग राजनांदगांव केके पाल मो.नं. 9424295981 को नोडल अधिकारी तथा सहायक अभियंता क्रेडा राजनांदगांव आयुष गडिय़ा मो.नं. 9907802718 को सहायक नोडल अधिकारी, फतेह सिंह हॉल गुरूनानक स्कूल राजनांदगांव संचालक जनरैल सिंह भाटिया मो.नं. 7000831144 के लिए उप संचालक समाज कल्याण श्री बीएल ठाकुर मो.नं. 9424297017 को नोडल अधिकारी तथा अनुविभागीय कृषि अधिकारी रणधीर लाल अंबादे मो.नं. 8827804047 को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा ने दिग्विजय स्टेडियम परिसर में स्थापित कंट्रोल रूम के सुचारू संचालन के लिए डिप्टी कलेक्टर लता उर्वशा मोबाइल नंबर 9981185311 को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। कंट्रोल रूम के संचालन के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से समन्वय स्थापित कर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेंगी। साथ ही प्रतिदिन यथास्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए हैं।
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। कोविड-19 के संक्रमण की दशा में राजनांदगांव जिले में कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए एक कोविड ट्रीटमेंट हास्पिटल एवं 3 कोविड केयर सेंटर स्थापित किया गया है। कोविड ट्रीटमेंट हास्पिटल एवं कोविड केयर सेंटर में कोविड-19 के उपचार के दौरान मरीजों, परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो इस हेतु रेफरल संबंधी समन्वय, अस्पतालों में उपलब्ध बेड की स्थिति, डेड बॉडी मूवमेंट प्लान संबंधी अथवा अन्य किसी भी प्रकार की शिकायतों के निवारण एवं निजी अस्पतालों से समुचित समन्वय एवं सतत् निगरानी नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी नोडल अधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी कोविड कंट्रोल रूम राजनांदगांव लता युगल उर्वशा मो.नं. 9981185311 के निर्देशन एवं नियंत्रण में कार्य करने तथा प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा गया है। नोडल, सहायक नोडल अधिकारियों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी मो.नं. 9425211974 से समन्वय स्थापित कर अपने दायित्वों का निर्वहन करने कहा गया है।
शासकीय अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय पेंड्री के नोडल डॉ. कोसम मो.नं. 8871042041 है। जिसके लिए कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग डीके नेताम मो.नं. 94242.80055 को नोडल अधिकारी तथा सहायक नोडल अधिकारी सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग जितेन्द्र राजपायली मो.नं. 9425211077 को बनाया गया है।
शा. कोविड केयर सेंटर एकलव्य आवासीय विद्यालय राजनांदगांव संचालक कौशल शर्मा मो.नं. 9827155567 के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास एमएल घृतलहरे मो.नं. 8120986867 को नोडल अधिकारी तथा श्रम निरीक्षक परछित पटेल मो.नं. 9340458882 को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। साई स्पोटर््स हास्टल कोविड केयर सेंटर के संचालक रूपचंद भिमनानी मो.नं. 8718840000 के लिए जिला समन्वयक राजीव गांधी शिक्षा मिशन भूपेश साहू मो.नं. 9425567756 को नोडल अधिकारी तथा जिला खेल अधिकारी ए एक्का मो.नं. 9424123052 को सहायक नोडल अधिकारी, मेडिकल छात्रावास सोमनी संचालक डॉ. बल्देव सिंह गुलाबी मो.नं. 9993566105, 7067026211 के लिए सहायक संचालक पंचायत डीके कौशिक मो.नं. 8770618974 को नोडल अधिकारी तथा सहायक संचालक कौशल विकास नितिन हिरवानी मो.नं. 9827167200 को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है।
कोविड-19 के संबंध में बैठक संपन्न
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा ने गुरुवार को दिग्विजय स्टेडियम स्थित डिस्ट्रिक वार रूम (कंट्रोल रूम) में कोविड-19 के संबंध में बैठक में अधिकारियों को रैमडिसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता एवं पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था निर्बाध गति से होते रहे। उन्होंने ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 के केस बढ़ रहे हंै और कोरोना के ट्रेेंड में परिवर्तन आया है। उन्होंने अधीक्षक मेडिकल कॉलेज डॉ. प्रदीप बेक से कहा कि प्राप्त होने वाले 100 ऑक्सीजन सिलेंडर में कोरोना संक्रमित मरीजों को अतिरिक्त सुविधा मिलनी चाहिए। कोरोना संक्रमित मरीजों के मेडिकल बुलेटिन एवं उनके स्वास्थ्य की जानकारी उनके परिजनों को प्रदान करें। उन्होंने शासकीय मेडिकल कालेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भी जानकारी ली।
कलेक्टर वर्मा ने स्पोटर््स अथारिटी ऑफ इंडिया (साई) में कोविड केयर सेंटर में सिंधी समाज द्वारा किए जा रहे व्यवस्थाओं की जानकारी ली। डिप्टी कलेक्टर राहुल रजक ने बताया कि 139 कंटेन्मेंट जोन बनाए गए हैं। कलेक्टर ने कहा कि ऐसा संज्ञान में आया है कि स्वास्थ्य विभाग में भर्ती हेतु विज्ञाप्ति पद के लिए अज्ञात नंबर से राशि की मांग की जा रही है। कलेक्टोरेट में इस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं है। संबंधितों के खिलाफ उन्होंने एफआईआर करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, अपर कलेक्टर सीएल मारकंडेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कविलाश टंडन, शासकीय मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक, एसडीएम मुकेश रावटे, डिप्टी कलेक्टर लता उर्वशा, डिप्टी कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, डिप्टी कलेक्टर राहुल रजक, डीपीएम गिरीश कुर्रे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे, सीएसपी लोकेश देवांगन, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रेणु प्रकाश, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम, ईडीएम सौरभ मिश्रा, शासकीय मेडिकल कालेज के अरविंद चौधरी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा ने गुरुवार को दिग्विजय स्टेडियम स्थित डिस्ट्रिक वार रूम (कंट्रोल रूम) में कोविड-19 के संबंध में बैठक में अधिकारियों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता एवं पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था निर्बाध गति से होते रहे। उन्होंने ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 के केस बढ़ रहे हंै और कोरोना के ट्रेेंड में परिवर्तन आया है। उन्होंने अधीक्षक मेडिकल कॉलेज डॉ. प्रदीप बेक से कहा कि प्राप्त होने वाले 100 ऑक्सीजन सिलेंडर में कोरोना संक्रमित मरीजों को अतिरिक्त सुविधा मिलनी चाहिए। कोरोना संक्रमित मरीजों के मेडिकल बुलेटिन एवं उनके स्वास्थ्य की जानकारी उनके परिजनों को प्रदान करें।
उन्होंने शासकीय मेडिकल कालेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भी जानकारी ली।
कलेक्टर वर्मा ने स्पोटर््स अथारिटी ऑफ इंडिया (साई) में कोविड केयर सेंटर में सिंधी समाज द्वारा किए जा रहे व्यवस्थाओं की जानकारी ली। डिप्टी कलेक्टर राहुल रजक ने बताया कि 139 कंटेन्मेंट जोन बनाए गए हैं। कलेक्टर ने कहा कि ऐसा संज्ञान में आया है कि स्वास्थ्य विभाग में भर्ती हेतु विज्ञाप्ति पद के लिए अज्ञात नंबर से राशि की मांग की जा रही है। कलेक्टोरेट में इस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं है। संबंधितों के खिलाफ उन्होंने एफआईआर करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, अपर कलेक्टर सीएल मारकंडेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कविलाश टंडन, शासकीय मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक, एसडीएम मुकेश रावटे, डिप्टी कलेक्टर लता उर्वशा, डिप्टी कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, डिप्टी कलेक्टर राहुल रजक, डीपीएम गिरीश कुर्रे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे, सीएसपी लोकेश देवांगन, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रेणु प्रकाश, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम, ईडीएम सौरभ मिश्रा, शासकीय मेडिकल कालेज के अरविंद चौधरी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। कोरोना वायरस संक्रमण लॉकडाउन की स्थिति में अन्य प्रदेश से रेल मार्ग, वायु मार्ग, सडक़ मार्ग से आने वाले व्यक्ति को 14 दिन के लिए होम आईसोलेशन में रहने एवं कोरोना लक्षण पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा नगर निगम के कार्यालय अधीक्षक को दूरभाष में सूचना देने नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने अपील की है।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि लॉकडाउन की स्थिति में अन्य प्रदेश से आने वाले व्यक्ति की कोरोना स्थिति के बारे मेें जानकारी नहीं मिल पा रही है। जिससे कोरोना वायरस संक्रमण पॉजिटिव आने के साथ-साथ अन्य लोगों में भी फैलने का खतरा बढ़ा रहता है। उक्त बातों को ध्यान में रखकर अन्य प्रांतों से आने वाले व्यक्तियों से अपील की जाती है कि वे स्वयं होम आईसोलेशन में रहे एवं उनके परिवार के सदस्य भी बाहर आना-जाना न करें तथा कोरोना लक्षण पाए जाने पर नजदीकी कोविड सेंटर में जाकर जांच एवं ईलाज कराएं। इसके अलावा अपने आगमन के संबंध में विस्तृत विवरण जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व नगर निगम के अधीक्षक मो.नं. 99074-20717 से संपर्क कर देंगे। अपालन की स्थिति में भारतीय दंड विधान की धारा 188 के तहत संबंधित के विरूद्ध प्राथमिक सूचना निकटतम थाना में दर्ज करायी जाएगी और उनके विरूद्ध आवश्यक प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। कोरोना वायरस के कारण आई गंभीर आपदा की घड़ी में शासन प्रशासन सहित समाजसेवी संगठनों द्वारा कोविड सेंटर एवं वैक्सीन सेंटर खोलने के साथ-साथ अन्य आवश्यक सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। इसी कड़ी में महापौर हेमा देशमुख की पहल पर नगर निगम द्वारा मेडिकल कॉलेज परिसर में निगम द्वारा निर्मित रैन बसैरा में महापौर निधि से अतिशीघ्र 50 बिस्तर आक्सीजनयुक्त मेयर केयर कोविड सेंटर प्रारंभ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु उपाय करने एवं सुसंगत उपकरण तथा अन्य आवश्यक सामाग्री क्रय करने महापौर निधि से व्यय करने की अनुमति दी है। जिसके लिए महापौर हेमा देशमुख ने मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री का आभार व्यक्त किया है।
मेयर केयर कोविड सेंटर के संबंध में महापौर श्रीमती देशमुख ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते शासन, प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं द्वारा इसकी रोकथाम के लिए कोविड सेंटर, वैक्सीन सेंटर के अलावा होम आईसोलेशन वाले मरीजों के लिए खाना सहित अन्य सुविधा उपलब्ध करायी जा रही हैै। इसी कड़ी में नगर निगम द्वारा भी कोविड सेंटर प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। जिसके लिए मेडिकल कॉलेज परिसर में नगर निगम द्वारा निर्मित रैन बसेरा का चयन किया गया है और वहां महापौर निधि से 50 बिस्तर आक्सीजन की सुविधा सहित मेयर केयर कोविड सेंटर अतिशीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। जिसकी तैयारी अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि 50 बिस्तर में 25 पुरूष एवं 25 महिला के लिए अलग-अलग रखा गया है। जिसमें 35 आक्सीजन वाले बेड रहेंगे तथा महिला पुरूष के लिए अलग-अलग शौचालय रहेगा एवं मेडिकल स्टाफ के लिए भी अलग से शौचालय बनाया गया है।
महापौर ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कोरोना वायरस के कारण आई गंभीर आपदा की घडी में इसके रोकथाम एवं बचाव के लिए करोड़ों रुपए की राशि दे रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु उपाय करने एवं सुसंगत उपकरण तथा अन्य आवश्यक सामाग्री क्रय करने महापौर निधि से व्यय करने की अनुमति दी है। अनुमति उपरांत महापौर निधि से ही मेयर केयर कोविड सेंटर मेडिकल कॉलेज परिसर मे निर्मित रैन बसेरा में प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए महापौर निधि से व्यय करने की अनुमति दिए जाने पर मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन मंत्री का आभार व्यक्त किया है।