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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 31 जुलाई। रेलवे महिला मंडल मनेंद्रगढ़ ने रेल प्रबंधक दपू मध्य रेलवे बिलासपुर के नाम स्टेशन प्रबंधक मनेंद्रगढ़ को ज्ञापन सौंपकर चिरमिरी-अनूपपुर स्पेशल ट्रेन के मनेंद्रगढ़ में स्टॉपेज की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया कि कोरोना काल के बाद पुन: चालू की गई स्पेशल ट्रेन क्रमांक 08269 एवं 08270 का मनेंद्रगढ़ में स्टॉपेज न होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मनेंद्रगढ़ में रेलवे कर्मचारियों की संख्या अधिक है। रेल कर्मी अपनी चिकित्सीय सुविधा हेतु बिलासपुर, रायपुर एवं जबलपुर पर निर्भर हैं। बहुतायत कर्मचारी समस्त प्रदेशों के आते हैं। उन्हें अपने पारिवारिक जिम्मेदारियों के निर्वहन करने तथा बच्चों की शिक्षा हेतु बिलासपुर, कटनी, इंदौर, भोपाल, रायपुर, बिलासपुर एवं नागपुर जाना होता है। मनेंद्रगढ़ वर्तमान में एक जिला मुख्यालय है। मनेंद्रगढ़ से सुबह के समय संचालित होने वाली एकमात्र गाड़ी वर्तमान समय पर चालू गई है। रेलवे महिला मंडल ने गाड़ी का समय सुधारकर इसका परिचालन किए जाने की मांग की, ताकि अनूपपुर से इंदौर-बिलासपुर एक्सप्रेस व जबलपुर एक्सप्रेस ट्रेनों को पकड़ सकें।
ज्ञापन सौंपने के दौरान पुष्पा गुप्ता, सुशीला सोनी, गीता, कमलेश, धनमत बाई, रंजीता पासवान, बॉबी, ललिता, ममता, गुलशन अंसारी, सरला यादव, गीता सहित बड़ी संख्या में रेलवे महिला मंडल की पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहीं। ज्ञापन की प्रतिलिपि कोरबा लोकसभा सांसद, क्षेत्रीय विधायक एवं शाखा सचिव दपू मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस अनूपपुर को भी प्रेषित की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 31 जुलाई। रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल सभागार में वनमाली सृजन पीठ का राष्ट्रीय सम्मेलन 1 अगस्त से प्रारंभ हो रहा है जिसमें दिल्ली, झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश सहित देश के 8 विश्वविद्यालयों से जुड़े वनमाली सृजन केंद्रों के साहित्य, कला संस्कृति से जड़े रचनाकार एवं पुरातात्विक धरोहर, चिंतक इसमें शामिल होंगे।
सम्मेलन मे कोरिया जिले से छत्तीसगढ़ वनमाली सृजन पीठ के कोरिया केंद्र के संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, अध्यक्ष योगेश कुमार गुप्ता एवं सचिव गौरव अग्रवाल शामिल हो रहे हैं। राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्देश्य साहित्य, कला एवं आंचलिक धरोहरों को सहेजने की कोशिश करने वाले चिंतकों की भावनाओं से परिचित होना एवं उनकी कला को निखारने के संबंध में उनके विचारों को मंच प्रदान कर उस दिशा में कार्य करना होगा।
वनमाली सृजन पीठ भोपाल द्वारा विगत 30 वर्षों से वनमाली कथा सम्मान, वनमाली लोक कथा सम्मान, अलग-अलग विधा में साहित्यकारों को प्रदान किए जाते हैं। विश्व साहित्य के कलमकारों को जोडऩे का एक सफल प्रयास रविंद्र नाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा विश्वरंग आयोजन के माध्यम से किया जा चुका है, जिसमें दुनिया भर के अलग-अलग विधा के रचनाकार एवं कलाकार शामिल हुए थे। वनमाली सृजन केंद्र कोरिया के संयोजक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि वनमाली सृजन पीठ द्वारा प्रकाशित पत्रिका वनमाली कथा में वनमाली सृजन केंद्र के दूरस्थ अंचलों के साहित्यकारों की रचनाएं शामिल की जा रही हैं जिससे ग्राम्यांचलों के रचनाकारों की रचनाओं को राष्ट्रीय क्षितिज तक पहुंचा कर उनका राष्ट्रीय स्तर पर मूल्यांकन हो सके।
वनमाली सृजन केंद्र कोरिया के संयोजक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस सृजन पीठ का उद्देश्य पुस्तकालयों एवं पठन संस्कृति को बढ़ावा देना है। इस उद्देश्य के पूर्ति हेतु उन्होंने प्रत्येक जिले में वनमाली कथा एवं इलेक्ट्रॉनिकी आपके लिए जैसी मासिक पत्रिकाओं को निशुल्क देना प्रारंभ किया है।
मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के आजादी पूर्व से लेकर अब तक लिखी गई चर्चित कहानियों की 6 भागों में संग्रहित ग्रंथावली कथादेश सभी केंद्रों को प्रदान किए गए हैं, जिसका लाभ अंचल के साहित्यकारों और सुधि पाठकों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सम्मेलन में रचना प्रक्रिया के कई सार्थक परिणाम को दिशा मिलेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 31 जुलाई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान करने वाले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी का विरोध ग्राम पंचायत सलका में युवा मोर्चा जिला मंत्री हितेश प्रताप सिंह (लकी) के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष सलका गोपाल रजवाड़े प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के निकट सलका चौक पर भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का पुतला फंूका। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष गोपाल रजवाड़़े जिला मंत्री भाजपा युवा मोर्चा हितेश प्रताप सिंह (लकी), कासी साहू , अभय दुबे, गोलू सिंह, संजय दुबे, शक्ति मान, श्याम लाल चिकनजूरी, राजकुमार चक्रधारी, विजय यादव, चरण चिकनजूरी, भोले, संदीप चेरवा, राम अवतार, सचिन, आनंद, संतोष, सौरव, रोशन विश्वकर्मा आदि काफी संख्या में युवा उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 31 जुलाई। कोरिया जिले के बैकुंठपुर स्थित ओडग़ी नाका दुर्गा पंडाल के पास 29 जुलाई की रात 9 बजे स्थानीय निवासी तलवार लहराते गाली गलौज करने लगा, जिसके बाद पीडि़ता ने पुलिस को फोन कर बुलाया जिसके बाद आरोपी को पुलिस ने पकडा और कार्यवाही की।
जानकारी के अनुसार बैकुंठपुर के ओडग़ी नाका निवासी ज्योति गुप्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि बीते शुक्रवार की रात्रि 9 बजे वो अपने घर में अपने बच्चों के साथ थी। उसके पति झूमका बोड क्लब में काम करने गये हुये थे, उसी समय उसके पड़ोस में रहने वाला चैन प्रकाश ठाकुर आया और उसके ओडग़ी नाका के पास के पूर्व के जमीन विवाद को लेकर उसे और उसके परिवार के सदस्यों का नाम लेकर गाली गलौज गलौज करने लगा तो वो घर से बाहर निकल कर देखी तो चैन प्रकाश ठाकुर अपने हाथ में तलवार लिये हूए खड़ा था तथा तलवार को लहराते हुये उसे बोलने लगा कि तेरे पति और तेरे बाप को बाहर भेज आज जान से मार दूंगा, उसी समय गाली गलौज सुन कर उसके पड़ोस में ही रहने वाले मेरे भाई दिलीप गुप्ता, संतोष गुप्ता व पड़ोसी राम कृपाल राजवाडे एवं अन्य लोग आये और बीच बचाव किये है।
उसके पति मौके पर पहुंचेंं और पुलिस को फोन कर जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकडा और आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज करा आरोपी को जेल भेज दिया।
रावतसरई बालक आश्रम का हाल बेहाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 31 जुलाई। कोरिया जिले के रावतसरई बालक आश्रम का हाल बेहाल है, दो वर्ष पूर्व करोड़ो के लागत के बने आश्रम के हर कमरे में दरारेें आ चुकी हंै, तो कमरों की छतों से पानी रिस रहा है, बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि इस आश्रम में बच्चे खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे है।
कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड में रावतसरई में आदिवासी बालक छात्रावास का निर्माण आदिवासी विकास विभाग ने करवाया था, दो वर्ष पूर्व ही पुराने आश्रम भवन से बच्चों को यहां शिफ्ट किया गया है।
आश्रम के निर्माण के बाद भी भवन में कई तरह की शिकायतें सामने आ चुकी थी, परन्तु जब बच्चों को इस भवन में शिफ्ट किया गया तो भवन के कई कमरों में दरारें देखी गई, किसी तरह उन्हें सफेद पुट्टी से छिपाया गया, परन्तु बाद में कुछ समय बाद फिर दिवारों पर दरारें आने लगी, वहीं छत से पानी रिसने लगा।
इस वर्ष काफी कम बारिश के बाद भी भवन की छत से पानी रिसने लगा है, जिसके बाद बच्चों के अभिभावकों ने भवन के निर्माण पर सवाल खड़े किए हंै। वहीं उनका कहना है कि आदिवासी विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिए, यहां छोटे-छोटे बालक निवासरत है, नया भवन जर्जर हो गया है, दीवारों में बड़ी बड़ी दरारें आ रही है, ऐसे में बच्चे भी अपने आप को सुरक्षित महसूस नही कर रहे हंै। उन्होंने जिला प्रशासन को मामले में कार्रवाई का अनुरोध किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 31 जुलाई। श्रद्धा महिला मंडल एस. ई. सी. एल. के मार्गदर्शन में 30 जुलाई को सौम्य महिला समिति बैकुण्ठपुर की अध्यक्ष संगीता कापरी के मार्गदर्शन में बैकुण्ठपुर गौतम सदन क्लब में समाज कल्याण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बारिश के दिनों में ‘डोर टू डोर’ कचरा कलेक्शन करने वाली महिलाओं के लिए मुश्किल समय होता है। पानी में भिगते हुए कचरा गाड़ी चलाना उनके लिए कठिन हो जाता है, उनकी समस्याओं को देखते हुए सौम्य महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती संगीता कापरी के मार्गदर्शन में 30 स्वच्छता अभियान में कार्यरत बहनो को ‘रेन कोट’ प्रदान किया गया।
30 महिलाओं को बारिश के मौसम साफ-सफाई के लिए 2 किलो सर्फ का पैकेट,, फिनाइल का एक लिटर बाटल तथा लाईफ ब्वाय का साबुन भी देकर सभी महिलाओं को नास्ता का डिब्बा देकर शहर को स्वच्छ बनाने के लिए उनके. सहयोग के लिये सभी महिलाओं को धन्यवाद दिया गया
समाज कल्याण के उपरोक्त कार्यक्रम में निलांजना गुप्ता, सविता मंडल, मिताली मंडल, अनु श्रीनिवास संध्या रामावत, मृनाली, रीना विश्वकर्मा, नंदनी दुबे, स्वाति सिंह, राम्या ईलावर्सन, प्रितिका साहनी तथा सौम्य महिला समिति की सदस्यों की उपस्थिति रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 31 जुलाई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की ओर से कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ की गई टिप्पणी का जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के घड़ी चौक पर पुतला फंूका और इस्तीफा देने की मांग की।
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष, महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष ने नेतृत्व में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ नारेबाजी एवं प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया। देश की संसद से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ की गई बयानबाजी निंदनीय है। लोकसभा में ऐसे अशोभनीय दुव्र्यवहार के लिए स्मृति ईरानी को इस्तीफा देना चाहिए। सरकार से भी मांग की कि स्मृति ईरानी को केंद्रीय मंत्री पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष नजीर अजहर, मनिजिंदर कौर, प्रबीर भट्टाचार्य, मुख्तार अहमद, रवि राजवाड़े, संगीता राजवाड़े, रियाजुद्दीन के साथ काफी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 29 जुलाई। केंद्रीय कर्मचारियों के समान महंगाई भत्ता(डीए) और मकान किराया भत्ता की मांग करते हुए अधिकारी-कर्मचारी संघ ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली। रैली में जिले भर से अधिकारी और कर्मचारियों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। लगभग 1 किमी लंबी एतिहासिक रैली निकालकर लोगों का ध्यान भी आकृष्ट कराया।
शुक्रवार को दोपहर 2 बजे प्रेमाबाग से अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले रैली शुरू हुई, इससे पूर्व ही रैली में आने के लिए ड्रेस कोड निर्धारित कर दिया गया था, महिलाएं पीले वस्त्र और पुरूष सफेद शर्ट में आने के लिए कहा गया था, ऐसा रैली में भी देखने को मिला। वहीं कुछ कर्मचारियों ने तिरंगा भी हाथ में ले रखा था और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।
रैली के पूर्व अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन की हड़ताल प्रेमाबाग परिसर में जारी थी, रैली में निकलने से पहले संघ के पदाधिकारियों ने सरकार को जमकर कोसा, कहा सरकार दिनोंदिन कर्मचारी विरोधी होते जा रही है। आज तक पहले कभी महंगाई भत्ता व गृह भत्ता के लिए इस तरह आंदोलन में नहीं जाना पड़ा था। लेकिन वर्तमान सरकार कर्मचारियों के हितों का ध्यान नहीं रख रही हैं। वर्षा के बावजूद सैकड़ों शिक्षक डटे रहे।
उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले दो सालों से महंगाई भत्ता नहीं दिया गया है। जिसके कारण हमें हानि हो रही हैं। हम आज हड़ताल पर है, इसके जिम्मेदार हमारे मुखिया हैं। हमने इसके पूर्व विगत माह भी एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर सरकार को जगाने की कोशिश कर चुके, जिसमें सफलता नहीं मिलने पर पुन: आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि बीते 4 दिन से हड़ताल की वजह से सभी सरकारी कार्यालयों में काम बंद रहा। जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही स्कूलों में पढ़ाई बंद रही। 27 जुलाई को शिक्षक संघों ने रैली निकाल कर ज्ञापन सौंपा था, वहीं शिक्षक संघ अनिश्चितकालिन हड़ताल पर अब भी बैठे हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 29 जुलाई। हरियाली और खुशहाली का त्यौहार हरेली पर्व क्षेत्र में परंपरागत तरीके से मनाया गया।
सविप्रा उपाध्यक्ष एवं विधायक गुलाब कमरो के दिशा निर्देश पर राज्य के पहले त्यौहार हरेली पर ग्राम पंचायत बांही के गौठान में परम्परानुसार विधिवत बैल, नागर, जुआ की पूजा-अर्चना कर ग्रामीण खेल गेड़ी, फुगड़ी, खो-खो, कबड्डी एवं झूले का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सरपंच राजाराम पंडो, बाबी दास, भगमनिया, निशा, सरिता सहित विधायक प्रतिनिधि (ग्रामीण) आनंद राय, ब्लॉक कांग्रेस महामंत्री मोती सिंह, उपाध्यक्ष सुनील राय, मनमोहन राय, संदीप खलखो, राघो प्रताप सिंह, दयाप्रताप, राम सिंह, सन्तोष यादव, विधायक जिला प्रतिनिधि रंजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
हरेली त्यौहार की क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए विधायक कमरो ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की तीज-त्यौहार की संस्कृति को पुनर्जीवित कर छत्तीसगढ़ की गौरवशाली परम्परा को सहेजा है। पर्व के अवसर पर विधायक ने छत्तीसगढ़ वासियों और अन्नदाताओं के सुख-समृद्धि की कामना की।
बेहद कम बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 28 जुलाई। सावन के एक पखवाड़ा पूरा होने के एक दिन पूर्व जिला मुख्यालय बैकुंठपुर व आस पास के कई ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह के समय करीब आधा घंटा से अधिक समय तक मूसलाधार बारिश जमकर हुई। जिसके बाद शहर की सडकों पर पानी का तेज बहाव देखा जाने लगा।
जिला मुख्यालय व आस पास के क्षेत्रों में बीते कई दिनों से सावन के महीने में बारिश थम सी गयी थी और लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड रहा था। जिससे कि मूसलाधार हुई बारिश से राहत प्रदान की। हालांकि कई दिनों से थमी बारिश के बाद हुई झमाझम बारिश पर्याप्त नही है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में इस बारिश का पानी का पता नही चला बारिश हुई और बारिश का पानी को जमीन सोख लिया गया। यदि इसी तरह की बारिश दो चार दिनों तक लगातार होती रहे तो खेतों में पानी जमा दिखाई देगा। कई दिनों की सूखी धरती ने जमकर हुई बारिश की पानी को सोख लिया जिस कारण खेतों में पानी नही दिखाई दे रहा है। इस वर्ष आषाढ के महीने में भी उम्मीद से कम बारिश कोरिया जिले में दर्ज की गयी है और सावन की शुरूआत अच्छी हुई बाद में बारिश खण्ड खण्ड होती रही और कुछ दिनों तक थम गयी थी। अब तक पर्याप्त बारिश नही होने के कारण कृषि कार्य पिछड रहा है। जिले में बारिश के अभाव में रोपा कार्य काफी पिछडा हुआ है।
रोपा कार्य रूका, अच्छी बारिश का इंतजार
कोरिया जिले में सावन में भी जमकर बारिश का इंतजार किसानों को है। खेतों में धान का पौधा लगाने के लिए तैयार हो गया है लेकिन बारिश नही होने के कारण रोपा कार्य पिछड़ गया है। यदि अभी लगातार अच्छी बारिश होती है और खेतों में पर्याप्त पानी जमा होता है तो धान की रोपाई कार्य में तेजी आयेगी। किसानों के द्वारा महंगे दामों पर हाईब्रीड धान बीज का पौधा तैयार कर लिया गया है लेकिन बारिश की कमी के कारण रोपा कार्य पूरा नही हो पाया है अभी उन क्षेत्रों के किसानों के द्वारा धान की रोपाई कार्य पूरा किये है जिनके खेत के पास पानी की व्यवस्था है। जिसे लेकर किसानों केा अच्छी बारिश की उम्मीद सावन के महीने में लगी हुई है यदि अभी अच्छी बारिश हो जाती है तो रोपाई कार्य में तेजी देखने को मिलेगी क्योकि जितनी बारिश सावन में होगी उतनी आगामी माह में नही होने वाली है ऐसे में अभी बारिश की उम्मीद लगी हुई है अन्यथा इस वर्ष सूखे की स्थिति का सामना करना पड सकता है।
बारिश के बाद खुली धूप
गुरूवार को सुबह के समय जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर व आस पास के क्षेत्रों में आधे घंटे की हुई मूसलाधार बारिश जब थमी तो धूप खिल गयी और दोपहर तक धूप बराबर खिला रहा। जिससे कि लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पडा। अपरान्ह के समय फिर आसमान में बादल छाये लेकिन बिन बरसे ही दिन निकल गया। पिछले कई दिनों से कभी धूप तो कभी बादल आसमान में रहते थे लेकिन गुरूवार केा कई दिनों के बाद जमकर बारिश हुई जो कि पर्याप्त नही है लेकिन राहत जरूर मिली।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने जांच के लिए सीएमओ को पत्र लिखा
बैकुंठपुर (कोरिया) 28 जुलाई। नगर पालिका परिषद द्वारा शादी घर के लिए निकाली गयी निविदा प्रक्रिया को लेकर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र तिवारी ने सवाल खडे करते हुए निष्पक्ष जॉच के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी को पत्र लिखा है।
जिसमें उन्होने उल्लेख किया है कि शहर में बहुप्रतीक्षित कार्यो में से एक शादी घर का निर्माण कार्य है लेकिन इस हेतु नगर पालिका द्वारा निकाली गयी ऑनलाईन टेंडर प्रकिया में तकनीकि जानकार अधिकारी द्वारा व्यक्ति विशेष को लाभ पहुॅचाने के लिए प्रक्रिया में पक्षपात किया गया है। उन्होने सीएमओं को लिखे पत्र. में उल्लेख किया है कि आनलाईन टेंडर फार्म के अंतिम एक दिवस ही दिखाई दिया जिसके कारण स्थानीय ठेकेदारों को निविदा प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर प्राप्त नही हुआ जिससे परिषद व प्रशासन की छवि स्थापित रखने हेतु निविदा प्रक्रिया की निष्पक्ष जॉच आवश्यक है। श्री तिवारी ने मांग किया है कि निर्माण कार्य निविदा प्रक्रिया के संपूर्ण तकनीकी पहलुओं की जॉच कराये क्योकि यह कार्य 9 प्रतिशत एबब में स्वीकृत हआ है ऐसे में निष्पक्ष जांच के बाद ही कार्य आदेश जारी करने की मॉग की गयी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 28 जुलाई। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा बीते 27 जुलाई को चिकित्साधिकारी एमबीबीएस के पदों की पदस्थाना रिक्त स्थानों पर की गयी जिनमें से 13 चिकित्साधिकारी कोरिया जिले को मिले है जिनमें से 8 चिकित्साधिकारी जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर के लिए तथा 5 चिकित्साधिकारी जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के लिए पदस्थ करने का आदेश जारी किया गया है।
जारी आदेश के अनुसार चिकित्साधिकारी जिन्हें जिला चिकित्सालय में पदस्थ करने का आदेश जारी किया गया उसके अनुसार डॉ. अपूर्णा जायसवाल, डॉ दीपा सिंह, डॉ सृष्टी सोनी, डॉ दीपक चंद्रवंशी, डॉ. रमेश कुमार जायसवाल, डॉ. हरिन्द्र कुमार सिंह, डॉ दिनेश कुमार जायसवाल, डॉ श्रीनाथ पैकरा शामिल है इसके अलावा चिकित्सा अधिकारी डॉ बरखा जायसवाल को सीएचसी पटना,डॉ बंदना अग्रहरी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंजी,डॉ. बुशरा बानों तथा डॉ प्रियंका सिह को सीएचसी चिरिमरी व डॉ मारिशा को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुंवारपुर में पदस्थ करने का आदेश जारी किया गया। जारी आदेश के पालन में निर्धारित समयावधि में सभी चिकित्साधिकारियों के द्वारा अपने पदस्थ स्वास्थ्य केंद्र में अपनी पदस्थापना देंगे।
अभी भी कई स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की कमी
राज्य सरकार द्वारा भले ही कोरिया जिला मुख्यालय स्थित जिला चिकित्सालय एवं जिले के अन्य सीएचसी व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों के रिक्त पदों की पूर्ति की गयी जिससे कि कुछ राहत उन क्षेत्र के लोगों को मिल गयी लेकिन जिले में अभी भी कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऐसे है जहॉ चिकित्सक के पद रिक्त है इसके अलावा चिकित्सा स्टाप की कमी है। ऐसे केंद्रों में में चिकित्सक एवं चिकित्सा स्टाप की कमी के कारण क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवा का पूरा लाभ नही मिल पाता है और वे अपने क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या फिर जिला चिकित्सालय में बेहतर उपचार के लिए पहुॅचते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 28 जुलाई। लंबित डीए और एचआरए की मांग को लेकर छग अधिकारी-कर्मचारी संघ के प्रांतीय निकाय के आव्हान पर जिले भर में विभिन्न विभागों के कर्मियों के द्वारा 25 जुलाई से हडताल पर चल रहे है। जिससे कि कई विभागों में सरकारी कामकाज प्रभावित हुआ है वहीं इस आंदोलन में शिक्षक संगठनों ने भी समर्थन देकर हड़ताल में शामिल हो गये है जिससे कि स्कूलों में पढ़ाई भी बाधित हुई है। हड़ताल के चौथे दिन 28 जुलाई को भी आंदोलनकारी कर्मियों के द्वारा मुख्यालय के प्रेमाबाग मंदिर परिसर में बैठे रहे। इस दिन दोपहर में हड़ताली कर्मियों के द्वारा विशाल रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन सौंपा गया। 27 जुलाई को शिक्षक संघोंं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा था।
29 जुलाई को हड़ताल का अंतिम दिन है, लेकिन कुछ संगठनों द्वारा अनिश्चितकालीन हडताल करने की बात कही जा रही है। वैसे भी यदि 29 जुलाई तक हड़ताल जारी रहती है तों उसके दूसरे दिन 30 जुलाई को शनिवार का अवकाश है फिर अगले दिन 31 जुलाई रविवार का अवकाश है इस तरह जुलाई का अंतिम सप्ताह हड़ताल में ही बीत जायेगा और 1 अगस्त से ही सभी विभागों में पूर्ण रूप से कामकाज शुरू हो सकेंगे। लगभग एक सप्ताह से हडताल के कारण कई विभागों में सरकारी कामकाज प्रभावित रहेगा इस तरह हडताल के कारण आम लोगों केा विभिन्न विभागों में काम काज कराने के लिए भटकना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा अपने कर्मियों को 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है साथ ही छग के अलावा कई अन्य प्रदेशों में भी केंद्र के समान सरकारी कर्मियों को महंगाई भत्ता दी जा रही है लेकिन छग सरकार द्वारा अपने कर्मियों को 12 प्रतिशत कम 22 प्रतिशत ही महंगाई भत्ता प्रदान किया जा रहा है जिसे लेकर कई बार विभिन्न संगठनों द्वारा ज्ञापन सौंपकर मॉग की गयी थी लेकिन उनकी मॉगों को अनसुना कर दिया गया जिसके बाद कर्मचारी संगठनों द्वारा हडताल शुरू कर दी है।
कुछ सिर्फ हस्ताक्षर कर काम में जुटे
अपनी मॉगों को लेकर हडताल पर गये कर्मियों के कारण जहां कई विभागों में कामकाज प्रभावित हो रहा है वही कुछ विभाग ऐसे है जहां उनके इस हडताल से कोई मतलब नही है। कुछ कर्मियों के द्वारा इस दौरान कमरे बंद कर काम किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में अधिकांश बाबू हडताल पर है ऐसे मे कुछ बाबू स्टोर व वाहन शाखा का कामकाज कर रहे हैं, शिकायत यह भी मिल रही है कि कुछ विभाग के कर्मी हडताल पर है लेकिन कुछ कर्मी काम काज संभाले हुए है तथा हडताल से पूर्व के तिथि का चेक काट रहे है। इस तरह का खेल एक विभाग नही बल्कि जिला प्रशासन के कई विभागों मे चल रहा है इस समय धडाधड कई कार्यो के चेक काटे जा रहे है जिसकी जांच आवश्यक है। ऐसे कर्मियों ने हड़ताल को समर्थन देने पहले दिन हस्ताक्षर करके काम पर लग गए है। ये इन भी दिन धरना स्थल पर नजर नही आए।
निकाली विशाल रैली
हड़ताली कर्मचारियों के द्वारा अनिश्चितकालीन हडताल के पांचवें दिन 29 जुलाई को जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में विशाल रैली का आयोजन किया जायेगा इसकी रूप रेखा पूर्व में तय की गयी है।
जिसके तहत धरना स्थल प्रेमाबाग मंदिर परिसर से कर्मचारियों की विशाल रैली मंदिर परिसर से शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचेगी जहां मुख्यमंत्री के नाम अपनी मॉगों को पूरा करने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 27 जुलाई। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज जिला इकाई कोरिया ने चिरमिरी-अनूपपुर स्पेशल ट्रेन का स्टॉपेज मनेंद्रगढ़ में दिए जाने की मांग को लेकर डिवीजनल रेलवे मैनेजर बिलासपुर के नाम मुख्य स्टेशन प्रबंधक मनेंद्रगढ़ को ज्ञापन सौंपा।
दपू मध्य रेलवे मनेंद्रगढ़ के मुख्य स्टेशन प्रबंधक को सौंपे संयुक्त हस्ताक्षरित ज्ञापन में चेंबर जिलाध्यक्ष आनंद अग्रवाल एवं महामंत्री मनीष अग्रवाल ने कहा कि ट्रेन क्रमांक 08269/08270 का परिचालन 26 जुलाई से शुरू हुआ है, जिसका स्टॉपेज मनेंद्रगढ़ में नहीं होना अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मनेंद्रगढ़ एक प्रमुख व्यापारिक क्षेत्र है साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के लोग यहीं से अलग-अलग गाँव-देहात एवं अन्य स्थानों की ओर प्रस्थान करते हैं। उक्त ट्रेन का नवीन शेड्यूल जिस तरह से निर्धारित किया गया है वह समझ से परे है। एक मात्र ट्रेन का परिचालन इतने माह बाद शुरू हुआ और वह भी अव्यवस्थित तरीके से इससे क्षेत्र के व्यापारी वर्ग एवं जनता में भारी रोष व्याप्त है।
चेंबर ने उक्त ट्रेन का परिचालन व्यवस्थित करते हुए इसका स्टॉपेज मनेंद्रगढ़ किए जाने की मांग की है, ताकि स्थानीय व्यापारियों एवं क्षेत्र की जनता लाभान्वित हो सके।
ज्ञापन की प्रतिलिपि रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव एवं कोरबा लोकसभा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत को भी प्रेषित की गई है। ज्ञापन सौंपने के दौरान चेंबर के सुदामा छत्तानी, आशीष अग्रवाल, सोहन पोद्दार, अपूर्व कर, सुशील बोंदिया एवं जयंती लाल यादव आदि उपस्थित रहे।
सीएचएचओ पर आरोप- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में रहने की छूट दे रखी है
भाजयुमो ने दी आंदोलन की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 27 जुलाई। कोरिया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों एवं चिकित्सा स्टाप की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों कोरिया जिले के दूरस्थ ग्राम कुंवारपुर में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा एमबीबीएस चिकित्सक डॉ. विनय भास्कर को पदस्थ करने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन वे आज तक वहां अपनी पदस्थापना नहीं दिये है।
आरोप है कि सीएचएचओ कोरिया द्वारा उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में रहने की छूट दे रखी है जिस कारण डॉ. विनय भास्कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
भाजयुमो कुंवारपुर के मण्डल अध्यक्ष रामाश्रय पाण्डेय का कहना है कि कुंवारपुर स्वास्थ्य केंद्र में वैसे ही चिकित्सा स्टाफ की कमी है। अगर ग्रामीण क्षेत्र कुंवारपुर में एमबीबीएस चिकित्सक पदस्थ होते तो इस क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान साबित होता। उन्होंने कहा कि डॉ. विनय भास्कर को कुंवारपुर में पदस्थ किया गया है तो उन्हे यहां सेवा देने के लिए भेजा जाये अन्यथा भाजयुमो क्षेत्र के लोगों के साथ मिलकर आंदोलन करने को बाध्य होगी।
इधर, कुंवारपुर क्षेत्र के लोगों में इस बात को लेकर भारी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि वैसे भी कुंवारपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक एवं चिकित्सा स्टाफ की कमी बनी है, ऐसे में राज्य सरकार किसी को वहां भेज रही है तो उसे सीएमएचओ कहीं और पदस्थ कर दे रहे हंै।
सूत्रों के अनुसार कुंवारपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में न तो ड्रेसर है और न ही कम्पाउंडर, ऐसे में एक एमबीबीएस चिकित्सक की नियुक्ति होने पर उन्हें भी नहीं आने दिया जा रहा है। आदेश का पालन होता तो कुंवारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लोगों के लिए वरदान साबित होता।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 27 जुलाई। अपनी मांगों को लेकर शिक्षक आंदोलन पर है जिससे जिले भर के सरकारी विद्यालयों में अध्ययन अध्यापन का कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। स्कूल खुल रहे है लेकिन बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नही है वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिक्कत हो रही है क्योंकि शिक्षक आंदोलन पर चले गये है। वहीं कुछ स्कूलों में अतिथि शिक्षकों ने पूरी जिम्मेदारी संभाल रखी है, सोनहत के सुंदरपुर के अतिथि शिक्षकों के कारण यहां व्यवस्थित पढ़ाई जारी है।
जानकारी के अनुसार शिक्षकों के आंदोलन पर जाने का सबसे ज्यादा असर प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं में देखने को मिल रहा है। किसी तरह विद्यालय खुल रहे है और मध्यान्ह भोजन खाकर समय होने पर बच्चे घर लौट रहे है। जानकारी के अनुसार केंद्र के समान स्वीकृत महंगाई भत्ता देने तथा सातवे वेतनमान के अनुसा एचआरए स्वीकृत करने की मॉग को लेकर बीते 25 जुलाई से प्रदेश भर के शिक्षक आंदोलन पर चले गये है। जिस कारण विद्यालयों में अध्ययन अध्यापन का कार्य प्रभावित हुआ है।
इस दौरान जिले के हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों के द्वारा अध्यापन कार्य कराया जा रहा है। 27 जुलाई को सोनहत विकासखंड अंतर्गत संचालित हायर सेकेण्डरी स्कूल सुन्दरपुर में में 210 पंजीकृत विद्यार्थियों में 187 विद्यार्थी विद्यालय में अध्ययन करने पहुॅचे जिन्हें सिर्फ अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही पढ़ाई करनी पड़ी। अतिथि शिक्षक अमित शर्मा, त्रिलोकी शाडिल्य, दिव्या विश्वकर्मा, मुकेश कैवर्त ने इस स्कूल को बंद नहीं होने दिया है, यहां सतत अध्ययन जारी है। इसी तरह का हाल जिले भर के स्कूलों में है लेकिन जिले के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं में आस पास के स्कूलों से किसी को अटैच कर दिया गया है जो केवल विद्यालय का संचालन समय पर कर रहे है लेकिन विद्यालयों में पढाई नही हो रही है इस तरह शिक्षकों के आंदोलन पर जाने का असर विद्यालयों में दिखाई दे रहा है।
नये सत्र में भी शिक्षकों की कमी
नये शिक्षा सत्र में भी जिले के अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। प्राथमिक शालाओं से लेकर हा.से. स्कूल तक शिक्षकों की कमी बनी हुई है। सिर्फ आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम व हिन्दी माध्यम विद्यालयों में पूरे पद स्टाप भरे गये है जबकि शेष स्कूलों में शिक्षकों के साथ अन्य स्टाप की कमी बनी हुई है ऐसे में विद्यालयों में गुणवत्ता की उम्मीद कैसे की जा सकती है। यदि सभी स्कूलों में विषयवार शिक्षकों के रिक्त पदों को भर दिया जाता है तो निश्चित रूप से सभी स्कूलों का परिणाम उत्कृष्ट होगा। जिले के ज्यादातर स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण पढाई प्रभावित हेा रहा है जिससे विद्यार्थियों को ही नुकसान पहुंच रहा है।
कई विद्यालयों में सिर्फ दो ही शिक्षक
जिले के ज्यादातर प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय ऐसे है जहॉ सिर्फ दो ही शिक्षक पदस्थ है। कई प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला ऐसे भी है जहॉ की दर्ज संख्या 50 से पार है उसके बाद भी दो ही शिक्षक पदस्थ किये गये है। ऐसे में समझा जा सकता है कि बच्चों को गुणवत्तावुक्त शिक्षा कैसे मिल पायेगी जबकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस बात की जानकारी होन के बावजूद शिक्षको की कमी के कारण चाहकर भी शिक्षकों की कमी दूर नही कर पा रहे है। जानकारी के अनुसार मिडिल स्कूलों में विषयवार शिक्षक होने चाहिए लेकिन ऐसा नही है। जिले के कई मिडिल स्कूल दो ही शिक्षकों के भरोसे है जिनमें से एक शिक्षक हेडमास्टर का दायित्व संभाल रहे है जिन्हे आये दिन विभागीय जानकारी तैयार करने में व्यस्त देखा जा सकता है। इसके अलावा जाति निवास प्रमाण पत्र के लिए भी उन्हे समय देना पड रहा है इस तरह एक ही शिक्षक ज्यादातर अध्यापन में ध्यान देता है जो कि पर्याप्त नही है।
अब शुल्क वापसी के साथ देनी होगी क्षतिपूर्ति
बैकुंठपुर (कोरिया), 25 जुलाई। आम जनता को मिलने वाले सूचना के अधिकार पर निगम के अधिकारी पानी फेरने में लगे हैं। समस्या निस्तारण तो दूर की बात है, यहां मांगी गई सूचना 30 दिनों बाद दी गई और इसके लिए जानकारी शुल्क 1434 रुपए वसूला गया। ऐसे ही एक मामले में निगम के जन सूचना अधिकारी पर राज्य सूचना आयोग ने जुर्माना लगाया है।
मामला करीब 2 साल पुराना है, जिसमें हल्दीबाड़ी निवासी आरटीआई विशेषज्ञ राजकुमार मिश्रा ने निगम कार्यालय में आवेदन कर निगम कार्यालय द्वारा जिला खनिज विभाग को भेजे गए निर्माण कार्यों के लिए रॉयल्टी के दस्तावेज तथा निगम कार्यालय को प्राप्त रॉयल्टी चुकता के दस्तावेज की मांग की थी।
निगम चिरमिरी के जन सूचना अधिकारी ने 30 दिनों के बाद एक पत्र भेजकर श्री मिश्रा से 1434 रुपए की मांग की गई। आवेदक को जानकारी की आवश्यकता थी, इसलिए उन्होंने मांगी गई शुल्क का भुगतान निगम कार्यालय को कर दिया। उसके बाद आरटीआई विशेषज्ञ ने राज्य सूचना आयोग में शिकायत दर्ज करा दिया। राज्य सूचना आयोग ने इस शिकायत को शिकायत क्रमांक 477/2021 के रूप में दर्ज किया।
मामले में राज्य सूचना आयोग द्वारा सुनवाई 8 जून 2022 को किया गया। राज्य सूचना आयोग के सूचना आयुक्त ए के अग्रवाल ने निगम अधिकारी से 500 रुपए की क्षतिपूर्ति तथा जानकारी देने के लिए प्राप्त 1434 रुपए एक महीने के अंदर आवेदक को चेक के माध्यम से देने के आदेश दिया है।
गौरतलब है कि, जिले के कई विभागों में सूचना के अधिकार की अनदेखी की जा रही है, ऐसे में विभाग में चल रहे कार्यों की पारदर्शिता लोगों के सामने आने के बजाय दफ्तर की अलमारी में रखी फाइलों तक ही सिमट कर रह जा रही है। जिले में अब तक कईयों ऐसे आवेदन आ चुके हैं जिनमें संतोषजनक जानकारी ना मिलने के कारण आवेदकों को राज्य सूचना आयोग में अपील और शिकायत करनी पड़ रही है।
आवेदक को मिली क्षतिपूर्ति
राजकुमार मिश्रा बताते हैं कि, मेरे द्वारा वर्ष 2020 के सितंबर में आवेदन लगाकर निगम कार्यालय से जानकारी चाही गई थी पर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों ने 1434 रुपए का शुल्क भुगतान कराया गया। जिसके बाद मैंने राज्य सूचना आयोग में शिकायत किया था जहां से मुझे आर्थिक एवं मानसिक रूप से हुए क्षति के लिए 500 रुपए की क्षतिपूर्ति एवं मेरे द्वारा निगम कार्यालय में किए गए 1434 रुपए भुगतान की अदायगी करने के आदेश निगम अफसर को जारी हुए हैं।
पूरे प्रदेश तथा कोरिया जिले में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें जन सूचना अधिकारी के द्वारा संतोषजनक जानकारी ना देने तथा अपील अधिकारी के द्वारा भी सुनवाई में ढिलाई बरतने के कारण आवेदकों को राज्य सूचना आयोग जाना पड़ा है।
ऐसे में कई मामलों में राज्य सूचना आयोग ने जन सूचना अधिकारी पर अधिकतम 25 हजार रुपए तक का जुर्माना भी लगाया है। जानकार बताते हैं कि अभी कई मामले ऐसे हैं जिनमें जिले के जिम्मेदार अफसरों पर राज्य सूचना आयोग जुर्माना लगाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 25 जुलाई। बीते दिवस केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई द्वारा 12वीं एवं 10वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित किये गये। केंद्रीय विद्यालय चिरमिरी कक्षा 12 वीं का परीक्षा परिणाम 95.71 एवं कक्षा 10 वीं का परिणाम 92.50 फीसदी रहा।
विद्यालय में विज्ञान संकाय की छात्रा अंजलि खोडिय़ार ने 93.67 प्रतिशत अंक प्राप्त कर 12 वीं में प्रथम स्थान प्राप्त किया। तनिष्क जैन एवं प्रखर द्विवेदी ने 86.33 एवं 85.17 प्रतिशत अंक पाकर संयुक्त रूप से द्वितीय तथा 82.83 प्रतिशत अंको से संतोष भगत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। वाणिज्य संकाय में छात्र आयुष कुमार सिंह ने 85.33 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। 82.33 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तनिष्क कुमार ने द्वितीय एवं आयुष कुमार बसंतिया ने 78.17 प्रतिशत अंक लाकर तृतीय स्थान प्राप्त किया।
वहीं कक्षा 10 वीं में छात्रा रितिका केशरी ने 92.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। 92.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर आशु जायसवाल ने द्वितीय एवं भास्कर ने 90.6 प्रतिशत अंक लाकर तृतीय स्थान प्राप्त किया।
विद्यालय के परीक्षा परिणामों पर प्रभारी प्राचार्य संतोष कुमार ने समस्त शिक्षको को साधुवाद देते हुए विद्यार्थियों को उत्कृष्ठ परिणाम के लिए शुभकामनाएं दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
आरोपी, उसकी माँ, दीदी-जीजा एवं एक अन्य गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 23 जुलाई। नाबालिग युवती को अपहृत कर उसे कैद में रखकर रेप करने के आरोप में केल्हारी पुलिस ने आरोपी, उसकी माँ, दीदी-जीजा एवं एक अन्य कुल 5 आरोपियों को विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
केल्हारी थानांतर्गत पीडि़ता ने 29 जून को थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि घटना दिवस 20 मई 2022 की शाम 7 बजे वह घर के बाहर बैठी थी, उसी समय आरोपी अंकित उसकी माँ, पलेंदर एवं मदन आए और अंकित शादी करूंगा बोलकर जबर्दस्ती हाथ पकडक़र अपने घर ले गए, जहां 2 दिनों तक ताला बंद कर उसे कैद में रखा गया। इस दौरान अंकित द्वारा जबरन उसके साथ रेप किया गया।
इसके बाद 23 मई 2022 को दिन के लगभग 2 बजे आरोपी अंकित अपने दोस्त अनुग्रह के साथ स्कूटी में बैठाकर उसे मनेंद्रगढ़ ले आया। मनेंद्रगढ़ से सुबह 5 बजे बस से अंबिकापुर ले गया। अंबिकापुर बस स्टैंड से अंकित का जीजा स्कूटी से अपने घर ले गया। अंकित के दीदी-जीजा 4 दिनों तक अपने घर में रखे थे और घर में बात करने से मना करते थे।
पीडि़ता ने बताया कि इसके बाद अंकित गांधीनगर के आगे रूम लेकर उसे रखा था और रोज रेप करने के साथ शराब पीकर उसे पीटता था।
पीडि़ता ने बताया कि 26 जून को अंकित काम करने गया था, तब मौका पाकर वह पैदल अंबिकापुर बस स्टैंड पहुंची। रात में बस स्टैंड में रूकी रही और सुबह बस में बैठकर केल्हारी पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
पीडि़ता की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस के अनुसार विवेचना के दौरान आरोपियों के परिजनों को बार-बार थाना हाजिर करने हेतु समझाईश दी जा रही थी। 24 जुलाई को केल्हारी थानांतर्गत पहाड़हंसवाही निवासी आरोपी 22 वर्षीय अंकित कुजूर, 45 वर्षीया तारामनी कुजूर, 23 वर्षीय मदन सिंह गोंड़ एवं अंबिकापुर थानांतर्गत खैरबना निवासी 29 वर्षीया अनिमा खलको तथा 32 वर्षीय किसनू खलखो केल्हारी थाना में उपस्थित हुए।
घटना के संबंध में आरोपियों से पूछताछ करने पर अपराध घटित करना पाया गया। पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ धारा 363, 366(क), 376(2)(ढ), 368 एवं 323 के तहत् जुर्म दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में न्यायालय में पेश किया गया।
काला झंडा दिखा विरोध, कई गिरफ्तार, जमानत पर छूटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 25 जुलाई। कोरिया जिले में मुख्यमंत्री के पिता नंदकुमार बघेल के बयान के बाद टीएस समर्थक कांग्रेस सडक़ पर उतर आए और पुतला फूंका, काला झंडा दिखा जमकर विरोध किया। जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया, बाद में उन्हें जमानत पर रिहा किया गया, वहीं ब्राहम्णों पर उनके द्वारा की गई टिप्पणी के बाद समाज के लोगों को काफी विरोध देखा जा रहा है।
दरअसल, मनेन्द्रगढ़ के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री के पिता नंदकुमार बघेल ने मीडिया में बयान दिया कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को पूरा इस्तीफा देना चाहिए। सिर्फ एक विभाग से देकर वो क्या बताना चाहते हंै, वहीं उन्होने ब्राहम्णों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हेें वो अछूत मानते हंै, ब्राहम्ण 6 हजार साल पहले सायबेरिया से भारत आए हैं, ब्राहम्ण यहां के नहीं है, वो गाय का रस पीते है, दूध नहीं पीते है। जिसके बाद कोरिया में बवाल मच गया, रविवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव समर्थकों ने जमकर विरोध किया।
कोरिया जिलामुख्यालय में समर्थकों ने घड़ी चौक पर नंदकुमार बघेल का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। बैकुंठपुर में संजीव सिंह काजू को पुलिस ने पकड़ा, रात 9 बजे उनके छोड़ दिया गया। वहीं मामले में कांग्रेस के जिला प्रवक्ता सौरव मिश्रा का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की इस क्षेत्र में काफी गरिमा है, और नंदकुमार बघेल कांग्रेस संगठन के किसी पद पर नहीं है, उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।
उधर, मनेन्द्रगढ़ में टीएस समर्थकों ने श्री बघेल का जमकर विरोध किया, उन्हें काले झंडे दिखाकर नारेबाजी की, जिसके बाद पुलिस ने तीन लोगों पर 151 के तहत कार्रवाई की, देर शाम तीनों को जमानत दे दी गई।
दूसरी ओर ब्राहम्ण समाज पर उनकी टिप्पणी को लेकर समाज आहत है, समाज के लोग सोशल मीडिया में अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हंै। समाज इस मामले में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर विरोध जताते हुए कार्रवाई की मांग करने को लेकर रणनीति बना रहा है।
हालांकि, यह पहला मौका नहीं है कि श्री बघेल ने कोरिया में बयान नहीं दिया है, इससे पूर्व भी वो जब भी दौरे में आते है, विवादित बयान देकर ही जाते हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 25 जुलाई। कोरिया जिले में सोमवार से लोगों की दिक्कते बढ़ गयी है, सिर्फ संविदा कर्मचारियोंं के भरोसे सरकारी काम रह गया है, नियमित अधिकारी कर्मचारी हर विभाग के हड़ताल पर चले गए तो शिक्षकों ने भी काम बंद करके प्रेमाबाग मंदिर में रूद्राभिषेक कर सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की। इससे जिले भर के कार्यालय मे काम पूरी तरह से ठप हो चुका है। सरकारी कार्यालय आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन का कहना है कि राज्य सरकार उनके साथ खेला कर रही है, हमारी मांगें जायज है, लगातार बढ़ती महंगाई से हर कोई परेशान है। सरकार हम लोगों का सुनने को तैयार नहीं है। यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी।
कोरिया जिले के सभी कर्मचारी संगठनों ने एकजुट होकर हड़ताल पर चले गए। जिलामुख्यालय बैकुंठपुर स्थित प्रेमाबाग में अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर बैठे रहे। इसके चलते अगले 7 दिनों तक सभी सरकारी दफ्तर लगभग बंद रहेंगे। कर्मचारियों की यह हड़ताल 25 से 29 जुलाई तक है। इसके बाद 30 जुलाई को शनिवार और 31 को रविवार का अवकाश है। शिक्षक पहले से ही हड़ताल पर हैं। इसलिए स्कूलों में भी बच्चों को 5 दिन मिड-डे-मील नहीं मिलेगा। राज्य के कर्मचारी केंद्रीय कर्मचारियों के समान डीए (महंगाई भत्ते) और एचआरए (मकान किराया भत्ता) की मांग कर रहे हैं। अभी केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाता है। जबकि राज्य कर्मचारियों को महज 22 फीसदी ही मिलता है। ऐसे में अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन ने हड़ताल का आह्वान किया है। इसमें अन्य कर्मचारी संगठन, शिक्षक संघ, सचिव संघ, सुपरवाईजर संघ, लिपिक संघ और पटवारी संघ भी शामिल हो गए हैं। कर्मचारियों की इस हड़ताल के कारण बहुत सारी सेवाएं बाधित हो जाएंगी।
विधानसभा के जवाब और वैक्सीनेशन पर असर
इन दिनों विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। ऐसे में कर्मचारियों की हड़ताल का असर वहां भी पड़ेगा। कार्यवाही के दौरान ऐसे कई सवाल और सूचनाएं मांगी जाती हैं, जो तत्काल लगाई जाती हैं। इसका जवाब संबंधित विभाग के अधिकारी को देना होता है, लेकिन जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी कर्मचारियों की ही होती है। ऐसे में यह काम प्रभावित हुआ है। इसी तरह वैक्सीनेशन, जाति प्रमाण पत्र सहित अन्य कार्यों में शिक्षकों की ड्यूटी लगी है। उस पर भी असर देखा गया।
मांगें पूरी न होने पर अनिश्चिकालीन हड़ताल की चेतावनी
कोरिया टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष बीरेन्द्र तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ ही एकमात्र ऐसा राज्य है जहां केवल 22 प्रतिशत मंहगाई भत्ता दिया जा रहा है। प्रांतिय निकाय के आव्हान पर जिला कोरिया में कार्यरत शिक्षक संवर्ग के सभी शिक्षक अपनी लंबित महंगाई भत्ता और सातवें वेतन मान के आधार पर गृहभत्ता की मांग है। अगर मांग पूरी नहीं होती है, तो कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन के लिए तैयार हैं।
उनके साथ काफी संख्या में शिक्षकों ने सरकार को सद्बुद्धि के लिए प्रेमाबाग शिवमंदिर में रूद्राभिषेक किया। इसके अलावा नवीन शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष हरिकांत अग्निहोत्री, शालेय शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष बिजेन्द्र नाथ यादव ने भी मांगों के समर्थन में पत्र जारी कर हड़ताल पर चले गए है।
अंकुश नहीं लगा पा रही है पुलिस व आबकारी विभाग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 25 जुलाई। नगर के कई क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार खुलेआम चल रहा है। फिर भी पुलिस एवं आबकारी विभाग अफसर अवैध बिक्री पर अंकुश नहीं लगा पा रही है।
खास बात यह कि नगर में कई जगहों पर कच्ची शराब भी बनाई जा रही है। मुहल्ले के लोग काफी परेशान है, दूसरी ओर पुलिस का निजात अभियान चल रहा है, परन्तु इस अवैध कारोबार पर किसी तरह की रोक नहीं लगी है।
कोरिया जिला मुख्यालय शराब माफिया दिन दहाड़े जगह-जगह अवैध शराब खुलेआम बेच रहे हैं। इसके बावजूद भी पुलिस एवं आबकारी विभाग अफसर हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं। नगर में अवैध शराब बिकने को लेकर नए बस स्टैंड के पीछे गढनिया नामक बस्ती के लोग काफी परेशान है, रात में लोगों ने फोन करके पुलिस का सूचना दी कि शराबी आए दिन मोहल्ले में शराब पीकर गाली गलौज कर रहे है, जिसके बाद मौके पर पुलिस भी पहुंची, पुलिस के सामने कुछ शराबी नशे में धुत्त होकर सडक़ पर पड़े दिखे।
मुहल्ले वालों का कहना है कि ये अवैध ध्ंाधा कई सालो से चल रहा है, परन्तु इस पर प्रशासन का बिल्कुल ध्यान नहीं है। जिसके कारण ऐसे कारोबार करने वालो का हौसला बढ़ा हुआ है। खास बात यह कि अवैध शराब लोगों को सस्ते दामों में मिल जाती है। जिसकी वजह से दिन पर दिन शराब पीने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है।
निजात अभियान सिर्फ पोस्टर में
अवैध शराब पर अंकुश को लेकर पुलिस गंभीर नहीं है। जिले मे नशे के खिलाफ चलाए जा रहा निजात अभियान जारी है, एक तरफ सभी समाज शराब पर अंकुश लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाने के शहर भर में पोस्टर लगे है। जिससे लोग नशा से मुक्ति की अपील की जा रही है। अभियान सिर्फ पोस्टर तक सीमित रह गया है। दूसरी ओर नगर में सस्ते दामों में अवैध शराब मिल रही है। जिसकी वजह से लोग शराब लत को छोड़ नहीं पा रहे हैं।
कारगिल युद्ध के जवान रहे रामकेश्वर प्रसाद की ‘छत्तीसगढ़’ से बातचीत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 25 जुलाई। तब 50 मीटर से गोली जाती थी तो लगता था कि कान के पास से गोली जा रही है, कारगिल युद्ध में सेना को सबसे बड़ा साथ जनता के प्रोत्साहन का मिला, जिसके कारण पाकिस्तान पर हमारी बड़ी जीत हुई। उक्त बातें ‘छत्तीसगढ़’ से कारगिल दिवस के उपलक्ष्य में कारगिल युद्ध के गवाह रहे रामकेश्वर प्रसाद ने कही।
आठवीं जेक ली सियाचिन बटालिन के जवान रामेश्वर प्रसाद वर्ष 1996 में सेना भी भर्ती हुए थे, वर्ष 2016 में वे रिटायर हो गए। इन दिनों कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में निवासरत है।
कारगिल युद्ध के समय वे पूंछ सेेक्टर में तैनात थे, उनके साथ कुल 3 बटालियन भी थी, कारगिल युद्ध को लेकर वे बताते हंै कि उसे समय मोबाइल नहीं थी, परिवार को कभी कभार ही बात हो पाती थी और हमारे देश की जनता युद्ध में शामिल होने के लिए सैकड़ों पत्र भेजा करती थी, लोग लिखते थे कि वो आकर युद्ध करना चाहते है।
पत्रों को हमें बताया भी जाता था, जिससे जवानों का प्रोत्साहन मिलता, सबसे बड़़ा साथ हमें जनता का मिला। यदि पाकिस्तान की ओर से एक गोली चलती तो हमारी ओर से सैकड़ों गोलियों की बौछार हो जाया करती थी, जिससे पाकिस्तान के हौसले पस्त हो जाते है, दुश्मन किस हथियार का प्रयोग कर रहा है, युद्ध में समय समय पर तत्काल प्रशिक्षण दिया जाता था, वहीं हमारी बटालियन ने कारगिल युद्ध के अलावा उस समय 105 आतंकियों का मार गिराया था। उनकी पूरी बटालियन कारगिल युद्ध खत्म होने के बाद भी 2 साल तक वहीं रही।
वे बताते हंै कि उसके बाद हमें यूएन की ओर से शांति सेना में सूडान भेजा गया, 6 महिने के लिए भेजे जाने वाले इस अभियान में हम लोग डेढ़़ वर्ष सूडान में रहे, सैकड़ों लोगों के हथियार जब्त कर लोगों को आम जिंदगी जीने के लिए प्रेरित किया।
आखिर क्या थी कारगिल युद्ध की वजह ?
कारगिल युद्ध वही लड़ाई थी, जिसमें पाकिस्तानी सेना ने द्रास-कारगिल की पहाडिय़ों पर कब्जा करने की कोशिश की थी. भारतीय सेनाओं ने इस लड़ाई में पाकिस्तानी सेना तथा मुजाहिदीनों के रूप में उसके पि_ुओं को परास्त किया। कारगिल युद्ध के तीन चरण रहे, पहला, पाकिस्तानी घुसपैठियों ने श्रीनगर को लेह से जोड़ते राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमाक एक पर नियंत्रण स्थापित करने के मकसद से अहम सामरिक स्थानों पर कब्जा कर लिया। दूसरा, भारत ने घुसपैठ का पता लगाया और अपने बलों को तुरंत जवाबी हमले के लिए लामबंद करना शुरू किया तथा तीसरा, भारत और पाकिस्तान के बलों के बीच भीषण संघर्ष हुआ और पड़ोसी देश की शिकस्त हुई। भारतीय सेना की कार्रवाई में उसके चार हजार सैनिकों की जान गई। भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए और 1363 अन्य घायल हुए। विश्व के इतिहास में कारगिल युद्ध दुनिया के सबसे ऊंचे क्षेत्रों में लड़ी गई जंग की घटनाओं में शामिल है।
5 लाख आर्थिक सहयोग मिलने पर माता-पिता ने जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 23 जुलाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत जिला प्रवास के दौरान मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र के नई लेदरी में विभिन्न समाज एवं संगठनों के पदाधिकारी सहित जनसामान्य से मुलाकात के दौरान मेडिकल की छात्रा खुशी मेघानी को अध्ययन के लिए शासन की ओर से 5 लाख रूपए स्वीकृत किए जाने की घोषणा की गई थी, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आज कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने खुशी के माता-पिता को आज आर्थिक सहायता राशि का चेक सौंपा। मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता के प्रति छात्रा खुशी के पिता विजय और माता प्राची ने आत्मीय आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री से नई लेदरी में मुलाकात के दौरान खुशी ने बताया कि वह एम्स भोपाल में अध्ययनरत है। नीट में उन्होंने सेकेंड रैंक हासिल की है, जिसके चलते एम्स भोपाल में मेडिकल शिक्षा के लिए एडमिशन मिला है। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण कॉलेज की फीस और पढ़ाई प्रति वर्ष 1 लाख रूपए का खर्च वहन करने में दिक्कत आ रही है, जिस पर मुख्यमंत्री ने खुशी मेघानी की पढ़ाई के लिए मौके पर ही 5 लाख रूपए स्वीकृत किए जाने की घोषणा की थी।
इसी तरह भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में ही छग माटीकला बोर्ड के सदस्य कुलवंत राम प्रजापति के निधन पर मुख्यमंत्री द्वारा संवेदना प्रकट की गई थी। उनके निर्देश पर परिवार को शीघ्र आर्थिक सहयोग पहुंचाने के क्रम में आज परिजनों को 4 लाख रूपए राशि का चेक जिला प्रशासन द्वारा सौंपा गया।