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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 9 दिसंबर। भाजपा जिला बालोद द्वारा जिला स्तर पर एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिले के दिग्गज नेता एवं कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार की संवेदनहीनता से लाखों गरीबों को आवास से वंचित होना पड़ा, जिसको लेकर भाजपा द्वारा मोर आवास मोर अधिकार कार्यक्रम के द्वारा बैठक में निर्णय लिया गया कि आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हितग्राहियों के हित में ग्राम पंचायत से लेकर जिला व प्रदेश स्तर पर सडक़ की लड़ाई लड़ेंगे।
भाजपा द्वारा इस कार्यक्रम के अंतर्गत पंचायत स्तर पर हर पंचायत में यह कार्यक्रम होगा, जहां हितग्राहियों से मिलकर आवास संबंधी जानकारी देन हितग्राहियों की सूची को वॉल राइटिंग कराना साथ ही हितग्राहियों से प्रधानमंत्री आवास के राज्यांश हेतु मांग पत्र भरवाना सहित अन्य तैयारियों को लेकर बैठक रखी गई।
भाजपा द्वारा मोर आवास मोर अधिकार नाम से प्रदेश भर में आंदोलन की तैयारी कर रही है, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी जिला बालोद द्वारा भी पूरे डेढ़ माह का खाका भी तैयार कर लिया गया है, जिसको लेकर वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श किया गया, साथ ही मंडलों में मंडल स्तर पर भी निरंतर बैठकों के माध्यम से कार्यक्रम को व्यापकता देने की कार्ययोजना बनी। बैठक में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष कृष्णकांत पवार , पूर्व विधायक प्रीतम साहू, बालमकुंद देवांग, राजेन्द्र राय, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू,पूर्व जिलाध्यक्ष लेखराम साहू,जिला महामंत्री देवेंद्र जायसवाल, किशोरी साहु , अभिषेक शुक्ल,देवेंद्र माहला, संध्या भारद्वाज,त्रिलोकी साहू,होरीलाल रावटे, शरद ठाकुर,संजय दुबे, नरेश साहू,जयेश ठाकुर,सुरेश निर्मलकर, रूपेश नायक,संदीप सिंह,महेंद्र सिंग,थानसिंग मंडावी,जगदीश देशमुख आदि नेता व कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 8 दिसंबर। जिले के शासकीय महाविद्यालय में पखवाड़े भर पूर्व एनएसएस की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। छात्राओं की शिकायत पर अब कॉलेज प्रबंधन ने कार्रवाई की बात कही है और पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी गई है।
कॉलेज की प्राचार्य डॉ. श्रद्धा चंद्राकर ने बताया कि हमने दोनों पक्षों को बुलाकर बयान लिया है और आगे कार्रवाई की जा रही है।
किया जा सकता है रेस्टिगेट
कॉलेज प्रबंधन के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन छात्रों द्वारा इस घटना को अंजाम देते हुए छात्राओं के साथ छेड़छाड़ किया गया है, उन्हें कॉलेज द्वारा सीमित समय के लिए रेस्टिगेट किया जा सकता है। साथ ही छात्राओं द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की बात भी प्रबंधन से कही जा रही है, वहीं पुलिस प्रशासन भी अपने स्तर पर कार्रवाई कर रही है।
खिंचवाईं थी जबर्दस्ती फोटो
ज्ञात हो कि एनएसएस की छात्राएं जब कॉलेज प्रबंधन परिसर में साफ-सफाई कर रही थी तो 2 से 3 छात्रों ने वहां पर जाकर छेड़छाड़ करने का प्रयास किया, उनके साथ जबरदस्ती फोटो खिंचवाई थी। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना कॉलेज प्रबंधन को दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 7 दिसम्बर। प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं होती और जरूरतें इंसान को कचरे से भी सोना निकालने को मदद करती है। इसी तरह ही बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के ग्राम खेरवही के रहने वाले ज्योतिष कुमार साहू की कहानी है जिन्होंने कतरों से सोना निकाल निकाल कर आज उन्हें उपयोगी बना दिया है।
दरअसल कबाड़ से जुगाड़ लगाने वाले ज्योतिष में हाल ही में कटी हुई पाइप के टुकड़ों से पावर बैंक बनाया है, जो कि काफी तेजी से चार्ज होता है और वह अब उस पावर बैंक को अपडेट करने जा रहे हैं। इसके साथ ही इससे पहले उन्होंने बैटरी से चलने वाली साइकिल बनाई जिस की डिमांड भी हुई और उन्होंने कुछ लोगों को ऐसा साइकल तैयार कर भी दिया जिसकी लागत लगभग 11 हजार रुपए आई थी।
पेशे से हैं कलाकार
ज्योतिष कुमार साहू पेशे से कलाकार हैं और वे लोगों को हंसने हंसाने गुदगुदाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा, उनका बचपन काफी संघर्षों में गुजरा अब तो इस काबिल बन गए हैं कि गैरों के लिए भी कुछ कर सकते हैं, परंतु भगवान ने मुझे कलाकारी कार्य से जोड़ कर रखा। मैंने नृत्य संगीत और अभिनय विधा में अपना हाथ आजमाया और मुझे इसी नाम से पहचानते थे अब मुझे लोग जुगाड़ वाले भैया भी कहते हैं।
गजब है जुगाड़ वाले
भैया की कहानी
जुगाड़ वाले भैया ज्योतिष साहू की कहानी भी गजब की है। पहली बार उन्हें पहचान तब मिला जब उन्होंने खराब पड़े बैटरी और खराब पड़े साइकल को ई-साइकिल के रूप में तब्दील कर दिया बकायदा एक्सीलेटर लगाए और चार्जिंग सॉकेट से लेकर सभी चीजों को अपडेट कर दिया। जब वे एक्सीलेटर दबाकर साइकल से निकलते थे तो लोग उन्हें देखते रहते थे फिर कुछ दिनों बाद कुछ बुजुर्गों ने उन्हें साइकिल बनाने की मांग की और उन्होंने उस तरह का संकल्प तैयार कर उन्हें दिया।
एक चार्ज में 16 किमी
ज्योतिष ने बताया कि एक बार चार्ज करने पर यह साइकिल 16 किमी तक चलती है। बाजार जाने रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आसपास के गांव जाने और गांव में घूमने के लिए यह साइकल उन्हें काफी मदद करती है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके साइकल को अपडेट करने की मांग की थी। उन्होंने दो-तीन बुजुर्गों को ऐसा साइकल भी बना कर दिया है और वे इससे काफी संतुष्ट हैं।
साऊंड बॉक्स ले जाने में होती थी दिक्कत तो स्पेयर को बनाया बॉक्स
क्योंकि वह कलाकारी के कार्य से जुड़े हुए हैं और उन्हें वीडियो शूटिंग इत्यादि के लिए यहां वहां भी जाना पड़ता था और साउंडबॉक्स कैरी करने में काफी दिक्कतें होती थी इसलिए उन्होंने बंद पड़े स्पेयर को ही साउंडबॉक्स बना लिया क्योंकि इस पैर में बैग जैसा एक पीठ में लगने का रस्सा होता है जिसके कारण उस साउंडबॉक्स को लाने ले जाने में अब दिक्कतें नहीं होती। उन्होंने घरेलू रोजमर्रा की चीजों से कई सारी ऐसी चीजें बनाई है।
चाइना वाला पंखा
एक तरफ बाजार में बैटरी चलित चाइना सामानों की भरमार है तो इसी तरह का छोटा पंखा जो कि मोबाइल की चार्जिंग से चलता है। ऐसा उन्होंने घर में लगभग सैकड़ों पीस बना डाले लोगों को पता चला तो वह हाथों हाथ बिक गए वह भी काफी कम कीमत में। उन्होंने बताया कि इस तरह के पंखे मुझे बाजार में अक्सर दिखते थे तो मैंने उसे कुछ पुराने मोटर खरीदे और पंखे रेडीमेड खरीदे और घर में ही तैयार कर ली है।
एक कमरे को बनाया जुगाड़ रूम
एक छोटे से गांव के रहने वाले ज्योतिष ने अपने घर के कमरे को ही कबाड़ रूम बना लिया है और उस कबाढ़ वाले कमरे से जुगाड़ वाली चीजें बनकर तैयार होती है और अब तो पूरा जिला भी उन्हें जुगाड़ वाले भैया के नाम से जानने लगा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 7 दिसम्बर। कलेक्टर कुलदीप शर्मा के मार्गदर्शन में आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ.रेणुका श्रीवास्तव ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों से जिला जनदर्शन में पहुंचे लोगों से मुलाकात कर उनकी मांगों एवं समस्याओं को सुना।
डॉ. श्रीवास्तव ने जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों से क्रमश: मुलाकात कर पूरी आत्मीयता से उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब कर आम लोगों के मांगों एवं समस्याओं के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
अपने समस्याओं के निराकरण हेतु पहुंचे जिले के गुरूर विकासखण्ड के ग्राम मोखा के दिव्यांग वृद्ध महेश कुमार की मांग पर तत्काल उसे ट्रायसायकल प्रदान किया गया। जिससे कि उसे आने-जाने में सुविधा हो सके।
इस दौरान ग्राम सिंगारपुर के चैतराम धान पंजीयन में संशोधन कराने, ग्राम चिखली के ग्रामीणों ने ग्राम चिखली से पोराभांठा तक पहुंच मार्ग निर्माण कराने, ग्राम खड़बत्तर निवासी आनंद राम ने प्रधानमंत्री आवास का लाभ प्रदान करने, ग्राम तितुरगांव निवासी उमेश कुमार ने अपने पिता स्व.शिवप्रसाद सिंह के विद्युत करंट लगने से निधन हो जाने पर मुआवजा राशि की मांग सहित अन्य लोगों ने अपनी मांगों एवं समस्याओं से संबंधित आवेदन कलेक्टर को सौंपे। इस अवसर पर एडीएम योगेन्द्र श्रीवास विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 7 दिसम्बर। बालोद जिले के डौंडीलोaहारा विकासखंड में एक छोटा सा गांव बाघमार जो कि पूरे देश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कंगला मांझी और उनके सरकार के करना विख्यात है, जिसके संस्थापक स्व. हीरासिंह देव उर्फ कंगला मांझी थे के पुण्यतिथि पर हर साल कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मांझी सरकार के बीच पहुंचे और स्व. हीरासिंह देव उर्फ कंगला मांझी को नमन किया।
राजमाता फुलवा देवी कांगे ने कहा कि मांझी का नाम जो दिया गया है, उसे समाज और जनता चुनती है। आपको बता दें कि मांझी सरकार का मुख्यालय नई दिल्ली में है। बालोद जिले की गांव में पूरे देशभर के मांझी के शागिर्द पहुंचे हुए हैं, और इनकी एक अपनी संस्कृति है, अपना एक विचारधारा है जो कि देशभक्ति से ओतप्रोत है।
मांझी के सेना और उसका अनुशासन
जो भी देशसेवा, राष्ट्र सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया उनके परिवार को मैं बधाई देता हूं, जिन्होंने कंगला माझी के सम्मान में जीवन कुर्बान किए हुए हैं वो काबिले तारीफ है। मांझी ने आदिवासी समाज और जल जंगल जमीन के लिए लड़े अपनी एक अलग सेना बनाई और उनका अनुशासन देखते ही बन रहा है।
मूल संस्कृति की दिखी झलक
राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आयोजन में शामिल होने के साथ ही मांझी और उनकी संस्कृति की तारीफ करते हुए कहा, दरअसल आदिवासियों की जो मूल संस्कृति है, देवी-देवता हैं, उनकी झलक देखने को मिली है। इनकी जो सेना है उसमें अनुशासन एवं देश भक्ति कूट-कूट कर भरी हुई है। निस्वार्थ भाव से स्वयं मेहनत करके शिक्षा की ओर समाज को अग्रसर कर रहे हैं, और मांझी की सेना में निस्वार्थ रूप से काम कर रहे हैं, यहां पर छत्तीसगढ़ ही नहीं अपितु देशभर के आदिवासी जुट रहे हैं, और मांझी के विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं।
विचारधारा से प्रेरित होकर सर्वस्व न्यौछावर
मांझी सेना के निरीक्षक के रूप में कार्य कर रहे महाराष्ट्र के श्रीराम सूरी ने कहा कि कभी भारत को सोने की चिडिय़ा कहा जाता था हम मांझी के दिखाए हुए मार्ग पर चल रहे हैं। शिक्षा स्वास्थ्य और आदिवासी समाज को एकजुट करना ह,ै और वापस भारत देश को सोने की चिडिय़ा के रूप में हम देखना चाहते हैं, इसीलिए प्रत्येक वर्ष हम मांझी की शहादत को नमन करने पहुंचते हैं।
तीन दिनों तक चलेगा कार्यक्रम
जंगल के बीच स्थित मांझी धाम में तीन दिनों तक कार्यक्रम आयोजित होता है। बालोद जिला के वनांचल में स्थित ग्राम बाधमार में इन दिनों मांझी सरकार के सिपाहियों का जमावाड़ा है। हर साल 5 दिसम्बर को देश के विभिन्न हिस्सों से यहां हजारों की तादात में सिपाही अपने सरकार के संस्थापक स्व.हीरासिंह देव उर्फ कंगला मांझी को श्रद्धांजली देने पहुंचे हुए हैं।
आजादी के बाद भी हाशिए पर आदिवासी
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के रहने वाले गोंड आदिवासी हीरा सिंहदेव कांगे ऊर्फ कंगला मांझी ने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। महात्मा गांधी और सुभाषचंद्र बोस से मुलाकात के बाद उन्होंने आदिवासियों को एकत्र करना शुरू किया और गांधीवादी तरीके से बस्तर के इलाके में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अपनी समानांतर सरकार बनाने की घोषणा कर दी।
अंग्रेज इस देश से चले गए, आजादी मिली। तब तो यह सरकार खत्म हो जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा क्यों नहीं हुआ। इस बारे में कंगला मांझी के बेटे कुंभदेव कांगे बताते हैं।
आजादी के बाद हाशिए पर आदिवासी
वह कहते हैं, आजादी के बाद आदिवासियों को हाशिये पर डाल दिया गया। बराबरी की बात तो छोडि़ए, उनका हक भी उन्हें नहीं मिला। ऐसी परिस्थिति में आदिवासियों के अधिकारों की लड़ाई को जारी रखने के लिए 1951 में कंगला मांझी जी ने मांझी अंतरराष्ट्रीय समाजवाद आदिवासी किसान सैनिक संस्था की नींव रखी। इस तरह स्वतंत्र भारत में बनी कंगला मांझी सरकार।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 6 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को हिरासत में लेने आई झारखंड पुलिस पर भाजपा कार्यकर्ता भडक़े। प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा जिला बालोद की तरफ से आज सीएम भूपेश बघेल पुतला दहन किया गया, और सरकार को आदिवासी विरोधी बताया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच पुतले को लेकर झूमा झटके भी परंतु भाजपाइयों ने शहर के जय स्तंभ चौक में पुतला दहन कर दिया।
आदिवासी का सम्मान दिख गया
भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि हम किसी मांग के लिए नहीं अपितु प्रदेश सरकार के दवाइयों को लेकर पुतला दहन कर रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इशारे पर किस तरह झारखंड और छत्तीसगढ़ की पुलिस मिलकर कल ब्रह्मानंद नेताम को हिरासत में ले रही थी, इसे सबने देखा है, जबकि उन्हें झारखंड हाईकोर्ट से राहत मिली है। भाजपा के मंडल अध्यक्ष अध्यक्ष प्रेम साहू ने भी कड़ी शब्दों में कहा कि किस तरह प्रदेश सरकार आदिवासी का सम्मान करती है यह तो दिख गया एक आदिवासी प्रत्याशी चुनाव लड़ कर सामने आए और उसे गिरफ्तार करने के लिए प्रदेश सरकार उतारू हो गई, हम इसका विरोध करते हैं।
झूमाझटकी के बाद पुतला दहन
इस दौरान भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और पुतला दहन कर दिया पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमे लटकी हुई। कार्यकर्ता पुतला लेकर यहां से वहां दौड़ते रहे पुतले को आग के हवाले कर दिया गया और पुलिस द्वारा पुतले में लगे आपको बुझाने के लिए पानी डालने का प्रयास किया गया।
पुतला तो नहीं बुझा परंतु कार्यकर्ता पानी में जरूर भीगें, उसके बाद जमकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरान राजीव शर्मा, संतोष कौशिक, संजय साहू, वीरेंद्र साहू, राहुल साहू, रौनक कत्याल, नरेंद्र सोनवानी, चित्रसेन साहू, एकांत पंवार सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 5 दिसंबर। बालोद जिले के मां दंतेश्वरी सहकारी शक्कर कारखाना के कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। वे अपने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं वहीं कर्मचारियों ने प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हंै।
उन्होंने कहा कि प्रबंधन द्वारा उनके मजदूर संगठन को तोडऩे का काम किया जा रहा है और जो प्रबंधन के भ्रष्ट्राचार को उजागर कर रहे हैं उन्हें कारखाने से बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। आज कारखाने से 500 मीटर की दूरी पर तंबू लगाकर मजदूर हड़ताल पर बैठ गए हैं वहीं प्रबंधन या प्रशासन की तरफ से कोई भी वार्ता नहीं की जा रही है।
शुरू होने वाला है पेराई सत्र
ज्ञात हो कि गन्ना पेराई का सत्र शुरू होने वाला है आगामी 1 दिनों में गन्ने की खरीदी शुरू हो जाएगी ऐसे में कर्मचारी हड़ताल पर हैं इससे प्रबंधन को नुकसान उठाना पड़ सकता है वही एमडी राजेंद्र राठिया का कहना है कि 40 मजदूर हमारे कारखाने के अंदर है बाकी कुछ मजदूर बाहर हैं जिन्हें बरगला कर हड़ताल में ढकेल आ गया है उन्होंने कहा कि प्रबंधन पर किसी तरह का कोई प्रभाव हड़ताल का नहीं पड़ेगा वही मजदूर यूनियन ने प्रबंधन पर कई तरह के और आरोप लगाए हैं आधे मजदूर हड़ताल में है तो आधे मजदूर काम पर।
ये है प्रमुख मांगे
मजदूर यूनियन के अध्यक्ष एचएस मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रेडेशन नियमितीकरण की मांग लेकर हम हड़ताल पर बैठे हुए हैं साथ उन्होंने कहा कि एक कर्मचारी देवेंद्र सिंह हैं जिन्हें बलपूर्वक प्रबंधन द्वारा काम से निकाला गया है उन्हें भी काम में वापस लाने की मांग कर रहे हैं साथ ही उन्होंने वेतन वृद्धि की मांग की है कर्मचारियों ने बताया कि 13 वर्ष से अधिक का समय हो चुका है उन्हें काम करते परंतु नियमितीकरण का लाभ होने नहीं मिल पा रहा है।
मजदूरों ने बताया कि मजदूरी दर में 30 से 40त्न महंगाई के दौर में वृद्धि करनी चाहिए हमने एक मुफ्त 5000 अपने वेतन में वृद्धि करने की मांग की थी परंतु हमारे किसी मांग को प्रबंधन ने गंभीरता से नहीं लिया है।
बालोद, 5 दिसंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक अंतर्गत ग्राम कुर्दी के ग्रामीणों एवं पंचायत ने संयुक्त रूप से मिलकर एक ऐसा फैसला लिया है, जो अन्य पंचायतों और प्रदेश सहित केंद्र की सरकारों को प्रेरणा दे रही है।
दरअसल इस गांव के लोगों ने युवा पीढ़ी को गलत दिशा में जाने से रोकने के लिए कठोर निर्णय लिए हैं। आज गांव गांव में अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है, ऐसे में इस गांव ने फैसला लिया कि यदि गांव में कोई भी व्यक्ति अवैध शराब बेचता है तो उसे भविष्य में 10000 रुपए दंड और उन से अवैध रूप से शराब खरीदने वाले को 15000 रुपए दंड का प्रावधान रखा गया है मामला यहीं नहीं सिमर ता आगे इन्होंने और भी कई निर्णय लिए हैं।
14 शराब विक्रेताओं से लिए दण्ड
गांव में संयुक्त रूप से बैठक हुई जिसमें पंचायत के प्रतिनिधि एवं गांव के लोग शामिल हुए। इस बैठक में 14 ऐसे व्यक्ति जो गांव में अवैध रूप से शराब का विक्रय करते हैं उन्हें चिन्हित कर प्रत्येक व्यक्ति से 2500 रूपये अर्थदंड लिया गया और इन पैसों को गांव के विकास में लगाया जाएगा। साथ ही आगे उन्हें समझाइश दी गई है कि इस तरह का कोई भी कृत्य ना करें।
जुआ-सट्टे वाले सावधान
गांव के वरिष्ठ नागरिक केशव राम साहू ने बताया कि युवा पीढ़ी आज जुआ सट्टा की चपेट में हैं, इस पर लगाम लगाने के लिए हमारे ग्रामीणों ने मिलकर यह फैसला लिया है कि कोई भी व्यक्ति जो आया सट्टा खेलता है या फिर इस तरह के कृत्यों को अंजाम देता है तो उनसे 50 हजार रूपये दंड लिया जाएगा, इसके बाद से गांव में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों ने इस फैसले का स्वागत किया है और पूरे गांव में सहित पूरे जिले सहित अन्य जिलों में भी इस गांव की चर्चा बनी हुई है।
सार्वजनिक स्थल पर
शराब पीना बैन
गांव में कई सारे सार्वजनिक स्थल हैं जहां पर कचरे का अंबार लगा रहता है वह कचरे भी डिस्पोजल और पानी के पाउच और पानी के प्लास्टिक बोतलों का परंतु जब से ग्रामीणों ने सार्वजनिक स्थल पर शराब सेवन पर बैन लगा दिया है और देखे जाने पर 1000 रूपये दंड और बताने वाले को 500 रूपये का इनाम गुप्त रूप से दिया जाएगा जिसके बाद से यहां पर प्लास्टिक के कचरे मानो गायब हो गए हैं गांव में स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त भारत के अभियान का सपना भी यह गांव साकार कर रहा है।
21 जगहों पर लगाया गया कैमरा
पूरे गांव में पंचायत द्वारा 21 जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है इसका उद्देश्य यह है कि अवैध कामों की निगरानी इन कैमरों के माध्यम से लगाया जा सके गांव में जितने भी सांस के उपक्रम है जैसे पंचायती स्कूल बैंक सहित अन्य छोटे छोटे शासकीय उपक्रम वहां पर इन कैमरों को इंस्टॉल किया गया है और इसका स्क्रीन पंचायत और इन्हीं उपक्रमों के पास रहता है इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आ रही है और ऐसे अवैध कामों में भी सुधार देखने को मिल रहा है।
अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा
गांव के लोगों ने बताया कि पंचायत और ग्रामीण लोगों द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद काफी सकारात्मक माहौल गांव में देखने को मिल रहा है कचरे तो साफ हुए ही हैं साथ ही वैचारिक रूप से भी स्वच्छता देखने को मिल रही है ग्रामीणों का कहना है कि युवाओं का भविष्य संवारना इसका मूल उद्देश्य है आज युवा पीढ़ी शराब और जुआ सट्टा जैसे कामों में लिप्त हो रहे हैं ऐसे में केवल युवा ही नहीं उसका पूरा परिवार इसकी चपेट में आ जाता है इसलिए गांव का फैसला स्वागत योग्य है और अन्य पंचायतों को भी इन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
बालोद, 5 दिसंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक अंतर्गत ग्राम कुर्दी के ग्रामीणों एवं पंचायत ने संयुक्त रूप से मिलकर एक ऐसा फैसला लिया है, जो अन्य पंचायतों और प्रदेश सहित केंद्र की सरकारों को प्रेरणा दे रही है।
दरअसल इस गांव के लोगों ने युवा पीढ़ी को गलत दिशा में जाने से रोकने के लिए कठोर निर्णय लिए हैं। आज गांव गांव में अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है, ऐसे में इस गांव ने फैसला लिया कि यदि गांव में कोई भी व्यक्ति अवैध शराब बेचता है तो उसे भविष्य में 10000 रुपए दंड और उन से अवैध रूप से शराब खरीदने वाले को 15000 रुपए दंड का प्रावधान रखा गया है मामला यहीं नहीं सिमर ता आगे इन्होंने और भी कई निर्णय लिए हैं।
14 शराब विक्रेताओं से लिए दण्ड
गांव में संयुक्त रूप से बैठक हुई जिसमें पंचायत के प्रतिनिधि एवं गांव के लोग शामिल हुए। इस बैठक में 14 ऐसे व्यक्ति जो गांव में अवैध रूप से शराब का विक्रय करते हैं उन्हें चिन्हित कर प्रत्येक व्यक्ति से 2500 रूपये अर्थदंड लिया गया और इन पैसों को गांव के विकास में लगाया जाएगा। साथ ही आगे उन्हें समझाइश दी गई है कि इस तरह का कोई भी कृत्य ना करें।
जुआ-सट्टे वाले सावधान
गांव के वरिष्ठ नागरिक केशव राम साहू ने बताया कि युवा पीढ़ी आज जुआ सट्टा की चपेट में हैं, इस पर लगाम लगाने के लिए हमारे ग्रामीणों ने मिलकर यह फैसला लिया है कि कोई भी व्यक्ति जो आया सट्टा खेलता है या फिर इस तरह के कृत्यों को अंजाम देता है तो उनसे 50 हजार रूपये दंड लिया जाएगा, इसके बाद से गांव में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों ने इस फैसले का स्वागत किया है और पूरे गांव में सहित पूरे जिले सहित अन्य जिलों में भी इस गांव की चर्चा बनी हुई है।
सार्वजनिक स्थल पर
शराब पीना बैन
गांव में कई सारे सार्वजनिक स्थल हैं जहां पर कचरे का अंबार लगा रहता है वह कचरे भी डिस्पोजल और पानी के पाउच और पानी के प्लास्टिक बोतलों का परंतु जब से ग्रामीणों ने सार्वजनिक स्थल पर शराब सेवन पर बैन लगा दिया है और देखे जाने पर 1000 रूपये दंड और बताने वाले को 500 रूपये का इनाम गुप्त रूप से दिया जाएगा जिसके बाद से यहां पर प्लास्टिक के कचरे मानो गायब हो गए हैं गांव में स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त भारत के अभियान का सपना भी यह गांव साकार कर रहा है।
21 जगहों पर लगाया गया कैमरा
पूरे गांव में पंचायत द्वारा 21 जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है इसका उद्देश्य यह है कि अवैध कामों की निगरानी इन कैमरों के माध्यम से लगाया जा सके गांव में जितने भी सांस के उपक्रम है जैसे पंचायती स्कूल बैंक सहित अन्य छोटे छोटे शासकीय उपक्रम वहां पर इन कैमरों को इंस्टॉल किया गया है और इसका स्क्रीन पंचायत और इन्हीं उपक्रमों के पास रहता है इससे दुर्घटनाओं में भी कमी आ रही है और ऐसे अवैध कामों में भी सुधार देखने को मिल रहा है।
अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा
गांव के लोगों ने बताया कि पंचायत और ग्रामीण लोगों द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद काफी सकारात्मक माहौल गांव में देखने को मिल रहा है कचरे तो साफ हुए ही हैं साथ ही वैचारिक रूप से भी स्वच्छता देखने को मिल रही है ग्रामीणों का कहना है कि युवाओं का भविष्य संवारना इसका मूल उद्देश्य है आज युवा पीढ़ी शराब और जुआ सट्टा जैसे कामों में लिप्त हो रहे हैं ऐसे में केवल युवा ही नहीं उसका पूरा परिवार इसकी चपेट में आ जाता है इसलिए गांव का फैसला स्वागत योग्य है और अन्य पंचायतों को भी इन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 5 दिसंबर। बालोद शहर से होकर गुजरने वाले रायपुर - अंतागढ़ रेल मार्ग में शहर के पाररास रेलवे फाटक में सुबह 5 बजे से सुधार कार्य चल रहा है, जिसको लेकर रेलवे द्वारा कोई भी पूर्व सूचना जारी नहीं की गई थी जिसके कारण सुबह से ही लोग परेशानरहे। फाटक से होकर रोजाना गुजरने वाले हजारों लोग फाटक तक तो पहुंच रहे लेकिन उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्कूली बच्चे हो रहे परेशान
स्कूली बच्चे सुबह से ही परेशान है यह मार्ग पूरे शहर को आसपास के ग्रामीण अंचलों से जोड़ता है और राजनांदगांव जिले को भी बालोद से जोडऩे वाला यह मुख्य मार्ग है बच्चे स्कूल के लिए निकले तो सही पर फाटक बंद होने के कारण जान जोखिम में डालकर पटरी को अपने सायकल समेत पर कर रहे हैं लेकिन यहां पर दुपहिया वाहन वालों को जानकारी के अभाव में वापस आकर रास्ता बदलकर पर करना पड़ रहा है।
सुबह 5 बजे से बंद
ज्ञात हो कि सुबह 5 बजे से बिना किसी पूर्व सूचना के यह रेलवे फाटक बंद है और यहां पर सुधार कार्य किया जा रहा है अगर सूचना रहती तो लोग स्वयं ही अपना रास्ता बदल देते हैं।
रेलवे के कर्मचारियों ने बताया कि लगभग 12 बजे तक यहां पर सुधार कार्य चलेगा जिसके कारण फाटक बंद रहेगा।
ओवरब्रिज की मांग
ज्ञात हो कि यहां पर पूरे नगर वासी काफी लंबे समय से ओवरब्रिज की मांग कर रहे हैं परंतु अब तक यहां पर कोई पुख्ता रूप से निर्माण की पुष्टि नहीं हुई है अक्सर लोगों को यहां पर घंटो जाम में फसना पड़ जाता है यह राजनादगांव बालोद का मुख्य मार्ग है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 4 दिसंबर। बालोद जिले में धान खरीदी की रफ्तार काफी तेजी से चल रही है और लगातार यहां पर कलेक्टर की मॉनिटरिंग के साथ ही प्रत्येक खरीदी केंद्रों में अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं, जो पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और किसी किसान को समस्या न हो, इस विषय को गंभीरता से लिए हुए हैं। पूरे राज्य में सर्वाधिक किसानों के धान विक्रय करने वाले की श्रेणी में बालोद द्वितीय स्थान पर है।
बालोद कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बताया कि बालोद जिले में इस बार 140 खरीदी केंद्रों के माध्यम से धान की खरीदी हो रही है। सभी खरीदी केंद्रों में नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं, जो कि पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कलेक्टर ने बताया कि ऑनलाइन टोकन के माध्यम से भी किसान इसका लाभ उठा रहे हैं। लोगों को घर बैठे ही टोकन मिल पा रहा है। खरीदी केंद्रों में किसानों की भीड़ जैसी कोई स्थिति नहीं है, क्रमवार बारी-बारी सभी किसान अपने धान कुशलतापूर्वक बेच पा रहे हैं।
कलेक्टर ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में वर्तमान में स्थापित कुल 140 धान खरीदी केन्द्रों के माध्यम से 30 नवंबर 2022 तक 2 लाख 7 हजार 927 मिट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है।
खाद्य अधिकारी ने बताया कि खरीदे गये धान में 1 लाख 11 हजार 848 मिट्रिक टन धान का उठाव राईस मिलरों के द्वारा सीधे उपार्जन केन्द्रों से किया गया है। नवम्बर में ही कुल खरीदे गये धान में से 54 फीसदी धान का उठाव किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि सभी खरीदी केंद्रों में राईस मिलरों का डीओ जारी होने के उपरांत निरंतर क्षमतानुसार धान का उठाव किया जा रहा है कुल 1 लाख 46 हजार 665 किसानों के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान विक्रय हेतु पंजीयन कराया गया है । पंजीकृत किसानों में से 60 हजार 550 किसानों के द्वारा धान का विक्रय किया जा चुक है जो कि 41 फीसदी है।
गत सप्ताह में जिले के खरीदी केन्द्रों का आंकड़ा देखा जाए तो 24 नवंबर को 13 हजार 524.12 टन धान, 25 नवंबर को 15 हजार 207.01 टन धान, 28 नवंबर को 15 हजार 009.4 टन धान, 29 नवंबर को 14 हजार 724.52 टन धान एवं 30 नवंबर को 15 हजार 297.16 टन धान की खरीदी की गई है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 4 दिसंबर। बालोद जिले के गुरुर नगर पंचायत अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू के खिलाफ पार्षदों ने 9 फरवरी 2022 को अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. जिसमें कलेक्टर ने आदेश पारित करते हुए 25 फरवरी 22 को इसके लिए 11 मार्च 22 की तिथि निर्धारित की थी. लेकिन अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू ने मामले को लेकर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की थी जिसे अब हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है कल कोर्ट ने इसे खारिज किया और अब आगे की रणनीति में दोनो पार्टियां जुट जाएगी।
याचिका हुई खारिज
अधिवक्ता प्रतीक शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की पैरवी करते हुए उन्होने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष की याचिका अदालत की डबल बेंच द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार खारिज होने योग्य है. जिसे स्वीकार करते हुए उच्च न्यायालय ने 3 दिसंबर 22 को अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू की रिट याचिका को खारिज कर दिया
अध्यक्ष बनाने में असफल रही थी भाजपा
शुरुआत से ही नगर पंचायत में राजनीति हावी रही तथाकथित नेताओं का नेतृत्व भी कमजोर रहा यहां तक भाजपा के पार्षदों की संख्या अधिक होने के बाद भी वहां पर कांग्रेस अधिकृत प्रत्याशी ने अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा बनाया जा अब जब अविश्वास प्रस्ताव पर लगा स्टे हट गया है तो आगे कांसेप्ट क्लियर हो जाएगा के आगे अध्यक्ष को लेकर भाजपा कांग्रेस कौन सा रुख अपनाते हैं।
संगठन ने खींचा
था अपना हाथ
जितनी तत्परता से मंडल के नेताओं ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कदम बढ़ाया था उतनी ही तत्परता से अपना हांथ भी खींच लिए जिसके कारण इन नेताओं की काफी किरकिरी हुई यहां तक की मंडल में निवासरत पूर्व विधायक मोर्चा अध्यक्ष तथाकथित नेता गण भी पीछे रहे जिसके परिणाम स्वरूप स्टे को चैलेंज करने में भी देरी हुई अपने पार्षदों से ही हस्ताक्षर नहीं करा पाए मंडल अध्यक्ष।
भाजपा के पार्षद अध्यक्ष के
साथ तो 10 पार्षद एकजुट
भाजपा के 4 पार्षद कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू के साथ अक्सर देखे जाते हैं और बकायदा उन्हें पीआईसी में भी स्थान मिला है कांग्रेस संगठन ने तो अध्यक्ष के निष्कासन के लिए पत्र भी लिख दिया है पर भाजपा संगठन की मौन सहमति कहीं भाजपा को ही नुकसान में ना डाल दे वैसे भी वहां पर गुप्त बैठकों का दौर शुरू हो चुका है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 2 दिसंबर। जिले में स्थित प्रसिद्ध तांदुला जलाशय के मनोरम दृश्य को निहारने के लिए आने वाले पर्यटकों को अब शीघ्र ही तांदुला जलाशय के तट पर तांदुला ईको फ्रेन्डली पार्क की सौगात मिलने वाली है। कलेक्टर कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा आदमाबाद की ओर स्थित तांदुला जलाशय की तट पर शीघ्र ही तांदुला ईको फ्रेन्डली पार्क के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने हेतु युद्धस्तर पर कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
अंग्रेज शासन काल में प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण वनाच्छादित क्षेत्र में निर्मित इस तांदुला जलाशय का सौंदर्य का लुत्फ उठाने बड़ी संख्या में पर्यटक तांदुला जलाशय में आते हैं। लेकिन तांदुला नदी के तट पर तांदुला ईको फे्रन्डली पार्क का निर्माण हो जाने से यहां आने वाले पर्यटकों के लिए इस स्थान के मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह पार्क खासा आकर्षण का केन्द्र रहेगा।
कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने 30 दिसंबर को प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण कर तांदुला ईको फ्रेन्डली पार्क के निर्माण के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को यहां आने वाले पर्यटकों को बेहतरीन परिवेश एवं सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु सर्व सुविधायुक्त तांदुला ईको फ्रेन्डली पार्क निर्माण करने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि इस ईको फ्रेन्डली पार्क में फूड गार्डन, प्लेग्राउंड, रेस्टोरेंट, बोटिंग की सुविधा, पाथर्वे निर्माण, वॉच टावर, हाईमास्ट एवं सोलर लाईट लगाने के कार्य, कॉर्टेज आदि का निर्माण कर यहां आने वाले सैलानियों को बेहतर से बेहतर सुविधा एवं परिवेश प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। कलेक्टर ने अधिकारियों से इन सभी निर्माण कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। शर्मा ने तांदुला ईको फ्रेन्डली पार्क में बनाए जाने वाले मार्ग के दोनो ओर पौधा लगाने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों से प्रवेश द्वार एवं पार्किंग स्थल के लिए चयनित स्थान के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने इस पार्क में पशुओं के आवागमन की रोकथाम हेतु प्रवेश द्वार में काउकैचर लगाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने अधिकारियों से पार्क में कैंटिन निर्माण हेतु चयनित स्थल तथा पूरे समय पेयजल की समुचित उपलब्धता तथा टायलेट आदि के निर्माण के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को इस सर्व सुविधायुक्त ईको पार्क के निर्माण हेतु शीघ्र कार्य प्रारंभ करने तथा 4 माह के भीतर तांदुला ईको फ्रेन्डली पार्क के निर्माण कार्य को अनिवार्य रूप से पूरा करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 1 दिसंबर। कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने जिले के गुण्डरदेही विकासखंड के ग्राम सिकोसा में धान खरीदी केन्द्र का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। शर्मा ने धान खरीदी केन्द्र में उपस्थित अधिकारी, कर्मचारियों से अब तक की धान की कुल खरीदी एवं धान के उठाव एवं बारदाने की उपलब्धता आदि के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने किसानों के द्वारा अपने धान की बिक्री हेतु अब तक कराए गए कुल ऑनलाईन पंजीयन के संबंध में भी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने आर्द्रतामापी यंत्र से धान की नमी की जांच भी किया। शर्मा ने धान खरीदी केन्द्र में उपस्थित दौलतराम, कामता राम एवं अन्य किसानों से बातचीत कर धान खरीदी केन्द्र की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। किसान कामता राम साहू ने बताया कि उनके द्वारा अब तक कुल 34 क्विंटल धान की बिक्री की गई है। कलेक्टर नेे अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि धान खरीदी केन्द्रों में धान बिक्री के लिए आने वाले किसानों को किसी प्रकार की परेशानी बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को सभी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 1 दिसंबर। बालोद जिले के किसान मोर्चा ने प्रदेश किसान मोर्चा अध्यक्ष पवन साहू के नेतृत्व में रबी फसलों के लिए तांदुला जलाशय से पानी छोडऩे की मांग लेकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया।
किसान मोर्चा ने कहा कि रबी फसलों के लिए जितने पानी की आवश्यकता होती है उतनी पानी पर्याप्त मात्रा में जलाशयों में उपलब्ध है इस बार बारिश अच्छी हुई है और किसानों के हित को देखते हुए जलाशयों से पानी दिया जाना चाहिए।
बंदरों का प्रकोप
किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू ने कहा कि दलहन तिलहन फसल लेने में कोई दिक्कत नहीं है। परंतु बंदरों के आतंक से फसल को काफी नुकसान होता है और यहां पर फसलों की रक्षा के लिए कोई उपाय नहीं रहता फसल बचाना चैलेंजिंग हो जाता है। जिसके कारण किसान मजबूरी बस अपने खेतों को खाली छोड़ देते हैं जिनसे उन्हें आर्थिक नुकसान होता है किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू ने कहा कि हम लगातार किसानों के हित में कार्य कर रहे हैं और आने वाले दिनों में किसानों के लिए लड़ाई लडऩे को तैयार हैं।
होती है कई सारी दिक्कतें
किसान मोर्चा के महामंत्री हेमंत साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां पर दलहन तिलहन फसलों को लेकर कई सारी दिक्कतें होती है यदि नहर नालियों के माध्यम से पानी आता है तो दलहन तिलहन की फसलें सडऩे गलने लगती है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर दलहन तिलहन फसल में कोई बीमारी प्रकोप हो तो उसके लिए भी शासन के चक्कर लगाने पड़ते हैं इसलिए ध्यान की फसलों को देखते हुए रवि फसल में पानी दिया जाना चाहिए।
बालोद, 1 दिसंबर। कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने कलेक्टोरेट स्थित अपने कक्ष में राज्य स्तरीय जूडो प्रतियोगिता में मेडल प्राप्त करने वाले बालोद जिले के प्रतिभागियों से भेंट कर उन्हें बधाई एवं शुभकामनांए दी। इस दौरान कलेक्टर ने भिलाई स्थित हाउसिंग बोर्ड जूडो क्लब में 26 एवं 27 नवंबर को आयोजित राज्य स्तरीय जूडो प्रतियोगिता में महिला वर्ग के अंतर्गत दूसरा स्थान प्राप्त कर सिलवर मेडल प्राप्त करने वाले प्रियांशु एवं पुरूष वर्ग के अंतर्गत तीसरा स्थान अर्जित कर ब्राउन्स मेडल प्राप्त करने वाले टिमांशु साहू सहित अन्य जूडो खिलाड़ी से मुलाकात कर हालचाल पूछा।
इस दौरान जूडो खिलाडियों द्वारा जूडो क्लब दल्लीराजहरा के उचित रखरखाव एवं उपकरण आदि की मांग की। कलेक्टर ने उनके मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया। उल्लेखनीय है कि इस राज्य स्तरीय जूडो प्रतियोगिता में शहीद वीरनारायण सिंह मार्शल आर्ट एकेडमी बालोद के कुल 11 खिलाड़ी शामिल हूए थे।
इस दौरान कोच किशोर नाथ योगी सहित गगन सोनी, मोहित कुमार साहू, मंगलू राम साहू सहित जुडो खिलाड़ी गण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 1 दिसंबर। जिला पंचायत बालोद में संभागायुक्त दुर्ग संभाग महादेव कावरे ने औचक निरीक्षण कर जायजा लिया। कावरे ने कार्यालय के समस्त शाखाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने मनरेंगा योजना के तहत संचालित कार्यों के क्रियान्वयन पर चर्चा की एवं कैश बुक की जांच की गई। उन्होंने मनरेगा शाखा में संधारित होने वाले शिकायत पंजी में निराकरण पश्चात अभिप्रमाणित कराए जाने के निर्देश दिए।
कावरे ने स्थापना शाखा में कर्मचारियों के सेवा पुस्तिका में जन्म तिथि अभिप्रमाणित नही पाए जाने पर एवं सामान्य भविष्य निधि की गणना एवं अद्यतन नहीं पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए 2 दिवस के भीतर इसे पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही कावरे ने 15 वे वित्त योजना, डीआरडीए प्रशासन मद, स्वच्छ भारत योजना, श्रद्धांजलि योजना एवं अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा एवं कैश बुक की जांच की। संभागायुक्त ने सभी शाखाओं में कार्यरत कर्मचारियों के टेबल पर नाम पट्टिका आवश्यक रूप से रखे जाने के स्पष्ट निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव मौजूद सहित जिला पंचायत के अन्य अधिकारी गण मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 30 नवंबर। बालोद जिले में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ईसाई समुदाय को कब्रिस्तान के लिए जगह देने की बात कही थी, जिसको लेकर बालोद शहर के पाररास बस्ती क्षेत्र में लगभग 30 डिसमिल की मांग ईसाई समुदाय द्वारा कब्रिस्तान के लिए की गई थी। इस पर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल एवं स्थानीय लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। मामले को देखते हुए तहसीलदार द्वारा जमीन की मांग को फिलहाल खारिज कर दिया गया है।
कलेक्टर को भेजा गया मामला
तहसीलदार ने बताया कि जिस क्षेत्र में कब्रिस्तान के लिए जगह की मांग की गई थी, उस क्षेत्र को लेकर आपत्ति हुई थी और आज हमने उस आपत्ति को दोनों पक्षों को सुनने के बाद खारिज कर दिया है और आगे कलेक्टर के पास मामले को हस्तांतरित किया है जो भी निर्णय होगा वह आगे कलेक्टर द्वारा किया जाएगा, वहीं विश्व हिंदू परिषद सहित बजरंग दल ने कहा कि देशों की जनसंख्या के लिए इतनी बड़ी जमीन मांगी जा रही है और हम हिंदू समुदाय यहां लाखों की संख्या में हैं।
हुई दिक्कत तो करेंगे आपत्ति
फिलहाल ईसाई समुदाय का कहना है कि हमें इस जगह ही नहीं कहीं भी जगह दे दिया जाए। इसको लेकर हिंदू समुदाय के लोगों ने कहा कि यदि किसी क्षेत्र से आपत्ति आती है तो हम सब पुना आपत्ति करने आएंगे क्योंकि यहां पर हिंदुओं के लिए जगह काफी कम बच रहा है और कब्रिस्तान के लिए आवंटित करने के बाद वह जगह फिक्स हो जाता है। किसी तरह की हिंदू और ईसाइयों के बीच विवाद न हो, इसके लिए पुलिस एवं सुरक्षा बल भी तहसील कार्यालय में तैनात रहे। आज दोनों पक्ष तहसील कार्यालय पहुंचे हुए थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 30 नवंबर। नाबालिग को बहला फुसलाकर शादी का झांसा देकर भगाने व रेप के आरोपी को पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 3 नवंबर को थाना गुरूर क्षेत्र में प्रार्थी के रिपोर्ट पर धारा 363 भादवि कायम कर विवेचना कार्रवाई में लिया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते कायमी पश्चात गुम बालक एवं बालिका की पतासाजी आपरेशन मुस्कान के तहत थाना प्रभारी भानुप्रताप साव के नेतृत्व में टीम गठित कर तलाश की जा रही थी। तलाश दौरान पता चला कि आरोपी अर्जुन मुखिया (24) सिहोल चकला थाना बिहरा जिला सहरसा (बिहार) के द्वारा नाबालिग लडक़ी को बहला फुसलाकर शादी का झांसा देकर भगा कर पत्नी के रूप में अपने घर में रखा है। सूचना पर टीम द्वारा गांव पहुंचकर आरोपी अर्जुन मुखिया के कब्जे से अपहृता को बरामद किया गया।
अपहृता के द्वारा अपने कथन में आरोपी द्वारा शादी का प्रलोभन देकर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाना बताने से प्रकरण में धारा 366, 376(2), भादवि 4, 5, 6 पाक्सो एक्ट जोडक़र आरोपी को 29 नवंबर को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 30 नवंबर। बालोद जिले के गुरूर विकासखंड अंतर्गत ग्राम मोखा में एक एसा मामला सामने आया है, जहां पर प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने वाला शिक्षक मतदाता सुधार कार्य के लिए रविवार को भी विद्यालय पहुंचा हुआ था यहां पर कथित रूप से उन्होंने विद्यालय परिसर में शराब का सेवन किया और ग्रामीणों ने इसकी शिकायत विकास खंड शिक्षा अधिकारी से भी की हालांकि विकास खंड शिक्षा अधिकारी मामले में शराब जैसी बातों से इंकार कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि समय पर नहीं आने जाने की शिकायत मिली थी जिसको देखते हुए उन्हें अटैच करते हुए ओनाकोना भेजा गया है। शिक्षक का नाम थानेश्वर मंडावी है।
जांच में गए थे बीइओ
स्थानीय ग्रामीणों एवं विकास खंड शिक्षा अधिकारी डीपी कोसरे ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीणों की जब शिकायत मिली तो वह जांच में भी गए थे जिसके बाद उन्होंने उस शिक्षक को वहां से हटा दिया है और वह शिक्षक पहले से ही अतिशेष में चल रहे हैं। ज्ञात हो कि निरंतर शिक्षकों के शिकायती मामले सामने आ रहे हैं परंतु विभाग द्वारा मामलों में स्पष्टता नहीं दिखाई जाती।
सरपंच ने कहा, शराब संबंधी की थीे शिकायत
गांव के सरपंच पुष्पेंद्र सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार के दिन की बात है शिक्षक की ड्यूटी मतदाता सुधार कार्य में लगा था इस दौरान कुछ ग्रामीणों को स्कूल में शराब पिए जाने और नशे में होने की बात सामने आई जिसके बाद पूरी चर्चा गांव में फैल गई और विभाग में शिकायत भी की गई जिसके बाद अब विभाग द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है। सरपंच ने यह भी बताया कि शराब संबंधी शिकायत हमने विभाग के सामने प्रस्तुत की थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 29 नवंबर। बालोद जेल सें फरार दोनों कैदी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या एवं अपहरण के प्रकरण में दोनों कैदी बालोद जेल में निरूद्ध थे। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी में साइबर सेल टीम बालोद एवं थाना अर्जुन्दा, थाना डौण्डी लोहारा की विशेष भूमिका रही ।
पुलिस के अनुसार 26 नवंबर को रात्रि 8 बजे जिला जेल बालोद से सूचना मिली कि बालोद जेल से दो कैदी जेल की दीवार फांद कर फरार हो गये हैं। सूचना पर मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव के द्वारा समस्त थाना/चौकी प्रभारियों एवं साइबर सेल से विषेष टीम बनाकर दोनो फरार कैदी को पकडऩे रवाना किया गया।
टीम द्वारा बालोद जेल जाकर घटना के संबध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर फरार कैदी विकास यादव (20) ग्राम भालूकोन्हा थाना अर्जुन्दा जिला बालोद जो हत्या के प्रकरण में जेल में निरूद्व था और शिव कुमार नेताम उर्फ मोनू (20) कामता थाना डौण्डीलोहारा जो अपहरण, रेप एवं पॉक्सो एक्ट के मामले में बालोद जेल में निरूद्ध था, वह 26 नवंबर की शाम करीब 7 बजे बालोद जेल की दीवार फांद कर वहां से फरार हो गये थे।
पुलिस अधीक्षक बालोद द्वारा तत्काल कई टीम बनाकर रवाना किया गया। एक टीम जेल के पीछे जाने वाले रास्ते की सघन चेकिंग किया गया। समस्त थाना/चौकी को अलर्ट किया गया और उनके द्वारा रोड पर एमसीपी लगाकर समस्त आने जाने वाले वाहन को चेक किया गया।
टीम आरोपियों के गांव में उनके घर के आस पास जाकर ग्रामीण वेशभूषा में उनपर नजर बनाए हुए थे। फरार कैदी में विकास यादव 27 नवंबर को सुबह 10 बजे अपने गांव भालूकोन्हा के पास खेत खलिहान में लुक छिप रहा था, जिसे टीम द्वारा घेराबंदी का धर दबोचा गया।
दूसरा फरार कैदी शिव कुमार नेताम उर्फ मोनू जो 28 नवंबर को ग्राम कामता के खेत खलिहान में लुक छिप कर था, जिसे टीम द्वारा घेराबंदी का धर दबोचा गया। दोनों फरार कैदी को पकडक़र पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा जेल के भीतर पूर्व से भागने का योजना बनाना बताया। दोनों अपने अपने गांव जाकर घर से पैसा लेकर बाहर राज्य जाने की फिराक में थे। जिसे टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 30 नवंबर। आईपीएस अधिकारी डी.आर.आचला ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को दिलाई शपथ, संविधान की प्रस्तावना का कराया वाचन शासकीय पोष्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास अम्बागढ़ चौकी के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह शनिवार 26 नवंबर को आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ आईपीएस ऑफिसर एवं छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल धनोरा बालोद के सेनानी डी.आर.आचला उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वित्त नियंत्रक कोष लेखा एवं पेंशन विभाग छत्तीसगढ़ शासन तिलक शोरी ने किया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोहला-मानपुर - अंबागढ़ चौकी पुपलेश पात्रे, जनसंपर्क अधिकारी चंद्रेश ठाकुर, अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ के संरक्षक संतकुमार नेताम, कार्यक्रम संयोजक भूपेेन्द्र मंडावी, पटवारी संघ लखन सोरी, सविता सोरी, अंगद सलामे, प्रभूराम नायक, सुखचंद कोटपरिया, थाना प्रभारी चिल्हाटी खोमन सिंह भंडारी, थाना प्रभारी अनिल ठाकुर, प्राचार्य थानसिंह कारटे, नीलकंठ कोमरे, जगत कोरचे, प्रकाश नेताम, सुरेन्द्र कोर्राम, सुरेन्द्र घावड़े, अमर पुरामे सहित अन्य अतिथिगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि आचला ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष रोहित धु्रव, उपाध्यक्ष रोशन लाल मंडावी सहित अन्य नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। आंचला कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी कराया।
मुख्य अतिथि आंचला ने विद्यार्थियों को राष्ट्र व समाज का भावी भविष्य बताते हुए उन्हें पूरे मनोयोग से विद्या अध्ययन कर जीवन में उपलब्धि हासिल करने को कहा। इस अवसर पर उन्होंने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे तिलक सोरी ने दुनिया में कोई भी कार्य असंभव नहीं है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति यदि पूरी ईमानदारी से लक्ष्य के प्रति समर्पित रहकर कार्य करता है तो उसे सफलता अवश्य मिलती है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूपलेश पात्रे ने कहा कि दुनिया के प्रत्येक महापुरूष विपरीत परिस्थितियों से निखरे हैं। व्यक्ति के पुरूषार्थ के सामने विपदा और बाधा को भी हारना पड़ता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चंद्रेश ठाकुर ने विद्यार्थी जीवन को व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण कालखंड तथा त्याग एवं समस्या का समय बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को इस कालखंड का सदुपयोग करने तथा नशापान एवं अन्य बुराईयों से भी दूर रहकर अपने प्रतिभा एवं ऊर्जा का उपयोग रचनात्मक कार्यों में करने को कहा। ठाकुर ने छात्रावासी जीवन के महत्ता पर प्रकाश डालते हुए छात्रावास को समाज के गरीब वर्ग के विद्यार्थियों के लिए संरक्षण स्थली बताया। संतकुमार नेताम ने विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम कर जीवन में उपलब्धि हासिल करने तथा राष्ट्र व समाज हित में अपने नैतिक दायित्वों का निर्वहन करने की अपील भी की।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुपलेश पात्रे ने छात्रावासी विद्यार्थियों के पीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पाठ्य पुस्तक प्रदान करने की भी बात कही। इस अवसर पर छात्रावास अधीक्षक टोमेन्द्र ठाकुर सहित महासचिव चन्द्रकांत टेकाम, टुलेश पिस्दा, जयचंद पटेल, अनिल मंडावी सहित जिले के विभिन्न छात्रावासों के विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 30 नवंबर। कलेक्टर कुलदीप शर्मा संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में प्रत्येक मंगलवार आयोजित होने वाले साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत जनदर्शन में पहुंचे लोगों से मुलाकात कर उनके मांगों एवं समस्याओं को सुना। शर्मा ने जनदर्शन में पहुंचे सभी लोगों से क्रमश: मुलाकात कर पूरी आत्मीयता से उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब कर आम लोगों के मांगों एवं समस्याओं के निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। अपने समस्याओं के निराकरण हेतु पहुंचे बालोद विकासखंड ग्राम ओरमा के दिव्यांग युवक ओमप्रकाश के लिए कलेक्टर जनदर्शन बहुत ही लाभप्रद सिद्ध हुआ।
इस दौरान कलेक्टर शर्मा ने दिव्यांग ओमप्रकाश की मांग पर तत्काल उसे व्हीलचेयर प्रदान किया। जिससे कि उसे आने-जाने में सुविधा हो सके। कलेक्टर ने पूरी संवेदनशीलता के साथ दिव्यांग ओमप्रकाश से बातचीत कर उनके मांगों एवं समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने दिव्यांग ओमप्रकाश को जीवन निर्वाह के लिए व्यापार करने की भी समझाईश दी।
शर्मा ने उप संचालक समाज कल्याण विभाग को तलब कर ओमप्रकाश के व्यापार के लिए लोन स्वीकृत करने तथा पेंशन योजना का लाभ देने हेतु तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान ग्राम भूसरेंगा की सकून यादव और नंदनी बाई ने वृद्धापेंशन दिलाने, ग्राम पडक़ीभाट के इतवारी निषाद ने ट्रायसायकल दिलाने, ग्राम हसदो के भूनेश्वर साहू ने राशन कार्ड बनाने, ग्राम भरेरा के होरीलाल ने नया ऋ ण पुस्तिका दिलाने और ग्राम हसदा के परमेश्वर साहू ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने, ग्राम गंजईडीह के उदयराम ने जाति प्रमाण पत्र बनाने, ग्राम रेंगाडबरी के मुकुंदराम ने फसल क्षतिपूर्ति दिलाने, ग्राम सिवनी के लोकेश कुमार ने ईलाज हेतु आर्थिक सहायता दिलाने सहित अन्य लोगों ने अपनी मांगों एवं समस्याओं से संबंधित आवेदन कलेक्टर को सौंपे। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 30 नवंबर। बालोद जिले की खनिज नगरी दल्ली राजहरा जो कभी पूरे जिले की जान हुआ करती थी और यहां का कच्चा लोहा विश्व विख्यात है परंतु समय के साथ साथ यहां का लोहा अब खत्म होने जा रहा है और राजहरा भी अपना अस्तित्व खोता जा रहा है जिसका असर व्यापार पर भी देखने को मिल रहा है ऐसे में आज राजहरा के व्यापारी संघ के नेतृत्व में सैकड़ों व्यापारी बालोद पहुंचे और कलेक्टर से मिलकर अपनी समस्याओं को रखा यहां पर नगर वासियों ने जिले का नाम दल्ली राजहरा - बालोद करने की मांग की और कुछ विभागों को यहां
शिफ्ट करने की बात कही।
निरंतर घट रही जनसंख्या
राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद वाधवानी ने जानकारी देते हुए बताया की हम सब राजहरा के अस्तित्व की रक्षा के लिए यहां पहुंचे हुए हैं उन्होंने कहा कि 20 साल से हम वही मांग करते आ रहे हैं अधिकारी बदल गए सरकार बदल गई और हमारे शहर का पुलिया भी बदल गया है यहां की आबादी पहले एक लाख थी अब सिमटकर लगभग 40,000 हो गई है।
रोजगार के साधन नहीं
व्यापारी संघ अध्यक्ष गोविंद वाधवानी ने कहा की दल्ली राजहरा शहर आयरन ओर के नाम से काफी विकसित शहर में से एक था परंतु यहां पर अब आयरन की कमी हो गई है और रोजगार के कोई साधन नहीं है किसी तरह का कोई शासकीय उपक्रम भी नहीं है जिसके कारण लोग यहां से पलायन कर रहे हैं महज 40,000 की आबादी के साथ ही व्यापार और शहर पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है।
केंद्रीय विद्यालय सहित अन्य मांग
नगर पालिका एक अध्यक्ष शीबू नायर ने कहा की आबादी घट गई व्यापार घाट गया और शहर भी शनै शनै पतन की ओर है ऐसे में यहां पर केंद्रीय विद्यालय की मांग है जो अब तक अधूरी है जल आवर्धन का काम पूरा नहीं हुआ है कई सारी शहर की समस्याएं है हम लगातार शासन प्रशासन को अवगत करा रहे हैं लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकाला गया है साथ ही यहां के निवासियों को स्थाई पट्टा देने की भी मांग की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 30 नवंबर। कलेक्टर कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानों से धान की खरीदी सुचारू रूप से की जा रही है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि नवंबर में अब तक 18 कार्य दिवसों में पंजीकृत 49 हजार 18 कृषकों से 1 लाख 62 हजार 496 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। खरीदी किए धान में से 90 हजार 224 मीट्रिक टन धान का राईस मिलरों द्वारा उठाव भी कर लिया गया है। इस प्रकार खरीदे गये धान में से 55 प्रतिशत धान का उठाव कर लिया गया है।
उन्होंने बताया की रविवार 27 नवंबर को कलेक्टर कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार जिला विपणन अधिकारी के साथ संयुक्त रूप से विकासखंड डौंडी क्षेत्र के धान खरीदी केन्द्र गुजरा, डौंडी एवं गुदुम का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सभी केन्द्रों से धान का उठाव नियमित रूप से की जा रही है।
धान खरीदी केन्द्र गुजरा में पंजीकृत 1627 किसानों में से 526 किसानों के द्वारा धान का विक्रय कर लिया गया है। गुजरा केन्द्र में कुल 1685.88 मीट्रिक टन धान खरीदी में से 1001 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है, जो कि कुल धान खरीदी का 59 प्रतिशत है। धान खरीदी केन्द्र डौंडी में पंजीकृत 1957 किसानों में से 608 किसानों के द्वारा धान का विक्रय किया गया है।
उन्होंने बताया डौंडी धान उपार्जन केन्द्र में 2022.64 में टन धान खरीदी में से 1213.00 में टन धान का उठाव हो गया है, जो कि कुल धान खरीदी का 59 प्रतिशत है। इसी प्रकार जिले के अंतिम छोर के धान खरीदी केन्द्र गुदुम में पंजीकृत 945 किसानों में से 265 किसानों के द्वारा समर्थन मूल्य पर धान का विक्रय कर चुके हैं, उक्त केन्द्र में 934.16 में टन धान खरीदी में से 472.40 में टन धान का उठाव की जा चुकी है, जो कि कुल धान खरीदी का 50 फीसदी है। जिले में स्थापित समस्त 140 धान उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त बारदानें की व्यवस्था, धान खरीदी पश्चात् निरंतर धान का उठाव किया जा रहा है।
जिला प्रशासन के निर्देश अनुसार सभी समितियों के द्वारा सप्ताह के सात दिन धान उठाव हेतु निरंतर कार्य किया जा रहा है। जिससे उपार्जन केंद्रो से धान का उठाव सतत् रूप से की जा रही है।