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बिलासपुर, 26 मई। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अधिकारी कर्मचारियों ने झीरम घाटी में शहीद नेताओं और जवानों को श्रद्धांजलि दी। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने राज्य को शांति का टापू बनाने के लिए संकल्पित रहने की शपथ दिलाई। सभी ने अहिंसा और सहनशीलता की परंपरा पर विश्वास रखते हुए नक्सलवाद और हिंसा का डटकर विरोध करने का प्रण लिया। इस मौके पर 2 मिनट का मौन भी रखा गया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार जयसवाल अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 26 मई। जिला कांग्रेस कमेटी ने नक्सली हमले की बरसी और कांग्रेस के पूर्व सांसद श्रीकांत वर्मा की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम रखा। इस मौके पर विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि झीरम हमले की जांच में एनआईए और भाजपा व्यवधान पैदा कर रही है। इस 10वीं बरसी पर जांच और न्याय की आस में परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। एनआईए ने स्थल निरीक्षण और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान में लापरवाही बरती है। भूपेश सरकार एसआईटी से जांच कराना चाहती है, पर भाजपा नेता ने कोर्ट जाकर इसमें बाधा पैदा कर दी है। ,
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि झीरम घाटी हमला मानवता को शर्मसार करने वाली निशृंस्ता की पराकाष्ठा थी, जिसमें विद्याचरण शुक्ल, नंद कुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, योगेश शर्मा, दिनेश पटेल सहित 32 नेता और सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए।
महापौर रामशरण यादव ने स्वर्गीय श्रीकांत वर्मा को याद करते हुए कहा कि वे बिलासपुर को कस्बे से महानगर के रूप में विस्तार देने वाले शख्स थे। उन्होंने राज्यसभा सदस्य रहते हुए अपने फंड की अधिकांश राशि बिलासपुर में खर्च की। बिलासपुर जैसे छोटे से शहर से उठकर उन्होंने साहित्य और राजनीति में देशभर में पहचान बनाई। उन्होंने जो काम किया है वह अविस्मरणीय है। गरीबी हटाओ, जात पर ना पात पर, पर मोहर लगेगी हाथ पर, जैसे कालजयी स्लोगन कांग्रेस के लिए उन्होंने लिखा। वे एक गीतकार, लेखक, पत्रकार, समीक्षक, यात्रा वृतांत लेखक व समालोचक थे। काव्य संग्रह मगध पर उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस सचिव आशीष सिंह ठाकुर, कृष्ण कुमार यादव, जफर अली, राकेश शर्मा, राजेश शुक्ला, ऋषि पांडे, अरविंद शुक्ला, पिंकी बत्रा, शिल्पी तिवारी, आशा पांडे, डॉ. बद्री जायसवाल एसएल रात्रे, माधव ओत्तलवार, अखिलेश बाजपेयी, अर्जुन तिवारी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 मई। रेलवे जोन मुख्यालय में चीफ कंट्रोलर विनय कुमार चतुर्वेदी के बेटे अभिषेक ने यूपीएससी में 179 रैंक हासिल कर सफलता का परचम लहराया है। उनका भारतीय पुलिस सेवा में चयन होना निश्चित है।
अभिषेक के चयन से रेलवे और बिलासपुर शहर में हर्ष का माहौल है वहीं यूपी के बलिया जिले के चैनछपरा गांव में भी खुशी का माहौल है, जहां से विनय चतुर्वेदी आते हैं। अभिषेक की माता संगीता चतुर्वेदी गृहणी हैं। उनकी बहन निधि दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी कर रही हैं। अभिषेक ने दिल्ली पब्लिक स्कूल से सन् 2012 में 9.4 सीजीपीए से 10वीं परीक्षा उत्तरण की थी और 12वीं में गणित के साथ उन्होंने 82 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके बाद उन्होंने एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई में इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांच से 2018 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। अभिषेक को लॉन टेनिस खेलने का शौक है। कोविड-19 के दौरान उन्होंने बिलासपुर में रहकर यूपीएससी की तैयारी की। रोजाना 6 घंटे पढ़ते थे, साथ ही 2 घंटे अखबार भी देखते थे।
अभिषेक ने चौथे प्रयास में यह सफलता हासिल की। इसके पहले के 3 प्रयासों में वे प्रिलिमनरी भी पास नहीं कर पाए थे।
वहीं शहर के नेहरू नगर निवासी देवेंद्र कश्यप व सरोज कश्यप की बेटी अनामिका ने यूपीएससी में 542वी रैंक हासिल की है। उनका यह तीसरा प्रयास था। अपने रैंक से संतुष्ट नहीं है और आगे और तैयारी करेंगी।
भक्तों में मतभेद लेकिन लाखों अनुयायी, पट्टुपर्थी से 100 किलोमीटर दूर अलग आश्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 मई। बिलासपुर में जन्मे मधुसूदन नायडू अब आध्यात्मिक गुरू मधुसूदन साईं बन चुके हैं। वे खुद के बारे में कहते हैं कि उनके भीतर सत्य साईंबाबा का वास है और मेरे माध्यम से वे धर्म-कर्म कराते हैं। उनके हजारों अनुयायी ऐसा मानते भी हैं। पर दूसरे कई लोग उन्हें सत्य साईंबाबा का केवल एक प्रगाढ़ शिष्य मानते हैं। इस विवाद के चलते उनके भक्तों के बीच विवाद भी है।
मधुसूदन साईं नाम की वेबसाइट में उनके प्रारंभिक जीवन का विवरण इस प्रकार है- श्री मधुसूदन साईं का जन्म 26 जुलाई, 1979 को मध्य भारत में छत्तीसगढ़ राज्य के एक छोटे से शहर, बिलासपुर में श्रीमती पद्मावती और श्री महेश्वर के कुलीन और समर्पित परिवार में मधुसूदन नायडू के रूप में हुआ था। एक बच्चे के रूप में, उन्हें बुद्धिमान और समर्पित बालक जाना जाता था, जो एक बहुत ही आध्यात्मिक परिवार में बड़े हुए थे। यद्यपि उनके नाना और चाची सत्य साईं बाबा के उत्साही अनुयायी थे। जब वे स्वयं बाबा की शिक्षा संस्थान में शामिल हुए तो उन्हें उनसे एक गहरा और मजबूत जुड़ाव महसूस हुआ, जिसकी व्याख्या करने में वे असमर्थ थे।1996 में, 17 साल की उम्र में, जब एक युवा मधुसूदन नायडू ने एक दोस्त के कहने पर श्री सत्य साईं उच्च शिक्षा संस्थान में पढऩा शुरू किया, तो उनकी यात्रा शुरू हो गई थी।
कुछ रिपोर्ट्स में उनके बारे में बताया गाय है कि सन् 2011 में जब पुट्टपर्थी के सत्य साईं बाबा की मृत्यु हो गई तो मधुसूदन साईं के रूप में एक नए आध्यात्मिक गुरू का उद्भव हुआ। इसने उस आश्रम की विरासत को खतरे में डाल दिया, जहां हजारों भक्त आते थे और 114 देशों में जिसके केंद्र हैं। अस्पताल, शैक्षणिक संस्थान, क्रिकेट स्टेडियम और हवाई अड्डे से युक्त, पुट्टपर्थी एक छोटे से गांव से एक आध्यात्मिक शहर के रूप में विकसित हुआ। यहां प्रधानमंत्री, फिल्मी सितारे और क्रिकेटर नियमित आगंतुक के रूप में आते थे। लेकिन एक दशक के भीतर, नए भगवान ने परिस्थिति बदल दी है।
सत्यनारायण साईं जब स्वयं सत्य साईं बाबा बताने लगे, उनके भक्तों ने उन्हें साईं बाबा के अवतार के रूप में स्वीकार किया। नायडू अब सद्गुरु मधुसूदन साईं हैं। वह अपने गुरु के कपड़ों और तौर-तरीकों की नकल करता है। इसी तरह के चमत्कार करते हैं जैसे पतली हवा से भभूति लाना और आभूषणों को लाना। वे कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर जिले में पुट्टपर्थी से 100 किमी दूर मुद्देनहल्ली में एक आश्रम चलाते हैं। 2011 में शुरुआत करते समय, उन्होंने दावा किया कि सत्य साईं बाबा ने उनके माध्यम से बात की थी, लेकिन अब खुद को भगवान का दूसरा संस्करण कहते हैं। आश्रम की वेबसाइट में मधुसूदन साईं के लेख में सत्य साईं बाबा के 2011 में उनकी मृत्यु के बाद उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया गया है, मेरे पास शरीर नहीं है, लेकिन मैं अपना काम करने के लिए आपके शरीर का उपयोग करूंगा।
मधुसूदन साई के उद्भव ने भक्त समुदाय में बहुत आपसी विवाद पैदा किया है। प्रतिद्वंद्वी खेमे एक दूसरे से बचते हैं। सत्यसाईं बाबा के एक पूर्व विश्वासपात्र 80 वर्षीय अनिल कामराजू कहते हैं- मधुसूदन ने स्वयं को उन भक्तों के समाधान के रूप में प्रस्तुत किया जो बाबा के भौतिक रूप के लिए तरस रहे थे।
एक कॉर्पोरेट कार्यशैली और एक पीआर मशीनरी की सहायता से मधुसूदन साई का उदय नाटकीय और तेज हुआ है लेकिन यह रातोंरात हुई घटना नहीं है। जबकि उनके विश्वासपात्रों का कहना है कि उनका परिवर्तन जैविक है। उनके आलोचकों का कहना है कि उन्होंने अप्रैल 2011 में 84 साल की उम्र में सत्य साईं बाबा की मृत्यु से प्रस्तुत एक अवसर का इस्तेमाल कर लिया। सार्वजनिक प्रवचनों में, सत्य साईं बाबा ने कहा था कि वह 96 साल की उम्र तक जीवित रहेंगे और कर्नाटक के मांड्या में प्रेमा साईं बाबा के रूप में पुनर्जन्म होगा। इसलिए भक्तों के लिए उनकी मौत एक अकाल मृत्यु थी।
मधुसूदन अब 44 वर्ष के हैं। पुट्टपर्थी में पुराने भक्तों के अनुसार, उनका उदय तीन भक्तों - नरसिम्हा मूर्ति, सी श्रीनिवास और इसहाक टाइग्रेट द्वारा संचालित था, जिन्होंने सत्य साईं बाबा की मृत्यु के तुरंत बाद आश्रम और वफादारी को बदल दिया। मधुसूदन ने बेंगलुरु में सत्य साईं बाबा संस्थान से रसायन विज्ञान में स्नातक और मास्टर डिग्री और पुट्टपर्थी से एमबीए किया। उनके एमबीए बैचमेट अरुणी कुमार महापात्रा कहते हैं कि वह एक वाकपटु वक्ता थे। पढ़ाई, संगीत, नाटक और पेंटिंग में भी उत्कृष्ट थे। महापात्रा की मां मुद्देनहल्ली आश्रम में सेवा करती हैं, लेकिन वह मधुसूदन को केवल सत्य साईं बाबा के सबसे गंभीर शिष्य के रूप में देखती हैं।
दरअसल, मधुसूदन की सत्य साईं बाबा तक आसान पहुंच थी। उन्होंने सत्य साईंबाबा से अकादमिक और करियर के लिए मार्गदर्शन लिया। कामराजू का कहना है कि मधुसूदन एक अच्छे मिमिक्री आर्टिस्ट थे। वे बाबा की तरह हाथ हिलाकर और उन्हीं के लहजे में बोलकर हॉस्टल का मनोरंजन करता था।
2003 में एमबीए पूरा करने के बाद, मधुसूदन ने बैंकिंग करियर शुरू किया, लेकिन पुट्टपर्थी जाते रहे। पुट्टपर्थी से लगभग 165 किमी दूर बेंगलुरु में सत्य साईं बाबा के कॉलेज के संयोजक विनय कुमार कहते हैं कि जब बाबा को दफनाया जा रहा था, मधुसूदन ने हमसे कहा कि ताबूत खुल जाएगा और बाबा बाहर आ जाएंगे। मृत्यु के कुछ दिनों बाद मधुसूदन के इस तरह के बयान बार-बार आने लगे। वह बार-बार पुट्टपर्थी जाते थे, भक्तों को इक_ा करते थे, उन्हें घूरते थे और अचानक घोषणा करते थे कि उन्हें बाबा की उपस्थिति महसूस हो रही है। उसने दावा किया कि बाबा ने उनके माध्यम से बात की।
प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी उपसेवा केन्द्र में सात दिनी समर कैंप का समापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड ( कोटा), 14 मई। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी उपसेवा केन्द्र करगीरोड कोटा में सात दिवसीय समर कैंप का समापन डाकबंगला रोड स्थित भारतीय विद्यापीठ स्कूल में किया गया।
इस अवसर पर बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया। सभी बच्चों ने अपनी-अपनी डांस की प्रस्तुति दी। वैभवी, अहाना, अवनी, पलक, गुंजन, श्रेया, शिवानी, शिवम, अरवन आरव, वैभू, अक्सा, माही आदि बड़ी संख्या में बच्चों ने भाग लिया।
अहाना ने समर कैंप के अपने अनुभव सुनाए। अवनी ने महिषासुर मर्दिनी श्लोक सुनाया। अरनव ने सेव वाटर पर स्पीच दिया, बच्चों ने सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव पर ड्रामा की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का संचालन ब्रम्हाकुमारी छाया दीदी ने किया और बच्चों को मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई, खेलकूद, और अपनी, कलाओं और विशेषताओं को निखारने में ध्यान देना चाहिए, जब बच्चे मोबाइल चलाने में ध्यान देते हैं, तो न तो मानसिक विकास हो पाता न ही शारीरिक विकास हो पाता है। बच्चों को पढ़ाई के साथ मेडिटेशन भी कराये हम बच्चों को कहते हंै, टी.वी.मोबईल नहीं देखने को कहते है, और हम सभी ही अपने बच्चों के सामने ही टी.वी.मोबाईल चलते रहते हैं, हमारे बच्चे देखने और सुनने को ज्यादा समझते हैं , छोटे-छोटे बच्चों के सामने हमें शिक्षा प्रद, धार्मिक, समाजिक, बातें करना चाहिए, ताकि उनके देखकर और सुनकर अपने आचरण में उतारें।
समर कैंप में अतिथियों का बी.के. छाया बहन द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम में रामशंकर मिश्रा,प्राचार्य नरेंद्र मिश्रा, पार्षद लखन साहू, सुरेन्द्र मिश्रा, शैलेष,अमन, राम, आनंद आदि और संस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों के माता-पिता भी शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 मई। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के जजों के साथ काम करने के लिए संविदा पर विधि सहायकों की भर्ती की जा रही है।
यह विधि सहायक अधिकतम एख साल के लिए अनुबंध पर नियुक्त किए जाएंगे। इस दौरान उन्हें 30000 रुपए प्रतिमाह मानदेय के रूप में दिए जाएंगे। विधि सहायकों को हाईकोर्ट न्यायाधीशों की सहायता के लिए कानून एवं उससे संबंधित शोध कार्यों के लिए नियुक्त किया जाएगा। वे इस दौरान अपनी कानूनी दक्षता और ज्ञान को बढ़ा सकते हैं जो भविष्य में उनके काम आएगा। यह सहायक न्यायाधीशों को उनकी न्यायिक और प्रशासनिक कार्यों के निर्वहन में भी सहायता करेगा। आवेदन करने वाले विधि स्नातक की आयु 21 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड किया जा सकता है और इसे सभी प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ न्यायालय को भेजना होगा। चयन केवल साक्षात्कार के माध्यम से होगा।
बिलासपुर, 14 मई। सेंट्रल बैंक के रिटायर्ड अधिकारी पं. नारायण प्रसाद दुबे का 88 वर्ष की आयु में आज सुबह निधन हो गया। वे बिलासपुर के प्रतिष्ठित छितानी मितानी दुबे परिवार के सदस्य थे। दुबे सरगुजा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के संस्थापक अध्यक्ष थे। वर्तमान में वे सीएमडी महाविद्यालय के संरक्षक थे। डॉ. मधु मिश्रा, साधना त्रिपाठी और कमल दुबे के पिता दुबे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 14 मई कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भटकल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को 32000 से अधिक वोटों से जीत मिली।
उल्लेखनीय है कि उत्तर कर्नाटक जिले के भटकल विधानसभा क्षेत्र का प्रभार बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे के पास था। वहां पर वे एक पखवाड़े से अधिक समय तक रुके। कांग्रेस के पक्ष में माहौल को बनाने में उन्होंने सुदृढ़ रणनीति बनाई। यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार मंकल सुब्बा वैद्य को एक लाख 442 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी सुनील बलिया नायक को सिर्फ 67 हजार 771 वोटों से संतुष्ट होना पड़ा।
माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में पार्टी संगठन में शैलेश पांडे का कद इससे बढ़ा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 मई। जालंधर लोकसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी सुशील कुमार रिंकू की जीत और उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकायों के चुनाव में मिली सफलता का आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े और मिठाइयों के साथ जश्न मनाया।
पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष जसवीर सिंह चावला, प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला, प्रदेश सचिव उज्जवला कराडे लोकसभा प्रभारी सुरेश दिवाकर, जिला अध्यक्ष गोपाल यादव, अनुसूचित जाति विंग के अध्यक्ष धरम भार्गव, यूथ विंग के अध्यक्ष राकेश लोनिया आदि ने कहा कि जालंधर से आम आदमी पार्टी की जीत से यह साफ हुआ है कि वहां की जनता ने पार्टी के काम पर भरोसा किया है।
इसी तरह दिल्ली, पंजाब, गुजरात, गोवा और मध्य प्रदेश के बाद पार्टी को यूपी के स्थानीय चुनाव में कामयाबी मिली है। यूपी के बिजनौर, अलीगढ़, रामपुर, कौशांबी, मुरादाबाद, अमरोहा आदि के निकाय चुनावों में दर्जन भर से अधिक पार्षदों ने जीत दर्ज की। इससे स्पष्ट है कि अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में भी जनता हमें मौका देगी और यहां बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे।
पार्टी के कार्यकर्ताओं गुलाम गौस, संतोष बंजारे, इरफान सिद्दीकी, देवेंद्र कुर्रे खगेश चंद्राकर, चंदन पटेल, खगेश केवट, नुरुल हुदा सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भी एक दूसरे को बधाई दी।
भेंट-मुलाकात से पहले हितग्राहियों से मिले सीएम, चेक-सामान बांटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 मई। मुख्यमंत्री ने बिलासपुर जिले के बेलतरा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित भेंट-मुलाकात के दौरान राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के तहत हितग्राहियों को सामाग्री वितरण किया।
उन्होंने 5 हितग्राहियों को नेपसेक स्पेयर, 5 हितग्राहियों को कृषि यांत्रिकीकरण मशीन राशि 59 हजार, 5 हितग्राहियों को फुटकर मत्सय विक्रय एवं नाव जाल, 2 हितग्राहियों को नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना के तहत 40 हजार रूपए, 1 हितग्राही को मुख्यमंत्री निर्माण, श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत 1 लाख रूपए, महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता सामाजित सुरक्षा योजना के तहत 2 लाख रूपए और तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2022 का पारिश्रमिक भुगतान 52 हजार 880 रूपए का चेक वितरण किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां 72 हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टा भी वितरण किया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि वन अधिकारों के क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ राज्य देश में अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। वनांचल और जंगलों के बीच रहने वाले राज्य के प्रत्येक परिवारों को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए विशेष पहल और प्रयास किया जा रहा हैं। छत्तीसगढ़ ने लघु वनोपज के संग्रहण में देश में पहले स्थान पर अपनी पहचान बनाई है।
वनांचल और जंगलों में बीच रहकर वनोजप संग्रहण करने वाले परिवारों को विकास की मुख्यधारा में लाते हुए उन्हें स्वावलंबन और आत्मनिर्भर भी बनया जा रहा है। राज्य में नई सरकार बनने के बाद वनोपज संग्राहक परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए अनेक फैसले लिए गए हैं। पहले छत्तीसगढ़ राज्य में लघु वनोपज संघ द्वारा सात लघु वनोपजों की ही न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीदी की जाती थी, जिसे बढ़ाकर 65 वनोपजों का क्रय स्व-सहायता समूहों के द्वारा किया जा रहा है। इससे राज्य में लाखों वनोपज संग्राहकों का परिवार सीधे लाभ उठा रहा है।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, अध्यक्ष अपेक्स बैंक बैजनाथ चंद्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरुण चौहान, पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 11 मई। जिला कांग्रेस कमेटी कोटा के आईटी सेल के प्रदेश अध्यक्ष जयवर्धन बिस्सा के निर्देशानुसार जिला अध्यक्ष शुभम् लाल के नेतृत्व में जिला कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए नियुक्ति किया गया। कांग्रेस आई टी सेल के नवीन नियुक्त पदाधिकारी, यश गुप्ता को आई टी सेल जिला महासचिव एवं विनोद बंजारे को आई टी सेल जिला सचिव नियुक्त किया गया, इनकी नियुक्ति पर एनएसयूआई और युवक कांग्रेस ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने हर्ष व्यक्त किया है।
राज यादव ने कहा कि जिला अध्यक्ष शुभम लाल का यश गुप्ता एवं विनोद बंजारे ने आभार व्यक्त करते हुए,करते हुए कहा कि जो पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी हैं उसे हम पूरे विश्वास, निष्ठा व ईमानदारी से अपने पद का निर्वहन करेंगे, वहीं एनएसयूआई पूर्व अध्यक्ष विशेष गुप्ता, युवा नेता अजय सिंह चौहान, हरिवंश महराज, कमल यादव ,अमन गुप्ता, आकाश तिवारी, हर्ष गुप्ता, प्रवीण साहू थल्ली ,नुमान पाण्डे, सुशांत साहू, चिंटू सोनी, हिमांशु साहू, रोहित कौशिक, मोनू यादव, गणेश जायसवाल, खिलेंद्र साहू आदि आई टी सेल, एन एस यू आई, युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मुकेश गुप्ता, रजनेश सिंह सहित कई अफसरों पर है
कूटरचना दस्तावेज तैयार करने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 11 मई। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने जल संसाधन विभाग के ठेकेदार पवन अग्रवाल और कार्यपालन यंत्री आलोक कुमार अग्रवाल से संबंधित फर्जी एफआईआर मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो के तत्कालीन चीफ मुकेश गुप्ता, एसपी रजनीश सिंह, अरविंद कुजूर, डीएसपी अशोक जोशी सहित अन्य अफसरों के खिलाफ जांच जारी रखने का आदेश दिया है।
उल्लेखनीय है कि चार साल पहले ठेकेदार पवन अग्रवाल ने इन अफसरों के खिलाफ बिलासपुर के सीजीएम कोर्ट में एक परिवाद दायर किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि एसीबी के इन अधिकारियों ने दस्तावेजों में कूट रचना की और कंप्यूटर से उसके विरुद्ध फर्जी एफआईआर की प्रिंट निकाली। इस फर्जी एफआईआर में उनके विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया था कि उन्होंने बिलासपुर खारंग संभाग के तत्कालीन कार्यपालन अभियंता और भाई आलोक कुमार अग्रवाल तथा अन्य अधिकारियों के साथ 15 टेंडर्स में करोड़ों रुपयों की गड़बड़ी की। सन् 2014-15 में भी इस संबंध में एक गुमनाम शिकायत इसी मामले को लेकर एसीबी से की जा चुकी थी। इसकी जांच विभागीय स्तर पर ही नहीं बल्कि एसीबी ने भी की थी। दिसंबर 2018 में उनके विरुद्ध उपरोक्त प्रकरण में तथ्य नहीं मिलने पर खात्मा रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया गया था।
सीजेएम कोर्ट में पवन कुमार अग्रवाल ने अपने आवेदन में बताया कि उपरोक्त टेंडर्स में उन्होंने कभी भाग लिया ना उन्हें कोई निविदा आवंटित की गई। दूसरी तरफ एसीबी के अधिकारियों ने सन् 2014 की जिस एफआईआर के आधार पर उसके विरुद्ध फिर से कार्रवाई शुरू की, वैसी कोई भी एफआईआर एसीबी मुख्यालय के रिकॉर्ड में नहीं थी। उनके विरुद्ध फर्जी और कूट रचित एफआईआर तैयार करके कार्रवाई की जा रही थी। सीजेएम कोर्ट ने 24 दिसंबर 2019 को इस मामले की सुनवाई कर सिविल लाइन बिलासपुर पुलिस को निर्देश दिया था कि प्रकरण में अपराध दर्ज कर जांच करे। न्यायालय के आदेश पर सिविल लाइन थाने में कूट रचना करने वाले अज्ञात अधिकारियों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 120 बी 420, 467, 468, 471, 472, 213, 218, 166, 167, 382 और 380 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की।
इस जांच को निलंबित पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह और अन्य अधिकारियों ने चुनौती दी थी। इसके बाद सिविल लाइन पुलिस की कार्रवाई पर हाईकोर्ट ने स्थगन दे दिया था। हाईकोर्ट में अब इस प्रकरण की आगे सुनवाई हुई। सुनवाई के पश्चात स्थगन हटाते हुए हाई कोर्ट ने एसीबी के संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध जांच जारी रखने का आदेश दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 11 मई। दामाद के साथ अवैध संबंध होने की आशंका में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की धारदार हथियार से हत्या कर दी और दामाद पर भी जानलेवा हमला किया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना तखतपुर के जूनापारा चौकी इलाके के मूर्तिपारा, शांतिपुरकी है। आरोपी चंदू मेश्राम (48 वर्ष) की बेटी का संजू भारद्वाज से प्रेम विवाह हुआ था। दूसरी जाति में शादी करने के कारण उसके परिवार को समाज से बाहर कर दिया गया था। वह दामाद और बेटी के साथ अलग रहता था। आरोपी का अपनी पत्नी अमरीका बाई (40 वर्ष) का दामाद के साथ अवैध संबंध को लेकर कई बार विवाद हो चुका था। बुधवार की रात चंदू शराब पीकर घर पहुंचा और नशे की हालत में धारदार हथियार से पत्नी पर वार किया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसने दामाद पर भी हमला किया, इससे वह भी बुरी तरह घायल हो गया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल दाखिल कराया गया है।
हमले के बाद आरोपी संजू फरार हो गया था जिसे चौकी प्रभारी मनोज शर्मा ने अपनी टीम के साथ खोजकर गिरफ्तार कर लिया।
जू प्रबंधन ने किडनी फेल होने की बात कही, एक सप्ताह से चल रहा था उपचार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मई। कानन पेंडारी जू में वन्य जीवों के मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है। बाघिन रंभा से पिछले साल जन्मी शावक रश्मि की मौत हो गई। कानन पेंडारी प्रबंधन का कहना है कि वह चार दिन से बीमार थी और किडनी फेल होने के कारण मौत हो गई।
बाघिन रश्मि 6 दिनों से बीमार चल रही थी। उसके पेट में पानी भर गया था और वह हाईड्रो नेफ्रोसिस से पीडि़त होने के कारण यूरिन नहीं कर रही थी। पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि वन्यजीवों के बीमार पडऩे के बाद कानन पेंडारी उन्हें बचा नहीं पाता है और वे मौत के मुंह में चले जाते हैं। कानन पेंडारी के अधिकारियों का कहना है कि रश्मि के उपचार के लिए जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया से भी परामर्श किया गया था।
गौरतलब है कि कानन पेण्डारी जू में 17 अप्रैल 2022 की रात को मादा बाघिन-रंभा ने 4 शावकों को जन्म दिया था। इन चार शावकों में एक नर एवं तीन मादा शामिल थे। वन मंत्री मो. अकबर ने 30 जुलाई 2022 को कानन पेंडारी का दौरा किया था। उनकी उपस्थिति में चारों शावकों का नामकरण किया गया था। इनमें नर शावक का नाम मितान और तीन मादा शावकों का आनंदी, रश्मि तथा दिशा नाम रखा गया।
बीते 20 फरवरी को कानन पेंडारी जू में चार दिन पहले ही रेस्क्यू करके लाए गए तेंदुए की मौत हो गई थी। इसके पहले बीते साल अचानकमार से रेस्क्यू कर लाई गई जख्मी बाघिन रजनी की मौत हो गई थी। इसके बाद चेरी बाघिन की भी मौत हो गई। पिछले साल फरवरी में एक गर्भवती मादा हिप्पो और एक भालू कुश की भी मौत हो गई थी। एक लायनेस मौसमी ने प्रजनन के दौरान दम तोड़ दिया था। यह अप्रैल की घटना है। एक शुतुरमुर्ग ने भी यहां दम तोड़ दिया था। साल 2022 में करीब हर माह किसी न किसी वन्यजीव की मौत हुई। हर बार अधिकारी इन मौतों को लेकर गोल-मोल जवाब देते हैं। सन् 2019 में यहां एक सफेद टाइगर की मौत हो गई थी। इसे वन विभाग के अधिकारी कभी सांप काटने की घटना बता रहे थे तो कभी हार्ट अटैक की। कुछ साल पहले एक साथ 22 चीतल मृत पाये गए थे। इस घटना में तब के कुछ जनप्रतिनिधियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही थी। इन सामूहिक मौतों का आज तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया। खुद वन मंत्री जब पिछले साल बिलासपुर प्रवास पर आए थे तो इन मौतों को लेकर किए गए सवालों से खीझ गए थे और कहा था कि कानन पेंडारी के अफसरों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भरोसा तो करना ही पड़ेगा।
कानन पेंडारी में विभिन्न प्रजातियों के करीब 600 जीव हैं लेकिन इनकी देखभाल की जिम्मेदारी केवल एक डॉक्टर पर है। यहां के प्रबंधन में वन्य जीवों के साथ आत्मीय संबंध रखने वाले और उनकी सेहत पर गंभीरता से निगरानी रखने वाले पहले की तरह स्टाफ नहीं है।
लगातार हो रही मौतों को लेकर वन्यजीव प्रेमी व वाइल्डलाइफ बोर्ड के पूर्व सदस्य प्राण चड्ढा ने कहा कि जू में अफसरों और कर्मचारियों की फौज है। पर उससे कुछ नहीं होता।
पिंजरे में बंद जीव को खुराक के अलावा अपनत्व की जरूरत होती है। यहां एक डिप्टी रेंजर ठाकुर ने इसकी मिसाल बनाई थी। वह क्रोकोडाइल को बुलाता था तो वह दूर से तैरता आ जाता था। पीठ पर उक्त डिप्टी रेंजर वह हाथ न फेरे तो शेर व्याकुल हो जाता था। पर उसके रिटायरमेंट बाद वन्यजीवों के दिल कोई इस तरह जीत नही सका। यहां जीवों से जुड़ाव रखने वाला अधिकारी जरूरी है। वन्यजीवों की सेहत, साफ सफाई और खुराक की निगरानी लिए पहले एक समिति का प्रावधान था। शायद बरसों से उसकी कोई बैठक नहीं हुई है।
यदि कोई वह जीव केज में लापरवाही से मर जाता है तो वह जंगल में होने वाले शिकार से अधिक दुखद है। इसकी जवाबदेही और तय होना जरूरी है। वरना सिलसिला थमने वाला नहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 मई। छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय प्लेसमेंट कर्मचारी महासंघ के सरगुजा संभाग अध्यक्ष सौरभ यादव ने सरगुजा जिला प्रवास के दौरान अम्बिकापुर में श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त सफी अहमद एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समीक्षा समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल तथा तथा डॉ. अजय तिर्की महापौर, नगर पालिक निगम अम्बिकापुर से सौजन्य मुलाकात कर प्लेसमेंट/ठेका प्रथा को समाप्त कर प्लेसमेंट कर्मचारियों को नगरीय निकायों में समायोजन करने, नगरीय निकायों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों को नियमित करने तथा नियमितीकरण तक 62 वर्ष की आयु तक नौकरी की सुरक्षा प्रदान एवं किसी भी प्लेसमेंट कर्मी को सेवा से पृथक न किए जाने आदि 3 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में 14 नगर पालिक निगम, 43 नगर पालिका परिषद् एवं 113 नगर पंचायतों सहित कुल 170 नगरीय निकायों में कार्यरत समस्त प्लेसमेंट कर्मचारियों का संगठन है एवं अपने सदस्यों के हितार्थ 3 सूत्रीय मांग को विगत वर्षों से निरतंर संघर्षरत है, जिसके लिए क्रमश: राजधानी रायपुर में एक दिवसीय 27 नवंबर 2022 तथा 6 फरवरी 2023 व 10 अप्रैल से 12 अप्रैल 2023 तक 3 दिवसीय जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन कर शासन से अपनी मांगों को लेकर अवगत कराया गया था साथ ही मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया था। ज्ञापन सौंपने के दौरान इस दौरान सरगुजा संभाग महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष यासमीन खातून, उपाध्यक्ष सरिता ठाकुर, सुशील भारती, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार, सरगुजा जिला अध्यक्ष शैलेष अपगडे, आशीष सिन्हा, सूरजपुर जिला उपाध्यक्ष संजय कुमार, भटगांव निकाय अध्यक्ष गौतम कुमार सहित महासंघ के पदाधिकारी व कर्मचारी सदस्यगण मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 मई। शहर में बीती रात बीच सडक़ में दो गुटों के बीच जमकर लाठी डंडे रॉड चले। हमले में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है।
वायरल वीडियो को शनिवार रात 1.30 बजे का बताया गया है। एक गुट मैडी का है, जिसका पहले जिला बदर किया जा चुका है। पुलिस के मुताबिक विवाद रेलवे में ठेकेदारी का है। इसमें एक युवक भास्कर वर्मा को गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया है। उसके दोस्त नवीन गोस्वामी ने पुलिस को बताया कि रात में उसके पास भास्कर का फोन आया। उसने कहा कि उसकी गाड़ी खराब हो गई है, लेने के लिए आओ। नवीन अपनी दुपहिया से भास्कर को लेने आया तभी कार और बाइक में सवार 10-12 लोग वहां अचानक पहुंचे और उन्होंने दोनों पर लाठी डंडे, चेन, रॉड आदि से हमला शुरू कर दिया।
खबर मिलने पर भास्कर वर्मा को साथ देने के लिए भी कुछ लोग पहुंच गए। पहले गुट के हमलावरों में एक रितेश निखारे उर्फ मैडी है, जिसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं और एक बार उसे जिला बदर भी किया जा चुका है। वे भास्कर को जान से मार देने की बात कर रहे थे। जब भास्कर बुरी तरह घायल होकर गिर गया तो उसे छोडक़र वे भाग खड़े हुए। मैडी गुट के दो लोग घायल हुए हैं, उनको भी इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
प्रयास आवासीय विद्यालय में मिली कोचिंग
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 4 मई। कोनी स्थित बिलासपुर प्रयास आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों ने एक बार फिर से सफलता का परचम लहराया है। जेईई मेन्स में इस साल यहां के 15 विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इनमें 9 एसटी, 3-3 बच्चे एससी और ओबीसी वर्ग के शामिल हैं। अब ये बच्चे जेईई एडवांस की परीक्षा में शामिल होंगे।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने इस कामयाबी पर बच्चों और स्कूल प्रबंधन को बधाई देते हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
प्रयास आवासीय विद्यालय के प्राचार्य अश्वनी कुमार ने बताया कि जेईई मेन्स की परीक्षा 39 बच्चों ने दी थी, जिनमें से 15 बच्चों ने सफलता हासिल की है। इनमें 6 बालिका और 9 बालक शामिल है। ये बच्चे राजनांदगांव, जशपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, सरगुजा, गरियाबंद जैसे जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। इन बच्चों के माता-पिता कृषक एवं मध्यमवर्गीय परिवार से है। विभाग ने इन बच्चों को आवासीय सुविधा एवं विशेष कोचिंग दी । प्रयास विद्यालय के कक्षाओं में डिजिटल बोर्ड के माध्यम से वाईफाई युक्त स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गई है। इन बच्चों के लिए मोटिवेशन के क्लास के साथ-साथ आठ से दस बच्चों का छोटा-छोटा ग्रुप बनाकर तैयारी कराई गई। एकस्ट्रा क्लास भी लगाई गई। सप्ताह टेस्ट, मॉक टेस्ट, ऑनलाईन टेस्ट भी कराए गए। बच्चों के लिए टॉपिक वाईस स्टडी मटेरियल उपलब्ध कराया गया। संस्थान में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए विभिन्न प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध है, जो विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित हुई।
राजनांदगांव जिले से चयनित लिसा ने बताया कि उनके पिता शिवकुमार लहरे खेती-किसानी कर जीवन यापन करते हैं। बालोद के ग्राम धनगांव के वेदांशु साहू के पिता भी खेती-किसानी करते है। राज्य शासन के प्रति आभार जताते हुए वे कहते हैं कि सरकार की संवेदनशीलता के चलते ही आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए इतनी प्रतिष्ठित क्वालीफाई कर पाना संभव हो पाया है।
गौरतलब है कि स्व. राजीव गांधी बाल भविष्य सुरक्षा प्रयास आवासीय विद्यालय योजना छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के द्वारा प्रदेश के अधिसूचित क्षेत्र, आदिवासी उपयोजना क्षेत्र, नक्सल पीड़ित, प्रभावित क्षेत्रों में स्थित शालाओं में अध्ययनरत प्रतिभावान विद्यार्थियों को कक्षा 9वीं से 12 वीं तक उत्कृष्ट स्कूली शिक्षा के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के लिए सघन तैयारी कराई जाती है। प्रयास आवासीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं में दाखिला राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 3 मई। कोटा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत पोड़ी में बजरंग चौक खाल्हे पारा में बन रहे सीसी रोड से आम जनता को काफी परेशानी का समाना करना पड़ रहा है, वहीं ग्राम पंचायत के सरपंच की मनमानी के कारण आम जनता को आने जाने के काफी दिक्कत हो रहा।
सीसी रोड निर्माण में विभागीय इंजीनियर की अनदेखी के कारण निमार्ण कार्य एजेंसी मनमाने तरीके के कार्य करा रहे हैं, वहीं निमार्ण सामग्री गिट्टी, रेती, समय से पहले जमा करा दिया है, जिससे ग्राम पंचायत के मोहल्ला वासी को अपने दैनिक कार्यों को भी नहीं कर पा रहे हैं, वहीं सीसी रोड को आधा अधूरा कार्य करके छोड़ दिया गया है, वहीं अधूरा कार्य होने से मोहल्ला में विगत कई दिनों से बारिश होने से अभी से पानी जमा होने लगा है, सीसी रोड का गुणवत्ता को ध्यान भी नहीं दिया जा रहा।
वैवाहिक दिन होने के कारण भी ग्रामीण अपने परिवार का शुभ कार्य भी इसी गंदे पानी पर चलकर कर रहे हैं, वहीं ग्राम पंचायत पोड़ी ग्रामीण ने सरपंच को शिकायत किया तो अनसुना करते हुए कार्य करने को कहा है,जब की उक्त ग्राम पंचायत में बन रहे सीसी रोड का निर्माण एजेंसी सरपंच हैं इसके बाद भी अनदेखी कर कार्य कर रहे हैं।
स्थानीय निवासी धर्मेंद्र जयसवाल ने बताया कि गुणवत्ताविहीन सीसी रोड और जमा गंदा पानी की निकासी के लिए ग्राम पंचायत सरपंच को फोन लगाया तो उन्होंने ने फोन तक रिसीव नहीं किया। जनपद पंचायत कोटा के उच्च अधिकारियों ने हर माह पूरे क्षेत्र में निर्माण कार्य के देख रेख गुणवत्ता जांच करने दौरा के नाम से डीजल खर्च सिर्फ कागजों में ही करते हैं, अगर जिम्मेदार अधिकारी गांव गांव जाकर स्थानीय निवासी सुध लेते तो आम जनता को असुविधा नहीं होता, वहीं जनपद पंचायत के सीईओ द्वारा एक सूचना के अधिकार के तहत जानकारी में महीने के पूरे दिन दौरा करने की तारीख दिया गया था, लेकिन दौरा कहां करते हैं, दौरा सिर्फ कागजों में ही चल रहा है।
बिलासपुर के आईपीसी के कुल अपराध 10 फीसदी घटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 मई। जिले में फरवरी माह से जिले में चलाये जा रहे अवैध नशे के खिलाफ निजात अभियान के चलते अपराधों में पिछले साल के मुकाबले 10 प्रतिशत कमी आई है। फरवरी से अप्रैल माह के दौरान एनडीपीएस व आबकारी में ताबड़तोड़ कार्रवाई पुलिस ने की। इस दौरान 1733 प्रकरणों में 1845 लोग गिरफ्तार हुए। इनमें से गैर- जमानतीय प्रकरणों में 301 आरोपी जेल भेजे गए।
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि नशे के विरुद्ध जनजागरुकता के तहत लोगों के सहयोग से स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर 3 माह में कुल 702 जागरूकता कार्यक्रम किए गए हैं। थानों में नशे के आदी लोगों की लिस्टिंग कर उनकी विभिन्न संस्थाओं की मदद से काउंसलिंग की जा रही है।
इसी तरह कोटपा एक्ट में सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करने वाले 263 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई है। शराब पीकर वाहन चलाने वाले 572 लोगों के विरुद्ध 185 मोटर व्हीकल एक्ट की कार्रवाई की गई है। वाहनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां प्रत्येक पर दस हजार रुपए का जुर्माना किया गया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नशे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई का आदेश दिया था। इस पर फरवरी माह से पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा के निर्देशन में पुलिस महानिरीक्षक बी.एन. मीणा व पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह की उपस्थिति में अवैध नशे के विरुद्ध अभियान निजात की शुरुआत की गई थी।
एसपी ने बताया कि अभियान का व्यापक असर अपराध में कमी के रूप में दिखा है। पिछले वर्ष के इसी अवधि के अपराधों की तुलना की गई तो पाया गया कि आईपीसी के कुल अपराधों में 10 फीसदी कमी आई है। चाकूबाजी में 79 प्रतिशत, मारपीट में 12 प्रतिशत, छेड़छाड़ में 34 फीसदी और चोरी व नकबजनी में 15 प्रतिशत कमी आई। यद्यपि की कुल अपराधों में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी होकर 3692 अपराध दर्ज हुए है, जो मुख्यत: एनडीपीएस और आबकारी में बढ़ी कार्रवाई की वजह से है।
तुलनात्मक अवधि में इस वर्ष पिछले साल के कुल मारपीट के 1007 मामलों की बजाय 884 अपराध, चाकूबाजी के 24 की बजाय 5 अपराध, चोरी नकबजनी के 385 के बजाय 328, छेडख़ानी के 41 की बजाय 27 अपराध कायम हुए हैं। भादवि के पिछले साल के कुल 1967 अपराधों की तुलना में 1776 अपराध ही कायम हुए। सडक़ दुर्घटनाएं भी नहीं बढ़ी हैं।
अभियान दौरान आबकारी के 1644 प्रकरणों में कुल 1731 लोग और एनडीपीएस के 89 प्रकरणों में कुल 114 आरोपी गिरफ्तार हुए। आबकारी में गिरफ्तार लोगों में बड़ी संख्या सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन कर हुडदंग करने वाले लोग हैं और कुल 3428 लीटर अवैध शराब जब्त हुई। एनडीपीएस प्रकरणों के 89 प्रकरणों में 573 किलो गांजा और अन्य नशीली वस्तुएं जब्त हुईं। कुल 78 लाख रुपये के सामान जब्त हुए।
नशे के विरुद्ध जनजागरुकता के तहत कुल स्कूल कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर 702 कार्यक्रम किए गए और आदी सैकड़ों लोगों की थाने में काउंसलिंग हुई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सक्ती, 1 मई। कम कीमत में सीमेंट की सप्लाई करने का झांसा देकर एक व्यवसायी कांग्रेस नेता से 2.55 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी कर ली गई।
बाराद्वार के नरेश राठौर जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं और ठेकेदारी करते हैं। 20 अप्रैल को उन्होंने सीमेंट की खरीदी के लिए इंडियामार्ट की वेबसाइट पर मोबाइल फोन से सर्च किया। कुछ देर बाद एक युवक ने नरेश को फोन किया और खुद को एसीसी सीमेंट कंपनी का कर्मचारी बताया। उसने 240 रुपये प्रति बोरी के दर से सीमेंट की सप्लाई करने का ऑफर दिया। राठौर ने बाद सीमेंट भेजने के लिए कहा। इसके थोड़ी देर बाद कॉल करने वाले ने दोबारा फोन किया और अपने अकाउंट में एडवांस रकम डालने के लिए कहा। टोकन के रूप में 4999 रुपये राठौर ने उसके बताए गए अकाउंट में भेज दिया।
अगले दिन युवक ने कहा कि सीमेंट की गाड़ी रवाना की जा रही है आप बकाया पूरा पेमेंट अकाउंट में डाल दीजिए। ठग की बातों में आकर राठौर ने 2 लाख 50 हजार रुपए फिर ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद सीमेंट की डिलीवरी नहीं हुई तो उन्होंने कई बार उस नंबर पर फोन किया लेकिन वह बंद बताने लगा। ठगी का एहसास होते ही राठौर ने बाराद्वार थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है और आरोपी का पता लगाया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 अप्रैल। शहर में एक बार फिर ने शराब पीकर गाडिय़ां चलाने के खिलाफ अभियान शुरू किया है। शनिवार को 43 लोगों की गाडिय़ां जब्त कर 185 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। वाहनों को अब कोर्ट से छुड़ाया जा सकेगा। इसके अलावा 138 लोगों पर यातायात नियमों के उल्लंघन की कार्रवाई की गई है। सभी से 65 हजार 800 रुपये जुर्माना वसूल किया गया है।
शहर और ग्रामीण थानों से मुख्य चौराहों पर 120 से अधिक पुलिस जवान इस अभियान में कल शाम एक साथ लगाए गए थे। कार्रवाई के लिए टीम गांधी चौक, महाराणा प्रताप चौक, हुंडई चौक, महामाया चौक, मंगला चौक, श्रीकांत वर्मा मार्ग, गुरुनानक चौक और रायपुर रोड पर सिरगिट्टी इंडस्ट्रीयल एरिया चौराहे पर तैनात थी। इस दौरान काले रंग की सन फिल्म लगी 6 गाडिय़ों पर भी मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई और भविष्य में ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 अप्रैल। शहर में एक बार फिर ने शराब पीकर गाडिय़ां चलाने के खिलाफ अभियान शुरू किया है। शनिवार को 43 लोगों की गाडिय़ां जब्त कर 185 मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। वाहनों को अब कोर्ट से छुड़ाया जा सकेगा। इसके अलावा 138 लोगों पर यातायात नियमों के उल्लंघन की कार्रवाई की गई है। सभी से 65 हजार 800 रुपये जुर्माना वसूल किया गया है।
शहर और ग्रामीण थानों से मुख्य चौराहों पर 120 से अधिक पुलिस जवान इस अभियान में कल शाम एक साथ लगाए गए थे। कार्रवाई के लिए टीम गांधी चौक, महाराणा प्रताप चौक, हुंडई चौक, महामाया चौक, मंगला चौक, श्रीकांत वर्मा मार्ग, गुरुनानक चौक और रायपुर रोड पर सिरगिट्टी इंडस्ट्रीयल एरिया चौराहे पर तैनात थी। इस दौरान काले रंग की सन फिल्म लगी 6 गाडिय़ों पर भी मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई और भविष्य में ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 29 अप्रैल। कोटा थाना इलाके में 3 दिन पहले एक वृद्ध महिला की लाश उसके घर में खून से लथपथ मिली थी। पुलिस ने जांच के बाद उसके पड़ोस के युवक को गिरफ्तार किया है। एडिशनल एसपी राहुल देव शर्मा ने मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मानपुर की रूपा जगत की लाश 26 अप्रैल को उसके घर के आंगन में मिली थी। प्रारंभिक जांच से ही यह हत्या का मामला होने का अनुमान लगा लिया गया था। महिला के सिर को पत्थर या ईट से कुचला गया था। कोटा पुलिस, फॉरेंसिक एक्सपर्ट और एसीसीयू बिलासपुर की टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया और गांव के लोगों से पूछताछ की।
कल एक डॉग स्क्वायड घटनास्थल पर ले जाया गया था। इस दौरान पड़ोस के भागबली यादव ने आसपास के लोगों से पूछा कि क्या पुलिस उसके घर भी आई थी जब पुलिस डॉग को बस्ती में घुमाने लगी तो भागबली जंगल की ओर भाग गया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस ने अनुमान लगा लिया की हत्या में उसका हाथ है। उसे जंगल में जाकर पकड़ लिया गया। हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर आरोपी भाग बली यादव (21 वर्ष) ने हत्या की बात कबूल की। उसने बताया कि मृतक रूपा जगत (65 साल) शराब की आदी थी। घटना के कुछ दिन पहले उसने आरोपी को शराब लाने के लिए पैसे दिए थे, पर आरोपी ने पैसे रख लिए और शराब लाकर नहीं दी। इसके बाद एक सार्वजनिक जगह पर उक्त महिला ने नाराजगी में भागबली से गाली गलौज की थी। इससे आरोपी क्षुब्ध था। रात में वह दीवार फांद कर महिला के आंगन में घुसा और पास पड़े एक पत्थर से उसके सिर को कुचल कर उसे मार डाला। हत्या के बाद घर आकर सो गया।
मालूम हुआ है कि महिला के पति की मौत हो चुकी है। उसकी बेटियों की शादी हो गई है। उसके दो बेटे थे। उनकी भी मौत हो गई है जिसकी जगह पर उनके परिवार के लोग अनुकंपा में सरकारी नौकरी करते हैं, और बाहर रहते हैं। मृतका अपने घर में अकेले रहती थी। आरोपी भागबली का स्वभाव उग्र बताया जा रहा है और गांव के कई लोगों के साथ उसका पहले झगड़ा हो चुका है। पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 302, 454 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया। कोर्ट में पेश करने पर उसे रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
बिलासपुर, 29 अप्रैल। तारबाहर थाना इलाके में ऑनलाइन रेड्डी अन्ना बेटिंग खेलने व खिलाने में सहायता करने के आरोप में एक युवक मेहुल सिंह को गिरफ्तार किया है। उसके 4 बैंक खातों से 3.60 लाख रुपये सीज किए गए हैं। आरोपी के पास से 1 हजार रुपये नगद भी जब्त किए गए। थाना प्रभारी मनोज नायक ने बताया कि आरोपी को धारा 6,7 जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
बिलासपुर, 29 अप्रैल। संबलपुर रेल मंडल के टिटलागढ़ लखोली रेलवे स्टेशन के बीच चल रहे पुल निर्माण कार्य की कारण 1 मई को रायपुर विशाखापट्टनम रायपुर स्पेशल पैसेंजर दोनों ओर से रद्द की गई है। एक मई को रायपुर से चलने वाली जूनागढ़ पैसेंजर स्पेशल ट्रेन भी रद्द रहेगी। साथ ही यह ट्रेन 2 मई को जूनागढ़ से रायपुर के लिए रवाना भी नहीं होगी। 30 अप्रैल को तिरुपति से चलने वाली बिलासपुर एक्सप्रेस रायपुर टिटलागढ़ के स्थान पर टिटलागढ़ संबलपुर बिलासपुर मार्ग से चलाई जाएगी।