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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 16 सितम्बर। महिला कांग्रेस के स्थापना दिवस पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल, जिलाध्यक्ष नीता डे, ब्लाक अध्यक्ष शोभना वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष अंजनी यादव, वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री इंद्रा सेंगर और प्रदेश सचिव शगुफ्ता बक्श आदि महिला कांग्रेस की पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने केक काटकर स्थापना दिवस मनाया।
वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री इंद्रा सेंगर ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजाद भारत की अखंडता तथा लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस ने हमेशा बड़ी कुर्बानियां दी हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जैसे नेताओं ने इसका नेतृत्व किया है। इंदिरा गांधी, राजीव गांधी व बेअंत सिंह के बलिदान कांग्रेस पार्टी के राष्ट्र के प्रति प्रेम के साक्षात प्रमाण हैं। उन्होंने महिला वर्करों से प्रदेश की भूपेश सरकार की नीतियों व सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की।
वहीं नपाध्यक्ष प्रभा पटेल ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने त्याग, संघर्ष और बलिदान से पार्टी को आगे बढ़ाया है और कांग्रेस ने देश को आगे बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने हमेशा देश के हितों के लिए कार्य किया है और आगे भी कार्य करती रहेगी। उन्होंने केंद्र सरकार की विफलताओं को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 16 सितम्बर। नगर पंचायत खोंगापानी अध्यक्ष के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव समाप्त करने की याचिका हाई कोर्ट से खारिज होने के बाद खोंगापानी की सियासत साढ़े 3 माह बाद एक बार फिर से गर्म हो चली है। अध्यक्ष के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों ने मोर्चा संभालते हुए गुरूवार को नवीन जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर कलेक्टर के नाम संयुक्त हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपकर नगर अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हेतु शीघ्र तिथि निर्धारित किए जाने की मांग की।
अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की तिथि निर्धारित करने नगर पंचायत खोंगापानी उपाध्यक्ष राजा राम कोल, पार्षद कमलभान चौधरी, विजय सिंह, परमहंस मनी एवं विवेक चतुर्वेदी ने कलेक्टर के नाम संयुक्त हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपा है। बता दें कि 15 वार्डों वाली नगर पंचायत खोंगापानी में कुल 12 पार्षदों ने 27 मई 2022 को कलेक्टर कोरिया के समक्ष नगर पंचायत खोंगापानी के अध्यक्ष धीरेंद्र विश्वकर्मा के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। कलेक्टर द्वारा 9 जून को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हेतु तिथि भी निर्धारित कर दी गई थी, लेकिन इस बीच अध्यक्ष धीरेंद्र विश्वकर्मा के द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका पेश कर कार्रवाई को रोकने हेतु स्थगन प्राप्त कर लिया गया था। वहीं अब नगर पंचायत अध्यक्ष की याचिका को 13 सितंबर 2022 को उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा खारिज कर दिया गया है।
अध्यक्ष की याचिका खारिज होने के बाद गुरूवार को खोंगापानी के पार्षदों ने नवीन जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के कलेक्टर के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हेतु शीघ्र तिथि निर्धारित किए जाने की मांग की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 15 सितम्बर। नगर पंचायत खोंगापानी अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव समाप्त करने की याचिका उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ ने खारिज कर दिया है।
ज्ञात हो कि नगर पंचायत खोंगापानी में 15 में से 12 निर्वाचित पार्षदों ने अध्यक्ष धीरेन्द्र विश्वकर्मा के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन कलेक्टर कोरिया के समक्ष प्रस्तुत किया था, जिसके विरुद्ध अध्यक्ष ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। न्यायालय ने वोटिंग पर रोक लगा दी थी। इसके बाद न्यायालय की कार्रवाई उपरांत 12 पार्षदों ने भी उच्च न्यायलय में अधिवक्ता अभिषेक के. सिंह के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराई। 13 सितंबर को उच्च न्यायालय ने अध्यक्ष की याचिका खारिज कर दी, अब कलेक्टर जल्द ही वोटिंग प्रक्रिया की तिथि घोषित करेंगे। अदालत के फैसले पर अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले सभी पार्षदों ने खुशियां मनाते हुए न्यायालय पर अपना विश्वास जताया है।
नोट - फोटो फाइल नेम 15-2
परिवार ने शासन से लगाई सहायता की गुहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 15 सितम्बर। नपा क्षेत्रांतर्गत वार्ड क्र. 20 अग्रसेन भवन के समीप निवासरत रजनी सिन्हा ने मनेंद्रगढ़ तहसीलदार को आवेदन सौंपकर लगातार हो रही बारिश के फलस्वरूप प्राकृतिक आपदा के कारण मकान की बाउंड्रीवाल गिरने व मकान के भी क्षतिग्रस्त होने की संभावना के कारण आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की गुहार लगाई है।
आवेदिका ने अपने पत्र में कहा कि वार्ड क्र. 20 अग्रसेन धर्मशाला के नीचे स्थित आवास में वह अपने परिवार सहित निवास करती है। उक्त मकान उसकी सास प्रभावती सिन्हा के नाम पर है। लगातार हो रही बारिश के कारण उसके मकान की बाउंड्रीवाल गिर गई है और मकान की दीवार से लग गई है। यदि उसकी तत्काल मरम्मत नहीं कराई गई तो इससे मकान भी क्षतिग्रस्त हो सकता है। उसने कहा कि बाउंड्रीवाल गिरने के कारण बाहर का पूरा पानी मकान के अंदर घुस रहा है जिससे परिवार का मकान में रह पाना मुश्किल हो रहा है तथा घर का सारा सामान भी नष्ट हो रहा है।
आवेदिका ने कहा कि हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। पानी अभी भी निरंतर गिर रहा है और अधिक क्षति होने की संभावना बनी हुई है जिसका स्थल निरीक्षण कराया जा सकता है। आवेदिका ने स्थल निरीक्षण कराकर शासन की योजना के अधीन प्राकृतिक आपदा के फलस्वरूप आर्थिक सहायता दिलए जाने का आग्रह किया है।
मनेन्द्रगढ़, 15 सितम्बर। सविप्रा उपाध्यक्ष एवं विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा पर प्राथमिकता के आधार पर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में विकास कार्यो हेतु विधायक निधि से 39 लाख रूपए की प्रशासकीय मंजूरी प्रदान की गई है।
विधायक कमरो ने कहा कि परम्परा, संस्कृति और अस्मिता की मजबूत बुनियाद से प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में नवा छत्तीसगढ़ गढऩे का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए मुखिया से जो मांगा उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया, नतीजतन प्रदेश की पहली विधानसभा भरतपुर-सोनहत विकास की बयार बह रही है। उन्होंने कहा कि अभी भी विकास की असीम संभावनाएं हैं, आने वाले समय में क्षेत्र का कोई कोना विकास से अछूता नहीं रहेगा।
स्वीकृत राशि से ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ के गौटिया पारा में सांस्कृतिक शेड निर्माण एवं पेवर ब्लाक कार्य हेतु 4 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। इसी प्रकार ग्राम पंचायत घाघरा (फुलझर) के सरईहाटोला वार्ड क्र. 5, ग्राम पंचायत केंवती (श्रीरामपुर) में दुर्गा पंडाल के पास, ग्राम पंचायत सोनहरी (पढ़ेवा) अंतर्गत जनपद सदस्य पारा, ग्राम पंचायत शंकरगढ़-चौरा, ग्राम पंचायत भरतपुर में बृजलाल पंच के घर के पास, ग्राम पंचायत पिपरिया में देवालय के पास, ग्राम पंचायत तिलोखन में अटल चौक हनुमान मंदिर के पास, ग्राम पंचायत बिरौरीडांड़ में एवं ग्राम पंचायत उजियारपुर में दुर्गा पंडाल के पास क्रमश: डेढ़-डेढ़ लाख की लागत से सांस्कृतिक शेड निर्माण किए जाएंगे।
इसी क्रम में ग्राम पंचायत मनवारी में दुर्गा पंडाल के पास एवं ग्राम पंचायत महाराजपुर के दर्रीटोला में भी सांस्कृतिक शेड निर्माण हेतु 2-2 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। ग्राम पंचायत केल्हारी के शासकीय उमा विद्यालय में डेढ़ लाख की लागत से शेड व चबूतरा निर्माण, ग्राम पंचायत सेमरा में मंदिर के पास डेढ़ लाख की लागत से रेलिंग एवं टाइल्स फिटिंग कार्य, ग्राम पंचायत साल्ही में मंदिर के पास 5 लाख की लागत से सांस्कृतिक शेड निर्माण तथा बैकुण्ठपुर (केनापारा) स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में 9 लाख 1 हजार 440 रूपए की लागत से 500 एलपीएच क्षमता के 5 नग सौर गर्म जल सयंत्र स्थापित किए जाएंगे।
द्वार-द्वार पहुंचे विधायक जायसवाल, हुआ सम्मान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 13 सितंबर। नए जिले के सबसे बड़े शहर नगर पालिक निगम चिरमिरी को जिले की सबसे बड़ी सौगात के रूप में जिला अस्पताल मिलने की ख़ुशी में हर ओर आतिशबाजी, फूलमाला और एक दूसरे के साथ मुँह मीठा करने सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
इस तारतम्य में सोमवार को व्यपार संघ चिरमिरी द्वारा भव्य रूप में शहर के हृदय स्थल हल्दीबाड़ी राधा कृष्ण मंदिर परिसर से पूरा-अर्चना कर रैली नुमा आयोजन को गति दी गई, जिसमें विधायक डॉ. विनय जायसवाल व्यापार संघ के पदाधिकारियों के साथ पैदल उनके द्वार - द्वार पहुँचे और सभी को जिला अस्पताल की बधाई देते हुए उनका मुँह मीठा कराया। जिसकी ख़ुशी जाहिर करते हुए शहर के लोगों ने बारी बारी से फूल मालाओं के शाल श्रीफल देकर विधायक का सम्मान किया।
इसके पश्चात कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी व सदस्य के साथ विधायक डॉ. विनय ने शहर के बाजार में आभार हेतु भ्रमण किया। मुख्यमंत्री के आगमन पर कार्यक्रम पर को सफल बनाने और सहयोग करने पर विधायक ने जनता का आभार प्रकट किया।
इस दौरान भारी संख्या में व्यपार संघ चिरमिरी के पदाधिकारी एवं सदस्यों के साथ स्थानीय महिला कांग्रेस, ब्लॉक कांग्रेस, युवक कांग्रेस और एनएसयूआई के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे।
अपने ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे थे पूर्व विधायक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 सितम्बर। मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला अस्तित्व में आते ही पूर्व विधायक स्व. गुलाब सिंह का सपना साकार हो गया। स्व. गुलाब सिंह ने मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने के लिए अपनी ही सरकार के खिलाफ आमरण-अनशन किया था और मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने के लिए हमेशा आवाज उठाते रहे थे।
स्व. गुलाब सिंह का 25 मार्च 2021 को निधन हो गया। गुलाब सिंह के द्वारा देखे गए सपने को पूरा करने में अब उन्ही के हमनाम और भरतपुर-सोनहत के विधायक गुलाब कमरो ने मनेन्द्रगढ़ -चिरमिरी-भरतपुर को जिला बनावाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ के नक्शे में बारीकी से समझा कर अपने विधानसभा क्षेत्र के एक बड़े हिस्से को नए जिले में शामिल करवाने की सहमति दी और मुख्यमंत्री ने 15 अगस्त 2021 को मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की घोषणा कर दी। 9 सितम्बर 2022 को मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी -भरतपुर जिले का उद्घटान भी मुख्यमंत्री ने कर दिया और अब जिला अस्तित्व में आ गया है। ऐसे में यहां यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि गुलाब ने गुलाब का सपना साकार कर दिया।
मनेंद्रगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले पहली बार 1983 में मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की मांग उठी थी और 29 जनवरी 1983 से 84 दिन क्रमिक आमरण-अनशन चला था उसके बाद 1998 में जब सरगुजा को विभाजित कर कोरिया जिला बनाया गया और उसका मुख्यालय बैकुंठपुर को घोषित किया गया तब मनेंद्रगढ़ में 13 दिन का कफ्र्यू लगा था और 11 महीने तक आमरण-अनशन चला था 1998 में अविभाजित मप्र में दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार में कद्दावर मंत्री व बैकुंठपुर के विधायक स्व. डॉ. रामचन्द्र सिंहदेव की मंशानुरूप
सरगुजा को विभाजित कर कोरिया को जिला बना कर बैकुंठपुर को मुख्यालय बनाया गया था, तब मनेंद्रगढ़ से कांग्रेस के ही विधायक स्व. गुलाब सिंह अपनी सरकार के खिलाफ शंखनाद करते हुए आम जनता के साथ आमरण-अनशन पर बैठ गए थे। स्व. गुलाब सिंह को केवल आम जनता की जन भावनाओं का ख्याल था ना की किसी पद या विधायकी के खोने का डर था, लेकिन अब ऐसे जननायक देखने को नहीं मिलते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा गुलाब की सहमति से ही बना जिला
मनेन्द्रगढ़ जिले के उद्घटान अवसर पर मनेन्द्रगढ़ आये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा की गुलाब कमरो की सहमति से ही मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला बन पाया। मुख्यमंत्री ने मनेन्द्रगढ़ के हाई स्कूल मैदान में जिलेवासियों को सम्बोधित करते हुए मनेन्द्रगढ़ के जिले बनने की कहानी मंच से सुनाई। उन्होंने कहा कि विधायक गुलाब कमरो ने एक दिन मुख्यमंत्री निवास में छत्तीसगढ़ के नक्शे में उन्हें समझाया कि ऐसे मनेन्द्रगढ़ जिला बन सकता है और मुख्यमंत्री ने जिला निर्माण की घोषणा कर दी।
मुझे खुशी है कि पूर्व विधायक का सपना साकार हुआ - कमरो
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला अस्तित्व में आने पर सविप्रा उपाध्यक्ष भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि पूर्व विधायक स्व गुलाब सिंह ने जो सपना देखा था आज वह साकार हो गया है। एमसीबी प्रदेश का 32 वां जिला बन गया है। मुझे खुशी है कि मैंने एक ऐसे नेता के सपने को साकार किया है जो जनभावनाओं की कद्र हमेशा करते थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 13 सितंबर। कोरिया जिले में कुछ विभागों की स्थानांतरण सूची जारी हो गयी, इस बार का स्थाानांतरण का कारोबार काफी महंगा रहा हैं, वहीं विभागों के स्थापना शाखा की पौ बारह रही है, इस मामले में कुछ विभाग के अधिकारियों को यह पता ही नही है कि उनके किस बाबू को कहा भेजा गया है, सिर्फ उनके हिस्से से मतलब था, ऐसे में कई ऐसे लोगों के भी स्थानांतरण हो गए, जिनकी ना तो कोई शिकायत थी और ना ही उन्होनें आवेदन किया था। अब वो कोर्ट जाने की तैयारी में है।
कोरिया जिले में प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के पश्चात कलेक्टर कार्यालय द्वारा पशु चिकित्सा विभाग के 4, आयुर्वेद विभाग के 2, राजस्व विभाग के 6, अदिम जाति अनुसूचित जाति विभाग के 3, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 1, राजस्व विभाग भू अभिलेख शाखा से 7, शिक्षा विभाग से सबसे ज्यादा 58, स्वास्थ्य विभाग से 49 लिपिक व अन्य कर्मचारियों को स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया गया। सूची के जारी होते ही जिन्होनें भाग दौड़ कर आवेदन किया और खर्चा पानी भी दिया उनका नाम सूची से नदारद दिखा, जिससे बाद सूची पर सवाल खड़़े होने लगे। वहीं कुछ तो दिए गए खर्चे पानी की वापसी की गुहार लगाने लगे। जबकि जिनका स्थानांतरण बेहद जरूरी था, जो काफी समय से परेशान थे, उन्हें अधिकारियों ने आश्वासन भी दे रखा था कि कर देगें ऐसे कर्मचारियों का नाम नदारद था, जबकि वो भी खर्चा पानी करने को तैयार थे, बावजूद उनका सूची से नाम गायब देखा गया। जिसके बाद सूची को लेकर कर्मचारियों ने सवाल खड़े कर दिए।
स्थापना शाखा की बल्ले-बल्ले
हर कार्यालय में स्थापना शाखा से कर्मचारी अच्छे संबंध बना कर रखता है, दो साल बाद स्थानांतरण पर खुले बैन को लेकर कई कर्मचारियों ने आशा बना रखी थी कि इस बार तो उनकी स्थानांतरण हो जाएगा, परन्तु स्थापना शाखा ने ऐसे सैकड़़ो उनके साथी कर्मचारियों को धता बताते हुए सेटिंग से सूची बनाकर जारी कर दी।
विभाग में जो कुछ नहीं करते है उन्हें और मलाईदार शाखा पर भेज दिया, और जो मलाईदार शाखा में है दर्जनों शिकायत है उन्हें टस से मस नहीं किया। ऐसे में दो चार कर्मचारी जिनकी वजह से कार्यालय का कुछ काम होता है उन्हें कही और स्थानांतरीत करवा दिया, वह भी बिना किसी शिकायत और बिना उनकी इच्छा के हटा दिया। शाखा प्रभारियों ने विभाग के आला अधिकारी को तक इसकी भनक नहीं होने दी। आला अधिकारी को सिर्फ उनका हिस्सा देकर चुप करा दिया।
रायपुर से ज्यादा रेट
दो वर्ष बाद खुले स्थानांतरण को लेकर बाजार में चर्चा आम है, इस बार कोरिया जिले में रायपुर में स्थानांतरण के लिए लगने वाले खर्च से दोगुना खर्च यहां करना पडा है। नाम नहीं छापना की शर्त पर कर्मचारियों ने बताया कि कोरिया जिले में स्थानांतरण करवाने का 1 लाख से डेढ़ लाख तक रेट गया है, जबकि यह रेट रायपुर में भी नहीं है। वहीं कई कर्मचारियों की माने तो राशि देने के बाद भी उनका स्थानांतरण नही हो पाया है। अब वो वापसी की मांग कर रहे है।
8 साल से अटैच अब वहीं स्थानांतरण
स्थानांतरण सूची के जारी होने पर कई स्थानांतरण ऐसे हुए है जिन्हें देख कर लोग हैरान है। एक कर्मचारी एक ही स्थान पर बीते 8 वर्ष से अटैच रहा, अब उसके आपसी समझौता के जरीए जिस पर 8 वर्ष से अटैच है वहीं स्थानांतरण करवा लिया है, इस तरह कुछ स्थानांतरण ऐसे भी देखे गए जो कभी कार्यालय नहीं आते, ना ही कोई काम में हिस्सा लेते है, स्थानांतरण शाखा से ऐसी सेटिंग की अब अपने घर के पास स्थानांतरण करवा लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 सितम्बर। बचपन प्ले स्कूल में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का विषय कक्षा यूकेजी में स्पोर्ट्स पर्सनालिटी तथा कक्षा एलकेजी में रेट्रो बॉलीवुड एवं कक्षा नर्सरी व प्ले ग्रुप में कार्टून कैरेक्टर निर्धारित किया गया था। कार्यक्रम में बच्चों एवं उनके माता-पिता का उत्साह भी देखने को मिला उन्होंने अपने बच्चे को प्रतियोगिता के लिए इस तरह से तैयार किया कि निर्णायकों को निर्णय लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
प्रतियोगिता में निर्णायकों की भूमिका विद्यालय की डायरेक्टर ज्योति ताम्रकार, आशी कक्कड़ एवं तोशी अग्रवाल ने निभाई। विद्यालय की काउंसलर सोनाली दास ने अभिभावकों के प्रयास की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। प्रतियोगिता में कक्षा यूकेजी से विराज तिवारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं अक्षत नामदेव द्वितीय एवं अनन्या कुजूर व वरुण तीसरे स्थान पर रहे।
इसी क्रम में कक्षा एलकेजी-अ से सानवी अग्रवाल प्रथम, परी अग्रवाल द्वितीय तथा समकित बोथरा व स्वर्णिम अग्रवाल तृतीय, एलकेजी-ब से वियोम प्रजापति व विराज पोद्दार प्रथम, काव्या मिश्रा द्वितीय एवं अपेक्षा सोनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी क्रम में एलकेजी-स से कान्हा सिंह प्रथम, श्रेयस द्वितीय, आयांश प्रसाद तृतीय, कक्षा नर्सरी में विराज अग्रवाल प्रथम, समर्थ सूत्रधार द्वितीय, मोहम्मद जीशान एवं काव्य शर्मा तृतीय, कक्षा प्ले ग्रुप से काव्यांश गोयल प्रथम, आद्वविक सिंह द्वितीय एवं आश्ववी वर्मा तृतीय स्थान पर रहे। अंत में विद्यालय के डायरेक्टर्स ने सभी विनर्स को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की शिक्षिका रिद्धिमा जायसवाल, मंजूश्री दत्ता, साधना सिंह, अंजलि साहू, प्रियंका सिंह, पुष्पा सिंह, जूही अरोड़ा, वैष्णवी जायसवाल, दीप्ति तिवारी, निशा सेन, अंजना मौर्या एवं रेखा दोहरे का सराहनीय योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 13 सितंबर। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर से करीब 7 किमी दूर सलबा क्षेत्र से हाथियों का दल पिपरिहा क्षेत्र के जंगल में पहुंच गया था जहां से हाथियो के 10 सदस्यीय दल को खंदौरा चिरमी क्षेत्र में जाने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन गत दिवस हाथियो का दल कोरिया जिले की सीमा पार कर सूरजपुर वन मण्डल सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर गया जिससे कि वन अमले के साथ हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली।
जानकारी के अनुसार एमसीबी जिले के बिहारपुर वन परिक्षेत्र से होते हुए हाथियों का 10 सदस्यीय दल अमृतधारा होते कोरिया जिले के बसेर केतकीझरिया, चरचा कॉलरी क्षेत्र से होते हुए बैकुंठपुर, क्षेत्र में पहुंच गया था। हाथियों का दल कांदाबारी के जंगलों से होते हुए पिपरिया क्षेत्र में पहुंच गया था। जिससे कि प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों में हाथियो के दल के आने की खबर के बाद भय के बीच में जी रहे थे। इसी बीच सुखद खबर रही कि हाथियों का दल 12 सितंबर की रात्रि में कोरिया जिले की सीमा पार कर सूरजपुर जिले की सीमा में प्रवेश कर दिया। हाथियो के 10 सदस्यीय दल मे 2 शावक भी शामिल है। इस बार हाथियों का दल एमसीबी जिले से होकर कोरिया जिले के सोनहत जनपद क्षेत्र होते बैकुण्ठपुर जनपद क्षेत्र में आये और विचरण करते हुए सूरजपुर वन मण्डल क्षेत्र की ओर चला गया। जिससे कि इस क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई नुकसान नही पहुॅचाया गया।
नुकसान नहीं
कोरिया जिले में इस बार आये हाथियों के 10 सदस्यीयदल के द्वारा किसी भी क्षेत्र में नुकसान पहुॅचाये बिना ही सुरक्षित तरीके से सूरजपुर जिले की सीमा में चले गये जिसके बाद वन अमले के साथ प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। इस बार कोरिया जिले में नवगठित जिला एमसीबी के बिहारपुर वन परिक्षेत्र से हाथियों का 10 सदस्यीय दल अमृतराधारा होते कोरिया जिले के बसेर क्षेत्र में प्रवेश किया इस क्षेत्र से केतकीझरिया होते हाथियों का दल बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र पहुॅच और इस क्षेत्र के बीट सलबा अंतर्गत कांदाबारी के जंगलों में विचरण हुए इस क्षेत्र में नही रूके और विचरण करते हुए सूरजपुर जिले की सीमा क्षेत्र में पहुॅच गये।
जबकि कांदाबारी का जंगल हाथियों का पसंदीदा जंगल रहा है पूर्व के वर्षो में कई कई दिनों तक हाथियों का दल इस जंगल में ठहरता रहा है और आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के मकान के साथ किसानों के फसलों को बडी क्षति पहुॅचा कर जाता था।
बदली रही तो कीट प्रकोप बढ़ेगा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 13 सितंबर। कोरिया जिले में दो दिनों से लगातार हेा रही बारिश के कारण तापमान का पारा लुढक गया और मौसम में ठण्डक घुल गयी जिससे कि लोगों केा ठण्ड का असर का सामना करना पड रहा है। वहीं मौसम विभाग की माने तो 17 सितंबर तक बारिश के आसार ऐसे ही है, जबकि 18 सितंबर को मौसम के खुलने की संभावनाएं जताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले में आश्विन माह के शुरूआत में ही बारिश की शुरूआत हुई और इस दौरान भी जमकर बारिश हुई लेकिन सोमवार केा सुबह से ही मौसम खराब दिखाई दिया जिसके कारण इस दिन सुबह से ही मध्यम बारिश होती रही और दोपहर तक मध्यम बारिश होती रही। जिसके बाद दोपहर में बारिश तो थम गयी लेकिन आसमान में बादल शाम ढलने तक छाये रहे और इस दौरान मौसम पूरी तरह से खुशनुमा बना रहा। वर्तमान में इस तरह से बारिश हो रही है मानों सावन का महीना हैं। एक पखवाडे पूर्व से खेतों में कांस के फूल खिल चुके है और माना जाता है कि जब खेतों में कांस का फूल खिल जाता है तो बारिश कमजोर हो जाती है और बारिश की बिदाई हो रही है लेकिन इस वर्ष भादों माह समाप्त होने के बाद भी बारिश नही थमी है। जानकारी के अनुसार द्रोणिका के असर के कारण जिले में बारिश हो रही है।
वर्तमान में हो रही बारिश धान फसलों के लिए संजीवनी का काम कर रहा है। इस वर्ष देर तक धान की रोपाई का कार्य चलता रहा। बीच में बारिश के कारण धान रोपाई कार्य प्रभावित हुआ था। अभी सभी क्षेत्रों में धान की फसल लहलहा रही है लेकिन इस दौरान दो दिनों से बादल पानी से फसल के लिए लाभदायक है लेकिन यदि और दो तीन दिनों तक इसी तरह बादल बारिश की स्थिति बनी रहती है तो धान फसलों के लिए यह नुकसान दायक हो सकता है। बारिश बादल लगातार बने रहने से धान के फसलों में कीट प्रकोप बढ सकता है क्योकि अब धान की फसल को धूप की ज्यादा जरूरत है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 12 सितंबर। मानसून विदाई के करीब है और अब तक जिले में बारिश का क्रम चल रहा है। कुछ दिनों के बाद दो तीन दिनों से प्रतिदिन जिले के किसी न किसी क्षेत्र में बारिश हो रही जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट होने से उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिल गयी है। भादों माह के बीत जाने के बाद रविवार से आश्विन माह की शुरूआत हो गयी और इस दिन भी जिले के कई क्षेत्रों में बारिश हुई। इस दिन जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में रात्रि के समय अचानक थोडी देर की बारिश हुई जिससे कि शहर की सडकें भींग गयी।
अचानक हुई बारिश से हवाओं में नमी आ गयी और बाद में ठण्डी हवाएं चलनी शुरू हा गयी। इसके बाद रात में आसमान में बादल छाये रहे और दूसरे दिन 12 सितंबर को सुबह होने के साथ ही आसमान में बादल छाये रहे और सुबह के समय करीब 7 बजे हल्की बारिश कुछ देर की हुई। जिले में विगत तीन चार दिनों से थम थम कर प्रतिदिन बारिश होती रही है। जबकि इसके कुछ दिनों पूर्व बारिश लगभग थम गयी थी और लगातार धूप निकल रही थी जिससे कि तापमान में बढोतरी हेा रही थी और उमस भरी गर्मी का सामना लोगों को करना पड रहा था लेकिन बीच में अचानक मौसम में बदलाव होने लगा और जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रूक रूक कर तीन चार दिनों से बारिश हो रही है। हालांकि खेतों में पर्याप्त पानी जमा है इसके बावजूद अभी बारिश की बौछार धान फसलों के लिए तो लाभदायक साबित होगी लेकिन इसके अलावा उडद की फसलों के लिए वर्तमान की बारिश नुकसान दायक हो सकता है क्योकि उडद की फसल पक गयी है ऐसे समय में इसे पानी की जरूरत नही है और हो रही बारिश उडद को नुकसान पहुॅचा सकता है।
सावन से कुछ ज्यादा भादों में वर्षा
इस वर्ष समय पर मानसून आने के बाद समय पर अच्छी बारिश नही हुई जिससे कि खेती कार्य पिछड गया खासकर धान के पौधे की रोपाई समय पर अच्छी बारिश नही होने के कारण पिछड गयी है। इस वर्ष मानसून की शुरूआत में कुछ दिन अच्छी बारिश हुई इसके बाद आषाढ एवं सावन माह में उतनी बारिश नही हुई जितनी बारिश होनी चाहिए लेकिन सावन के आखिरी रक्षाबंधन के दिन से जिले में जमकर बारिश हुई इसके बाद भादों माह में कई दिनों की बारिश की झडी लग गयी और आषाढ सावन में कम बारिश की पूर्ति कर दी। इस साल भादों के महीने में सबसे अधिक बारिश हुई और आश्विन माह में भी रूक रूक कर बारिश प्रतिदिन हो रही है।
जबकि खेतों में एक पखवाडे पहले से कांस के फूल खिल गये है। पुराने लोगों की मान्यता है कि जब खेतों में कांस के फूल खिल जाते है तब बारिश कमजोर हो जाती है लेकिन इस बार इसके उलट देखने को मिल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी (कोरिया), 11 सितंबर। वन मण्डल बैकुंठपुर की लापरवाही के कारण इन दिनों मनेन्द्रगढ़ अम्बिकापुर नेशनल हाइवे मौत का रास्ता बन गया है ।
ज्ञात हो कि इस नेशनल हाइवे के निर्माण के समय सडक़ का चौड़ीकरण करने के लिए नगर और चर्चा के बीच पहाड़पारा में पहाड़ को काटा गया था। जिसके बाद पहाड़ पर लगे कई बड़े पेड़ों के जड़ कट गए और ये पेड़ अधर में लटक रहे हैं। वन मण्डल बैकुंठपुर की लापरवाही के कारण यहां अब तक कोई बॉउंड्रीवाल नहीं बन सका है, जिसके कारण ये बड़े पेड़ कभी भी गिर सकते हैं।
ज्ञात हो कि मनेन्द्रगढ़ अम्बिकापुर नेशनल हाइवे में 24 घण्टे छोटी बड़ी गाडिय़ां चलती हैं। ऐसे में किसी बड़े पेड़ के गिरने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। बैकुंठपुर से पहाड़ पारा की दूरी मात्र 15 किलोमीटर है। ऐसे में बैकुंठपुर वन मण्डल के किसी अधिकारी की नजर इस पर अब तक कैसे नही पड़ी ? यह आश्चर्य का विषय है।
यह भी ज्ञात हो कि इस तरह के कार्यों के लिए वन विभाग को हर साल शासन से करोड़ो रूपये आबंटित होते हैं, लेकिन वन विभाग के अधिकारी कागजों में ही खानापूर्ति कर ज्यादातर राशि डकार जाते हैं। स्थानीय नागरिकों ने वन विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द पहाड़पारा में जड़ छोड़ चुके पेड़ों को हटाए तथा यहां बाउंड्रीवाल बनवाये ताकि किसी भी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 10 सितंबर। मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के उद्घाटन अवसर पर मनेन्द्रगढ़ पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की पहली विधानसभा भरतपुर-सोनहत के विधायक गुलाब कमरो को इतिहास पुरुष की संज्ञा दे डाली।
मनेन्द्रगढ़ के हाई स्कूल मैदान में आमसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा पहले यहां मध्यप्रदेश से बिजली आती थी उसको छत्तीसगढ़ से लाने का काम गुलाब कमरो ने किया है। उनकी मेहनत का प्रयास ही यह नया जिला है। गुलाब कमरो ने अपने विधानसभा क्षेत्र के आधे हिस्से को नए जिले में जोडऩे की सहमति दी तभी जिले का सपना साकार हुआ।
इस दौरान मंच पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू एवं नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया मौजूद थे।
जनता की सेवा करता रहूंगा - विधायक
गुलाब कमरो ने कहा कि उन्हें बड़ी खुशी है कि मुख्यमंत्री ने मेरे लिए इतनी बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि वे खुद पर गर्व महसूस करते हैं। वे ऐसे ही जनसेवा के कार्य करते रहेंगे और मुख्यमंत्री की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 सितंबर। छग प्रदेश स्कूल मध्यान्ह भोजन रसोईया कल्याण संघ के तत्वाधान में राजधानी रायपुर में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है जिसका असर कोरिया जिले में भी देखने केा मिल रहा है। हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी जिलों के ब्लाक पदाधिकारियों के द्वारा अपने अपने क्षेत्र में रसोईयों को हड़ताल पर रहने की जानकारी दी गयी जिसके कारण जिले में अपने संघ द्वारा शुरू की गयी अनिश्चितकालीन हड़ताल का समर्थन करते हु स्कूल भोजन रसोईया संघ भी काम पर नही है जिस कारण स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के लिए स्कूल प्रबंधन को मशक्कत करनी पड़ रही है।
छात्र बना रहे भोजन
स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक मध्यान्ह भोजन बंद न हो इसके लिए पूरे प्रयास किये जा रहे है लेकिन रसोईयों के हडताल पर रहने के कारण विद्यालयों में बच्चों से सहयोग लेकर मध्यान्ह भोजन तैयार किया जा रहा है जो कि गलत है। घर से बच्चे स्कूल पढ़ाई करने के लिए आ रहे है लेकिन स्कूल आने के बाद उन्हे मध्यान्ह भोजन बनाने में सहयोग लिया जा रहा है। जबकि कुछ ही विद्यालय ऐसे है जहां पर दो रसोईयों में से एक रसोईया हड़ताल का समर्थन कर रहा है तो एक ड्यूटी पर है जिससे कि उस स्कूल में व्यवस्था नही बिगडी है लेकिन ज्यादातर विद्यालयों में बीते 5 सितंबर हड़ताल के दिन से मध्यान्ह भोजन व्यवस्था चरमरा गयी हैं। सबसे ज्यादा खराब हालत प्राथमिक शाला की है जहां के छोटे बच्चे तो कुछ कर नहीं सकते इस कारण प्राथमिक शालाओं में मध्यान्ह भोजन योजना हड़ताल के कारण प्रभावित हो रही है जबकि मीडिल स्तर पर कई जगहों पर बच्चों को ही भोजन तैयार करते देखा जा सकता है। इस तरह की स्थिति उत्पन्न होने पर कुछ विद्यालय ऐसे भी है जहां के शिक्षक दूसरे किसी को मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए स्वयं की राशि खर्च कर अस्थाई रसोईयां रख लिये है जिनके द्वारा मध्यान्ह भोजन तैयार किया जा रहा है। इस तरह राजधानी रायपुर में चल रही रसाईया संघ की हडताल के कारण जिले भर के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं में मध्यान्ह भोजन योजना प्रभावित हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) , 9 सितंबर। कोरिया जिला विभाजन के बाद उपजे असंतोष व जन भावनाओं के अनुरूप कोरिया बचाव मंच व आदिवासी समाज कोरिया के द्वारा लगातार मांगों को लेकर संघर्ष करते रहे और अधुरी मांग के बीच नवीन जिला एमसीबी का 9 सितंबर को उद्घाटन कर दिया गया।
इस संबंध में भाजपा जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी का कहना है कि कोरिया बचाव मंच प्रमुख शैलेष शिवहरे, संयोजक अनिल शर्मा व सर्व आदिवासी समाज कोरिया के विजय सिंह ठाकुर की अगुवाई में पूरे समर्पण के साथ अस्तिव की रक्षा के लिए संघर्ष किया जिसमें शहर के व्यापारी संघ व नागरिगणों के द्वारा योगदान दिया गया। अब कोरिया के विकास के लिए आगे बढकर काम करने की जरूरत है अभी जिन पंचायतों को कोरिया में शामिल होना चाहिए उनके लिए आवाज उठानी चाहिए।
जानकारी के अनुसार कोरिया बचाव मंच, आदिवासी समाज के पदाधिकारियों के द्वारा कोरियागढ़ पहाड़ के कोरिया जिले में शामिल करने की मांग उठाई गयी थी। वहीं खडगवां जनपद क्षेत्र के तीन दर्जन से ज्यादा पंचायतों ने कोरिया में यथावत रहने के लिए ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित किया था और इसी क्षेत्र से बड़ी संख्या में दावा आपत्ति लगायी गयी थी जिसके निराकरण किये बिना ही नवीन जिला एमसीबी का शुभारंभ कर दिया गया है।
इसके कुछ दिनों पूर्व कोरिया बचाव मंच व सर्व आदिवासी समाज कोरिया के पदाधिकारियों ने सीएम के ाम कलेक्टर को ज्ञापन देकर अपनी दावा आपत्तियों का निराकण करने की मांग की थी अन्यथा व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर विरोध करने की बातों का उल्लेख किया था लेकिन इसी बीच नवगठित तहसील बचरापोड़ी को कोरिया में यथावत रहने की सूचना के बाद विरोध कार्यक्र्रम स्थगित कर दिया गया।
विरोध में चिरमिरी बंद आमरण अनशन शुरू
नवीन जिला एमसीबी का जिला मुख्यालय की मांग को लेकर गठित चिरमिरी जिला बनाओं संधर्ष समिति के पदाधिकारियों के द्वारा मांगों के समर्थन में लड़ाई जारी रखी है। यहां विरोध में चिरमिरी शहर 9़ सितंबर को बंद का आव्हान किया गया है तथा यहां आमरण अनशन की शुरूआत कर दी गयी। आमरण अनशन में बैठने वालों को देर रात पुलिस उठाकर थाने ले गई। वहीं सुबह से दुकाने बंद करवाने निकले लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया, उसके बाद काफी संख्या में लोग सडक़ पर उतर गए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें बस में भरकर थाने लेकर आई। लोगों का कहना है कि आमरण अनशन को पुलिस रोकना चाहती है जबकि आमनण अनशन शांतिपूर्ण तरीके से की जा रही है इसके बावजूद पुलिस की उठाकर ले जा रही है जिसे लेकर संघर्ष समिति के पदाधिकारियों में रोष भर रहा है। लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 9 सितंबर। शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नवीन जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर के उद्घाटन किया। मनेंद्रगढ़ में मुख्यमंत्री का अभूतपूर्व स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल को पुलिस टुकड़ी ने सलामी दी।
श्री बघेल ने पूजन के बाद बटन एवं फीता काटकर नवीन जिला मनेन्द्रगढ़- चिरमिरी-भरतपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री का श्री राम मंदिर चौक में भव्य स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री ने दोनों हाथ जोडक़र मंदिर के दरवाजे से प्रभु श्री राम को प्रणाम किया। मुख्यमंत्री ने मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के प्रथम पुलिस अधीक्षक टी.आर कोशिमा को पदभार ग्रहण कराया। उन्होंने नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
चिरमिरी, 8 सितंबर। भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल के नेतृत्व में भाजपा चिरमिरी मंडल के द्वारा नगर पालिक निगम चिरमिरी क्षेत्र में नगर निगम की उदासीनता के कारण जनसुविधाओं और कर्मचारीयो से जुड़ी समस्याओं को लेकर निगमायुक्त को 7 दिन में निराकरण करने व 7 दिन में निराकरण न होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
निगम आयुक्त को सौंपे गए ज्ञापन के पश्चात किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि हमने जनसुविधाओं व कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर आज निगमायुक्त को ज्ञापन सौंपा है। हमने मांग करते हुए कहा है कि नगर निगम में कार्यरत नियमित व प्लेसमेंट कर्मचारियों का वेतन भुगतान विगत 3 माह से नहीं हो पाया है। निगम क्षेत्र अंतर्गत सभी प्रमुख मार्गों पर लगाए गए स्ट्रीट लाइट काफी दिनों से बंद है व मरम्मत ना होने कारण खराब हो चुके हैं जिन्हें जल्द से जल्द चालू किया जाए। निगम क्षेत्र में जितने भी वाटर एटीएम है उन में कार्यरत कर्मचारियों को विगत 21 महीने से वेतन नहीं दिया गया, उनका भुगतान तुरंत किया जाए। नगर क्षेत्र में बरसात के बाद से गाजर घास व अन्य खरपतवार पौधे काफी तेजी से बढ़ गए उनकी साफ-सफाई नगर निगम द्वारा नहीं जाने से बीमारियों के फैलने का अंदेशा है। क्षेत्र में संचालित सभी सिटी बस काफी लंबे अरसे से बंद है जिससे क्षेत्र के आम नागरिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु पूर्व में संचालित सभी रूटों पर सिटी बसों का संचालन प्रारंभ किया जाए। नगर निगम क्षेत्र के सभी प्रमुख सडक़ो पर आए दिन गौ-वंश काफी संख्या में नजर आते है, जिससे राहगीरों को काफी परेशानी के साथ दुर्घटनाओं का भी सामना करना लड़ रहा है, गौ-वंशो के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाये गए गौठानो में उन्हें रखने की व्यवस्था 7 दिवस में तत्काल किया जाए।
अन्यथा निगम क्षेत्र की सडक़ो में घूम रहे गौ-वंशो को लेकर निगम कार्यालय में छोड़ा जाएगा। निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डो की सडक़ें व नाली बरसात के कारण खराब हुई है, जिसके कारण आमजनों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, बजबजाती नालियों से मलेरिया डेंगू जैसे बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है, जिस हेतु मरम्मत कार्य व दवा छिडक़ाव किया जाना आवश्यक है। श्री जायसवाल ने आगे कहा कि भाजपा द्वारा अपनी सभी मांगो को पूर्ण करने निगमायुक्त को 7 दिवस का समय दिया है। पत्र में आगे कहा गया है कि निर्धारित समय मे सभी मांगे पूर्ण नही होने पर भाजपा चिरमिरी मंडल नगर निगम का घेराव करते हुए उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी नगर पालिक निगम की होगी।
इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री व पूर्व महापौर डमरू बेहरा, पूर्व अध्यक्ष किर्ती वासो, भाजपा मंडल अध्यक्ष रघुनन्दन यादव, पार्षद बबलु डे, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष अनीश यादव, महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती रानी गुप्ता, श्रीमती रतना साक्या, श्रीमती रीता आइच, धर्मेन्द्र, त्रिलोचन चक्रवर्ती, अनीता सहित काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सबकी मेहनत रंग लाई- अंबिका सिंहदेव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 8 सितंबर। कोरिया जिले से विभाजित कर नया जिला एमसीबी 9 सितंबर को अस्तित्व में आ जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को नव गठित जिला एमसीबी का उद्घाटन करेंगे। इसके कुछ दिनों पूर्व कोरिया जिले के बचरापोड़ी को राज्य सरकार ने तहसील का दर्जा प्रदान किया और अब सरकार ने इसे कोरिया में रखने का अपना वादा पूरा दिया है, जारी हुई अधिसूचना में राज्य सरकार ने नवीन जिला एमसीबी से बचरापोड़ी तहसील को अलग रखते हुए नए जिले की घोषणा कर दी है।
वहीं बैकुंठपुर विधायक व छग शासन के संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने कहा है कि खडग़वां जनपद में शामिल बचरापोड़ी जिसे तहसील बना दिया गया है वह कोरिया जिले में ही यथावत रहेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होनें शुरू से पूरा प्रयास किया, मै आज ही बैकुंठपुर पहुंची हूं, एक साल की मेहनत से सफलता हाथ लगी है, अब बचरापोड़ी को कोरिया में ही रहेगा। जबकि खडग़वां जनपद का 44 ग्राम पंचायत एमसीबी में और बचरापोड़ी समेत 33 ग्राम पंचायत कोरिया में शामिल किया गया है।
बैकुंठपुर विधानसभा में शामिल बचरापोड़ी क्षेत्र के सभी 33 ग्राम पंचायत कोरिया में ही रहेंगे। राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी इस पर मुहर लगा दी है। पूर्व में बचरापोड़ी क्षेत्र के लोगों के द्वारा भी बचरापोडी क्षेत्र को नये जिले में शामिल करने का विरोध कर रहे थे। इसी तरह कोरिया बचाव मंच ने कोरिया जिले का असंतुलित विभाजन को लेकर कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किया। इसे लेकर दावा आपत्ति भी लगायी गयी मंच के लोगों का कहना है कि उनकी आपत्तियों का हीं सुना गया, जबकि हाई कोर्ट में सरकार ने बताया कि दावा आपत्तियों को उन्होने निराकरण कर दिया है। अब नवीन प्रस्तावित जिला एमसीबी का शुभारंभ सीएम 9 सितंबर को करने वाले है। वहीं संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने बचरापोड़ी को कोरिया में रखे जाने को लेकर सरकार पर दबाव बनाए रखा, परिसीमन तक वो रायपुर में इसे कोरिया में रखने के लिए डटी रही। वहीं कोरिया बचाव मंच का कहना है कि मनेन्द्रगढ जिला बने हमको आपत्ति नहीं है, परन्तु जिस तरह से विभाजन हुआ है वो मातृ जिला के साथ अन्याय हुआ है।
कल एमसीबी जिले की सौगात
सीएम भूपेश बघेल द्वारा 9 सितंबर को कोरिया जिले से विभाजित कर प्रस्तावित नया जिला एमसीबी का उद्घाटन करेंगे इसके साथ ही यह प्रदेश का 32 वां जिला बन कर छग के नक्शे में शामिल हो जायेगा। नवीन जिला एमसीबी के उद्घाटन में सीएम के आगमन को लेकर मनेंद्रगढ शहर में भव्य रूप से तैयारियां की जा रही है। क्योंकि मनेंद्रगढवासियो की वर्षों पुरानी मांग आज पूरी होने वाली है। मनेंद्रगढ को जिला बनाने के लिए वर्ष 1982-83 से ही संघर्ष समिति द्वारा जिला बनाये जाने की मांग की शुरूआत की गयी थी इस तरह लगभग चार दशक में क्षेत्र वासियों की मांग 9 सितंबर को पूरी होने जा रही है। इस दिन को ऐतिहासिक बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
एमसीबी जिले में 376 गांव
आज 9 सितंबर से अस्तित्व में आने वाले नवीन जिला एमसीबी में कुल गॉवों की संख्या 376 होगी। जिसके लिए 13 राजस्व निरीक्षक मण्डल तथा 87 हल्का पटवारी है। नवीन जिले में तहसीलों की संख्या 6 है जिनमें मनेंद्रगढ़, केल्हारी, भरतपुर, खडगवां, चिरमिरी व कोटाडोल शामिल है। इसी तरह तीन जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़, खडग़वां व भरतपुर है इसके अलावा पांच नगरीय निकाय है जिनमें नगर पालिका निगम चिरमिरी, नगर पालिका परिषद मनेंद्रगढ़, व नगर पंचायत झगराखांड, नई लेदरी, व खोंगापानी शामिल है। नवीन जिले का क्षेत्रफल 1 लाख 46 हजार 824 हेक्टेयर है। नवीन जिले में कई प्रमुख पर्यटन स्थल है, जिनमें राम वन गमन मार्ग, हरचौका सीतामढ़ी, रमदहा जल प्रपात, अमृतधारा जल प्रपात व अन्य पर्यटन स्थल शामिल हैं।
मांगों को लेकर पीडि़त आदिवासी का सत्याग्रह शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 सितम्बर। तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आदिवासी रघुनाथ सिंह गोंड़ ने बुधवार से चरणबद्ध सत्याग्रह आरंभ कर दिया है। तहसील कार्यालय के समीप धरना पर बैठे रघुनाथ ने कहा कि चरणबद्ध सत्याग्रह में 7 से 8 सितंबर तक उसके द्वारा प्रशासन के खिलाफ धरना दिया जाएगा। इसके बाद 9 सितंबर से उसके द्वारा आमरण-अनशन आरंभ किया जाएगा और कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसके द्वारा 11 सितंबर के बाद किसी भी समय अपनी इहलीला समाप्त कर ली जाएगी।
बुधवार को तहसील कार्यालय के समीप नगर से लगे ग्राम पंचायत चैनपुर निवासी 57 वर्षीय आदिवासी रघुनाथ सिंह गोंड़ को उनके युवा पुत्र अर्जन सिंह के द्वारा न्याय के लिए अपने जीवित पिता के सिर पर कफन बांधकर उन्हें सत्याग्रह पर बैठाया।
अपनी 3 सूत्रीय मांगों के संदर्भ में रघुनाथ ने बताया कि उसके द्वारा मुख्यमंत्री एवं राजस्व अधिकारियों को प्रस्तुत किए गए शिकायतों एवं राजस्व न्यायालयों में प्रस्तुत विधिक आवेदनों, अपील, ज्ञापनों पर निश्चित समय-सीमा में जांच एवं कार्रवाई की जाए। वहीं थाना मनेंद्रगढ़ एवं पुलिस अधीक्षक को उसके द्वारा प्रस्तुत लिखित रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक द्वारा बिंदुवार जांच कर वैधानिक कार्रवाई करने लिखित निर्देश दिए जाने के बावजूद थाना मनेंद्रगढ़ में अभी तक संबंधित आरोपी के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया गया है, अत: आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर निश्चित समय-सीमा में जांच एवं विधिक कार्रवाई की जाए। अपनी अंतिम मांग के विषय में रघुनाथ ने बताया कि जिस अधिकारी के विरूद्ध उसके द्वारा मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर को शिकायत की गई है, उक्त शिकायत में जानबूझकर लीपापोती करने के लिए उसी अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंप दिया गया है जिसके विरूद्ध उसके द्वारा आरोप लगाए गए हैं।
उक्त शिकायत से नाराज होकर संबंधित अधिकारी के द्वारा शिकायतकर्ता को मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है, अत: ऐसे जिम्मेदार राजस्व अधिकारियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 सितम्बर। सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने बुधवार को केल्हारी में पूजा-अर्चना कर शिक्षा के मंदिर स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल का शुभारंभ किया।
इस दौरान विधायक ने सभी नव प्रवेशित बच्चों को तिलक लगाकर एवं उन्हें मिष्ठान्न खिलाकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने अपने हाथों से बच्चों को पाठ्य-पुस्तक सेट भी प्रदान किया।
विधायक कमरो ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वामी आत्मानंद विद्यालय बेहतर शिक्षा की अलख जगा रहा है। उन्होंने नवप्रवेशी बच्चों से वार्तालाप कर शिक्षा संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की संवेदनशील भूपेश सरकार प्रत्येक बुनियादी सुविधाओं के साथ शिक्षा के स्तर को सुधारने हरसंभव प्रयास कर रही है। आत्मानंद स्कूल में प्रदेश के मुखिया की आत्मा बसती है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलकर मुख्यमंत्री ने उन पालकों को बड़ी राहत प्रदान की है जो अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में आर्थिक स्थिति ठीक नहीं हो पाने की वजह से पढ़ाने में असमर्थ हो चले थे।
विधायक ने बच्चों को आशीर्वचन प्रदान करते हुए कहा कि वे खूब मन लगाकर पढ़ें और खूब आगे बढक़र अपने माता-पिता एवं गुरूजनों सभी का सपना साकार करें।
इस अवसर पर मनेंद्रगढ़ जनपद अध्यक्ष डॉ. विनयशंकर सिंह, सदस्य मकसूद आलम, सरपंच आशा सिंह, मजहर अली, राजकुमार पुरी, उपेंद्र द्विवेदी, संतलाल, अलाउद्दीन, मो. इमरान, संदीप द्विवेदी, मुन्ना, उमेश जायसवाल सहित स्कूल प्रबंधन, अभिभावक व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 7 सितंबर। नव सृजित जिले का उद्घाटन के पूर्व चिरिमरी जिला मुख्यालय बनाओं संघर्ष समिति द्वारा प्रेस वार्ता आयोजित कर कड़े कदम उठाये जाने की सूचना देते हुए आज से आमरण अनशन भी मॉगों के समर्थन में शुरू कर दिया है। साथ ही नये जिले एमसीबी का उद्घाटन होने पर चिरमिरी बंद व काला दिवस मनाने का भी आव्हान किया गया।
जानकारी के अनुसार चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओं संघर्ष समिति द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के द्वारा चिरमिरी के प्रति उपेक्षित रवैये को लेकर कड़ा कदम उठाये की जरूरत पड़ी।
प्रेस वार्ता में बताया गया कि चिरमिरी के हित में व चिरमिरी के अस्तित्व को बचाने के लिए शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के द्वारा समय रहते सही कदम न उठाने पर उनका आंदोलन समाप्त नहीं होगा बल्कि किसी न किसी रूप में निरंतर जारी रहेगा। साथ ही यह स्पष्ट किया गया कि यहां आगामी चुनाव का बहिष्कार नही किया जायेगा बल्कि चिरमिरी खडगवां मिलकर चुनाव प्रभावित करके अपनी शक्ति दिखायेंगे। इस विषय पर समिति का मामना है कि कोरिया जिले का असामान्य विभाजन व शहरों के सम्मान की अनदेखी कोरिया की तीनों विधानसभा प्रभावित कर सकती है। इस संदर्भ में हमारा विरोध मनेंद्रगढ़ से नही है लेकिन मनेंद्रगढ विधानसभा के एक लाख वोटों की उपेक्षा कर मात्र 35 हजार वोटों को संतुष्ट कर प्राथमिकता देना चिरमिरी खडगवां की उपेक्षा है।
शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने आप में प्रमाणित होता जा रहा है कि चिरमिरी संघर्ष समिति के सदस्यों ने बताया कि यह पिछले एक साल से शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के पास ज्ञापन व मुलाकात करके अस्तित्व से संघर्ष कर रहे चिरमिरी को बचाने की गुहार लगाते रहे जिसमें की नवीन जिले का जिला मुख्यालय व शासकीय कार्यालयों की स्थापना अहम भूमिका निभा सकती थी। निगम का दर्जा प्राप्त होने के बाद भी चिरमिरी की उपेक्षा साजिश के तहत सभी राजनीतिक दलों द्वारा की जा रही है और वर्तमान में यह निरंतर जारी है जिससे संघर्ष समिति द्वारा 8 सितंबर से आमरण अनशन चालू किया जायेगा वही 9 सितंबर को चिरमिरी बंद के आव्हान के साथ साथ काला दिवस मनाने की अपील की गयी है। समिति के सदस्यों का कहना था कि मुख्यमंत्री की इच्छा अनुसार आपसी सहमति से दोनों शहरों के बीच मान सम्मान का रास्ता अपनारा चाहते है जिसके लिए उन्होने जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासन के अधिकारियों से भी मुलाकात की लेकिन इस दिशा में सार्थक पहल ना होने से अब कडे कदम उठाने के लिए मजबूर हुए है। अपने चुनावी घोषणा पत्र में किये गये वादे कि नये जिले का मुख्यालय मनेंद्रगढ साजापहाड चिरमिरी मार्ग पर ही बनाया जायेगा इसका भी पालन न करके जनता को धोखा दिया है। आयोजित प्रेस वार्ता में समिति के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 7 सितंबर। कोरिया से 24 वर्षो बाद अलग होकर 9 सितंबर को नया जिला मनेन्दगढ़ चिरमिरी भरतपुर अस्तित्व में आ जाएगा। नव सृजित जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर का कल उद्घाटन मुख्यमंत्री के हाथों प्रस्तावित है, इधर कोरिया जिले का असंतुलित विभाग को लेकर संघर्ष कर रही कोरिया बचाव मंच व आदिवासी समाज कोरिया ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर कोरिया ज्ञापन सौंपा।
कोरिया बचाओ मंच ने कलेक्टर कुलदीश शर्मा को ज्ञापन सौंपकर मॉग की गयी है कि पहले कोरिया जिले के असंतुलित विभाजन को लेकर लगाये गये दावा आपत्तियों का निराकरण किया जाये इसके बाद ही नये जिले का उद्घाटन किया जाये इसके अलावा अन्य मॉगे भी है जिनका निराकरण किये बगैर यदि नये जिले का उद्घाटन किया जाता है तो शहर बाजार बंद कर विरोध किया जायेगा और नये जिले के उद्घाटन के दिन को काला दिवस के मनाया जायेगा।
सीएम के नाम कलेक्टर केा सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि मॉगों के अनुरूप क्ष़ेत्रों को मात2 जिले कोरिया में यथावत रखा जाये मनेंद्रगढ में संचालित सभी जिला स्तरीय कार्यालय कोरिया में स्थापित किया जाये, राजपत्र में सीमाओ का स्पष्ट उल्लेख कर अंतिम प्रकाशन किया जाये। साथ ही दावा आपत्ति का उद्घाटन के पूर्व निराकरण किया जाये अन्यथा मातृ जिले केारिया वासियों द्वारा बाध्य होकर उद्घाटन के दिन व्यावसायिक प्रतिष्ठानों बाजारों को बंद कर उस दिन को काला दिवस के रूप में मनाते हुए उग्र प्रदर्शन कर शासन का विरोध किया जायेगा। ज्ञापन सौंपने वालों में कोरिया बचाव मंच प्रमुख शैलेष शिवहरे के नेतृत्व में दर्जनों लोग शामिल रहे। पहले जब मुख्यमंत्री ने नया जिला घोषित 15 अगस्त 2021 को किया था तब नये जिले का नाम मनेंद्रगढ था लेकिन इसकी घोषणा के साथ ही विरोध शुरू चिरमिरी व भरतपुर क्षेत्र के लोगों के द्वारा कियाा जाने लगा जिसके बाद मनेंद्रगढ जिले मे चिरमिरी भरतपुर जोड दिया गया। गौरतलब है कि कोरिया जिले का विभाजन कर नया जिला मनेंद्रगढ चिरिमरी भरतपुर बनाया गया जिसका उद्घाटन कल 9 सितंबर को मुख्यमंत्री भूपेश बधेल के द्वारा किया जायेगा इसे लेकर मनेंदगढ शहर में भव्य तरीके से मुख्यमंत्री के स्वागत करने की तैयारी अंतिम दौर में चल रही है। इसके लिए आकर्षक पंडाल व मंच का निर्माण कार्य जोरों से किया जा रहा है वही मनेंद्रगढ शहर में विभिन्न संगठनों जनप्रतिनिधियों के द्वारा मुख्यमंत्री का ऐतिहासिक स्वागत करने की भी तैयारियॉ की जा रही है। इस तरह कल 9 सितंबर को मनेंगढ क्षेत्र के लोगों की चार दशक पुरानी मॉग पुरी होने वाली है।
6 लाख की आबादी वाले जिले के हुए दो टुकड़े
25 मई 1998 को सरगुजा जिलें को अलग कर कोरिया जिले का निर्माण कार्य किया गया था उस दौरान भी जिला मुख्यालय को लेकर मनेंद्रगढ व बैकुंठपुर के लोगो में काफी बवाल मचा था और दोनों शहरों के लोगों के द्वारा कई दिनों तक धरना प्रदर्शन, शहर बंद चक्का जाम लगाये थे अंतत: भारी विरोध के बीच तब नवगठित कोरिया जिले का मुख्यालय बैकुंठपुर में फाईनल किया गया। कोरिया की कुल आबादी लगभग 6 लाख है अब इसके दो भाग हो चुके है, जिसे 4 लाख मनेन्द्रगढ चिरमिरी भरतपुर में जबकि राज्य का सबसे छोटा जिला कोरिया बन गया है यहां लगभग 2 लाख से कुछ ज्यादा आबादी रहेगी।
अब याद आने लगे कोरिया कुमार
कोरिया जिले के शिल्पी के रूप में जाने जाने वाले पूर्व मंत्री स्व रामचंद्र सिंहदेव जिन्हे जिले के लोग कोरिया कुमार के नाम से जानते है। जिनका कोरिया जिला निर्माण एवं मुख्यालय बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा जिसे जिले के लोग भुला नही पाये है और इसी बीच कोरिया जिले का विभाजन कर नया जिला एमसीबी अस्तित्व में लाने की पूरी तैयारी तमाम विरोधों के बीच चल रही है ऐसे समय में कोरिया के लोगों को अब कोरिया कुमार याद आने लगे है। लोगों के बीच यह चर्चा सुनाई देती है कि यदि अभी कोरिया कुमार होते तो ऐसी स्थिति कभी आने नही देते।
अस्तित्व की लड़ाई में सत्ता पक्ष का साथ नहीं
कोरिया जिले के असंतुलित विभाजन को लेकर कोरिया बचाव मंच गठित की गयी और सर्व आदिवासी समाज कोरिया के पदाधिकारियों ने पूरा समर्थन दिया वही विपक्षी पार्टी के पदाधिकारी इसमें जुडे है लेकिन सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी उपरी तौर पर समर्थन देते नजर आते रहे है लेकिन वे खुलकर विरोध नही किये इस तरह कोरिया जिले के अस्तित्व की लडाई में सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों एवं पार्टी पदाधिकारियों का मजबूत समर्थन नही मिला। जिस कारण अस्तित्व की लडाई को बल नही मिल रहा है। सरकार द्वारा नया जिला बनाये जाने के बाद दावा आपत्ति मंगाये गये थे लेकिन उसका निराकरण किये बिना ही एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए नये जिले का उद्धाटन की पूरी तैयारी कर ली है। वही कोरिया का असंगत विभाजन को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में भी याचिका लगी है जिसके निर्देश पर भी दावा आपत्ति दर्ज की गयी है उसका भी निराकरण नही किया गया है। मामला कोर्ट में लंबित है इसके बावजूद सरकार नये जिले का अस्तित्व में लाने की तैयारी कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 6 सितंबर। अंचल में करमा पर्व 6 सितंबर को जिले भर में उल्लास व धूम धाम के साथ मनाया गया। इस दिन जिले के गॉव गॉव में करमा पर्व का उत्साह रहा। इस पर्व के अवसर पर कई लोगों के द्वारा उपवास रखकर नियम पूर्वक करमडार की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धी की कामना की गयी। गॉव गॉव में लोग उपवास रखकर विधि विधान के साथ करमडार की पूजा की गयी।
करमा पर्व को लेकर लोगों में उत्साह देखा गया इस दिन हर घर में विशेष पकवान भी बनाये गये और दावतों का दौर भी चलता रहा। वही ग्रामीण अंचलों में पूजा अर्चना के साथ ही पुरूष एवं महिलाओं के द्वारा मांदर की थाप पर करमा नृत्य भी करते रहे। दिन में कई जगहों पर करमा नृत्य चलता रहा जहॉ उत्साह के साथ महिला पुरूषों के साथ घंटों मादर लेकर नृत्य करते रहे इसी तरह शाम ढलने के बाद रात्रि मे भी करमा नृत्य देर रात तक चलता रहा। करमा के उत्साह को लेकर रात्रि में भी ग्रामीण क्षेत्रों में नृत्य का दौर चलता रहा। इस तरह करमा पर्व पर जिले भर में ग्रामीणों के द्वारा धूमधाम के साथ मनाया गया। वही इस अवसर पर कई ग्रामीणों के द्वारा शराब के नशे में भी झुमते रहे। वही शराब सेवन के कारण जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में मारपीट की घटनाओं के कारण पर्व पर खलल भी आया। इस अवसर पर ज्यादातर ग्रामीणों के द्वारा शराब के नशे में करमा खेलते नजर आते हैं।
करमा पर्व के अवसर पर जिला स्तरीय करमा उत्सव का आयोजन जिला मुख्यालय के निकट कोयलांचल चरचा कॉलरी के श्रमवीर स्टेडियम में धूम धाम के साथ किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में छग शासन के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति व संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत रहे इसके अलावा कई अतिथि शामिल है। आदि संस्कृति विकास समिति के तत्वाधान में कोरोना काल के बाद इस बार कोरोना मुक्त वातारण में धूम धाम के साथ करमा महोत्सव मनाने का निर्णय लिया।
जानकारी के अनुसार करमा के दिन सायं 5 बजे करमडार की स्थापना करने के साथ बैगा द्वारा रात्रि 8.30 बजे तक पूजा अर्चना की गयी इसके बाद अतिथियोयं के द्वारा प्रकृति के मूल्य तत्व धरती, जल , अग्नि, आकाश व वायु के संरक्षण को लेकर अपना उद्बोधन दिये। इसके बाद रात्रि 9 से 10 बजे तक सरगुजा व केारिया जिले के नामी करमा नृतक दलों द्वारा भव्य प्रदर्शन किया जायेगा जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में स्टेडियम में भीड जुटती है इसके बाद प्रसाद का वितरण होता है। इस अवसर पर यहॉ देर रात्रि तक करमा की धूम मची रहती है दूसरे दिन 7 सितंबर को विधि विधान के साथ विसर्जन किया जायेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 6 सितंबर। जिले के सबसे बडे जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं व साफ सफाई को लेकर दैनिक ‘छत्तीसगढ़’ने खबर का प्रकाशन प्रमुखता से किया था और खबर प्रकाशन के तत्काल बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और कचरों के ढेर जो कि अस्पताल के छत पर एकत्र कर रखी गयी थी उसे साफ सफाई करने में जुट गया और अस्पताल की छत में महीनों से प्लास्टिक की थैलियों में भर कर रखी जा रही सभी एकत्र किये कचरों को अस्पताल प्रबंधन ने पूरी तरह से साफ करा दिया।
ज्ञात हो कि जिला अस्पताल मे बीते कई माह से अस्पताल से निकलने वाले अवशिष्टों को प्लास्टिक में भरकर अस्पताल की छत में रखी जाती रही ऐसा कई महीनो से करते रहने के कारण अस्पताल के छत पर कचरों का अंबार लग गया था जिस पर छत्तीसगढ की नजर पडने पर प्रमुखता से खबर का प्रकाशन किया। इसके बाद तत्काल ही अस्पताल प्रबंधन कई महीनों से डंप किये जाते रहे अस्पताल की छत के कचरों केा सफाई कराने में जुट गया।
इस तरह अस्पताल की छत पर पूरी तरह से महीनों के कचरों को साफ कर दिया गया इसके अलावा अस्पताल प्रबंधन द्वारा जिला अस्पताल के सभी वार्डो में विशेष रूप से साफ सफाई भी शुरू कर दी। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल की साफ सफाई में प्रतिमाह बडी राशि खर्च की जाती है पर्याप्त सफाई कर्मी कार्यरत है इसके बावजूद जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डो में साफ सफाई का अभाव देखा जाता रहा है और वार्डो के शौचालयों की साफ सफाई सही तरीके से नही किये जाने के कारण वार्डो के शौचालयों दुर्गंध के कारण वार्ड में भर्ती मरीजों केा परेशानियों का सामना करना नित्य करना पडता है। अब बराबर इस दिशा में अस्पताल प्रबंधन को ध्यान दिये जाने की जरूरत होगी।
मुख्य गेट पास व्यवस्था बनाये जाने की जरूरत
जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर के मुख्य गेट के पास ही जमीन नीची है उस पर चेकल टाईल्स लगा दी गयी है। बरसात के इस सीजन में थोडी बारिश होने के बाद मुख्य गेट स्थल पास पानी का भराव हो जाता है इस कारण अस्पताल आने जाने वाले लोगों केा गंदे पानी के बीच से होकर आना जाना करना पडता है। पास में ही मरीज के परिजन शेड के नीचे भोजन पकाते है और बर्तन साईड में धोते है जिसका गंदा पानी भी बहकर गेट के पास के नीचले हिस्से में जमा होते रहता है। इस तरह की स्थिति कई सालों से बनी हुई है। जिसे सुधार कर मुख्य गेट स्थल की भूमि को बराबर करने की जरूरत है ताकि बरसात के दिनों में लोगों को अस्पताल प्रबेश करने पर गंदे पानी के बीच से आना जाना ना करना पडे।