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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुुंठपुर (कोरिया), 11 अक्टूबर। कोरिया वन मण्डल के खडग़वां वन परिक्षेत्र में बीते कुछ दिनों से 42 हाथियों का दल कभी कोरिया वन मण्डल की सीमा में तो कभी सीमावर्ती कटघोरा वन मण्डल की सीमा में आवाजाही कर रहा है।
इस दौरान हाथियों का दल कोरिया वन मण्डल के खडग़वां वन परिक्षेत्र में लगभग दो दर्जन से अधिक किसानों के खड़ी फसलों को रौंदकर नुकसान पहुंचाया, वहीं दो ग्रामीणों के मकान केा भी क्षति पहुंचाई एवं घर में रखे अनाज को भी खा गये। इस तरह विगत कई दिनों से खडग़वां वन परिक्षेत्र में हाथियों का दल उत्पात मचा जा रहा है।
वन विभाग का अमला केवल हाथियों के दल पर निगरानी ही बनाये हुए हैं और हाथी नुकसान पहुंचा रहे है। मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का 42 सदस्यीय दल खडग़वां वन परिक्षेत्र के कोटेया बीट अंतर्गत ग्राम अलबोलानीपारा व कांसबहरा क्षेत्र में विचरण करते हुए हाथियों के दल ने 5 ग्रामीणों के फसलों को नुकसान पहुंचाया, जिनमें धान फसल के अलावा तिल की फसल को रौंदकर तथा खकर नुकसान पहुंचाया गया। इसके अलावा इस क्षेत्र में अन्य किसी तरह के नुकसान पहुंचाने की जानकारी नहीं है।
11 अक्टूबर को हाथियों का दल खडग़वां वन परिक्षत्र के कोटेया बीट के कक्ष क्रमांक पी 648 साहीमाडा क्षेत्र में विश्राम करते पाये गये। वन विभाग के अमले ने हाथियों के कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र या कोरिया वन मण्डल के वन परिक्षेत्र खडगवां के कोटेया बीट के मुगुम खैर बहरा क्षेत्र में जाने की संभावना जताई गयी है। वहीं वन अमले के द्वारा लगातार प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों केा हाथियों से सुरक्षित दूर रहने एवं क्षेत्र के जंगल न जाने की समझाईश दी जा रही हैं।
पक रही फसलों के नुकसान से किसान चिंतित
खडगवॉ वन परिक्षेत्र अंतर्गत बीते कुछ दिनों से 42 सदस्यीय हाथियों के द्वारा क्षेत्र में उत्पात मचाया जा रहा है। कुछ ही दिनों में हाथियेां के दल के द्वारा खडगवां वन परिक्षेत्र के कोटेया बीट क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक किसानों के धान फसल, तिल व अन्य फसलों को रौंदकर एवं खाकर परेशान हंै। इन दिनों धान में बालियॉ निकल आयी है और धान पकने केा तैयार है ऐसे समय में हाथियो के दल द्वारा पक रही धान की फसलों को रौंदकर व खाकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है जिसे लेकर किसान सबसे ज्यादा चिंतीत है। वही वन विभाग फसल क्षति का आंकलन कर रहा है।
नवपदस्थ कलेक्टर से ‘छत्तीसगढ़’ की खास मुलाकात
बैकुंठपुर (कोरिया), 11 अक्टूबर । कोरिया जिले के नवपदस्थ कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने ‘छत्तीसगढ़’से चर्चा में बताया कि वे कोरिया को पर्यटन के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का पूरा प्रयास करेगेें, कोरिया पर्यटन की कई संभावनाएं है। झुमका बोट क्लब को और आगे ले जाना है यहां काफी कुछ बेहतर किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि कोरिया जिले में गुरू घासीदास नेशनल पार्क जिसे टाईगर रिजर्व क्ष़ेत्र भी घोषित किया है यह देश के पर्यटन नक्शे में शामिल है लेकिन इस क्षेत्र में और भी पर्यटन की संभवनाओं को तलाश कर विकसीत करने की जरूरत है जिससे कि कोरिया जिले की पहचान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बन सके। जिले में कई ऐसे पर्यटन स्थल है, जिसे संवारने की जरूरत है कई पर्यटन स्थल गुमनाम है जहॉ पर सुविधाओं का विकसीत कर लोगों को पर्यटन स्थल के रूप में जोडा जायेगा।
सीएम के कलेक्टर काफें्रस से लौटे श्री लंगेह ने बताया कि इस समय पहली प्राथमिकता सडक़ें है, ऐसी सडक़ जिससे लोगों को आवाजाही मे परेशानी हो रही है, उसे लेकर मैने लोक निर्माण विभाग और एनएच के अधिकारियों की बैठक बुलाई है, समय सीमा में खराब सडक़ों को दुरूस्त किया जाएगा।
उन्होने बताया कि जिले मे जहॉ की भी प्रमुख सडके खस्ताहाल हो गयी है उन जगहों के सडकों को सबसे पहले प्राथमिकता के साथ दुरूस्त करने की है। जम्मू कश्मीर राज्य के मूलत: जम्मू निवासी श्री लंगेह ने बताया कि कोरिया जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संभावनाएं तलाशी जाएगी, बाहर से आने वाले पर्यटक यदि उसी स्थानों पर रूके तो वे स्थानीय कला व संस्कृति से जुडेगें, ऐसे में रोजगार के अवसर भी बढ़ेगें।
उन्होंने बताया कि कोरिया काफी अच्छा जिला है। यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने पर उनका विशेष जोर होगा। राजस्व में बेहतरी के लिए उनका पूरा प्रयास होगा। गौरतलब है कि श्री लंगेह का प्रशिक्षण बिलासपुर, प्रथम नियुक्ति एसडीएम सरईपाली, उसके बाद गरियाबंद और उसके बाद सरगुजा में जिला पंचायत सीईओ के पद पर पदस्थ रहे। राज्य सरकार ने उनकी पहली पदस्थापना कलेक्टर के रूप में कोरिया जिले मे की है। अपनी पदस्थापना के बाद वे अभी जिले के दौरे पर है और यहॉ की भौगौलिक स्थिति को समझने के बाद यहॉ पर्यटन के विस्तार एवं विकास को नई दिशा देने का प्रयास करेंगे।
कई पर्यटन केंद्र जहां सुविधाएँ बढ़ाने की जरूरत होगी
कोरिया जिले के विभाजन के बाद भी यहॉ पर्यटन स्थलों की कोई कमी नही है बस ऐसे कई पर्यटन स्थलों पर सुविधाओं की बढोतरी करने की जरूरत। आवागमन सुविधा बढने की जरूरत है जहॉ तक पर्यटकों की सुगमता से आवागन हो सके। जानकारी के अनुसार कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर से सोनहत मार्ग पर कटगोडी घाट के जंगलों के बीच पहाडी में स्थित समुंदई क्ष़ेत्र को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसीत किया जा सकता है।
घने जंगलों के बीच पहाड के उपर विशाल चट्टान को तराश कर एक छोटा कमरा बना हुआ है बताया जाता है कि भगवान श्री राम वन गमन के दौरान इस स्थल पर रूके थे उसी दौरान चट्टान को तराश कर गुफा नुमा कमरे बनाये गये थे जहॉ पर आज भी क्षेत्र के लोगों का आस्था का केंद्र है लेकिन इसकी पहचान जिले में ही नही हो पायी है यदि इस स्थल पर पहुॅचने के लिए सडक सुविधा के साथ गुफा स्थल पर पर्यटन विस्तार के लिए कार्य किया जाये तो यह स्थल मुख्यालय के निकट प्रमुख ऐतिहासिक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान स्थापित कर पायेगा। पास ही सुन्दर झरना उॅचाई से गिरता है जो बरसात के सीजन में अपनी मनोरम छंटा विखेरती है। इसके अलावा बनियॉ जल प्रपात स्थल पर भी सुविधाओं का विस्तार करने की जरूरत है। गुरू घासीदास नेशनल पार्क, रामगढ क्षेत्र में भी कई ऐसे स्थल है जिसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसीत कर पहचान देने की आवश्यकता है। इसके अलावा भी जिले में कई ऐसे ऐतिहासिक महत्व के स्थल है जिनकी पहचान दिलाने के लिए सुविधाएॅ विकसीत कर पर्यटन के नक्शे में शामिल करने की जरूरत हैं।
प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा गौरघाट जल प्रपात
केारिया जिले का विभाजन के बाद जिले का प्रमुख जल प्रपात गौरघाट रह गया है। अभी तक गौरघाट जल प्रपात स्थल पर सुविधाओं की बेहद कमी है यहॉ तक पहुॅचने के लिए अभी पक्की सडक का भी अभाव है। हसदो नदी में बने गौरघाट जल प्रपात स्थल केा प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसीत करने के लिए अब कार्य योजना तैयार कर पर्यटक सुविधाओं का विस्तार किया जायेगा जिससे कि वर्ष भर सुगमता के साथ यहॉ भी पर्यटकों की आवाजाही होती रहे। सुरक्षा के विशेष प्रबंध किये जायेगे जिससे कि किसी प्रकार की संभावित दुर्धटना घटित न हो। गौरघाट जल प्रपात पहुॅचने के एनएच 43 के पास ग्राम नगर से तथा सोनहत के आदर्श ग्राम कटगोडी से आसानी से पहुॅचा जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 11 अक्टूबर। मानसून की विदाई की अंतिम दौर में पहुंच गया है लेकिन इस वर्ष इस दौर में भी समय समय पर बारिश हो रही है। कोरिया जिले में 11 अक्टूबर के तडक़े से कुछ घंटों तक जमकर बारिश होती रही और सुबह होने के साथ ही बारिश थम गयी। इस सीजन में इतनी बारिश नहीं हुई थ्ीा। इसके पूर्व मौसम में बदलाव के कारण कई दिनों तक रूक रूक कर बारिश हो रही है। आये दिन वर्तमान में जिले में कही न कही बारिश हो रही है लेकिन मंगलवार की तडक़े घंटों तक जिस तरह से बारिश हुई उस तरह की बारिश नही हुई थी।
अभी वैसे बारिश की जरूरत नहीं है। माना जाता है कि कांस के फूल खिलने के बाद बारिश की विदाई की शुरूआत हो जाती है लेकिन डेढ़ माह कांस के फूल खिले हो गये लेकिन इस बार बारिश की विदाई नहीं हो पायी है। अंतिम समय तक इस वर्ष बारिश हो ही रही है माना जा रहा है कि 15 अक्टूबर तक बारिश की विदाई हो जायेगी लेकिन इसके पूर्व तक इस वर्ष बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार 13 अक्टुबर तक बारिश की संभावना बनी हुई है। इन दिनों आसमान में बादलों भरा मौसम बना रहता हैं।अभी तक हो रही बारिश के कारण मिट्टी में नमी बनी रहेगी जिसका लाभ रबी फसल की तैयारी के लिए उचित होगा।
धान की फसल माहू के चपेट में
कोरिया जिले के कई क्षेत्रों में धान की फसल माहू कीट के चपेट में आ रहे है यदि इस बीमारी का उपचार जल्द नही किया जाता है तो माहू कीट का प्रकोप बढ कर धान की फसलों केा नुकसान पहॅुच सकता है। लगातार कई दिनों तक बादल भरे मौसम व बीच बीच में बारिश के कारण धान की फसलों पर कीट प्रकोप की संभावना बढ जाती है जिस कारण इन दिनों कई क्षेत्रों के खेतों में धान की फसलों पर कीट का प्रकोप देखने केा मिल रहा है। इस वर्ष अंतिम समय में अच्छी बारिश होने के कारण धान की फसल संभल गयी है तथा सभी ओर की फसल लहलहा रही है जिससे कि अच्छी उत्पादन की संभवना है लेकिन समय रहते कीट प्रकोप का उपचार कराने की जरूरत है।
बारिश थमते ही बढ़ेगी ठण्ड
बारिश का दौर समाप्त होने के बाद ठण्ड में तेजी से बढोतरी होगी। अभी तक हो रही बारिश के कारण तापमान में नमी नही है ऐसे में बारिश थमने के साथ ही ठण्ड में तेजी से बढोतरी देखने को मिलेगा। शरद पूर्णिमा के बाद कार्तिक माह की शुरूआत हो गयी है और माह से ठण्ड में बढोतरी देखने को मिलती है तथा दीपावली आते तक ठण्ड का असर तेज हो जाता है जबकि इसी माह में आगामी 24 अक्टुबर को दीपावली का पर्व है। इस समय तक ग्रामीण क्षेत्रों में ठण्ड काफी बढ जाता है और लोगों को गर्म कपडे पहनने की जरूरत पडती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, (कोरिया) 11 अक्टूबर। सोमवार को नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर के अध्यक्ष श्रीमती नविता शिवहरे व भाजपा पार्षदों के द्वारा प्रेस वार्ता आयोजित कर मुख्य नगर पालिका अधिकारी पर वित्तीय अनियमितता बरतने एवं उपेक्षा का अरोप लगाया। यह पहला अवसर है जब शहर के प्रथम नागरिक द्वारा नगर पालिका अधिकारी पर वित्तीय अनियमिता व उपेक्षा का आरोप लगाने के लिए प्रेस वार्ता आयोजित की गयी।
नपा अध्यक्ष द्वारा कई तरह के आरोप लगाये जाने के बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोपों पर स्पष्टीकरण जारी कर बताया कि लगाये गये आरोप निराधार है। उन्होने कहा कि शासन के नियमों के तहत जिन चीजों से अध्यक्ष की अनुमति लेनी होती है ली जाती है उनकी अनदेखी नही की जाती। मुझ पर गलत आरोप लगाये गये है लगाये गये आरोका का मैै खंडन करती हूॅ।
इस पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती मुक्ता सिंह चौहान ने कहा कि नपा की प्राप्ति एवं शासन के आय की राशि का कहॉ कहॉ उपयोग किया गया जानकारी दी गयी। उन्होने बताया कि अधोसंरचना एवं विकास कार्यो हेतु शासन को राशि 500.00 लाख रूपये के प्रस्ताव में वार्ड क्रमांक 1 के कुल 3 कार्यो हेतु राशि 30.18 लाख, वार्ड क्रमांक 4 के कुल 4 कार्य हेतु राशि 17.61 लाख रूपये वार्ड क्रमांक 9 के कुल 3 कार्य हेतु 23.96 लाख रूपये वार्ड क्रमांक 12 के कुल 5 कार्य हेतु 43.59 लाख रूपये, वार्ड क्रमांक 15 के कुल 2 कार्यो हेतु 21.16 लाख रूपये वार्ड क्रमांक 17 के कुल 4 कार्यो हेतु 34.2 लाख रूपये तथा वार्ड क्रमांक 19 के कुल 7 कार्यो हेतु13.39 लाख रूपये कुल 7 वार्डो हेतु 183.91 लाख रूपये के कार्यो का प्रस्ताव शासन की ओर प्रेषित किया गया है।
सीएमओं ने बताया कि निकाय के विकास कार्यो के अंतर्गत समय समय पर अध्यक्ष से चर्चा उपरांत सक्षम स्वीकृति नस्तीयों का परिचालन किया जाता है नये निर्माण कार्यो तथा सामग्री क्रय उपरांत अध्यक्ष एवं पार्षदों की उपस्थिति में निरीक्षण उद्घाटन कराया जाता है। जिनमें हाल में क्रय की गयी कंपोस्ट मशीन 55 लाख रूपये एवं ई रिक्शा 21 लाख रूपये शामिल है।
धरना-प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 अक्टूबर। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर संजय कमरो के निर्देश पर प्रदेश भर आदिवासी आरक्षण को लेकर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया, कोरिया जिला मुख्यालय में भी पार्टी के सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता पहुंचेंं, सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। जिसके बाद घड़ी चौक पर एकत्रित होकर ज्ञापन सौंपा।
सौंपे ज्ञापन में बताया गया है कि आदिवासी समाज के द्वारा आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति का आंकलन करते हुए सरकारों से अपने हितो की रक्षा हेतु आरक्षण की मांग की जाती रही है ताकि समाज में एकरूपता बनी रहे आदिवासी समाज अन्य समाजो से बहुत ही पिछड़ा जीवन यापन कर रहा है। इन्ही मांगों को लेकर आदिवासी समाज अपनी बातो को सरकार तक कई माध्यमों से पहुंचाती रही है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के युगपुरूष पेन दादा हिरा सिंह मरकाम जी के द्वारा आरक्षण को लेकर विभिन्न आंदोलन का संचालन किया गया। जिससे पूर्ववर्ती सरकार वर्ष 2012 में आदिवासी समाज को 32 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया गया परंतु यह आरक्षण निति तैयार करते वक्त कई तकनीकी खामियां रह गई। जिस कारण माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष आरक्षण को लेकर विचारण चालू किया गया जिसके फलस्वरूप वर्तमान में 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण न होने का लेख करते हुए 32 प्रतिशत के आरक्षण को कम किया गया व 50 प्रतिशत् आरक्षण की सीमा तय की गई । जबकि भारत के अनेक राज्यों में आर्थिक सामाजिक, पिछडापन को देखते हुए 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण का प्रावधान किया गया है इसी भांति केन्द्र सरकार के द्वारा 2019 में 10 प्रतिशत् स्वर्ण आरक्षण के साथ 50 प्रतिशत से बढक़र 59.5 प्रतिशत् आरक्षण प्रावधान लागू किया गया है। परंतु छत्तीसगढ़ राज्य में प्रति व्यक्ति दर आय शैक्षणिक स्तर व नौकरी पेशा में आदिवासी समाज की संख्या बहुत ही कम है।
जबकि छत्तीसगढ़ राज्य मूल रूप से आदिवासी बहुल्य राज्य है परंतु शैक्षणिक स्तर न होने के कारण आदिवासी समाज अनेक समाजो से बहुत पिछड़ा हुआ है। छत्तीसगढ़ राज्य में उच्च स्तर पर आरक्षण के माध्यम से पिछड़े आदिवासी अपनी पहुंच बड़ी मुस्किल से बना पाते है। नौकरी पेशा में पहुंचने के लिए आरक्षण ही एक माध्यम से जिससे समाज के लोग अपनी उन्नति एवं विकास कर रहे है।
आरक्षण की 32 प्रतिशत् कम करने से पूर्व कई विभागो एवं शैक्षणित स्तर से प्रवेश व नौकरी के लिए आवेदन किया गया है जो कि 32 प्रतिशत आरक्षण कम हो जाने के कारण आवेदनकर्ताओं पर असर पड़ेगा। जो कि आदिवासी समाज के हित में नही होगा। ज्ञापन के माध्यम से निवेदन है कि शासन को आदेशित किया जाये कि पूर्व में 32 प्रतिशत आरक्षण को लेकर जो भर्ती प्रक्रिया हो रही है उसे यथावत रखा जाये एवं शासन के द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष 32 प्रतिशत आरक्षण के संबंध में अपना पक्ष उचित रूप से न रख पाने के कारण जो आदिवासी समाज को हानि हो रही है। उसे ध्यान में रखते हुए शासन अपना पक्ष मजबूती से व तर्क संगत न्यायालय में रखते हुए आदिवासी समाज की हितों की रक्षा करते हुए शासन 32 प्रतिशत आरक्षण को दिलाने के लिए भरपूर प्रयास करें व न्यायालय में इस्टे आर्डर लेते हुए आदिवासी समाज को अस्वस्थ करें कि उनके हितो की रक्षा सरकार कर रही है। महामहिम राष्ट्रपति महोदया से निवेदन है कि ज्ञापन पत्र का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को मार्गदर्शन दे की आदिवासियों के आर्थिक सामाजिक, शैक्षणिक एवं अन्य कारणों को ध्यान में रखते हुए 32 प्रतिशत् आरक्षण को यथावत रखा जाये व उच्च न्यायालय में शासन उचित पक्ष रखते हुए आरक्षण को मूलत: बनाये रखें।
शादीघर के भूमिपूजन पर भाजपा के अध्यक्ष समेत पार्षदों का अपमानित करने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 अक्टूबर। कोरिया जिले के बैकुंठपुर नगर पालिका अध्यक्ष के साथ भाजपा के 6 पार्षदों ने प्रेस कांफें्रस करके विधायक बैकुंठपुर के साथ सीएमओ नगर पालिका पर गंभीर आरोप लगाए।
नपा अध्यक्ष ने कहा कि कहने को तो मैं यहां की नगर पालिका अध्यक्ष हूं, पर इसका संचालन विधायक मैडम कर रही हैं, शादी घर के भूमिपूजन पर हम सब को काफी अपमानित किया गया। जिससे मेरी तबियत खराब हो गयी, वहीं सीएमओ मेरी सचिव होने के बाद मुझे आमंत्रण देना तक उचित नहीं समझा गया। उनके साथ पार्षद भानू पाल, अनिल खटिक, अवधेश सिंह, शिल्पा गुप्ता, रीमा जायसवाल और ममता गोयान के साथ भाजपा जिला अध्यक्ष केबी जायसवाल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
दरअसल, मामला शादीघर के भूमिपूजन को लेकर विवाद का है। नपा अध्यक्ष नवीता शिवहरे ने आरोप लगाया है कि विधायक द्वारा कांग्रेस के पार्षदों को लेकर भूमिपूजन एवं उद्घाटन के समय लेकर आती है और सीएमओ पर दबाव बनाकर कांग्रेस पार्षदों से भूमिपूजन कराया जाता है एवं अध्यक्ष एवं भाजपा के पार्षदों की इज्जत खराब की जाती है, उल्टे सीधे कमेन्ट पास करती है तथा सीएमओ के द्वारा अभी शादीघर के लिए राज्य परिवर्तित योजना मद से 1.47 लाख रुपये के भूमिपूजन में अध्यक्ष से नोटसीट में दिन तारीख समय का कोई अनुमति नहीं ली गई थी जो सीएमओ की मनमानी कार्य का परिचायक है।
इसके अलावा वे कहती हैं कि विधायक द्वारा प्लेसमेंट कर्मचारियों को निकालने के लिए सार्वजनिक रूप से धमकी दी जाती है. विधायक के द्वारा लगातार नगर विकास में अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है जैसे नगर पालिका बैकुंठपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट शापिंग काम्पलेक्स का कार्य विधायक एवं सीएमओ की हट धर्मिता के कारण आज तक टेंडर नहीं हो पाया है।
वित्तीय अनियमितता का आरोप
नपा अध्यक्ष नवीता शिवहरे ने आरोप लगाया कि सीएमओ बैकुंठपुर द्वारा लगातार कोटेशन के माध्यम से लाखों रूपये चेक काटकर भुगतान किया जा रहा है, उसकी जानकारी अध्यक्ष एवं परिषद को नहीं दिया जाता है। जो शासन के नियम के विरूद्ध है तथा अध्यक्ष के द्वारा लिखित रूप से जानकारी मांगे जाने पर जानकारी उपलब्ध नही कराई जा रही है। वे नगर के विकास में रूचि नहीं लेना और पूरे सप्ताह में मात्र 2 ये 3 दिन कार्यालय में अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए बैठना इसकी पुष्टि सीसीटीवी के फुटेज के द्वारा किया जा सकता है। जब अध्यक्ष एवं पार्षद नगर विकास से कोई कार्य हेतु फोन करने पर सही तरीके का व्यवहार नही करती है।
दुकानों का किया गलत आबंटन
नवीता शिवहरे ने आरोप लगाया कि नगर पालिका बैकुंठपुर द्वारा निर्मित पुराने बस स्टैन्ड की दुकानों जिनकी औसत बोली 61 लाख रूपये से अधिक थी उन्हें सीएमओ द्वारा लिफाफा पद्धति से लगभग 16.75 लाख रूपये मे दो नामता परवीन सुफिया खान व्यवतियों आबंटित की गई है तथा निरन्तर सीएमओ द्वारा दबावपूर्वक परिषद से पास कराने का प्रयास किया जा रहा है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि सीएमओ बैकुंठपुर द्वारा व्यक्तिगत रूचि ली जा रही है जो भ्रष्टाचार एवं अर्थिक अनियमितता की ओर पूर्ण रूप से इंगित करता है तथा सीएमओ बैकुंठपुर के इन दुकानों के आबंटन में लगभग 88.50 लाख की आर्थिक नुकसान नगर पालिका बैकुंठपुर को पहुंचाई गई है जो अत्यंत गंभीर मामला है एवं जांच का विषय है। पूर्व में भी हम हर पार्षदों के द्वारा इसकी शिकायत की गई थी किन्तु आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आरोप विकास में बाधक बनी विधायक
प्रेस कांफ्रेेस में आरोप लगाते बताया गया कि नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर द्वारा अलग-अलग कई मदों में संपूर्ण वार्डो के लिए विकास कार्य हेतु शासन द्वारा राशि भेजी जाती है, जिसमें स्टीमेट टीएस कराकर स्वीकृति हेतु सीएमओ के द्वारा राज्य शासन को भेजा जाना चाहिए किन्तु क्षेत्रीय विधायक अम्बिका सिंहदेव के द्वारा सीएमओ को अपने घर बुलाकर विपक्ष के पार्षदों के वादों के कार्यों को कटवाकर एवं अध्यक्ष द्वारा बताये गये कार्यों को कटवाकर उसे राज्य शासन को दबावपूर्वक भेजवाना बैकुंठपुर नगर पालिका सीएमओ का कार्य करने की शैली हो चुकी है। जिस कारण पूर्ण रूप से शहर विकास को बाधा पहुंच रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 अक्टूबर। जिला चिकित्सालय में साफ सफाई को लेकर उचित प्रबंधन दिखाई नहीं देता, जिस कारण पूरे अस्पताल भवन के भीतर दुर्गंध के बीच लोगों को रहना पड़ रहा है, इसके अलावा अस्पताल के बाहरी परिसर में भी स्वच्छता का अभाव है।
जिला अस्पताल के सामान्य वार्डों में जाने पर दुर्गंध भरी रहती है। वार्डों में स्थित शौचालयों की भी स्थिति ठीक नही है। वार्डों के शौचालयों की नियमित रूप से सही तरीके से साफ सफाई नहीं कराये जाने के कारण वार्ड में दुर्गंध फैला रहता है, वहीं शौचालय में नाक बंद कर उपयोग करने की मजबूरी भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों की रहती है।
उचित रूप से आवश्यक सफाई न होने के कारण ही मरीजों को दुर्गंध के बीच रहने की मजबूरी रहती है, जबकि जिला अस्पताल के प्राईवेट वार्ड में सफाई की व्यवस्था चुस्त दुरूस्त रहती है।
बताया जाता है िक प्राईवेट वार्ड में ज्यादा मरीज नहीं होने के कारण व सेपरेट कक्ष होने के कारण सफाई व्यवस्था अच्छी बनी रहती है। वहीं सामान्य वार्ड में अधिक मरीज भर्ती रहते है ऐसे में सामान्य वार्ड की साफ सफाई पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए, लेकिन अधिक ध्यान नहीं देते है जिस कारण गंदगी के साथ दुर्गंध भरी रहती है। सामान्य वार्डों में एक दो बार पोछा मारने के बाद छोड़ दिया जाता है। जिसके कारण भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों केा किसी तरह मजबूरी में वार्ड में रहना पड़ता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 अक्टूबर। कोरिया वन मण्डल के खडग़वां वन परिक्षेत्र में हाथियों के 42 सदस्यीय दल ने कई किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचाने के बाद कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र में चले गये, जो कि कोरिया वन मण्डल के वन परिक्षेत्र खडग़वां के निकटवर्ती क्षेत्र में विश्राम करते देखे गये। क्षेत्र में बड़ी संख्या में हाथियों का मौजूदगी से प्रभावित कई क्षेत्रों के लोगों में हाथियों को लेकर दहशत है और ग्रामीण रतजगा कर रहे हंै।
जानकारी के अनुसार हाथियों का दल कोरिया वन मण्डल के खडग़वां वन परिक्षेत्र के कोटेया बीट अंतर्गत कांसबहरा क्षेत्र में 9 अक्टूबर की रात्रि में पहुंच कर कांसबहरा के करीब 7 किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचाया। धान कोदो तथा तिल एवं अन्य तरह के फसलों का नुकसान किया। इसके बाद 10 अक्टूबर को सुबह के समय हाथियों का लोकेशन कटघोरा वन मण्डल के केंद्रई रेज के छिंदिया बीट में विश्राम करते पाये गये।
इस क्षेत्र से हाथियों के दल को कोरिया वन मण्डल के मुगुम, बारी, खैरबहरा क्षे. में लौटने की संभावना के साथ कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र में ही रहने की संभावना जताई है।
इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में हाथियों उपस्थिति से प्रभावित कई क्षेत्रों के लोगों में हाथियों को लेकर दहशत है और दिन रात सजग होकर दिन काट रहे है रात के समय में भी ग्रामीण रतजगा कर रात गुजार रहे हंै। कब किस क्षेत्र में हाथियों का दल पहुॅच जाये, इसी बात को लेकर प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण आशंकित हैं। जिस कारण हाथियों केा स्वयं और परिवार की चिंता के साथ अपने खेतों में खडी फसलों को लेकर सबसे ज्यादा चिंता है।
इससे पूर्व हाथियों के दल द्वारा कांसबहरा क्षेत्र में इसके एक दिन पूर्व भी 16 किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचाते हुए कटघोरा वन मण्डल की सीमा क्षेत्र में चले गये थे, जहां से वापस लौटकर हाथियों के दल ने बडी मात्रा में धान, तिल, कोदो सहित अन्य फसलों केा रौंदकर एवं खाकर नुकसान पहुंचाया।
साथ ही 9 अक्टूबर को हाथियों के दल ने जहां फसलों को नुकसान पहुंचाया वहीं एक ग्रामीण के मकान को भी तोड़ फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 अक्टूबर। कोरिया जिला मुख्यालय स्थित जिला अस्पताल के सीएस सरकार द्वारा निर्धारित समय से सवा घंटे विलंब से पहुंच रहे हैं तो अन्य चिकित्सकों के समय पर आने पर सवाल खड़े होते है। सोमवार को सीएस 10.15 पर पहुंचें तो जिला अस्पताल में पदस्थ 30 चिकित्सकों में 17 चिकित्सक ही समय पर उपस्थित थे, जबकि कई ओपीडी में चिकित्सक नहीं पहुंच पाए और ओपीडी के सामन मरीज बैठ कर इंतजार करते रहे।
जब सीएस डॉ. एके करण को सवा 10 बजे पहुंचने पर सवाल किया गया तो उनका कहना है कि धीरे धीरे से सब ठीक हो जाएगा, वो समय पर नहीं आ रहे है और 13 चिकित्सक समय पर नहीं पहुंचें है ओपीडी मेें मरीज खडै हुए है जिसका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
सोमवार को जब ‘छत्तीसगढ़’ ने जिला अस्पताल का जायजा लिया गया तो पता चला कि सुबह 10.15 बजे तक 30 में से 17 चिकित्सक ही पहुंच चुके 13 चिकित्सक 10.15 बजे तक भी अपने कक्ष में नहीं बैठे पाये गये। जबकि अस्पताल खुलने का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक है ऐसे में एक घंटे बाद तक भी कई चिकित्सक अस्पताल नहीं पहुंच पाये थे। इसके कुछ देरी के बाद एक चिकित्सक आये उन्हें चिकित्सक पेशी में कोर्ट चले गये। शिशु वार्ड में सभी चिकित्सक पहुंच चुके थे, वही ंमहिला वार्ड में भी कुछ चिकित्सक पहुंचे थे, इसके अलावा डॉ. इमरान इमेरजेंसी ड्यूटी में दिखे।
इसी तरह दूसरी पाली में ओपीडी कक्ष में बहुत कम चिकित्सक ही बैठे दिखाई देते है। जिसके कारण दूसरे पाली में मरीजों की संख्या भी कम रहती है। कोरिया जिले में शासकीय विभागों में अधिकारियो कर्मचारियों के आने का कोई निश्चित टाईम टेबल नही है जबकि प्रशासन के द्वारा सरकारी कार्यालयों अस्पतालो के लिए समय निर्धारित कर दिया गया हैै।
अस्पताल अधीक्षक ही पहुंचते है देरी से
जिला अस्पताल में चिकित्सक ही नही बल्कि अस्पताल अधीक्षक जिनके उपर जिला अस्पताल की व्यवस्था की जिम्मेदारी है वे ही स्वयं देरी से पहुंचते है। सोमवार को जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके करण 10.15 तक नहीं पहुॅच पाये थे इसके पश्चात अपने कक्ष में पहुंच,े देरी से आने के सवाल पर उन्होने कहा कि थोडा देर हो गया है सब कुछ सुधर जायेगा। अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके करण स्थानीय छिंदडॉड से ही आते है।
कर्मचारी समय पर अधिकारी ही बरत रहे लापरवाही
जिला अस्पताल में पदस्थ अन्य चिकित्सा स्टाफ समय पर अपनी ड्यूटी पर हाजिर हो जाते है, विभिन्न स्तर के कर्मचारी समय पर तो प्रतिदिन अपनी ड्यूटी पर तो उपस्थित हो जाते है जिनके द्वारा अपना काम शुरू कर दिया जाता है लेकिन चिकित्सक ही प्रतिदिन लापरवाही बरतते है। जिन पर देरी से आने पर भी कभी किसी तरह की कोई कार्यवाही नही होती लेकिन यदि कोई कर्मचारी देरी से प्रतिदिन आता तो उस पर तत्काल कार्यवाही की जाती। आखिर जिम्मेदारों के लेट लतीफी पर कार्यवाही क्यो नही होती। यदि सख्त कार्यवाही करना शुरू हो जाये तो अस्पताल की व्यवस्था सुधर सकती है।
इन दिनों जुट रही मरीजों की भीड़
जिला चिकित्सालय में इन दिनों विभिन्न मौसमी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की बड़ी संख्या में उपचार कराने के लिए परिजन लेकर पहुंच रहे है। समय पर चिकित्सक के नहीं पहुंचने के कारण बे वजह उन्हें पर्ची कटाने के बाद चिकित्सक कक्ष के बाहर घंटों इंतजार करना पडता है।
जानकारी के अनुसार जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग मौसमी बीमारी के प्रभाव में आकर उपचार कराने के लिए ओपीडी में पहुंच रहे हंै। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है अस्पताल खुलने के साथ ही टिकट काउंटर में मरीज चिकित्सक से जॉच कराने के लिए कतार में लगकर पर्ची कटाते हैं। पिछले कई दिनों से जिला चिकित्सालय में मरीजों की जमकर भीड़ हो रही है ऐसे में चिकित्सकों की देरी से आना मरीजों को परेशान कर रहा है।
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। शरद पूर्णिमा पर 9 अक्टूबर को मंदिरों में विशेष रूप से पूजा अर्चना की गयी। राधा कृष्ण की पूजा अर्चना मंदिरों में की गयी वही घरों में माता लक्ष्मी का विशेष रूप से पूजा की गयी।
मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी पृथ्वी पर आती है जिसके चलते हर घर में साफ सफाई कर सजावट की जाती है जहां माता लक्ष्मी पहुॅचती है। जिसके कारण उस घर में धन धान्य के साथ सुख समृद्धी आती है। आश्विन माह के शुक्ल पक्ष के पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहा जाता है । इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं से परिपूर्ण रहती है और इस दिन चंद्रमा की आभा वर्ष में सबसे ज्यादा रहती है।
मान्यता है कि इस रात्रि को लोगों के द्वारा खीर बनाई जाती है और चांद की रोशनी में खुले आसमान के नीचे रखा जाता है तो उसमें औषधीय गुण आ जाते है और सुबह होने पर उस खीर का सेवन करने से दमा व श्वांस रोगियों के साथ कई तरह के बीमारियों में लाभदायक माना जाता है यही कारण है कि प्रतिवर्ष शरद पूर्णिमा के दिन कई घरों में खीर बनाकर खुले आसमान के नीचे रात भर रख दिया जाता है और सुबह प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया जाता है वहीं मंदिरों में भी पूजा अर्चना के बाद खीर प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।
आयुर्वेद विभाग का औषधीय शिविर
कोरिया आयुर्वेद विभाग के द्वारा पोडी में शिविर का आयोजन किया गया जहां शरद पूर्णिमा के दिन विशेष औषधीय वाला खीर बनाया गया जिसे दमा व श्ंवास रोगियों के लिए प्रदान किया गया। जिसके लिए पूर्व में ही रजिस्ट्रेशन किया गया था। जानकारी के अनुसार इस रात्रि के बनाये औषधीय खीर का सेवन करने से दमा, खांसी सहित पित्त संबंधी कई रोग दूर होते है। इस औषधीय खीर के खाने पित्त शांत होती है। जिसके कारण आयुर्वेद विभाग द्वारा इस दिन शिविर लगाकर ऐसे रोगियों के लिए विशेष खीर वितरण हेतु शिविर का आयोजन किया गया।
शरद पूर्णिमा का चांद विशेष लाभदायक
शरद पूर्णिमा का चांद विशेष फलदायी होता है इस दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं से परिपूर्ण रहता है। जानकारी के अनुसार शरद पूर्णिमा का चांद में इस दिन विशेष प्रकाश होता है जो कई तरह के रोगों को ठीक करता है। माना जाता है कि इस दिन एक टक कुछ देर तक चांद को देखने से नेत्र ज्योति बढती है। साथ ही शरीर के कई रोगों को दूर करने की शक्ति भी होती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। मुस्लिम समुदाय ने ईद मिलादुन्नबी का पर्व उल्लास के साथ मनाय। इस अवसर पर जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर सहित जिले के कई क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय के द्वारा ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला गया। इसके बाद मजिस्द में पहुंच कर नमाज अदा की गई और उपस्थित लोगों के द्वारा एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद गले लगकर दी गई।
इस अवसर पर कई लोगों ने जरूरतमंदों कों भोजन कराने के साथ ही कपड़े दिये गये। इस पर्व पर बच्चे बड़े सभी पर्व को लेकर उत्साहित रहे और एक दूसरे को ईद मिलादुन्नबी की मुबारकबाद दी गई। इस अवसर पर घरों में कई तरह के पकवान बनाये गये तथा एक दूसरे को दावत भी दिया गया। इस तरह कोरिया जिले में ईद मिलादुन्नबी का पर्व सभी जगहों पर शांति व भाईचारे के साथ मनाया गया।
यह पर्व मो. पैगम्बर के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। यही कारण है कि इस दिन खुशियां मनाई जाती है। कई सक्षम लोगों के द्वारा जरूरतमंदों को दान भी दिया जाता है। सुबह से ही ईद की खुशियां समाज के लोगों के बीच में फैली जो दिन भी बनी रही एक दूसरे केा दिन भर ईद की मुबारकबाद देते रहे। वहीं इस अवसर पर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस की विशेष रूप से व्यवस्था की गयी थी साथ ही जिला प्रशासन के द्वारा सभी क्षेत्रों में दण्डाधिकारियों को भी शांति व्यवस्था के लिए जिम्मेदारी दी गयी थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। हैंडपंप तो खोदेे गए, परन्तु इनकी स्थिति देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इससे लोगों को पीने के पानी की सुविधा कितनी मिल रही होगी। कोरिया जिले के बचरापोड़ी के दो स्थानों पर लाखों रूपये खर्च कर खनन किये गये हैंडपंप की है जो अब किसी काम का नहीं रह गया है।
जानकारी के अनुसार बचरापोड़ी पंचायत के सडक़पारा में करीब दो वर्ष पूर्व खनन किये गये हैंडपंप की जगह मिट्टी का ढेर लगा दिया गया है, जिससे कि हैंडपंप का आधा हिस्सा मिट्टी के ढेर में आ गया है और वह किसी काम का नहीं रह गया है। हैंडपंप खनन किये सिर्फ दो वर्ष ही हुए है और यह हाल हो गया। पंचायत के द्वारा इस दिशा में ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यदि हैंडपंप के पास गिराये गये मिट्टी को हटा दिया जाता है तो हैंडपंप का उपयोग किया जा सकता है अन्यथा यह बेकार हो गया।
उल्लेखनीय है कि लोगों के पेयजल व्यवस्था के लिए कई जगहों पर हैंडपंप का खनन कराया जाता है लेकिन कई ऐसे जगह पर भी हैंडपंप खनन कर दिया जाता है जहां पर बड़ी आबादी नहीं रहती, जिसके कारण उसका उपयोग नहीं हो पाता वहीं आज कल कई लोगों के घरों में भी पेयजल की व्यवस्था कर रखी है, जिस कारण कई जगहों पर कम आबादी वाले जगह पर खुदाये गये हैंडपंप का उपयोग लंबे समय तक नहीं होता और वह किसी काम का नहीं रह जाता है।
पंचायत भवन के सामने का हैंडपंप जमीन में धंसा
इसी तरह कोरिया जिले के बचरा पोड़ी क्षेत्र के ग्राम पंचायत पोड़ी भवन के सामने एक हैंडपंप जमीन में ंधंस गयी है जिस कारण इस स्थान के हैंडपंप का उपयोग भी नहीं हो रहा है। इस स्थान के हैंडपंप स्थल पर साफ सफाई भी नहीं है पास में ही झाडियॉ उग आयी है। जिसे साफ सुथरा करने एवं जमीन में धंसे हैंडपंप का सुधार करने की जरूरत है ताकि हैंडपंप का उपयेाग किया जा सके लेकिन पंचायत भवन के सामने इस तरह की स्थिति हैंडपंप की बनने के बाद भी पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंचायत के द्वारा पंचायत के विकास में कितना ध्यान दिया जाता होगा। सिर्फ राशि खर्च करने मे ही ज्यादा ध्यान रहता है।
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। गोडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा 32 प्रतिशत आरक्षण को लेकर 10 अक्टुबर को पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की तैयारी है।
गोगपा पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेस व भाजपा की सरकार आदिवासियों के साथ छल कपट कर रहा है। पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि कोर्ट में 32 प्रतिशत आरक्षण को कोर्ट में लापरवाहीपूर्वक मजबूरी से पक्ष नही रखने के कारण आरक्षण को कम कर 20 प्रतिशत कर दिया गया है, इसके विरोध में अनवूसूचित जनजाति का 32 प्रतिशत आरक्षण हेतु अध्यादेश जारी कराने की मांग है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण प्रतिशत को उनकी जनसंख्या के आधार पर 32 प्रतिशत यथावत रखने हेतु तत्काल प्रदेश विधान सभा में अध्यादेश के माध्यम से तमिलनाडु सरकार की तर्ज पर 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण अधिनियम के कानून बनाये ताकि अनुसूचित जनजाति वर्ग को विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं में अपूर्णिय क्षति न हो।
जिसके लिए छग प्रदेश स्तर पर गोगपा रैली प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। नगर पालिका बैकुंठपुर की नेता प्रतिपक्ष अन्नपूर्णा सिंह के द्वारा अपने वार्ड को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने की दिशा में नई पहल करते हुए कार्य शुरू किया गया है।
नवरात्र प्रारंभ होने के पूर्व ही नेता प्रतिपक्ष अन्नपूर्णा सिंह के द्वारा अपने वार्ड क्षेत्र में विशेष रूप से साफ सफाई अभियान चलाया, जिससे कि वार्ड में काफी हद तक गंदगी पर नियंत्रण पाया गया है। नियमित रूप से सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष अन्नपूर्णा सिंह के द्वारा अपने वार्ड में सडक़ किनारे स्थित पेड़ों पर लाल व सफेद रंग से पुताई भी करायी गयी है, जिससे कि उनके वार्ड में सडक़ किनारे के पेड़ों की सुन्दरता देखते ही बनती है। वहीं जनपद तिराहा से लेकर प्रेमाबाग मंदिर परिसर तक सडक़ के दोनों ओर जितने भी पेड़ लगे है उन सभी पेड़ों को लाल एवं सफेद रंग से लगभग एक मीटर गोलाई तक रंग दिया गया है।
सडक़ किनारे एक लाईन से खड़े पेड़ों पर लाल व सफेद रंग का पट्टी हो जाने से पेड आकर्षक दिखाई दे रहे हंै। इसी तरह गढेलपारा मार्ग पर गौरवपथ के किनारे स्थित दोनों ओर पेड़ों को रंगा गया है। साथ ही कई स्थानों पर सीमेंट की कुर्सियां लगवाई गई है, ताकि बाहर से आने वाले लोगों को बैठने की सुविधा मिल सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर द्वारा शहर में नालियां विभिन्न वार्डों में बनवाई तो है, लेकिन नालियों को सुरक्षित तरीके से कई जगहों पर ढंका ही नहीं गया है, जिस कारण आये दिन शहर के आवारा मवेशी खुली नालियों में गिर रहे हैं। इस तरह की कई घटनाएं हो गयी है इसके बावजूद नपा द्वारा इस दिशा में गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पूर्व सोसायटी के पास एक खुले सैप्टिक टैंक में एक मवेशी गिर गई थी। गौ रक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों को इसकी जानकारी मिली तो नपा के सफाई कर्मियों की मदद से सेप्टिक टैंक में गिरे मवेशी को सुरक्षित निकाल लिया गया।
इस घटना के बाद भी सोसायटी के पास खुले सेप्टिक टैंक को ढंकने की कवायद नहीं की गयी। इसी तरह शहर के विभिन्न वार्डों में इसी तरह नालियां भी कई जगहों पर खुली है जिनमें आये दिन मवेशी गिर रहे हंै।
बिना ढक्कन के नालियंा खुले में
शहर के प्रमुख गौरव पथ मार्ग पर भी नालियां बनायी गयी हैं, जिसे अधिकांश जगहों पर तो ढक्कन लगाकर ढंका गया है लेकिन कुछ जगह ऐसे हैं, जहां पर गौरवपथ की नाली खुली हुई है, यही जगह आवारा मवेशियों के लिए खतरे की जगह है। जिससे कि भविष्य में कभी भी कोई दुर्घटना घटित हो सकती है। इसके अलावा शहर के कई अन्य क्षेत्रों में नालियां तो बना दी गयी है लेकिन बनाये गये नालियों केा सुरक्षित तरीके से ढंका नहीं गया है। इस तरह की थोड़ी सी लापरवाही बेजुबान जानवरों के लिए खतरा उत्पन्न कर सकता है।
नालियों के खुले होने के कारण वातावरण में बदबू का आलम बना रहता है। खुली नालियों से सबसे ज्यादा खतरा मवेशियों को ही है, इसे ध्यान में रखते हुए नपा को पहल करते हुए सभी क्षेत्रों के खुली नालियों का चिन्हाकन कर सुरक्षित तरीके से ढंकने की जरूरत है, ताकि भविष्य में किसी तरह की कोई संभावित दुर्घटना घटित न हो।
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 अक्टूबर। कोरिया वनमण्डल के वन परिक्षेत्र खडग़वां क्षेत्र में 8 अक्टूबर को आये हाथियों का दल रात्रि में सीमावर्ती कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र में पहुंच गया।
इसके पूर्व हाथियों के 42 सदस्यीय दल के द्वारा कोरिया वन मण्डल के वन परिक्षेत्र के कोटेया बीट में 16 ग्रामीणों के फसलों को रौंद कर तहस नहस कर दिया गया, वहीं एक ग्रामीण के मकान को भी क्षति पहुंचाया। इसके बाद रात्रि में ही हाथियों का दल सीमावर्ती कटघोरा वनमण्डल के केंदई रेंज के छिंदिया बीट क्षेत्र में 9 अक्टूबर को विश्राम करते देखे गये, जो कोरिया वन मण्डल का सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण वन अमले द्वारा सतर्कता बरती जा रही है और वन अमला सजग है कि कही सीमावर्ती क्षेत्र से फिर से कोरिया वन मण्डल क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं।
क्षेत्र में हाथियों के आमद को देखते हुए वन अमले के द्वारा प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को हाथियों से सुरक्षित रहने एवं हाथियों से सुरक्षित बनाकर रखने के साथ ही जंगल नही जाने की सलाह दी जा रही है। क्योकि अभी हाथियों का दल कोरिया वन मण्डल सीमा से ज्यादा दूरी पर नहीं है, ऐसे में हाथियों की आवाजाही किस ओर होगी कहा नहीं जा सकता, यही कारण है कि वन अमला लगातार हाथियों के आवाजाही पर निगरानी बनाये हुए हंै।
धान कोदो व तिल को पहुंचाया नुकसान
हाथियों के दल द्वारा खडग़वां वन परिक्षेत्र के कोटेया बीट के कांसाबहरा क्षेत्र में करीब 16 किसानों के खेतों में खडी फसलों केा खाकर एवं रौंदकर नुकसान पहुॅचाया गया। जानकारी के अनुसार हाथियों के 42 सदस्यीय दल के द्वारा कांसबहरा क्षेत्र में 16 किसानों के धान की फसल को चौपट कर दिया तथा कोदो फसल के साथ तिल के फसलों केा भारी नुकसान पहुंचाया। इसके पूर्व भी हाथियों के दल के द्वारा किसानों के फसलों को नुकसान पहुॅचाया गया। वर्तमान में धान की फसल पकने की तैयारी में है ऐसे में किसानों को ज्यादा नुकसान पहुॅचा। वन विभाग के द्वारा फसल नुकसान का आंकन किया जा रहा है ताकि समय पर मुआवजा प्रदान किया जा सके।
रतजगा कर रहे सरहदी क्षेत्र के ग्रामीण
हाथियो का 42 सदस्यीय दल कोरिया वन मण्डल सीमा से लगे कटघोरा वन मण्डल में भले ही चले गये हो लेकिन वहां से हाथियों का मूवमेंट किस ओर होगा, कहा नहीं जा सकता है जिस कारण वन परिक्षेत्र खडग़वां के सीमावर्ती हाथी प्रभावित क्षेत्रों के लोग इन दिनों हाथियों के डर के मारे रतजगा करने को मजबूर है। क्योंकि यदि रात्रि में हाथियों का दल रहवासी क्षेत्र में पहुंच जाता है तो बड़ा नुकसान हो सकता है यही कारण है कि प्रभावित क्षेत्र के लोग रतजगा कर रहे हंै।
राष्ट्रीय दृष्टि दिवस 9 अक्टूबर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 8 अक्टूबर। आंखे हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है जिसकी देखभाल उतनी ही जरूरी है जितनी कि शरीर के अन्य अंगों की करते है क्योकि आंखें है तो जहां रंगीन नजर आती है अन्यथा दुनियां क्या है उनसे पूछा जा सकता है जिनकी आंखे नहीं है। वर्तमान दौर में तेजी से आंख से जुडी समस्याएं बढती जा रही है। उचित देखभाल एवं खान पान उचित पोषणयुक्त नहीं होने के कारण तथा मोबाईल टीव्ही का ज्यादा देर तक इस्तेमाल करने के कारण अंधापन, धुंधलापन सहित कई अन्य तरह की समस्याओं से ग्रसित लोगों की संख्या तेजी से बढती जा रही है। कोरोना कॉल में आनलाइन क्लोसेस ने काफी संख्या में बच्चों को चश्मे लगाने पर मजबूर कर दिया है।
इस संबंध में सीएमएचओ व नेत्र विशेषज्ञ डॉ आरएस सेंगर का कहना है कि इस समय सबसे पहले स्कूल में बच्चों को मोबाइल पर काम करवाया जा रहा है, उस पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए, मै स्वयं जिला प्रशासन से अनुरोध करूंगा अब इस पर रोक लगे, मोबाइल से सबसे ज्यादा बच्चों की आंखे प्रभावित हो रही है।
ऑखो के प्रति जनजागरूकता हेतु भारत सरकार के परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय दृष्टिहीनता एवं अंधापन निवारण कार्यक्र्रम सभी सरकारी अस्पतालों के माध्यम से चलाया जा रहा है। वहीं लोगों में आंखों से जुड़ी समस्याओं एवं आंखों की देखभाल के प्रति जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। साथ ही प्रतिवर्ष 9 अक्टूबर तिथि को विश्व दृष्टि दिवस भी मनाया जाता है इस दिन कई संगोष्ठी व कार्यक्रम आयेाजित किये जाते है। इस अवसर पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी कई कार्यक्र्रम आयोजित किये जा रहे हैं वर्तमान समय में सबसे ज्यादा आंखों को नुकसान मोबाईल के कारण हो रहा है। दिन रात कई कई घंटे मोबाईल में बिताने के कारण लोगों के आंखों की रोशनी कम हो रही है किसी को दूर दृष्टि तो किसी को निकट दृष्टि की शिकायत बढ़ रही है। इसके अलावा मोतियाबिन्द की शिकायत लोगों में सबसे ज्यादा रहती है। ऐसी आम शिकायतों को आंखों की उचित देखभाल के बाद रोका जा सकता है लेकिन इस दिशा में सतत जागरूक रहने की जरूरत है।
वर्तमान दौर में मोबाईल का ज्यादा उपयोग व मधुमेह रोग के कारण आंखों की रोशनी कम हो रही है। वर्तमान समय में मधुमेह रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिसके कारण आंख की समस्या भी बढ़ रही है। उचित दिनचर्या के अभाव में वर्तमान के दौर में मधुमेह रोग बढ़ रहा है जिसके कारण आंखों की रोशनी भी प्रभावित हो रही है दूसरा कारण लोगों का अधिक देर तक मोबाईल का उपयोग करना तथा टीव्ही एवं कम्प्यूटर का उपयोग करना है इसके कारण भी तेजी से आंखों की रोशनी प्रभावित हो रही है लेकिन इस दिशा में लोग अपनी महत्वपूर्ण अंग आंख की ओर ध्यान नही दे रहे है जो अंधापन व नजर कमजोरी का कारण बन रहा है।
कोरोना काल के दौरान जब स्कूल बंद कर दिये गये थे तब ऑनलाईन पढाई जारी रही। इस दौरान ऑनलाईन माध्यम से बच्चों को पढ़ाई से जोडे रखा गया। नेत्र विशेषज्ञ बताते है कि इससे बच्चों के आंखों पर बुरा प्रभाव पडा जिसके कारण बच्चों की कोमल आंख प्रभावित हुई है जिसके कारण बच्चों को चश्मे लग रहे है। नेत्र विशेषज्ञ ने बताया कि वर्तमान समय में बच्चे भी मोबाईल पर ज्यादा समय बीता रहे है जो उनके आंखों को नुकसान पहुंचा रहा है।
अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखे साथ ही ऑनलाईन पढ़ाई की व्यवस्था में बच्चों को दूर रहने की भी सलाह दी गयी।
दैनिक जीवन में उचित आहार का शामिल करे
विशेषज्ञों के अनुसार आंखों की बराबर जांच कराते रहना चाहिए साथ ही उन्होनें यह भी कहा कि प्रत्येक लोगों को अपने दैनिक आहार में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का उपयोग करना चाहिए साथ ही पीले एवं लाल फलों का उपयोग अधिक से अधिक करे। ध्रुमपान करने से बचे इससे मोतियाबिन्द, आप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचता है जो अंधेपन की पतन का कारण है। इसके अलावा सूर्य की पैराबैगनी किरणों से बचने के लिए घर से बाहर निकलने पर धूप के चश्मे का उपयोग करना चाहिए। साथ ही साथ खतरनाक काम करने के दौरान सुरक्षा की दृष्टी से ऑखें में चश्मा पहन कर ही ऐसे काम करना चाहिए। इसके अलावा नियमित तौर पर ऑखों की जॉच कराते रहना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 8 अक्टूबर। मुख्यमंत्री के आगमन के पूर्व शहर के गौरव पथ सहित कई स्थानों पर बिजली के खंभों में लाइटिंग की गई थी, बमुश्किल दो चार दिन ये लाइटिंग जली उसके बाद से ये बंद है, यहां तक की कुछ खंभों में लगाई गई लाईटिंग तक गायब हो चुकी है। नवरात्र में भी इसे ठीक नहीं किया गया, जिससे कि जिस उद्देश्य के लिए लाइटिंग की गई थी वो पूरा नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आगमन के पूर्व गौरवपथ के डिवाईडर के बीच लगे विद्युत खंभे में डिवाईर के बीव में लगे विद्युत खंभो में तिरंगा कलर में लाईटिंग लगायी गयी थी उसे नवरात्र के दौरान आधे हिस्से का लाईटिंग को विद्युत खंभे से निकाल लिया गया और आधे विद्युत खंभे में ही आकर्षक लाईटिंग लगी हुई है। परन्तु ये महिनों से बंद पड़ी हुई है। इस तरह नपा द्वारा शहर में लगाये गये आकर्षक लाईंिटंग की व्यवस्था को बरकरार रखने की बताया नवरात्र के दौरान निकाल देना उचित नही है। अब आधे विद्युत ,खंभे में लगे आकर्षक लाईटिंग को भी कही बाद में न निकाल लिया जायेगा। शहर को सुन्दर बनाने की दिशा में काम किया जाना चाहिए लेकिन सुन्दरता बढाने वाले को भी हटा दिया जा रहा है। नवरात्र के दौरान शहर में लाईटिंग व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए तथा आकर्षक लाईटिंग भी किया जाना चाहिए था लेकिन नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर द्वारा पहले से लगाये गये आकर्षक लाईटिंग को भी कुछ निकाल लिया गया वहीं कई आज तक बंद है, खंभों में शोपीस बने लपेटें हुए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 8 अक्टूबर। कोरिया वन मण्डल क्षेत्र में हाथियों का 42 सदस्यीय दल पहुंच कर फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। वहीं वन अमला ग्रामीणों को हाथी से दूर रहने की सलाह दे रहा है, और उनके नुकसान का मुआवजा बनाने में जुट गया है। हाथियों का दल काफी बड़ा होने के कारण इस पर विभाग पूरी नजर बनाया हुआ है तोकि कोई जनहानि ना हो सके।
जानकारी के अनुसार हाथियों का दल 8 अक्टूबर को सुबह के समय कोरिया वनमण्डल के वन परिक्षेत्र खडगवॉ अंतर्गत कोटेया बीट के कक्ष क्रमांक पी 648 साहीमाडा नामक स्थान पर विश्राम करते देखे गये। इसके पूर्व हाथियों के दल के द्वारा खडगवां वन परिक्षेत्र के कोटेया बीट क्षेत्र में पांच किसानों के धान के फसलों को नुकसान पहुंचाया। इस क्षेत्र में पहली बार 6 अक्टूबर की रात्रि में हाथियों का 42 सदस्यीय दल पहुंचा था जिसकी जानकारी वन अमले को होने पर वन मण्डलाधिकारी के निर्देश पर पोडी व खडगवां के वन कर्मियों के द्वारा हाथियों पर निगरानी शुरू कर दी गयी थी और इसी रात्रि को हाथियों का दल कोरिया वन मण्डल क्षेत्र से निकलकर कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र में चला गया था दूसरे दिन 7 अक्टूबर को हाथियों का दल कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र में विचरण करते रहा और रात्रि में कोरिया वन मण्डल क्षेत्र में पहुॅच गया और इस क्षेत्र में कई किसानों के फसलों को खाकर एवं रौंदकर नुकसान पहुंचा। क्षेत्र में हाथियों का बडी संख्या में दल पहुॅचने की खबर के बाद स्थानीय लोगो में हाथियों केा लेकर दहशत में आए चुके हैै। वही, वन अमले के द्वारा प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों केा हाथियों से दूर रहने की तथा क्षेत्र के जंगल में न जाने की समझाईस दी जा रही है ताकि ग्रामीण हाथियों से सुरक्षित रहे। हाथियों के दल पर निगरानी कर रहे वन अमले ने संभावना जताई है कि इस क्षेत्र से हाथियों का दल वापस कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र में जा सकते है इसके अलावा कोरिया वन मण्डल के मुगुम, धनरास, कांसबहरा, धनपुर क्षेत्र में पहुॅच कर विचरण करने की संभावना है।
किसानों को फसलों की ज्यादा चिंता
कोरिया वन मण्डल के कोटेया बीट में 42 सदस्यीय हाथियों के दल के पहुॅचने की खबर के बाद प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों केा सबसे ज्यादा चिंता अपनी फसलों को लेकर है। खेतों में धान की फसलों में बालियॉ निकल रही है और धीरे धीरे पकने की तैयारी में है। इस वर्ष बाद में अच्छी बारिश के बाद धान की फसल संभल गयी है ऐसे में हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों में अपने से ज्यादा चिंता अपने फसलों को लेकर है। क्योकि पक रही फसल को हाथियों के द्वारा रौंद दिया जाता है तो उन्हे सबसे ज्यादा नुकसान होगा।
आये दिन पहुंचता है इस क्षेत्र में हाथियों का दल
कोरिया वन मण्डल के खडगवॉ वन परिक्षेत्र में आये दिन हाथियेां का दल पहुॅचता रहता है प्रतिवर्ष हाथियों का दल इस क्षेत्र मे पहुॅचता रहता है जिससे कि फसलों के साथ लोगों के घरों को नुकसान पहुॅचता है। 42 सदस्यीय हाथियों का दल के आने के पूर्व एक दंतैल हाथी दल से बिछड कर खडगवॉ वन परिक्षेत्र में कई दिनों तक विचरण करता रहा और इस दौरान दंतैल हाथी के द्वारा कई किसानों के फसलों को नुकसान पहुॅचाया गया था इसके अलावा इस क्षेत्र में एक बुजुर्ग को घायल करने के साथ एक किसान के घर को नुकसान पहुॅचाया था। एकल हाथी के इस क्षेत्र से कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र में वापस चले जाने के एक दो दिन बाद फिर 42 सदस्यीय हाथियों का दल अब पहुॅच कर फसलों को नुकसान पहुॅचा रहा है।
संसदीय सचिव ने दिखाया भगवा झंडा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 7 अक्टूबर। दशहरे के दिन सभी हिन्दू संगठनों ने विशाल शोभा यात्रा निकाली, शोभा यात्रा निकलने के पूर्व जिले भर से आए नवयुवक प्रेमाबाग पहुंचें, जहां संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने शोभा यात्रा को भगवा झंडा दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर देवरहा बाबा सत्संग समिति के अध्यक्ष व भाजपा उपाध्यक्ष शैलेष शिवहरे, भाजपा उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी, वार्ड पार्षद अन्नपूर्णा प्रभाकर सिंह समेत काफी संख्या में युवा उपस्थित रहे।
दशहरे के दिन बैकुंठपुर में विशाल शोभायात्रा निकाली गई, इस शोभा यात्रा में कोरिया जिले के समस्त हिन्दू संगठनों ने बढ़चढक़र हिस्सा लिया, शोभायात्रा के लिए जिले भर से आए लोग प्रेमाबाग में एकत्रित हुए, जहां संसदीय सचिव व बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव ने शोभा यात्रा को भगवा झंडा दिखाकर रवाना किया, शोभायात्रा शहर के विभिन्न मार्गो से होकर गुजरी, शोभा यात्रा में जय श्रीराम के नारे लगाए जा रहे थे। अंत मेंं शोभा यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से प्रेमाबाग में आकर समाप्त हुई।
जानकारी न देने का लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 7 अक्टूबर। कोरिया जिलामुख्यालय बैकुंठपुर के रामानुज मिनी स्टेडियम में नगर पालिका परिषद द्वारा किये जा रहे राजीव युवा मितान के तहत आयोजित छत्तीसगढ़ ऑलंपिक 2022-2023 के कार्यकम का नपाध्यक्ष नवीता शैलेष शिवहरे ने बहिष्कार कर दिया। उन्हें नगर पालिका प्रबंधन ने इसकी जानकारी शुभारंभ के डेढ़ घंटे बाद दी।
इस संबंध में नपा अध्यक्ष नविता शैलेष शिवहरे ने बताया कि मुझे कार्यकम की कोई भी जानकारी नही थी मुझे दोपहर 3 बजकर 28 मिनट पर कार्यक्रम का आधिकारिक कागज प्राप्त हुआ और कार्यक्र दोपहर 2 बजे से प्रारंभ था। इसलिए मैंने कार्यक्रम का बहिष्कार किया साथ ही मैं उच्च अधिकारियों से ऐसे अधिकारी की शिकायत भी करुँगी जिसने जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ शाशन के खेल एव युवा कल्याण विभाग द्वारा 6 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक छत्तीसगढ़ आलंपिक जिसमे छत्तीसगढ़ पारंपरिक खेलो का आयोजन किया जा रहा है जिसे तहत 6 अक्टूबर को रामानुज मिनी स्टेडियम में 2 बजे से नगर पालिका परिषद द्वारा आयोजन किया जा रहा है, परन्तु इस आयोजन से नगर पालिका अध्यक्ष को किनारे रखा गया, और डेढ़ घंटे बाद उन्हें आयोजन में बुलाया भेजा। जब उन्हें आमंत्रण भेजा तब वो हैरान रह गई।
उन्होनें उक्त आमंत्रण को ठुकरा दिया और उसे लेने से इंकार कर दिया। उन्होने कहा कि कि जब कार्यकम शरू हो गया है तब इस आमंत्रण की क्या जरूरत है। गौरतलब है कि नगर पालिका प्रबंधन की कार्यप्रणाली से नगरीय क्षेत्र की योजनाओं को बुरा हाल तो हैै ही, जनप्रतिनिधियों की नाराजगी किसी छिपी नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 7 अक्टूबर। कोरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग कीे राज्य सरकार ने अधिकारीं को हटाते हुए बड़ी सर्जरी तो की है परन्तु बाबू राज पर अभी तक किसी पर गाज नहीं गिर पाई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा को हटाते हुए जिला अस्पताल में पदस्थ नेत्र विशेषज्ञ आरएस सेंगर को सीएमएचओ के पद पर पदस्थ किया है, उन्होनें आज शुक्रवार को पदभार ग्रहण किया। वहीं अपदस्थ सीएमएचओ रायपुर की दौड़ लगा के आ चुके है ताकि या तो आदेश रूक जाए या कहीं और उनको स्थान मिल सके।
कोरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग घोटाले के लिए बीते 3 वर्षो से चर्चा में है। कोरोना कॉल में सुरजपुर से ऑक्सिजन लाने के भाड़े का मामला हो या कोरोना कॉल में मरीजों को उनके घर तक छोडने का मामला हो, इनके भुगतान में बडा घोटाले को लेकर काफी चर्चा रही, वहीं वाहन शाखा में डीजल से लेकर वाहनों की मरम्मत का मामला हो, वाहनों के टेेंडर से लेकर वाहनों के किराए को लेकर कई बार उंगली उठती रही, ऐसा ही हाल मुख्यमंत्री हाट बाजार के तहत मिले डीजल की राशि विकासखंड स्तर तक पहुंचनें का मामला, इसके अलावा भंडार शाखा में दवा खरीदी के साथ उन्हें विकासखंड स्तर पर वितरण को लेकर कई सवाल खडेे हो चुके है। अनियमितताओं की जानकारी पूर्व सीएमएचओ का पूरी थी परन्तु उन्होने कभी इस पर नियंत्रण के प्रयास नहीं किए, ऐसा ही हाल अन्य योजनाओं को है, बमुश्किल सप्ताह में एक दो दिन ही वो दफ्तर में बैठ पाते और उनके कार्येकाल में कोरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग में बाबू राज हावी रहा। वे ज्यादातर समय अस्पतालों के ऑपरेशन थियेटर जांच में लगे रहा करते थे। वहीं घोटालों को छुपाने आरटीआई के तहत कोई भी जानकारी नहीं दी गई। स्वास्थ्य ििश्वरों के आयोजन में भी बड़ी गड़बड़ी सामने आई। सीएमएचओं डॉ रामेश्वर शर्मा केे हटने के बाद नए सीएमएचओं पर इन बाबूओं को नियंत्रित करने की चुनौति देखी जा रही है।
नवपदस्थ सीएमएचओ डॉ आरएस सेंगर वैसे तो कई वर्षो से जिला अस्पताल बैकुंठपुर में नेत्र विभाग के प्रमुख है, परन्तु अब उनकी भूमिका बदल गई है, उन्हें कोरिया जिले के स्वास्थ्स विभाग की धूमिल हो चुकी छवि का चमकाने की जिम्मेदारी मिली है।
कार्यालय समय दिन में शराबखोरी के लिए मशहूर स्वास्थ्य विभाग के बाबूओं पर नियंत्रण करना होगा, वहीं ऐसे चिन्हाकित बाबूओं के टेबल में परिवर्तन करना होगा जो पूर्व सीएमएचओ के समय मलाईदार टेबल पर तैनात रहे। वहीं उन्हें अनियमितताओं को रोकने कारगर कदम उठाने होगें।
वन अमला रख रहा है नजर, दहशत भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया, 7 अक्टूबर। कोरिया वनमण्डल के वन परिक्षेत्र खडगवां के सीमावर्ती क्षेत्र में अब 42 हाथियों का दल बीती रात्रि में खडगवॉ वन परिक्षेत्र में पहुॅच गया था लेकिन बाद में कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र में चला गया है लेकिन सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण जिले की सीमा में प्रवेश करने की संभावना बनी हुई है। हाथियों के दल पर वन अमले की बराबर नजर बनी हुई है। दल के द्वारा क्षेत्र में किसी प्रकार के नुकसान की कोई खबर नही है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 6 अक्टूबर की रात्रि में कोरिया वन मण्डल के खडगवॉ वन परिक्षेत्र के कोटेया बीट के कांसाबहरा में हाथियों का करीब 42 सदस्यीय दल पहुॅचा था इसके बाद इस क्षेत्र से विचरण करते हुए हाथियों का दल कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र के छिंदिया बीट क्षेत्र में 7 अक्टूबर को सुबह के समय वन अमले ने हाथियो के दल केा विश्राम करते देखा। इस क्षेत्र से हाथियों के दल को कटघोरा वन मण्डल या कोरिया वन मण्डल के मुुगुम, खैरबहरा, धनरास, कांसबहरा, धनपुर की ओर आने की संभावना है फिलहाल, 7 अक्टूबर को सुबह के समय हाथियों का दल कटघोरा वन मण्डल के छिंदिया बीट क्षेत्र में विश्राम करते रहे जो कि कोरिया वन मण्डल की सीमा से लगभग पॉच सौ मीटर की सीमा पर स्थित है। वन अमले द्वारा रात्रि में हाथियों के दल के आने की खबर के बाद पोडी व खडगवां के वन कर्मचारियों के द्वारा हाथी की सतत निगरानी की गयी वही आस पास के ग्रामीणों को हाथी के नजदीक नही आने एवं जंगल नहीं जाने की समझाईस दी गयी है।
कुछ दिन पहले लौटा दंतैल
इसके पूर्व कोरिया वन मण्डल के वन परिेक्षेत्र खडगवां में एक दंतैल अपने दल से बिछड कर क्षेत्र में कई दिनों तक विचरण करते रहा और कई किसानों के फसलों को नुकसान पहुॅचाने के साथ एक ग्रामीण के घर को तोड कर नुकसान पहुंचाया वही एक बुजुर्ग को भी घायल कर दिया था। कई दिनों तक वन परिक्षेत्र खडगवां क्षेत्र में विचरण करने के बाद अभी कुछ ही दिनों पूर्व दंतैल हाथी कोरिया वन मण्डल के वन परिक्षेत्र खडगवां क्षेत्र से खडगवॉ वन परिक्ष़ेत्र की ओर लौटा जिसके बाद वन अमले के साथ ही प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी लेकिन अब सीमावर्ती क्षेत्र में पुन: बडी संख्या में हाथियों के दल के मौजूदगी के बाद फिर से सरहदी क्षेत्र के ग्रामीणों में हाथियों को लेकर भय का माहौल बन गया।
बैकुंठपुर (कोरिया), 6 अक्टूबर। कोरिया जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष फलेंद्र सिंह का बीते 5 अक्टूबर की रात्रि में निधन हो गया। फलेंद्र सिंह कीे 5 अक्टूबर की दोपहर तबियत खराब हुई, जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें बिलासपुर अपोलो भेजा गया, बिलासपुर अपोलो ले जाते समय रास्ते में उनका निधन हो गया। इसकी सूचना सबसे पहले पटना में आयोजित हो रहे रावण दहन कार्यक्रम में आई, जिसके बाद मंच पर उपस्थित पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं भाजपा उपाध्यक्ष देवेंद्र तिवारी पटना में रावण दहन कार्यक्रम को बीच में ही छोडक़र अपने समर्थकों के साथ ग्राम कुडेली पहुंचे जहा स्व.फलेंद्र सिंह के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। दूसरे दिन 6 अक्टूबर को उनके गृह ग्राम सरभोंका में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि स्व. फलेंद्र सिंह वर्ष 2005 मे जिला पंचायत कोरिया के अध्यक्ष चुने गये थ।
इसके पूर्व राजनीति में सक्रिय रहे बताया जाता है कि 23 वर्ष की अल्प आयु में ही वे राजनीति में पदार्पण किये थे इस दौरान भाजपा संगठन में भी कई जिम्मेदारियों को निभाया। स्व. सिंह का अंतिम संस्कार गुरूवार को उनके गृह ग्राम में संपन्न किया गया अंतिम यात्रा में बडी संख्या में लोग शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 अक्टूबर। विजयादशमीं पर्व इस साल धूमधाम के साथ मनाया गया। आयोजन में चार चाँद लगाया ख्यातिलब्ध आतिशबाजों ने जिनके द्वारा एक से बढक़र एक आतिशबाजी के प्रदर्शन ने हंसिया नदी के तट पर स्थित मिनी स्टेडियम में उपस्थित जनसैलाब का मन मोह लिया।
रावण दहन समिति मनेन्द्रगढ़ के तत्वावधान में 5 अक्टूबर बुधवार को हाई स्कूल स्थित मिनी स्टेडियम में में आयोजित विशाल रावण दहन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एमसीबी जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश तिवारी, विशिष्ट अतिथि एसडीएम मनेंद्रगढ़ नयनतारा सिंह तोमर, एसडीओपी राकेश कुर्रे, तहसीलदार श्रीकांत पांडेय, मनोज कक्कड़ एवं जहीर खान रहे। अतिथियों ने नगरवासियों को विजयादशमीं पर्व की शुभकामनायें दीं एवं सत्य व धर्म के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
रात्रि लगभग साढ़े दस बजे जैसे ही श्री राम व लखन लाल का रूप धारण किए बालकों ने मेघनाथ व रावण के पुतले को अग्नि बांण से मारा समूचा प्रांगण जय श्री राम के नारों से गूंज उठा।
आयोजन को सफल बनाने में आयोजन समिति के विकास श्रीवास्तव, संदीप पुरी, पंकजकांत दुबे, आशीष राय सहित अन्य सदस्यों, नपा व पुलिस प्रशासन का सहयोग सराहनीय रहा।