राजनांदगांव
बंद स्कूलों की हालत से प्रशासन को दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जुलाई। कोरोनाकाल में करीब पौने दो साल से बंद पड़े निजी विद्यालयों की हालत को लेकर विद्यालय संघ ने शुक्रवार को राज्यपाल के नाम कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में निजी विद्यालय संघ ने समूचे जिले के अलावा प्रदेश की निजी स्कूलों की मौजूदा स्थिति को लेकर प्रशासन को अवगत कराया। संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चंदेल और सचिव कृष्ण कुमार सोनी ने ज्ञापन के जरिये कुछ मांगों पर तत्काल विचार करने का प्रशासन से आग्रह किया है। जिसमें शिक्षा का अधिकार (आरटीई) की राशि को फौरन जारी करने के अलावा अन्य आर्थिक स्थिति पर प्रशासन को जानकारी दी। आरटीई की राशि करीब 3 साल से स्कूलों को नहीं दी गई है। जबकि सरकार लगातार निजी स्कूलों के जरिये गरीब बच्चों को तालीम दे रही है। वहीं लोक शिक्षण संचालक द्वारा बिना किसी दस्तावेज के विद्यार्थियों को टीसी और अंकसूची प्रवेश हेतु जारी करने का निर्देश दिया गया है, इस पर भी रोक लगाने की मांग संघ ने की है।
संघ का कहना है कि 2 अगस्त से स्कूल खोलने के निर्देश शासन से मिले हैं, लेकिन कई ऐसे स्कूल हैं, जिनका नवीनीकरण नहीं किया गया है। संघ ने मांग करते कहा कि शिक्षा से वंचित परिवार के बच्चों को निजी स्कूलों में नि:शुल्क अध्यापन कराया जा रहा है, परन्तु कुछ पालक अपने बच्चों को प्राथमिक शिक्षा पूर्ण होने से पहले ही स्कूल से निकालकर शासकीय स्कूलों में बिना दस्तावेज के प्रवेश करा रहे हैं, यह भी अनुचित है। संघ ने विद्यालयों के बसों का टैक्स और कोरोनाकाल से पूर्व लिए गए ऋण की किस्त जमा नहीं करने के संबंध में भी सहायता की मांग की है।