बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 21 जुलाई। एनजीटी की रोक के बावजूद बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में विभिन्न स्थानों पर चल रहे रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला पंचायत के सभापति राजेश यादव ने आंदोलन की चेतावनी दी है। श्री यादव ने कहा कि यदि 3 दिन के अंदर पूरे जिले में रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन बंद नहीं होता है तो हम सब आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
गौरतलब है कि एनजीटी के रोक के बावजूद वाड्रफनगर क्षेत्र राजपुर क्षेत्र एवं रामानुजगंज व सनावल क्षेत्र की नदियों में लगातार रेत उत्खनन एवं परिवहन जारी है, जिसे लेकर जिला पंचायत के सभापति राजेश यादव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
श्री यादव ने कहा कि रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन से जहां पर्यावरण को नुकसान पहुंच ही रहा है, वहीं जिले की करोड़ रुपए लागत से बनी सडक़ों की भी दुर्गति हो रही है। स्थिति यह है कि अवैध रेत के परिवहन के कारण लुर्गी रामचंद्रपुर सनावल मार्ग लगातार जर्जर होते जा रहा है, जो कि 48 करोड़ रुपए लागत से लोक निर्माण विभाग के द्वारा एलडब्लूई योजना अंतर्गत बनवाया गया था यही नहीं पूरे जिले में लोक निर्माण विभाग की अन्य सडक़ों व प्रधानमंत्री सडक़ व मुख्यमंत्री सडक़ की भी स्थिति दयनीय हो रही है।
श्री यादव ने कहा कि फुलवार कन्हर नदी जहां का लीज ही नहीं है यहां से भी रेत उत्खनन हो रहा है।वही पांगन नदी में भी विभिन्न स्थानों पर रेत उत्खनन चरम पर है। जिसे रोकने के लिए अभी तक प्रशासन के द्वारा ठोस कार्यवाही नहीं की गई है अभी तक की कार्यवाही सिर्फ खानापूर्ति है यदि 3 दिनों के अंदर अवैध रेत उत्खनन पूर्णता बंद नहीं होता है तो हम आंदोलन के लिए बाद होंगे।
जिला पंचायत के सभापति राजेश यादव ने आरोप लगाते कहा कि एक ओर जिले की खनिज संपदा में लूट हो रही है दूसरी ओर खनिज विभाग कुंभकरण की नींद में सोया है। खनिज विभाग के मिलीभगत से ही सब हो रहा है। श्री यादव ने खनिज विभाग के विरुद्ध भी मोर्चा खोले जाने की बात कही।
जिला पंचायत के सभापति राजेश यादव ने कहा कि एक ओर जहां करोड़ों रुपए की लागत से बनी सडक़ों की स्थिति दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है, वहीं पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। पांगन नदी से रेत उत्खनन के लिए हजारों पेड़ों की बलि ले ली गई, वहीं फुलवार में भी बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई हुई है।
यही नहीं वाड्रफनगर क्षेत्र में भी हजारों पेड़ों की बलि सिर्फ अवैध रेत उत्खनन के लिए ली गई है, हम सभी पर्यावरण के साथ इस प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे।
जिला पंचायत के सभापति ने कहा कि हम सभी अपने क्षेत्र में अमन चैन के साथ रहते हैं, परंतु रेत के अवैध कारोबार को करने के लिए उत्तरप्रदेश से बड़ी संख्या में अपराधिक किस्म के लोग जिले में घुस आए हैं जो कभी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। वहीं आए दिन क्षेत्र की शांति के लिए खतरा उत्पन्न हो रहे हैं।