बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 17 जुलाई। जनपद पंचायत कोटा के ग्राम पंचायत चांगोरी के उपसरपंच, पंच सहित ग्रामीणों ने सरपंच पति व सचिव के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जांच कर कार्यवाही करने के लिए कोटा एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौपा है।
11 बिंदुओं में दिए गए ज्ञापन में उल्लेख है-4वे वित्त आयोग की राशि में भारी अनियमितता, लागत से अधिक कि बिल बनाकर शासकीय राशि का दुरुपयोग कर पंचायत को आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है। सचिव के द्वारा नियत तिथि में मासिक बैठक ना लेना, आय व्यय की जानकारी पूछने पर गलत जानकारी देना, मूलभूत योजना तथा तालाब लीज की राशि का दुरुपयोग किया गया, विधायक मद से स्वीकृत मंच का राशि आहरण करने के बाद भी काम नहीं किया गया, पिछले वर्ष प्रवासी मजदूरों के व्यवस्था के लिए किए गए खर्च की राशि में अनियमितता कर सरपंच पति के द्वारा खुद के नाम से किराना बिल लगाकर राशि आहरण किया गया, सरपंच पति के द्वारा पंचायत में सभी निर्माण कार्य की देखरेख किया जाता है। तथा मासिक बैठक में अनुपस्थित रहता है सरपंच से हिसाब पूछने पर अनभिज्ञता जाहिर करती है इस कार्य में भी सचिव के द्वारा उन्हें भरपूर सहयोग किया जाता है, वार्डो में मूलभूत समस्याओं की है , जिस पर सचिव के द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता तथा वार्ड प्रतिनिधि के द्वारा कार्य कराए जाने पर उनके भुगतान में ना होना , पंचायत सचिव गोविंद मेश्राम का मोबाइल हमेशा बंद और नियमित रूप से पंचायत मे नहीं आना जिस हेतु समस्त ग्रामवासी परेशान रहते हैं, सचिव के द्वारा राशि का खर्च करने में तथा निकासी में पंचों का राय नहीं लिया जाता है, तथा सरपंच के साथ मिलकर मनमानी करता है। आदेश क्रमांक 362/ 14/9/2016 के तहत स्वीकृत कार्य नाली निर्माण कार्य 100 मीटर में फर्जी बिल लगाकर राशि आहरण कर लिया गया तथा मटेरियल सप्लायर का भुगतान अभी तक बकाया है। जैसी लिखित शिकायत एसडीएम कोटा से की गई है।