बस्तर

पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाएं मोदी सरकार -शिवसेना
20-Jun-2021 9:04 PM
 पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे  में लाएं मोदी सरकार -शिवसेना

   महंगाई के विरोध में शिवसैनिकों का सांकेतिक प्रदर्शन    

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 20 जून ।
शिवसेना के प्रदेश प्रमुख धन्नजय सिंह परिहार के निर्देशानुसार बस्तर शिवसेना इकाई के जिलाध्यक्ष अरुण पाण्डेय के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने लगातार बढ़ते पेट्रोलियम पदार्थों के क़ीमत को लेकर केंद्र सरकार की ग़लत पेट्रोलियम नीतियों पर विरोध दजऱ् कराते हुए द्वितीय चरण का विरोध प्रदर्शन किया। शिवसैनिकों द्वारा यह सांकेतिक प्रदर्शन बस्तर विश्वविद्यालय की तरफ़ आने वाले मार्ग पर कालीपुर ग्रामीण क्षेत्र में किया गया।

शिवसेना के जिलाध्यक्ष अरूण पाण्डेय ने मीडिया को बताया कि शिवसेना के लोकसभा सांसद व भारतीय कामगार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद सावंत ने लोकसभा में पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाई जाए, ऐसा सुझाव भी मंत्रियों को दिया है। लोकसभा में उन्होंने स्पीकर के माध्यम से बताया कि ऐसा करने से केंद्र सरकार हिचकिचा रही है, जबकि पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे में लाने से पेट्रोलियम पदार्थों के बेस प्राइज़ में मात्र 18 प्रतिशत का कर ही लगेगा। इस तरह मात्र 40- 45 रुपए में 1 लीटर पेट्रोल / डीज़ल आम जनता को मिल सकती है, लगभग 400 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर गृहणियों को मिल सकती है। 

जगदलपुर विधानसभा से विधायक प्रत्याशी कारिया दिवान ने कहा कि मोदी सरकार में महंगाई बढ़ी है और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विनती की कि जिन राज्यों में गैर भाजपा सरकार हैं, उनसे भेदभाव न करें व समान व्यवहार करें क्योंकि वे भाजपा के नहीं देश के प्रधानमंत्री हैं।

कोविड संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन से पूर्व भी शिवसेना की बस्तर इकाई ने पूर्व महंगाई के विरुद्ध भारी विरोध दजऱ् कराया था। विरोध प्रदर्शन में पूर्व विधायक प्रत्याशी कारिया दिवान, उपाध्यक्ष चंचलमल व मो. अशरफ़ खान, सलीम खान, लक्षण, अजय कुमार, योगेश वर्मा, सुजीत शर्मा, रमेश सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

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