जान्जगीर-चाम्पा

प्रदेश के बुनकरों को कोरोना काल में भी रोजगार उपलब्ध- देवांगन
20-Jun-2021 6:52 PM
 प्रदेश के बुनकरों को कोरोना काल में भी रोजगार उपलब्ध- देवांगन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

चांपा, 20 जून। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से छ.ग. राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर के अध्यक्ष मोतीलाल देवांगन ने भेंट कर हाथकरघा संघ के रोजगार, बुनकर मजदूरी भुगतान तथा गणवेश सिलाई कार्य के संबंध में विस्तार से चर्चा कर जानकारी ली। चर्चा के दौरान अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए आभार व्यक्त किया और कहा कि पिछले लगभग डेढ़ वर्षो से पूरा विश्व कोरोना संक्रमण की महामारी से जूझ रहा है। ऐसे संकट काल में भी आपके द्वारा प्रदेश के बुनकरों को नियमित रोजगार देकर जो आर्थिक संबल प्रदान किया गया है उसके लिए प्रदेशभर के बुनकर आपके आभारी रहेंगे।
आगामी कुछ माह में शासन को वस्त्र आपूर्ति के तहत उत्पादन कार्यपूर्ण कर लिया जायेगा और इसके लिए बुनकरों को निरंतर रोजगार से जोडऩे के लिए प्रतिवर्ष स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जो आदेश दिया जाता है उसे दिलाने का निवेदन किया। इस पर मुख्यमंत्री ने शीघ्र कार्य दिलाये जाने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही देवांगन ने जानकारी दी कि शासन के वस्त्र आदेश के तहत लगभग 60 हजार बुनकरों को नियमित रोजगार से जोड़ा गया एवं लगभग 500 महिला स्व सहायता समूह की 6 हजार महिलाओं को गणवेश सिलाई कार्य के द्वारा रोजगार प्रदान किया गया है। कोविड कार्यकाल में अनेकों बार लॉकडाउन की स्थिति के कारण संचालक मंडल की बैठक स्थगित करनी पड़ी थी किंतु संचालक मंडल की बैठक में बुनकर हित में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। बैठक में विवरण संबंधितों के हस्ताक्षर सहित की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री को प्रेषित की गई है। इन निर्णयों में सबसे महत्वपूर्ण बात यह  है कि देश में निरंतर बढ़ती मंहगाई को देखते हुए बुनकरों की मजदूरी में 20 प्रतिशत वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।
एक चर्चा में हाथकरघा संघ के प्रदेश अध्यक्ष देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा छ.ग. में किसानों, महिलाओं, युवाओं और गरीब जनता तथा बुनकरों के हित में कार्य करते हुए उन्हें नियमित रोजगार प्रदान किया जार हा है। इसके चलते विरोधी तत्व तरह-तरह का दुष्प्रचार कर रहे है। उन्होंने प्रदेश के बुनकरों को इस बहकावें में नहीं जाने की सलाह देते हुए कहा कि 15 वर्षो के भाजपा शासनकाल के दौरान बुनकरों को कभी भी नियमित रोजगार नहीं मिलाऔर न ही बुनकरों की मजदूरी एवं सिलाई में वृद्धि की गई जबकि मेरे अल्प कार्यकाल में स्व सहायतासमूह की सिलाई में 20 प्रतिशत की वृद्धि एवं बुनकर मजदूरी में 2 वर्ष बाद पुन: 20 प्रतिशत वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।

छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण पश्चात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिला बाल विकास विभाग छ.ग. शासन द्वारा पहली बार 4 लाख साडिय़ों का हाथकरघा संघ को क्रय आदेश प्राप्त हुआ जिससे लगभग 5000 अतिरिक्त बुनकरों को रोजगार से जोड़ा गया। इसी तरह कोसा क्षेत्र के बुनकरों को कोसा रेशम कपड़े का 800 करघों के माध्यम से 4000 लोगों को रोजगार से जोड़ा गया। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों प्रदेश के विभिन्न जिलों से महिला स्व सहायता समूह द्वारा मुख्यमंत्री तथा ग्रामोद्योग मंत्री को यह शिकायत की गई थी कि उन्हें काम दिलाये जाने के एवज में राशि की मांग की जारही है। देवांगन ने उक्त शिकायत के संबंध में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ऐसा आरोप सरासर झूठ है और हाथकरघा संघ को बदनाम करने की साजिश है। दर असल प्रदेश में बुनकरों को मुख्यमंत्री की कृपासे नियमित रोजगार एवंम हिलाओं को सिलाई के माध्यम से रोजगार मिलने से इस बात को विरोधी तत्व हजम नहीं कर पार हे है और असत्य तथा अनर्गल आरोप लगाने में जुटे है।

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