सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुर, 20 जून। सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर शहर से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिला सूरजपुर के ग्राम महावीरपुर की स्थिति बरसात के दिनों में बद से बदतर होती जा रही है। जहांं एक ओर ग्राम का मुख्य सडक़ और बिजली की हालत बहुत ही ज्यादा खराब है, वहीं दूसरी तरफ आजादी के 74 वर्षों के बाद भी ग्राम महावीरपुर के कई परिवार ढोढ़ी के पानी पीने पर मजबूर हैं, जिससे कई प्रकार के बीमारियों का खतरा बना हुआ है।
कई बार इस विषय पर ग्राम पंचायत के पंच व राजीव गांधी पंचायती राज संगठन लटोरी के ब्लॉक अध्यक्ष विनय गुप्ता ने जनपद कार्यालय सूरजपुर और पीएचई कार्यालय को मौखिक और लिखित रूप के साथ-साथ व्हाट्सएप के माध्यम से भी अवगत कराया गया है, परंतु शासन की इस अनदेखी से गांव के लोगों में बहुत आक्रोश है और आने वाले दिनों में ग्रामवासी आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत के पंच व राजीव गांधी पंचायती राज संगठन लटोरी के ब्लॉक अध्यक्ष विनय गुप्ता ने बताया कि शासन द्वारा जारी राशि का 50 प्रतिशत जल जीवन योजना के तहत स्वच्छ जल और स्वच्छता पर खर्च करना है, बावजूद इसके ग्राम में ना तो साफ सफाई हो रही है ना ही स्थानीय लोगों को स्वच्छ पानी ही उपलब्ध हो पा रहा है, जनपद के वरिष्ठ अधिकारी गांव आते भी हैं तो विकास कार्यों और जन सुविधाओं को नजरअंदाज करते हैं। कलेक्टर विवेक ढांड के बाद 30-35 वर्षों में शायद ही कोई कलेक्टर यहां आए हो और यहां विकास की योजना बनी हो।
उन्होंने बताया कि शायद समाचार पत्रों के माध्यम से ही ग्राम पंचायत महावीरपुर के वासियों को अच्छी सडक़ बिजली और पीने का शुद्ध पानी का समुचित व्यवस्था हो सके।। समस्याओं पर चर्चा के लिए मुख्य रूप से राधे कृष्ण गुप्ता, दशरथ यादव, किसूनराम, परमेश्वर, छतर सिंह, कमलकांत सेन, सौरभ गर्ग आदि उपस्थित थे।