नारायणपुर
नारायणपुर, 19 जून। दूरस्थ और नक्सल प्रभावित सीमावर्ती जिला नारायणपुर की आदिवासी महिलाओं को क्या मालूम था कि एक दिन शासन की योजना से जुडऩे के बाद वे आत्मनिर्भर की राह में चल पड़ेंगी और प्रदेश के मुख्यमंत्री से उनका सीधा संवाद ही स्थापित नहीं होगा, बल्कि मुख्यमंत्री भी उनके कार्यों की तारीफ करेंगे। नारायणपुर जिले में रहने वाली गीता नाग ने आज मुख्यमंत्री से खूब तारीफ और प्रशंसा बटोरी।
नारायणपुर जिले से अपनी सफलता का राज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में बैठे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताते हुए जब एक आदिवासी महिला ने कहा कि कोदो-कुटकी प्रोसेसिंग कर उसे बेचते हैं। मुख्यमंत्री ने उनकी उपलब्धि पर बधाई, शुभकामनाएं जैसे शब्दों से प्रोत्साहित कर कहा कि शासन की योजनाओं से जो लाभ मिल रहे है, उसे अन्य को भी बताए। आप लोगों को बहुत-बहुत बधाई....।
ज्ञात हो कि जिला नारायणपुर के पालकी ग्राम की मां दंतेश्वरी स्व सहायता समूह द्वारा कोदो, कुटकी और रागी की प्रोसेसिंग कर स्थानीय बाजार एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विक्रय केंद्र में विक्रय किया जा रहा है। कोदो, कुटकी, रागी जो डायबिटीज, मोटापा, हाइपरटेंशन, एवं कोलेस्ट्राल जैसे बीमारी को नियंत्रण करने के सहायता करता है। कृषि विज्ञान केंद्र नारायणपुर द्वारा कोदो, कुटकी, रागी की प्रसंस्करण इकाई स्थापित कर मां दंतेश्वरी स्व सहायता समूह को हस्तांतरित किया एवं तकनीकी प्रशिक्षण के साथ विक्रय हेतु निरंतर मार्गदर्शन देते रहे है। अभी तक कुल रु. 2 लाख 52 हजार 200 आय प्राप्त किया गया है। इसी को आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 2021-22 में और अधिक क्षेत्रों में इसकी खेती करने का निर्णय लिया गया है।