कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 17 जून। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे हो चुके हंै। चुनाव पूर्व कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जनता से बहुत से वादे किये थे, परंतु शासन में आते ही वह इन वादों को भूल गई। इन्हीं वादों को याद दिलाने विधायक मोहन मरकाम के निवास के समक्ष 17 जून को प्रदर्शन करते भाजपाइयों ने पुलिस से हल्की झूमा झटकी के बीच निज सहायक को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज की पूरी खरीदी, वनाधिकार प्रमाणपत्र प्रदान करने, पांचवी अनुसूची क्षेत्र में पेसा कानून लागू करने, चंद्रशेखर ठाकुर को न्याय दिलाने, आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचार, प्रताडऩा, दुष्कर्म, झूठे मामले सहित सिलगेर की दुर्भाग्यजनक घटना पर कांग्रेस विधायकों की चुप्पी, जनजाति वर्ग के सरकारी कर्मचारियों की पदोन्नति पर लगी रोक सहित पदोन्नति मे आरक्षण संबंधी नीतियों पर स्पष्टीकरण व फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारकों की जांच संबंधी कई मसले उठाए गए व समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग रखी। अपने घोषणापत्र में जनता से किए गए वादों को पूरा कराने हेतु विधायक को नींद से जगाने के लिए भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओ द्वारा कोविड नियमों का पालन करते हुये गुरुवार को विधायक निवास के सामने प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिलाध्यक्ष संजू पोयाम, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा, प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज जैन, गोपाल दीक्षित, जितेंद्र सुराना, नगर पालिका अध्यक्ष हेमकुवर पटेल, उपाध्यक्ष जसकेतू उसेंडी, लक्ष्मी ध्रुव, सोनामनी पोयाम, बबिता मरकाम, वर्षा यादव, मीनू कोर्राम, दयाराम पटेल, जैनेंद्र सिंह ठाकुर, छोटू सलाम, रौनक दीवान, अंकुश संचेती, शनिल भंसाली, संजू ग्वाल, कुलवंत सिंह, महेंद्र पारख, विश्वजीत चक्रवर्ती, विनयराज, हर्ष लाहोटी सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।