कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 16 जून। वनपरिक्षेत्र केशकाल में अग्नि सुरक्षा प्रहरी का काम करने वाले 26 मजदूरों को अभी तक मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया है। वे अपनी मजदूरी के लिए वन अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।
बताया जाता है कि वर्ष 2018 में अग्निसुरक्षा का कार्य करने 26 मजदूरों को दैनिक मजदूरी में रखा गया था। एक अप्रैल 2018 से 30 अप्रैल 2018 तक 26 मजदूरों ने काम किया था, जिनका मजदूरी 8100 होता रहा। मजदूरी भुगतान करने बकायदा प्रमाणक बना लिया गया था और मजदूरों का बैंक खाता दर्शाते वनपरिक्षेत्र अधिकारी द्वारा उपवनमंडलाधिकारी के समक्ष पेश भी किया जा चुका था, फिर भी उनकी मजदूरी उनके खाते में ट्रांसफर नहीं किया गया।
इस संदर्भ में वर्तमान प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी नरेश नाग से जानकारी ली गई, तो उनका कहना है कि एलाटमेंट न आने से मजदूरी भुगतान नहीं हो पाया है। इस बारे में अच्छी जानकारी रखने वाले सेवानिवृत्त वन परिक्षेत्र अधिकारी का कहना था कि विभाग से एलाटमेंट न आने से समिति खाते से वन सुरक्षा कार्य करने वाले मजदूरों का मजदूरी भुगतान किया जा सकता था। तत्कालीन विभागीय अधिकारियों ने मजदूरों की मजदूरी भुगतान के लिए ऐसा क्यों नहीं किया, यह तो वो ही जान सकते हैं।
केशकाल के सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णदत्त उपाध्याय ने वनमंडलाधिकारी से लेकर मुख्य वन संरक्षक तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक को भी मजदूरों को मजदूरी न मिलने की समस्या से अवगत कराते हुए, मजदूरी भुगतान कराने का निवेदन किया है। जिस पर वनमंडलाधिकारी बी.एस.ठाकुर ने यथाशीघ्र मजदूरों को मजदूरी दिलाने का आश्वासन दिया है।