बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 29 मई। राज्य लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधक संघ के उपप्रांताध्यक्ष सुरेश सोनी ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित चार मंत्री एवं विधायकों व अन्य अधिकारियों सहित सोलह लोगों को पत्र लिखकर तेंदूपत्ता खरीदी के लिए बनाए गए नियमों को शिथिल करने की मांग की है।
तेंदूपत्ता संग्रहकों द्वारा प्रति वर्ष गर्मियों के मौसम में तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जाता है, जिसमें संघ के नियमानुसार प्रति संग्रहकों को 500-500 गड्डी संग्रहण करने पर उन्हें योजनाओं का लाभ लेने की पात्रता होती है, परंतु इस वर्ष जैसे ही तेंदू पत्ता खरीदी प्रारम्भ हुई वैसे ही चक्रवाती तूफानों की वजह से खरीदी रोकनी पड़ी। इस वर्ष कोरोना वैश्विक महामारी व विपरित मौसम के वजह से तेंदूपत्ता संग्राहकों द्वारा 500 500 गड्डी लगभग 75 प्रतिशत संग्राहकों द्वारा संग्रहण नहीं किया जा सका है। पिछले वर्ष तेंदू पत्ता फसल न के बराबर था,जबकि इस वर्ष कोरोना वैश्विक महामारी के साथ विपरित मौसम के वजह से अधिकांश समितियों में एक या दो दिन ही तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य किया गया है, जिससे संग्राहकों को आर्थिक नुकसान तो हुआ ही है,साथ ही संघ के द्वारा तेन्दू पत्ता के तहत् संचलित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं।
संघ द्वारा तेन्दू पत्ता संग्राहकों को बीमा लाभ, उनके बच्चों को विभिन्न प्रकार के छात्रवृति लाभ इत्यादि दिया जाता है, जिसमें कम से कम संग्राहकों को 500-500 गड्डी तेन्दूपत्ता संग्रहण करना अनिवार्य होता है।जिसे लेकर लघु वनोपज प्रबंधक संघ के उप प्रांताध्यक्ष ने नियमों को शिथिल करने की मांग की है
सुरेश सोनी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री राज्यपाल सहित मंत्री टी एस सिंहदेव, अमरजीत भगत, मो.अकबर, डॉ.प्रेमसाय एवं विधायक डॉ प्रीतम राम, बृहस्पत सिंह, पारस राजवाड़े, खेलसाय सिंह सहित तेंदूपत्ता प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़, कमिश्नर, बलरामपुर कलेक्टर, मुख्य महाप्रबंधक सरगुजा वृत्त एवं प्रबंध संचालक बलरामपुर को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि सरगुजा संभाग में तेन्दू पत्ता संग्राहकों के संभावित नुकसान को मद्देनजर रखते हुए संग्राहकों द्वारा 500-500 गड्डी हर सीजन में संग्रहित करने के नियम शिथिल हो ताकि संग्राहकों को भविष्य में संघ द्वारा लागु विभिन्न योजनाओं का लाभ संग्रहक एवं संग्रहक के परिवार को मिलता रहे।