महासमुन्द
महासमुंद, 8 मई। विधायक प्रतिनिधि दाउलाल चंद्राकर ने गुरूवार को जिला जेल से पांच बंदियों के फरार होने के मामले में जेल प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि इस गंभीर मामले मेें जेलर पर निलंबन की कार्रवाई के साथ ही उन पर जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
श्री चंद्राकर ने कहा कि गुरूवार को हुई जेल ब्रेक की घटना से जेल में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है। दिनदहाड़े पांच बंदियों के फरार होने से जेल प्रशासन की चौकसी पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में जेल में कई खामियां उजागर हुई है, जिसका फायदा उठाकर बंदी दीवार फांदकर भाग खड़े हुए। इस मामले में सिर्फ जेल प्रहरियों को निलंबित किया गया है जबकि सबसे पहले जेलर को निलंबित किया जाना चाहिए। जेलर के रहते निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सोलर करंट सिस्टम और सायरन लंबे समय से बंद होने के बाद इस दिशा में ध्यान नहीं दिया गया। निष्पक्ष जांच होने पर कई खुलासे होंगे। इसके लिए जेलर को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए।