बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 8 मई। बलौदाबाजार वन मण्डल के उप वनमण्डल कसडोल के वन परिक्षेत्रों में तेंदूपत्ता संग्रहण का काम शुरू हो गया है, जिससे वनवासी मजदूरों को घर बैठे काम मिल गया है, किंतु इसी के साथ मौसम के बदले मिजाज से संकलन में ब्यवधान की आशंका जताई जा रही है।
बलौदाबाजार वनमण्डल के उपवन मण्डल कसडोल से सम्बद्ध 4 परिक्षेत्रों सोनाखान, अर्जुनी, देवपुर, बिलाईगढ़ में कुल 14 वन प्रबन्धन समितियों में खरीदी शुरू होने की खबर है। परिक्षेत्र अधिकारी गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि एकमात्र नवागांव समिति में भी जल्द शुरू हो जाएगा।
इसी तरह परिक्षेत्र अधिकारी अर्जुनी टी आर वर्मा देवपुर पंचराम यदु ने बताया है कि सभी समितियों में खरीदी कार्य प्रारंभ हो गया है ।कसडोल तहसील क्षेत्र में स्थित उपवन मण्डल बलौदाबाजार के वन परिक्षेत्र लवन के सभी 3 समितियों में भी खरीदी शुरू होने की जानकारी परिक्षेत्र अधिकारी एन के सिन्हा ने दी है ।
उप वन मण्डल अधिकारी कसडोल विनोद ठाकुर ने बताया है कि उनके अधीनस्थ 4 वन परिक्षेत्रों में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य ब्यापक रूप से प्रारम्भ हो गया है ।रेंजरों को सभी समितियों में खरीदी प्रारम्भ करने के निर्देश दे दिया गया है। इसी तरह उपवन मण्डल अधिकारी ए.के. व्यास ने बताया है कि लवन परिक्षेत्र के बलदाकछार सैहाभांठा तथा मोहदा समितियों में भी खरीदी शुरू हो गई है । इस तरह कसडोल तहसील क्षेत्र के बिलाईगढ़ को शामिल कुल 17 समितियों में हरा सोना तेंदूपत्ता खरीदी का काम शुरू हो गया है ।
कसडोल बिलाईगढ़ क्षेत्र के 150 से अधिक ग्रामों के हजारों संग्राहक परिवारों के आय का प्रमुख साधन तेंदूपत्ता संग्रहन है । कांग्रेस सरकार बनने के बाद 400 रुपये सैंकड़ा अर्थात 2500 मानक बोरी से सीधे 4000 रुपये प्रति मानक बोरी दिए जाने से संग्राहक मजदूरों में दिलचस्पी बढ़ी है ।कोरोना काल में इस भीषण गर्मी के चलते मजदूर परिवारों को घर बैठे रोजगार मिल गया है । वैसे भारी संख्या में हाथों के दस्तक नें वन विभाग और ग्रामीणों की चिंता बढा दिया है । फिर भी दहशत के माहौल में गांव के किनारे के जंगल से संग्रहन किया जा रहा है ।
वन मण्डल अधिकारी के आर बढ़ाई लगातार जंगल का दौरा कर परिक्षेत्र अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हुए हैं । उप वन मण्डल अधिकारी विनोद ठाकुर एवम ए के ब्यास का कहना है कि खरीदी के वक्त कोविड 19 के पालन का अक्षरश: पालन करने कहा गया है ।