दन्तेवाड़ा
कोरोना उपचार के लिएचिकित्सीय सुविधा बढ़ाने सीएमडी को लिखा पत्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 3 मई। पूरे भारत वर्ष में कोविड 19 संक्रमण की तीव्रतम रफ्तार के फलस्वरूप वर्तमान चिकित्सकीय व्यवस्था गंभीर समस्या का सामना कर रही है। संक्रमित मरीजों की तीव्र रफ्तार के कारण वर्तमान व्यवस्था चरमरा चुकी है। एनएमडीसी बचेली परियोजना में कार्यरत श्रमिक संघ संयुक्त खदान मजदूर संघ ने बैलाडीला क्षेत्र के कोविड 19 बीमारी के उपचार के लिए चिकित्सीय सुविधा बढ़ाने के लिए एनएमडीसी के सीएमडी से पत्र लिखकर मांग की है।
यूनियन के सचिव टीजे शंकर राव ने कहा कि वर्तमान में कोविड 19 की दूसरी लहर एवं वायरस के नये म्यूटेंट की वजह से संक्रमण की तीव्र रफ्तार के कारण लगभग सभी अस्पताल पूर्ण रूप से मरीजों से भर चुके है। ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑॅक्सीजन प्लंाट एवं दवाओं कीकमी के कारण लोगों को इलाज में गंभीर कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे यह प्रतीत होता है कि इस क्षेत्र के कर्मचारियों को भी अमूमन इसी परिस्थिति का सामना भविष्य में करना पड़ेगा। जिसका कारण इस क्षेत्र की भौगोलिक सुदूर स्थित एवं क्ष्ेात्र का पिछड़ापन है। आज भी हमें किसी भी उच्च स्तरीय चिकितसा संस्थान में ईलाज हेतु न्यूनतम लगभग 400 किमी की यात्रा करने के पश्चात ही इन अस्पतालो में ईलाज हेतु पात्र होते हंै। यही नहीं अपितु स्कैनिंग विशेष रूप से सिटी स्कैन की व्यवस्था लगभग इतनी ही दूर पर स्थित है।
देश में फैली इस बीमार के संक्रमण के रफतार एवं ईलाज की वर्तमान व्यवस्था के हालात की दृष्टि में रखते हुए आज यह अत्यंत आवश्यक हो गया कि हम अपनी वर्तमान चिकित्सा व्यवस्था का उन्नयन कर उसे कोविड 19 के वर्तमान म्यूटेंट एंव भविष्य में अवश्य संभाव्य कोविड 19 की तीसरी लहर के खिलाफ तैयार करें ताकि इस क्षेत्र के कार्यरत कर्मचारी एवं आम जनता चिकित्सा के अभाव में अकाल मौत से बच सके।
श्रमिक संघ ने कई मंागें रखी है, जिसमें बचेली परियोजना क्षेत्र एवं दंतेवाड़ा जिला अस्पताल हेतु सिटी स्कैन मशीन की तत्काल व्यवस्था की जाये। उचित क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट का शीघ्रतिशीघ्र निर्माण हो। परियेाजना अस्पतालों में उचित मात्रा में वेटिलेंटर युक्त बिस्तर एवं प्रशिक्षित स्टाफ की व्यवस्था हो। परियोजना के अस्पतालों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों की उचित मात्रा में व्यवस्था। बैलाडीला परियोजनाओ में वटिलेंटर युक्त एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाये।