महासमुन्द
लॉकडाउन में मनरेगा बना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए सहारा
मजदूर दिवस विशेष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 मई। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा ने बताया है कि जिले में 43 हजार 547 श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया है। जिसमें जनपद पंचायत महासमुन्द में 6856, बागबाहरा में 5672,पिथौरा में 8717, बसना में 12548 एवं सरायपाली में 9754 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को गाँव मे ही रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। जिनसे उनके आर्थिक स्तर में सुधार होगा। साथ ही ग्राम पंचायत के श्रमिकों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से भी अपील की गई है कि आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों के साथ कार्य का मांग करने वालों को रोजगार मुहैया कराये जाये।
उन्होंने कहा है कि ग्राम पंचायत स्तर पर पर्याप्त संख्या में योजनांतर्गत अनुमेय कार्यों के तहत् रोजगार मूलक कार्यों को स्वीकृत किये जाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर जिला कार्यालय को प्रेषित करने को कहा हैं। ताकि मांग करने पर कोई भी परिवार रोजगार से वंचित न हो पाए। इस सम्बंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा ने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, कार्यक्रम अधिकारी के साथ.साथ रोजगार सहायकों, सचिवों, तकनीकी सहायकों को निर्देशित किया है। उन्होंने बताया है कि मनरेगा कार्य के दौरान कोविड गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन कराया जा रहा है। इसके लिए एक अलग से टीम बनाकर सतत निगरानी रखी जा रहीं है। कार्यस्थलों में मास्क की अनिवार्यताएं, सेनेटाइजर अथवा साबुन पानी से हाथ धोने की व्यवस्था भी की जा रही है। साथ ही सभी श्रमिकों का टीकाकरण भी सुनिश्चित किया जा रहा है। बचे हुए 45 वर्ष से अधिक पात्रधारी हितग्राहियों को कोरोना वैक्सीनेशन करवाने के लिए रोजगार सहायकों एवं सचिवों के माध्यम से प्रेरित किए जा रहा है।