महासमुन्द
निजी एंबुलेंस चालकों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दिया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 मई। शुक्रवार को जिला अस्पताल में कोविड मरीजों को सेवा देने वाले निजी एंबुलेंस चालकों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दिया। इनके हड़ताल से जिला अस्पताल से घर लौटने और घर से उपचार के लिए जिला अस्पताल या अन्य अस्पताल लाए जाने वाले मरीजों के स्वजनों को परेशानी होने लगी। इसकी खबर एसडीएम सुनील चंद्रवंशी को मिली तो उन्होंने मामले की जानकारी ली और तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा को मौके पर भेजा। निजी एंबुलेंस चालकों ने तहसीलदार को बताया कि कतिपय लोग उन्हें बदनाम करने पर तुले हैं, और उनकी छवि बिगाड़ रहे हैं। अत: अब वे सेवा देने से खुद को पृथक करेंगे औऱ ऐसा निर्णय लेकर उन्होंने निजी एंबुलेंस सेवा बंद कर दिया है। काफी मान मनौव्वल के बाद ही एंबुलेंस चालकों ने काम शुरू किया।
निजी एंबुलेंस चालक अशोक सोनी ने तहसीलदार को बताया कि वे शासन से निर्धारित दर पर ही दूरी व वाहन का चार्ज ले रहे हैं। लेकिन कोविड मरीज व कोविड डेड बाडी को स्वजन उठाना नहीं चाहते। ऐसे में एंबुलेंस चालक व परिचालक स्वयं की जान खतरे में डालकर पीपीई किट पहनकर न केवल मरीज को वाहन पर चढ़ाते उतारते हैं। बल्कि डेड बाडी को वाहन पर रखने, उतारने के साथ चिता पर रखने तक काम करते हैं। ऐसे में वे शासन से निर्धारित वाहन चार्ज व अतिरिक्त सेवा चार्ज से मरीज के स्वजन को अवगत कराते हैं और सहमति पर सेवा देते हैं। शासन ने वाहन घंटे और प्रति किमी के हिसाब से चार्ज तय किया है लेकिन वाहन चालक डेड बाडी उठाता है, इसकी दर निर्धारित नहीं की है। शासन इसकी भी दर निर्धारित करे। श्री सोनी ने कहा कि वे परिवार की रोजमर्रा की जरूरतों के साथ कोरोना के गंभीर संक्रमणकाल में अपने सामाजिक दायित्व को निभाने सेवा में जुटे हैं। उन्हें बदनाम न किया जाए।
तहसीलदार चोपड़ा ने पूरी बात सुनकर उनका मनोबल बढ़ाया। उनके सेवा कार्य की तारीफ की और उन्हें यह पुनीत सेवा कार्य बाधित न करने की समझाईश दी। श्री चोपड़ा ने कहा कि मरीज के परिजनों की दशा को समझें, उनसे निर्धारित वाहन शुल्क लें, साथ ही जहां वाहन चालक-परिचालक को ही डेड बॉडी को चढ़ाना, उतारना हो वहां परिजनों को बताकर न्यूनतम पारिश्रमिक लें। उन्होंने वाहन चालकों को संक्रमण से बचने सुरक्षा संसाधन अपनाने, पीपीई किट पहनने की सलाह दी। साथ ही सभी के वाहनों की जांच कर इस पर सुरक्षा के लिहाज से पालीथिन कवर करने के निर्देश दिए। तहसीलदार की समझाईश के बाद हड़ताल समाप्त हुआ। इस हड़ताल के चलते करीब दो घण्टे बाद इनकी सेवाएं बहाल हुई। बता दें कि निजी एम्बुलेंस चालक मरीजों को लाने ले जाने और मृत कोविड मरीज का अंतिम संस्कार करने की व्यवस्था तक सहयोग देने में लगे हैं।