रायपुर
रायपुर, 1 मई। राज्य में मार्च 2020 से कोरोना संक्रमण फैला हुआ है और इससे छत्तीसगढ़ राज्य के अनेक पेंशनर प्रभावित हुए हैं।अपना इलाज सरकारी अस्पताल के अलावा राज्य शासन द्वारा अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों में भी करा रहे है।सरकारी अस्पतालों में बेड और संसाधनों की कमी से निजी अस्पतालों में राज्य शासन द्वारा निर्धारित दर पर कोरोना संक्रमण से प्रभावित होकर पेंशनर अपनी जीवन भर की जमा पूंजी लूटाने मजबूर हो रहे हैं, इसलिए सरकार से पेंशनर के इलाज में हो रहे व्यय की पूर्ति हेतु शासकीय कर्मचारियों की भांति करने की मांग प्रदेश के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल को ट्यूट कर भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री एवं छत्तीसगढ़ राज्य सँयुक्त पेंशनर्स फेडरेशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने की है।
उन्होंने आगे बताया है कि प्रदेश में अनेक पेंशनर्स कोविड 19 आने के पहले से ही कई अन्य दुसरे गंभीर बीमारी जैसे हृदय रोग,लिवर,कैंसर,किडनी,शुगर ,बीपी आदि से ग्रसित है,इन्ही दूसरे अन्य रोगों से पीडि़त एवँ पूर्व से इलाज करा रहे पेंशनर्स को ही कोरोना संक्रमण होने के बाद अपनी पुरानी बीमारी के कारण ही अधिकृत निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए भर्ती होना पड़ रहा है,क्योकि जिलो के सरकारी अस्पतालों में सिर्फ कोरोना का ही इलाज की सुविधा दे रहे है,सरकारी अस्पतालों में ओ पी डी भी बंद कर दिया गया है ऐसे भी सरकारी अस्पताल को छोडक़र निजी अस्पताल के शरण मे जाना पड़ रहा है और निजी अस्पतालों में भी बेड खाली नही है, कहीं और देख लीजिए का जुमला जगजाहिर है।