बस्तर
जगदलपुर, 17अप्रैल। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप द्वारा प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से असम से आये हुए बोडोलैण्ड दल के विधायक प्रत्याशियों सहित 25 से 30 कार्यकर्ताओं को चित्रकोट के शासकीय विश्रामगृह में रखे जाने व उनकी राजसी खातिरदारी करने का भांडा फोड़ किसी भी नेता का नाम न लेते हुए किया। जिससे खातिरदारी में लगे हुए बस्तर सांसद दीपक बैज ने तिलमिलाकर सोशल मीडिया के माध्यम से इस घटना से जुड़ी हुई फोटो और वीडियो को पुरानी बताते हुए सच्ची घटना को झूठा साबित करने के लिए झूठा बयान जारी किया और केदार कश्यप को नसीहत देते हुए जनता की सेवा करने की बात कही। जिसका कडा़ विरोध करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसिंह मण्डावी ने पलटवार करते हुए सांसद दीपक बैज को कहा है कि केदार कश्यप को नसीहत देने की आवश्यकता नहीं है। दीपक बैज जब पैदा भी नहीं हुए थे, तब से कश्यप परिवार के मुखिया स्व.बलीराम कश्यप ने बस्तर की जनता की समस्या व परेशानियों के हल के लिए एवं क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सर्वदा बस्तर हित के लिए कार्य किया। उनके इस कार्य में उनके पुत्र दिनेश कश्यप, चंद्रशेखर कश्यप, केदार कश्यप, स्व.तानसेन कश्यप ने हमेशा आगे बढ़ कर क्षेत्र की जनता के लिए कार्य किया है। जिसे बस्तर की जनता भलीभांति जानती है, इसे बताने की आवश्यकता नहीं है।
रूप सिंह मंडावी ने कहा कि जनकल्याण के लिए किया हुआ कार्य हमेशा जीवंत रहता है। जगदलपुर मेडिकल कॉलेज की स्थापना स्व.बलीराम कश्यप की देन है, इसलिए उसका नाम स्व. बलीराम कश्यप स्मृति मेडिकल कॉलेज रखा गया है। मगर सांसद दीपक बैज की ओछी राजनीति के कारण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एक ही परिसर में होने के बावजूद सांसद बैज द्वारा ही अलग से नामकरण किये जाने प्रस्ताव रखा गया। स्व.महेन्द्र कर्मा भी सर्वमान्य आदिवासी नेता थे। उन्होंने कभी भी ऐसी छोटी मानसिकता की राजनीति नहीं की। वे भी स्व. बलीराम कश्यप को अपना आदर्श मानते थे। सांसद दीपक बैज के इस कार्य से आज स्व.महेन्द्र कर्मा की आत्मा भी आज दुखी होगी।
श्री मण्डावी ने कहा कि केदार कश्यप ने बीते 15 वर्षों में क्षेत्र विकास के कार्य किये हैं, वह आज दिखाई देते हैं, किसी से छिपे नहीं है। हर 4 से 5 किमी के अंदर में हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल, आश्रम, छात्रावास भवन आज दिखते है एवं हर दो हजार से अधिक जनसंख्या वाले ग्राम में पेयजल हेतु नल-जल की स्थापना हुयी है। आम जनता को शुद्ध पेयजल मिले, अधिक से अधिक बच्चे शिक्षा ग्रहण करें, यह केदार कश्यप की सोच थी। इन सभी किये गये जन हितार्थ कार्यों को भले ही सांसद दीपक बैज नहीं स्वीकारें लेकिन बस्तर की जनता जानती है और स्वीकारती भी है।
आगे कहा कि एक निर्वाचित सांसद को झूठ बोलना शोभा नहीं देता,जबकि चित्रकोट के सरपंच, उपसरंपच, जनप्रतिनिधि एवं प्रत्यक्षदर्शी सभी ने स्वीकारा है कि असम के नेतागण 13 अप्रैल से चित्रकोट के रेस्टहाउस पर रूके हुए थे। सच्चाई छुपती नहीं है, स्वत: दिखती है। चाहे उसे जितना भी छुपाने का प्रयास किया जाये।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने सलाह देते हुए कहा कि बस्तर की जनता ने सांसद दीपक बैज को सेवा करने का अवसर दिया है। वो आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति छोड़ कर जनता के भलाई के लिए जनकल्याणकारी कार्य कर अपने आप को बड़ा साबित करें, न कि दूसरों को छोटा दिखाकर अपना बड़ा बनने का प्रयास न करें। आप निष्पक्ष, ईमानदारी के साथ कार्य करें, जनता ने आपको भरपूर अवसर दिया है।