राजनांदगांव

महामारी को मात देने कोरोना मोर्चे पर समाजों का बना गठजोड़
17-Apr-2021 2:34 PM
महामारी को मात देने कोरोना मोर्चे पर समाजों का बना गठजोड़

   नांदगांव के सामाजिक संस्थाओं की साझा कोशिशों से हालात को सम्हालने कठिन परिश्रम  

प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 17 अप्रैल (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)।
राज्य के सर्वाधिक कोरोनाग्रस्त में से एक राजनांदगांव पर भी मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। वैश्विक महामारी कोरोना से उठी लहर ने इस कदर लोगों को मौत के मुंह में ढकेल दिया है। जैसे इंसानों की हैसियत इस विपदा के सामने क्षीण नजर आ रही है। संस्कारधानी राजनांदगांव पहले भी कई प्राकृतिक आपदाओं को झेल चुका है। बाढ़ और दूसरी विपदाओं के दौर में भी स्थानीय सामाजिक संगठनों ने अपने एकीकरण से संकट को टालने में कामयाबी हासिल की है। इसी कड़ी में राजनांदगांव शहर के सामाजिक संस्थानों ने अपनी एकता दिखाकर कोरोनाग्रस्त मरीजों को हौसला दिया है। वहीं इससे परे पत्रकारिता के लिए एक विशिष्ट पहचान रखने वाले प्रेस बिरदारी ने भी कोरोना मरीजों के लिए अपने भवन को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया। वहीं सिक्ख समाज, सिंधी महापंचायत और गरीब बेसहारा वर्ग को आर्थिक संबल देने में सालों से सक्रिय उदयाचल ने भी अपने भवन को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया है। कोरोना मोर्चे पर सामाजिक संस्थाओं के साझा प्रयास से अपेक्षित नतीजे मिलने के आसार हैं।
 
‘छत्तीसगढ़’ ने इस संबंध में अलग-अलग सामाजिक संस्थानों के प्रमुखों से बात की। उदयाचल के विजय शांति सेवा समिति के प्रमुख भावेश बैद ने बताया कि कोविड केयर सेंटर के रूप में बदलने के बाद मरीजों को हर तरह की सुविधाएं दी जा रही है। यहां तक चिकित्सकों के सलाह पर दवाई और इंजेक्शन भी मुफ्त उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही मरीजों को  ऑक्सीजन नापने की ऑक्सीमीटर समेत निमोलाईजेशन मशीन भी उपलब्ध कराई जा रही है।
 
उन्होंने बताया कि उदयाचल कोविड केयर सेंटर में 140 बेड हैं। जिसमें 120 मरीज उपचारार्थ भर्ती हैं। साथ ही कुछ कमरों को आक्सीजन कक्ष में भी बदला गया है। मरीजों का यथासंभव बेहतर इलाज किया जा रहा है। 

आईबी ग्रुप द्वारा संचालित अजीज पब्लिक स्कूल भी अब कोविड केयर सेंटर में बदल गया है। संस्था के एमडी बहादुर अली और कार्यपालक निदेशक अंजुम अल्वी द्वारा मरीजों का समुचित उपचार कराया जा रहा है। संस्था के द्वारा मरीजों को हर स्तर से सुविधाएं दी जा रही है। खानपान के अलावा दवाईयां और दूसरी वस्तुएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। 

इधर राजनांदगांव का नाम खेल जगत में हमेशा से चर्चित रहा है। प्रेस क्लब भवन को स्थानीय पत्रकारों ने कोविड केयर सेंटर में बदलकर एक अभिनव पहल की है। प्रेस क्लब भवन में कुल 30 बिस्तर है। पखवाड़ेभर पहले शुरू हुए कोविड केयर सेंटर में दाखिल मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। कोविड केयर सेंटर की जिम्मेदारी सम्हाल रहे अजय सोनी का कहना है कि फिलहाल सभी बिस्तर खाली हैं। सेनेटाईज करने के बाद फिर से कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा। जल्द ही प्रेस क्लब भवन के कमरे में ऑक्सीजन भी लगाया जाएगा, ताकि गंभीर मरीजों का उपचार हो सके।

इस बीच सिंधी महापंचायत कोरोना की लड़ाई में कूद गया है। सिंधी महापंचायत की खासियत यह है कि तकलीफ भरे दौर में एकजुटता दिखाते हुए अपने भव्य सामाजिक भवन को कोविड केयर सेंटर में बदल दिया है। कोरोनाग्रस्त मरीजों के लिए 50 बिस्तर तैयार किए गए हैं। इस विपदा से ग्रसित लोगों को मदद करने के लिए समाज की ओर से पौष्टिक आहार उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिसमें मसालेदार चाय, हल्दीयुक्त दूध, फल, ताजी सब्जियां समेत हेल्दी नाश्ता दिया जा रहा है।
 
कोविड केयर सेंटर के प्रमुख रूपचंद भीमनानी ने बताया कि संकट के इस दौर में समाज भी अपनी भागीदारी दिखाने के लिए प्रतिबद्ध है। समाज इस महामारी के खात्मे के लिए अपना योगदान दे रहा है। बहरहाल राजनांदगांव शहर में सामाजिक संस्थाओं के  एकजुट होने के बाद कोरोना को शिकस्त मिलना तय है। भले यह लड़ाई अभी लंबी है, लेकिन सामाजिक संस्थाओं के मजबूत इरादे से जल्द ही कोरोना इंसान के सामने बौना साबित हो जाएगा। 

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