दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 11 अप्रैल। लॉकडाउन में बेजुबान और बेसहारा जानवरों पर आफत टूट पड़ी है। उतई के सुनसान सडक़ों में घूमने वाले इन बेजुबान जानवरों की कोई सुध लेने वाला नहीं है।ऐसे में लॉकडॉउन में बेजुबानों का सहारा बन नई मिसाल पेश कर रहे है , बैंक ऑफ इंडिया, उतई शाखा के कर्मचारी अंकित खोब्रागड़े ।
शंकर नगर दुर्ग के रहने वाले अंकित रोजाना अपने बैंक की छुट्टी होने के बाद लॉकडाउन में जानवरों को खाना खिलाने निकल जाते हैं। जानवरों को खाना खिलाना और उनकी देखभाल करना अब उनकी दिनचर्या में शामिल हो गया है।
पिछले साल के लाकडाउन से वो रोजाना बेजुबानों जानवरो को खाना खिला रहे हैं। वो कुत्तों के बीमार पडऩे पर उनको दवा भी देते है। अंकित के मुताबिक इन बेजुबानों की मदद करने में काफी सुकून मिलता है। लॉकडाउन में लोगों के घरों में कैद होने से इनकी मदद करने वाला कोई नहीं है। ऐसे में उनकी तरह लोगों को आगे आने की जरूरत है।
अंकित ने संकट कि इस घड़ी में गरीब लोगों के साथ इन बेजुबान जानवरों की मदद करने की लोगों से अपील की है।