दन्तेवाड़ा

हरित कौशल विकास प्रशिक्षण लेकर कोयम्बतूर से लौटे दंतेवाड़ा के युवा
09-Apr-2021 5:40 PM
हरित कौशल विकास प्रशिक्षण लेकर कोयम्बतूर से लौटे दंतेवाड़ा के युवा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दन्तेवाड़ा, 9 अप्रैल। जिले के आठ युवाओं के द्वारा एक माह का हरित कौशल विकास का प्रशिक्षण प्राप्त कर वापस दन्तेवाड़ा लौटे। वनमण्डलाधिकारी दन्तेवाड़ा एवं प्रशिक्षु संलग्नाधिकारी दन्तेवाड़ा के द्वारा युवाओं को सफलतापूर्वक किये गये पाठ्यक्रम और उनके अनुशासन और प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुये प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया गया।  युवाओं के द्वारा वनमण्डलाधिकारी एवं संलग्नाधिकारी दन्तेवाड़ा को प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभव को साझा किया गया एवं प्रशिक्षण प्रदाय किये जाने हेतु आभार व्यक्त किया गया।

दन्तेवाड़ा जिले के अन्तर्गत आठ ग्रामों के आठ चयनित युवाओं को रोजगार प्रदाय करने हेतु केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के द्वारा हरित कौशल विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत प्लांट टिशू कल्चर और गुणवत्ता रोपण सामग्री उत्पादन के संबंध में प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु  फरवरी 2021 में 01 माह के लिए इंस्टीट्यूट फॉर फॉरेस्ट जेनेटिक्स एण्ड ट्री ब्रीडिंग पोस्ट-कोयम्बतूर (तमिलनाडु)भेजा गया था।

ग्राम कारली निवासी  विपिन कुमार साहू, मुरकी निवासी ठाकुर, कटूलनार निवासी कुम्मी कुमार यादव, मड़से निवासी  विजय कुमार, गीदम निवासी  सुखलाल मण्डावी, भूतपदर निवासी  हेमंत कुमार, भूतपदर निवासी सम्भूनाथ, कोशलनार निवासी शंकर सिंह नाग के द्वारा सफलतापूर्वक मार्च 2021 को 01 माह का प्रशिक्षण प्राप्त कर वापस दन्तेवाड़ा प्रस्थान करने के पश्चात् विभाग प्रमुख संदीप बलगा,  वनमण्डलाधिकारी दन्तेवाड़ा, एवं थेजस शेखर, प्रशिक्षु संलग्नाधिकारी दन्तेवाड़ा, के द्वारा युवाओं को सफलतापूर्वक किये गये पाठ्यक्रम और उनके अनुशासन और प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुये प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया गया।

समस्त प्रशिक्षित युवाओं के द्वारा वनमण्डलाधिकारी एवं संलग्नाधिकारी दन्तेवाड़ा को प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभव को साझा किया गया एवं प्रशिक्षण प्रदाय किये जाने हेतु आभार व्यक्त किया गया। युवाओं को प्रमाण-पत्र वितरण में दन्तेवाड़ा वनमण्डल के उपवनमण्डलाधिकारी दन्तेवाड़ा एवं उपवनमण्डलाधिकारी गीदम भी उपस्थिति थे।दन्तेवाड़ा वनमण्ड अंतर्गत विभिन्न परिक्षेत्रों में स्थित पातरास नर्सरी, कारली नर्सरी, तथा नेरली नर्सरी में युवाओं के द्वारा प्लांट टिशू कल्चर और गुणवत्ता रोपण सामग्री उत्पादन से प्रशिक्षण में प्राप्त अनुभव को प्रायोगिक अनुप्रयोग को उपयोग किया जावेगा।

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