गरियाबंद
राजकीय सम्मान के साथ शहीद सुखसिंह का अंतिम संस्कार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 5 अप्रैल। बीजापुर नक्सली हमले में शहीद गरियाबंद जिले के वीर जवान सुखसिंह फरस का पार्थिव शरीर सोमवार दोपहर 3.30 बजे गरियाबंद पहुंचा। नगर के हृदय स्थल तिरंगा चौक में नगर पालिका अध्यक्ष के नेतृत्व में पालिका जनप्रतिनिधियों एवं नगरवासियों ने पुष्पवर्षा के साथ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद सुखसिंह फरस को उनके गृहग्राम मोहंदा में ग्रामवासियों, जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों ने श्रद्धांजलि दी। उनका सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। दादा की गोद में बैठकर उनके डेढ़ वर्षीय बेटे ने मुखाग्नि दी।
गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड के मोहंदा निवासी सुखसिंह फरस एसटीएफ के जवान थे। इनकी भर्ती 2016 में हुई थी और बस्तर इलाके में अपनी सेवाएं दे रहे थे। शनिवार को हुए नक्सली हमले में सुखसिंह शहीद हो गए। पिता फागुराम की 6 संतानों में सुखसिंह चौथे नंबर के बेटे थे। सुखसिंह का एक साल का बेटा भी है।
इसके पूर्व गरियाबंद जिले के वीर सपूत सुखसिंह के पार्थिव शरीर के आगमन को लेकर नम आँखों के साथ नगरवासी सडक़ के दोनों ओर इकठ्ठा हो गए थे। सबकी नजर राजिम की ओर से आने वाले जवान के पार्थिव शरीर के इंतजार में सडक़ को निहार रही थी, सडक़ पर फूल बिछा दिए गए थे, तय समय के मुताबिक करीब 3.30 बजे जैसे ही सुख सिंह के पार्थिव शरीर को लेकर पुलिस का काफिला तिरंगा चौक पहुंचा, काफिले के पहुंचते ही सुखसिंह फरस अमर रहे, भारत माता की जय के जयकारों के साथ पूरा नगर गूंज उठा। दोनों ओर से लोगों ने काफिले पर पुष्प वर्षा शुरू कर दी। करीब 10 मिनट तक काफिला नगर के हृदय स्थल तिरंगा चौक में रुका रहा। इस दौरान सांसद चुन्नीलाल साहू, कलेक्टर निलेश क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन, जिला पंचायत सीईओ चंद्रकांत वर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष राजेश साहू, जिला कांग्रेस अध्यक्ष भावसिंह साहू ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पण कर सुखसिंह फरस की शहादत को नमन किया। इसके अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नगरवासियों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान लोगों की आंखें नम रही। नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन ने कहा कि नक्सलियों के कायराना हमले में हमने गरियाबंद जिले के एक वीर सपूत को खो दिया, उनके बलिदान को हम सब नमन करते हैं।
शहीद जवान सुखसिंह फरस का पार्थिव शरीर गृह ग्राम मोहदा पहुंचने पर उनके अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। परिजनों ने अंतिम दर्शन किए। इसके बाद शहीद सुखसिह की अंतिम यात्रा के दौरान कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर व एसपी भोजराम पटेल ने कांधा दिया। गाँव के स्थानीय मैदान में राजकीय सम्मान व परिजनों द्वारा सामाजिक रीति रिवाज से डेढ़ वर्षीय पुत्र ने मुखाग्नि दी। शोक संतप्त परिवारों को जनप्रतिनिधियों और अफसरों ने ढांढस बंधाया।