सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 31 मार्च। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सुकमा जिले में संक्रमण के फैलाव को रोकने हेतु त्वरित कदम उठाने के निर्देश कलेक्टर विनीत नंदनवार ने दिए। मंगलवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण के लिए पूरे जिले में लागू धारा 144 का सख्त पालन करवाने के साथ ही अंतरराज्यीय सीमाओं पर दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की जांच एवं होम क्वारंटीन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए जिले में सावधानी बरतना आवश्यक है जिससे समय रहते संक्रमण का प्रभावी रोकथाम किया जा सके।
मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये जुर्माना
श्री नंदनवार ने राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम को मास्क नहीं पहनने वालों पर 500 रुपए की जुर्माने की कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया। इसके साथ ही अंतरराज्यीय सीमाओं पर दूसरे राज्यों से आने वाले मुसाफिरों की कोरोना जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। दूसरे राज्य से आने वाले मुसाफिरों को सात दिन तक अनिवार्य तौर पर क्वारंटीन में रहना होगा। शासन द्वारा जारी कोविड निर्देशों का उल्लघंन करने वाले व्यक्तियों पर सख्त दंडात्मक कार्यवाही करने के लिए एसडीएम एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया।
जिले के समस्त दुकान एवं प्रतिष्ठान अब रात्रि 8 बजे तक ही संचालित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति इस बार भी समस्त दुकान संचालकों, व्यवसायियों एवम् व्यापारियों से कोविड की रोकथाम में सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दुकानों में अनिवार्य रूप से कोविड दिशा निर्देशों का पालन किया जाना सुनिश्चित किया जाए। किसी भी दुकान या प्रतिष्ठान में शासन द्वारा जारी निर्देशों का उलंघन किए जाने पर 7 दिवस के लिए दुकान बंद करने के निर्देश एसडीएम को दिए। इसके साथ ही जिले में रात्रि 8 बजे से सुबह 6 बजे तक आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी।
टीकाकरण में लाएं तेजी
कलेक्टर ने कोविड-19 टीकाकरण की विभागवार एवं विकासखण्डवार प्रथम एवं द्वितीय डोज की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 45 से 60 वर्ष के आयु वर्ग एवं 60 वर्ष से अधिक के लोगों को शत प्रतिशत टीकाकरण के निर्देश दिए। समस्त कार्यालयों में अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा अनिवार्य रूप से मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग और फिजिकल दूरी का अनिवार्य रूप से पालन लिए जाने के लिए कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया।
बच्चों को सुपोषित भविष्य देना प्राथमिकता
समय सीमा बैठक में कलेक्टर नंदनवार ने सभी विभागों के प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिले से कुपोषण दूर करना और बच्चों को सुपोषित भविष्य देना उनकी प्राथमिकता है। इसलिए जिले में संचालित सभी सुपोषण केंद्रों में लाभार्थी बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति बने रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी केंद्र में कोई भी बिस्तर रिक्त नहीं होना चाहिए। साथ ही चिन्हांकित 34 ग्राम पंचायतों में मासिक तौर पर बच्चों के वजन कार्यकम के लिए सारिणी तैयार करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए।
श्री नंदनवार ने मातृत्व वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, भगिनी प्रसूता योजना एवं मनरेगा अन्तर्गत अपंजीकृत पात्र गर्भवती महिलाओं का पंजीयन शीघ्र कराने के सख्त निर्देश स्वास्थ्य, श्रम, महिला बाल विकास एवं मनरेगा विभाग को दिए। उन्होंने सडक़ निर्माण कार्यों की धीमी गति पर लोक निर्माण विभाग के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व, स्वास्थ्य, जल संसाधन, क्रेडा, कृषि, पशुधन विकास, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सहित अन्य विभागों की जानकारी लेते हुए सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।