बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी, 20 मार्च। बलरामपुर-रामानुजगंज जिला के विकासखंड कुसमी में जिला स्तरीय दो दिवसीय पशुधन व कुक्कुट मेले का आयोजन छत्तीसगढ़ शासन पशुधन विभाग के द्वारा किया गया। मेले का शुभारंभ जनपद पंचायत अध्यक्ष कुसमी हुमंत सिंह के द्वारा कराकर अगले दिन शनिवार को सामरी विधायक चिंतामणि महाराज तथा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष हरीश मिश्रा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिला स्तरीय पशुधन व कुक्कुट मेले के आयोजन में शुरुआत से ही अव्यवस्था देखने को मिली। प्रथम दिन शुक्रवार को बंद कमरे में सैकड़ों महिलाओं किसानों को पशु पालन की प्रशिक्षण अव्यवस्थाओं के बीच दी गई। यहां पर प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं ने बंद कमरे में घुटन महसूस होने की जानकारी बताई।
अगले दिन शनिवार को भी भारी अव्यवस्था देखने को मिला दूर-दराज से पहुंचे किसानों को विभाग के द्वारा लंबी कतार लगवा कर भोजन के लिए तपती धूप में परेशानियों का सामना करना पड़ा। आयोजित मेले में कार्यक्रम की शुरुआत से ही कोविड-19 के तहत सभी नियमों की धज्जियां उड़ी।
अव्यवस्थाओं के संबंध में जब वहीं पर उपस्थित पशुधन विभाग के उपसंचालक बलरामपुर बीपी सतनामी से मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि पहली बार यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। संभावना नहीं थी इतनी भीड़ इक_ा हो जायेगी। कार्यक्रम निर्धारित था, इसलिए करना जरूरी था। अगली बार से पूरा प्रयास रहेगा कि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति न हो।
ग्राम पंचायत कंजिया के निवासी दीपक जयसवाल ने कार्यक्रम के दौरान विधायक चिंतामणि महाराज को बताया कि सही उपचार नहीं होने के कारण मेरी सात मवेशियों की मौत हो गई। इस पर विधायक ने उपस्थित पशुधन विभाग के उपसंचालक बीपी सतनामी को अवगत कराया।
बीपी सतनामी से मवेशियों के मौत के संबंध में बात करने पर मीडिया से कहा कि इसकी जांच हमारे द्वारा कराई जाएगी। उक्त मवेशी पालक से मुलाकात कर जानकारी ली जायेगी कि किस तरह की बीमारी थीं कि उपचार के बाद भी जान नहीं बची। जो भी कमी है उसे दूर करने का प्रयास करेंगे।
दवा की कमी के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा हमेशा प्रयास किया जाता रहा है कि दवाओं की कमी ना बने। कभी कभार दवा क्रय की प्रक्रिया में विलंब होने पर दवा उपलब्ध सही समय पर नहीं होना स्वीकारा।