कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 9 मार्च। कोरिया जिले के दो नगरीय निकाय नपा शिवपुर चरचा तथा मुख्यालय नपा बैकुंठपुर में चुनाव आगामी दिनों संपन्न होने है। इसके पूर्व नई परिसीमन की कार्यवाही पूर्ण होने के बाद वार्डों की आरक्षण प्रक्रिया पूरी कर ली गईहै इसके बाद से ही वार्डों में संभावित दावेदार सक्रिय हो गए है लेकिन अभी खुलकर किसी वार्ड में नाम अधिकृत रूप से सामने नहीं आये है। जबकि वार्डो के अंदर इस बात की चर्चा जनसंपर्क को देखते हुए शुरू हो गया कि वार्ड से पार्षद प्रत्याशी कौन होगा।
इस बार नपा अध्यक्ष का चुनाव अप्रत्यक्ष चुनाव पद्धति से होगा जिस कारण अध्यक्ष का सपना देखने वालों को पहले पार्षद बनना ही होगा। इस कारण इस बार का नगरीय निकाय का चुनाव भारी गहमा गहमी होने वाला है। अध्यक्ष पद की लालसा रखने वाले हर कीमत पर पार्षद पद पर जीत दर्ज करना चाहते हैै तभी उनका अध्यक्ष बनने का सपना पूरा हो सकता है। इस व्यवस्था के चलते ही इस बार दोनों नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद चुनाव में ही जमकर घमासान मचने की पूरी संभावना है।
जानकारी के अनुसार शिवपुर चरचा व बैकुंठपुर नगरीय निकाय क्षेत्र में प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा व कांग्रेस पदाधिकारी प्रत्येक वार्ड में जीत की संभावनाओं केे टटोल रहे है और हर कदम फूंक कर ही जीतने वाले को ही टिकट देना चाहते है। जिसके लिए अभी प्रत्येक वार्ड से सूची तैयार की जा रही है जिसके बाद अंतिम नामों पर मुहर लगायी जायेगी। उल्लेखनीय है कि नपा शिवपुर चरचा में 15 वार्ड हैं तथा नपा बैकुण्ठपुर में कुल 20 वार्ड है।
नपा शिवपुर चरचा व बैकुण्ठपुर में अध्यक्ष महिला
इस बार नगर पालिका शिवपुर चरचा व नपा बैकुण्ठपुर अध्यक्ष पद के लिए महिला पद आरक्षित किया गया है।
जानकारी के अनुसार नपा बैकुण्ठपुर में अध्यक्ष पर अपिव महिला के लिए आरक्षित किया गया है। लंबे समय के बाद यहॉ नपा अध्यक्ष का पद महिला के लिए आरक्षित किया गया है। नपा का दर्जा मिलने के बाद पहली बार यहॉ महिला अध्यक्ष के लिए पद आरक्षित किया गया है। ऐसे में भाजपा कांग्रेस से जुडे कई प्रभावशाली अपनी पत्नी को अध्यक्ष पद की कुर्सी दिलाने के लिए एडीचोटी एक करने की तैयारी में है। इसी तरह का हाल नपा शिवपुर चरचा की भी है। इसके लिए अभी से नाम चयन करने को लेकर सावधानी बरती जा रही है।
परिसीमन के बाद छोटे हो गए वार्ड, आबादी भी घटी
नगरीय निकाय शिवपुर चरचा व बैकुण्ठपुर पहले नगर पंचायत थी। पूर्व में उक्त दोनों नगरीय निकाय क्षेत्रों से लगे ग्राम पंचायतो को शामिल कर लेने के बाद नगर पालिका का दर्जा दिया गया लेकिन उक्त दोनों नगरीय निकाय क्षेत्र में नये जुडे ग्राम पंचायत के लोगों को शहरी क्षेत्र के वार्ड में तो शामिल कर दिया गया था लेकिन उन्हे कई तरह की मूलभूत सुविधाएॅ नपा मुहैया नही करा पा रही थी।
इसके अलावा कई तरह की करों का भुगतान को लेकर लोग परेशान रहे। नये जुडे ग्रामीण क्षेत्र के लोग ज्यादातर कृषि कार्य से जुडे रहे जब पंचायत में रहे तो उन्हे रोजगार गारंटी योजना के तहत काम भी मिलता था तथा कई तरह के टैक्स से मुक्त रहे लेकिन नपा में जुडने के बाद उक्त सुविधा बंद हो गयी और कई तरह के टैक्स का भार भी प्रत्येक परिवार के उपर बढ गय और जिस सुविधा की उम्मीद थी वह नही मिल पायी जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र से शहरी क्षेत्र में जुडे लेागों द्वारा विरोध किया जाने लगा।
इसी विरोध के कारण फिर से नपा से जुडे ग्रामीण क्षेत्रों अलग कर पंचायत बना दिया गया। जिससे कि दोनों नगरीय निकाय क्षेत्रों में वार्ड की संख्या घटने के साथ क्षेत्रफल भी घट गया साथ ही नपा की जनसंख्या भी घट गयी।
मतदाता सूची को लेकर भाजपा की आपत्ति
चालू माह के शुरू में दोनों नगरीय निकाय के निर्वाचक नामावली की सूची का प्रारंभिक प्रकाशन किया गया था जिसे लेकर दोनों ही नगरीय निकायों के निर्वाचक नामावली में भारी गडबडी देखी गयी जिसे लेकर भाजपा ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज करायी। अब लगाये गये आपत्ति का निराकरण किया जायेगा जिसके बाद अंतिम निर्वाचक नामावली चालू माह के अंतिम सप्ताह में प्रकाशित किया जायेगा। वही वार्ड परिसीमन के बाद इस तरह की स्थिति बन गयी कि कोई व्यक्ति किसी वार्ड में रह रहा है और उसका दूसरे वार्ड के मतदाता सूची में नाम दर्ज है। वही कई नाम ऐसे है जेा निवास किसी वार्ड में कर रहा है और नाम उसका दूसरे वार्ड की सूची में चल रहा है। ऐसे कई तरह की गड़बडिय़ों को लेकर आपत्ति दर्ज की गयी। वही नई परिसीमन के बाद ज्यादातर लोगों केा अभी यह भी पता नही है कि वे किस वार्ड के मतदाता है और उनका वार्ड क्रमाक अब कौन सा हो गया है।