सरगुजा
अम्बिकापुर, 8 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च को यहां जिला पंचायत सभा कक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 34 महिलाओ को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए कलेक्टर संजीव कुमार झा ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि महिलाएं शासकीय सेवक, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी के अलावा भी चाहे जिस भी हैसियत में हो उत्कृष्ट कार्य कर अपने परिवार तथा बच्चों के लिए रोल मॉडल बने ताकि बच्चे गर्व से कहें कि मेरी माता के आदर्शों पर चल कर इस मुकाम को हासिल किया। इससे महिलाओं का आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ेगा ही परिवार तथा समाज मे भी उन्हें सम्मान प्राप्त होगा।
महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन सकेंगी।
उन्होंने कहा कि महिलाएं जब तक अपने पैरों पर खड़े होकर आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होंगे तब तक स्वाभिमान आत्मबल नहीं बढ़ेगा। इसके लिए जिस भी काम में रुचि हो उसमें दक्षता हासिल कर उसे आजीविका का साधन बनाएं। ग्रामीण महिलाये गोबर उत्पादए बांस से विभिन्न उपयोगी कलाकृति, कार्पेट निर्माण, गोदना शिल्प आदि में हुनरमंद बन सकती हैं। कलेक्टर ने कहा कि अपने बच्चो को शिक्षित जरूर करें। इसमे भी बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान दें।
जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह ने कहा कि आज महिलाएं पुरुषों से कंधा से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है। यह देखकर खुशी होती है कि समाज में अबला कही जाने वाली महिलाएँ पुलिस बनकर पुरुषों की सुरक्षा कर रही हंै। उन्होंने कहा कि नारी सबला है वह किसी भी मायने में कामचोर नहीं है। ग्रामीण महिलाएं घर से निकल कर सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक गतिविधियों में शामिल हों।
जिला पंचायत के सीईओ विनय कुमार लंगेह ने कहा कि महिलाये सेना, विज्ञान, तकनीकी सहित हर क्षेत्र में आगे बढ़ कर देश का झण्डा ऊंचा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं सही मायने में तभी सशक्त होंगी जब आर्थिक रूप से मजबूत होंगी। उन्होंने कहा कि समूह की महिलाएं अधिक से महिलाओं को जोड़ें तथा शासन की योजनाओ की जानकारी दें ।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य सरला सिंह, अर्पिता सिंहदेव, जनपद सदस्य बिमला पावले सहित अन्य जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।