सरगुजा
अभाविप ने मनाया महिला दिवस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 8 मार्च। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अंबिकापुर द्वारा आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिस के मुख्य विषय राष्ट्र पुनर्निर्माण में महिलाओं का योगदान था।
कार्यक्रम सरस्वती महाविद्यालय परिसर में संपन्न हुआ, जहां मुख्य अतिथि के रुप में महिला थाना प्रभारी तरसिला टोप्पो, प्राचार्य बीपी पी तिवारी, हिंदी विभाग अध्यक्ष आराधना एंगर , अभाविप सरगुजा विभाग छात्रा प्रमुख वर्षा गुप्ता तथा सरगुजा जिला संगठन मंत्री मनीष पुनाचा मंच पर उपस्थित रहे।
श्रीमती टोप्पो ने बताया कि नारी ही नारायणी है। महिलाओं के साथ हो रहे लगातार अपराधों के विरोध में महिलाओं को स्वयं आगे आना होगा। साथ ही उन्होंने गुड टच बैड टच के विचार से छात्रों को बताया समाज में किस प्रकार साथी और निर्भय होकर एक स्त्री को अपना जीवन यापन करना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ बी पी तिवारी ने भूतपूर्व से लेकर आज तक नारियों की स्थिति का विवेचना किया। श्री तिवारी ने बताया कि इस प्रकार महिलाओं ने स्वतंत्रता में अपनी अहम भूमिका निभाई।
सरगुजा जिला के जिला संगठन मंत्री मनीष पुनाचा ने कहा कि माता जीजाबाई को कौन भूल सकता है, जिसकी शिक्षा दीक्षा ने शिवाजी जैसे महान देशभक्त कुशल योद्धा बनाया। कौन भूल सकता है पन्ना धाय बलिदान को जिन्होंने अपने बच्चे का बलिदान देकर राजकुमार का जीवन बचाया। कोई कैसे स्मरण ना करें उस विद्यावती का, जिसका पुत्र फांसी के तख्ते पर खड़ा था और मां की आंखों में आंसू थे ये देखकर पत्रकारों ने पूछा कि एक शहीद की मां होकर आप रो रही है। वह विद्यावती का उत्तर था अपने पुत्र की शहीदी पर नहीं रो रही हूं।
मैं अपने कोख पर रो रही हूं काश मेरी एक और संतान होती जो भगत सिंह जैसा होता और देश के लिए शहीद होता और समर्पित होता।ऐसा वैभवशाली और गौरवशाली इतिहास महिलाओं का हमारे भारतवर्ष में रहा है।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विवेक तिवारी द्वारा किया गया प्रमुख रूप से सरगुजा जिले के जिला सहसंयोजक सूर्यकांत सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य देवेश नाग,नगर सह मंत्री चंचला सिदार, अभियान तिवारी, लोकेश चक्रवर्ती आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।