बीजापुर
जिले के किसी भी पंचायत में कहीं भी गड़बड़ी नहीं-मांझी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 मार्च। मनरेगा योजना में ग्राम पंचायतों के सरपंचों पर भ्रष्टाचार किये जाने के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के आरोप पर जिला सरपंच संघ सामने आ गया है। संघ ने पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के आरोप को बेबुनियाद बताकर इसे राजनीतिक रोटी सेंकने वाला बताया है।
यहां पत्रकार भवन में सरपंच संघ द्वारा आयोजित पत्रवार्ता में अध्यक्ष जगबंधु मांझी ने बताया कि बीते तीन मार्च को पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस कर ग्राम पंचायतो के सरपंचों पर मनरेगा योजना में भारी भ्रष्टाचार किये जाने का आरोप लगाया था।
सरपंच संघ अध्यक्ष ने कहा कि बीजापुर जिला एक संवेदनशील और यहां सरकारी की योजनाओं को आम जनता तक ले जाना एक कठिन काम है। बावजूद सरपंच अपने कामों को पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं। मांझी ने कहा कि पूर्व मंत्री गागड़ा का सरपंचों पर लगाया आरोप मनगढंत व बेबुनियाद है और सरपंच संघ इसकी कड़ी निंदा करता। अध्यक्ष मांझी ने पूर्व मंत्री पर गागड़ा पर आरोप लगाया कि वे खोखली राजनीति से उलजुलूल बयान देकर मीडिया में बने रहना चाहते हैं। सरपंच संघ का साफ कहना है कि जिले के किसी भी पंचायत में कही भी गड़बड़ी नहीं हैं। जिस ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। यहां प्रेसवार्ता में सम्बंधित ग्राम पंचायत तामलापल्ली की सरपंच कमला पोटाम भी मौजूद रही। उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री महेश गागड़ा द्वारा उनके ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है जो सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि उनके पंचायत में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं।
सरपंच संघ ने कहा कि ग्राम पंचायतों के ईमानदार सरपंचों पर मनरेगा योजना में पूर्व मंत्री गागड़ा द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप का कड़ा विरोध करती है और संघ मांग करता है कि पूर्व मंत्री गागड़ा आगामी सात दिनों के अंदर झूठे आरोप के लिए संघ व सरपंचों से माफी मांगे अन्यथा गागड़ा का हर पंचायतों में विरोध व बहिष्कार किया जाएगा। वही सरपंच संघ ने सभी राजनीतिक दलों को भी चेताया है कि वे ग्राम पंचायतों व सरपंचों को बदनाम न करे वरना संघ उनका भी विरोध करेगी। पत्रवार्ता में अध्यक्ष जगबंधु मांझी, बुधराम पोयामी, सुनील उद्दे, हरिहर साहनी, कमला पोटाम, कट्टम लक्ष्मी, मुन्ना लेकाम, रविन्द्र कुरसम, संतोष कडती, रामैया व इतवारी राम तेलम मौजूद रहे।