महासमुन्द
11 करोड़ की लागत से नई पाइपलाइन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 3 मार्च। महासमुन्द जिला मुख्यालय में होने वाली पानी की समस्या, गंदे पानी की सप्लाई जैसी परेशानियां समाप्त हो जाएगी। आगामी 21 मार्च तक साढ़े 11 करोड़ की लागत से नई पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा हो जाएगा। इस तरह शहर की 80 हजार आबादी को इस महीने से साफ और पर्याप्त पानी की सप्लाई की जाएगी।
महासमुन्द शहर में चार साल पहले वर्ष मार्च 2017 से साढ़े 11 करोड़ की लागत से नई पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था। पहले ठेकेदार की लापरवाही, फिर कंपनी के गलत सर्वे के कारण नई पाइप बिछाने में काफी परेशानी आई। वहीं बची हुई कसर को कोरोना ने पूरा कर दिया। इसके चलते भी काम पूरी तरह से प्रभावित रहा। अनलॉक होने के बाद इस काम में तेजी आई और अब तक 56 किमी पाइपलाइन विस्तार के एवज में 50 किमी पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। शेष काम 21 मार्च तक समाप्त हो जाएगा। इसके बाद शहर में नए पाइपलाइन से शुद्ध व पर्याप्त पानी की सप्लाई पालिका करेगी।
पाइपलाइन विस्तारीकरण का काम मार्च 2017 में शुरू हुआ था। इसके बाद तीन साल में केवल 20 किमी पाइप बिछाई गई। साल 2020 में नगरीय प्रशासन विभाग से ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए पत्र लिखा गया। इसके बाद ठेकेदार हरकत में आया और सालभर में 30 किलोमीटर तक पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया गया।
पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर के मुताबिक शहर के भीतर अब केवल 6 किलोमीटर तक पाइपलाइन बिछाने का काम शेष रह गया है। इस साल 21 मार्च तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा। यह योजना आगामी 30 वर्षों को ध्यान में रखकर तैयार की गई थी। ऐसे में आने वाले दिनों में भी नागरिकों को पानी की समस्या नहीं होगी। पाइपलाइन विस्तार का काम साल 2018 में पूरा हो जाना था। लेकिन ठेकेदार ने काम पूरा नहीं किया। इसके चलते पालिका के अफसरों ने ठेकेदार को 15 बार नोटिस थमाया। इसके बाद भी ठेकेदार अधिकारियों के नोटिस को नजर अंदाज कर रहा था। वर्ष 2020 में जब ब्लैक लिस्टेड के लिए नगरीय प्रशासन को पत्र लिखा तब जाकर ठेकेदार ने काम शुरू किया।
नगर पालिका के जलकार्य विभाग के प्रभारी विजय श्रीवास्तव का कहना है कि इसी माह मार्च से नई लाइन से पानी सप्लाई शुरू हो जाएगी। शहर के भीतर नई पाइपलाइन से घरों में नल कनेक्शन देने का काम भी पूरा कर लिया गया है। कुछ-कुछ नए स्थानों पर ही काम शेष है। पाइपलाइन विस्तार ऐसे स्थानों तक भी किया गया है जहां पूर्व में पालिका का पानी नहीं पहुंचता था। नई पाइपलाइन से शहरवासियों को शुद्ध व स्वच्छ पानी मिलेगा। पुराने पाइप में लीकेज की समस्या के कारण कई बार बदबूदार और गंदा पानी आने की शिकायत मिलती थी, जो अब नहीं होगी। पहले नलों में फोर्स कम आता था, वह अब दूर हो जाएगा। फोर्स अधिक होने से सीमेंट पाइप टूटने का डर रहता था, इसलिए कम फोर्स से पानी की सप्लाई की जाती थी।
पाइपलाइन काफी पुरानी थी लिहाजा बार-.बार फूटने की समस्या सामने आती थी। इसके चलते कई दिनों तक पानी सप्लाई प्रभावित होती थी। सीमेंट वाली पाइप लाइन की वैधता 30 वर्ष होती है। अभी डक्टाइल आयरन डीआई पाइप से पानी सप्लाई होगी और इसकी वैधता 50 साल तक है। अब पालिका को 50 साल तक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।