बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 2 मार्च। बलौदाबाजार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को योजनाओं और मूलभूत आवश्यकताओं के क्षेत्र में बजट तो पारित किया लेकिन बलौदाबाजार जिले को इसमें कुछ नहीं मिला। जिलेवासियों की सबसे बड़ी मांग जिला मुख्यालय को रेल से जोड़ा जाना है, लेकिन इसके लिए बजट में किसी भी प्रकार का प्रावधान नहीं किया गया, ऐसे में लोगों में एक बार फिर निराशा हाथ लगी है। रेल के लिए बजट में प्रावधान होगा, इसकी उम्मीद व्यापार जगत को भी थी।
राज्य सरकार द्वारा सोमवार को बजट जारी किए जाने के दौरान जिले के लोग टीवी पर नजर जमाए हुए थे पर जैसे-जैसे सीएम का भाषण आगे बढ़ता गया, निराशा के बादल छाने लगे। चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जुगल भट्टर, किराना एसोसिएशन के अध्यक्ष बद्री केसरवानी, बलौदाबाजार राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश केडिया ने कहा कि लोगों को उम्मीद थी कि इस बार तो कम से कम जिले को रेलमार्ग से जोडऩे के लिए बड़े बजट की घोषणा होगी लेकिन इस बार भी हाथ खाली रह गए।
बीएड कॉलेज, एनएच ऑफिस, सिटी बस और ट्रांसपोर्ट नगर भी नहीं मिला रेल लाइन के अलावा भी जिलेवासियों को जिन घोषणाओं का इंतजार बजट से था उनमें से डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्था), शिक्षा महाविद्यालय (बीएड कॉलेज), छग गृह निर्माण मंडल कार्यालय, लोक निर्माण विभाग का अधीक्षण यंत्री कार्यालय, राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) का कार्यालय, आयुर्वेदिक महाविद्यालय-हॉस्पिटल, पर्यटन पुरातत्व विभाग का कार्यालय, उद्यानिकी महाविद्यालय, सिटी बस महिला समृद्धि बाजार का निर्माण, ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना, नर्सिंग महाविद्यालय जैसी महत्वपूर्ण आवश्यकताओं की दरकार जिलेवासियों को थी। उम्मीद थी की इनमें से कुछ तो हमें मिलेगा मगर बजट की घोषणा के बाद उन्हें सिर्फ इस बात का गिला है कि उन्हें कुछ भी नहीं मिला है।
4900 करोड़ की लागत की है रेल लाइन
दुर्ग, नया रायपुर, बलौदाबाजार, शिवरीनारायण खरसिया रेल लाइन के लिए केंद्र सरकार ने अपने पिछले साल ही 51 प्रतिशत राशि दे दी है, लेकिन राज्य शासन द्वारा अपनी हिस्से की 49 प्रतिशत राशि का बजट प्रावधान नहीं किये जाने के कारण भू-अर्जन की कार्रवाई लंबित है। छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए लगभग 4 साल पहले कराया गया भौतिक सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। 4900 करोड़ लागत की यह रेलवे लाइन जिस-जिस दिशा से गुजरने वाली है, उसका ब्यौरा तैयार कर रेलवे बोर्ड को मंजूरी हेतु भेजा गया था जिस पर रेलवे बोर्ड ने सैद्धांतिक सहमति दे दी थी। रेल लाइन बलौदाबाजार वासियों का सपना है जो जनप्रतिनिधियों के प्रयास से पूरा हो सकता है, रेल लाइन जिले के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी, ट्रेन चलने से जिले में व्यापार बढ़ेगा, युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे।