सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 26 फरवरी। कसकेला के स्कूल में घुन व कीड़ा लगा दाल व सोयाबीन बड़ी वितरण के लिए आया था। जो बच्चों को वितरण करने योग्य नहीं था, यह देख जनपद सदस्य ने तत्काल वितरण करने से मना कर दिया।
ज्ञात हो कि भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने दो दिन पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि जिले में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न विद्यालयों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिले में विभिन्न विद्यालयों में 1500 से अधिक महिला स्व सहायता समूहों द्वारा मध्यान्ह भोजन का संचालन किया जाता था, जिसमें जिले की लगभग 15000 महिलायें रोजगार के लिये लाभान्वित हो रही थीं। लेकिन कोरोना काल में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में मध्यान्ह भोजन संचालन का काम समूह से छीनकर बगैर किसी स्पष्ट आदेश के निजी सप्लायर को दे दिया गया। जिससे जिले की लगभग 1500 महिला स्व सहायता समूह के हाथ से काम छिन गया। सामाग्री आपूर्तिकर्ता द्वारा अमानक स्तर का खाद्य सामाग्री जिले के स्कूलों में सप्लाई किया जा रहा है जिसकी क्वालिटी अत्यंत खराब होने के कारण वह सामाग्री बच्चों के खाने योग्य नहीं है। स्कूलों में प्रदाय की गई दाल व सोयाबड़ी अत्यंत ही घटिया है। अचार के नाम पर बच्चों को सड़े-गले मिर्च का पेस्ट बनाकर बांटा जा रहा है। समूह से काम छिनने के कारण व सामाग्री आपूर्ति को एक सप्लायर से केन्द्रीयकृत करने के कारण स्थानीय फुटकर व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ है।
भैयाथान जनपद पंचायत के जनपद सदस्य अभय प्रताप सिंह ने बताया कि आज कसकेला के स्कूल में घुन व कीड़ा लगा दाल व सोयाबीन बड़ी वितरण हेतु सामग्री आया था। जो बच्चों को वितरण करने योग्य नहीं था, यह देखकर उन्होंने तत्काल वितरण करने से मना कर दिया है।
दुकानदार मुकेश गोस्वामी बताते हैं कि महिला स्व सहायता समूह जब सरकारी स्कूलों में किराना सामग्री वितरण करती थीं, तब वे स्थानीय स्तर पर मानक स्तर व खाने योग्य सामग्री का खरीदी करके स्कूलों तक पहुंचाती थीं, जिससे ग्रामीण इलाकों के दुकानदारों का भी भला होता था।