राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 फरवरी। मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं विशेष सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग डॉ. प्रियंका शुक्ला ने मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत मातृ मृत्यु अंकेक्षण (मैटरनल डेथ रिव्यु) की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा कर प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं की मृत्यु रोकने सभी अस्पतालों के लेबर रूम में हरसंभव आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
उन्होंने प्रसव कराने वाले अधिक से अधिक स्टॉफ नर्स एवं एएनएम को एसबीए प्रशिक्षण कराने के निर्देश दिए। साथ ही गर्भवती महिलाओं का पंजीयन कर प्रसव पूर्व अनिवार्यत: उनका चार बार स्वास्थ्य परीक्षण (एएनसी) किया जाना सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। जिससे प्रत्येक हाई रिस्क वाले गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनके स्वास्थ्य की समुचित देखभाल कर स्वस्थ संस्थागत प्रसव कराया जा सके।
डॉ. प्रियंका शुक्ला ने प्रत्येक मातृ मृत्यु का गंभीरता से मातृ मृत्यु अंकेक्षण किए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने जिला राजनांदगांव में मातृ एवं शिशु मृत्यु रोकने किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर उप संचालक स्वास्थ्य विभाग डॉ. अल्का गुप्ता, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक गिरीश कुर्रे, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. स्नेहा जैन, जिला डाटा अधिकारी अखिलेश चोपड़ा उपस्थित थे।