राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 फरवरी। नगर निगम प्रशासन ने करों की वसूली के लिए कड़ाई अपनाना शुरू कर दिया है। वहीं वार्डों में लगाए जा रहे शिविर में प्रतिदिन की गई वसूली को संग्रहण पंजी में तिथिवार अलग-अलग इंद्राज करने निर्देश दिए। साथ ही राजस्व निरीक्षक और वार्ड प्रभारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक ने मंगलवार को राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक लेकर जल कर सहित अन्य कर जमा नहीं करने की स्थिति में नल विच्छेदन की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
आयुक्त श्री कौशिक ने समीक्षा बैठक के दौरान समस्त राजस्व उप निरीक्षक एवं वार्ड प्रभारी को अपने प्रभारित वार्ड की इस वित्तीय वर्ष कुल मांग एवं वसूली (चालू एवं बकाया सहित पृथक-पृथक) सहित प्रवृष्टि कर वार्डवार पंजी। जिसमें उस वार्ड के सम्पति कर दाताओं, गैर सम्पति कर दाताओं एवं जल कर दाताओं की संख्या पृथक-पृथक प्रविष्टि की जानकारी ली। उन्होंने समस्त करों की ऑनलाइन साप्टवेयर के माध्यम से वसूली की जानकारी देते कहा कि आने वाले वित्तीय वर्ष में ऑनलाइन वसूली किया जाना है। इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा करदाताओं के मोबाइल में एसएमएस के माध्यम से बकाया करों की जानकारी देने के संबंध में चर्चा की। साथ ही समस्त राजस्व निरीक्षकों व वार्ड प्रभारियों को बैग कीट का वितरण किया।
आयुक्त श्री कौशिक ने कहा कि प्रतिदिन की गई वसूली को संग्रहण पंजी में तिथिवार पृथक-पृथक इंद्राज करने के साथ-साथ जल कर वसूली करने सहायक राजस्व निरीक्षक एवं वार्ड प्रभारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जल कर सहित अन्य कर जमा नहीं करने की स्थिति में नल विच्छेदन की कार्रवाई करें। साथ ही वार्डों में लगाए जा रहे शिविर के संबंध में वार्डवार वसूली की जानकारी ली।
उन्होंने वसूली के लिए राजस्व उप निरीक्षकों को लंबे बकायेदारों की सूची लेकर वसूली करने के निर्देश दिए और बड़े बकायेदारों के नाम व मोबाइल नंबर सहित सूची उपलब्ध कराने निर्देशित किए। उन्होंने भवन भूमि के नामांतरण एवं दुकानों के नामांतरण के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते कहा कि नामांतरण की कार्रवाई समय सीमा में करना सुनिश्चित करें, ताकि उसके आधार पर किराया वसूला जा सके।
वसूली के संबंध में उपायुक्त सुदेश सिंह के बताया कि प्रतिमाह प्रत्येक वार्ड में राजस्व वसूली हेतु शिविर लगाया जा रहा है, इसके अलावा निगम सहित घर-घर जाकर भी वसूली की जा रही है। जिसके तहत जलकर, सम्पत्ति कर, समेकित कर सहित दुकान किराया से लगभग प्रतिदिन 8-10 लाख रुपए की वसूली प्राप्त हो रही है। साथ ही राजस्व कर का भुगतान नहीं करने वालों के घर का नल विच्छेदन की कार्रवाई भी की जा रही है।