सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 23 फरवरी । सुकमा जिले के विकासखंड छिन्दगढ़ के ग्राम पंचायत पालेंम में 9 दिनों के अंदर पांच मौतें होने के बाद चिकित्सा अधिकारी डॉ. नागराजू अपनी टीम के साथ जांच करने पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार पालेंम के कुंजामी आयता पिता सोनू 25 वर्ष की 13 फरवरी, कवासी नन्दा पिता हिरमा 30 वर्ष की 15 फरवरी,मंगली पति कोशा 50 वर्ष की 17 फरवरी एवं कुंजामी मुक़ा पिता देवा 30 वर्ष व सोमारू पिता बुधरा 22 वर्ष की 21 फरवरी को 9 दिनों के अंदर पांच ग्रामीणों की मृत्यु हो गई।
पालेंम की मितानिन सुखमती एवं मोती ने बताया कि हम लोगों ने मुक़ा व आयता को बहुत समझाया कि अस्पताल में जाकर अपना इलाज करवाएं, हम उन्हें अपने साथ अस्पताल जाने हेतु बार-बार कहते रहे, परन्तु उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि अस्पताल जाने से किडनी निकाल लेते हैं जिसके कारण मृत्यु हो जाती है। हम लोग अस्पताल नहीं जाएंगे यहीं सिरहा गुनियाँ करके अपना इलाज करवाएंगे। इसी लापरवाही के कारण इन दोनों की मृत्यु हो गई। ग्रामवासियों से इनकी बीमारी के सम्बन्ध में पूछा तो सभी ने मंगली को छोडक़र अन्य सभी चारों मृतकों में हाथ पैर व शरीर मे सूजन व पीले मूत्र की बीमारी होने की बात कही।
डॉ. नागराजू का कहना है कि अभी इनकी मृत्यु के सम्बन्ध में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, पर जिस प्रकार के लक्षण ग्रामवासी बता रहे हैं उससे जहरीली शराब मृत्यु का कारण हो सकती है, बाकी सही जानकारी परीक्षण के उपरांत ही बताया जा सकेगा।
कई माह से बीमार थे
पालेंम के सभी मृतक पिछले कई कई माह से बीमार थे जिसमें सोमारू पिछले 5-6 माह से बीमार था, जिसका इलाज भी तोंगपाल अस्पताल में किया गया था। नंदा भी पिछले एक माह से बीमार था, उसे तोंगपाल अस्पताल ले जाया गया था जहां से उसे मेकाज डिमरापाल रेफर कर दिया गया था, जहां उसकी मृत्यु हो गई। मंगली भी कई माह से बीमार थी, जिसकी मृत्यु घर पर पर हुई। मृतकों में मुक़ा एवं आयता गाँव में ही सिरहा के पास अपना इलाज करवा रहे थे व इनकी भी मृत्यु हो गई
विदित हो कि विकासखंड से मात्र 20 व जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर मुख्य मार्ग से मात्र 1 किमी अंदर बसा हुआ है पालेंम गाँव। उसके बाद भी इस गाँव में अंधविश्वास व अशिक्षा व्याप्त है कि ग्रामीण अस्पताल में इलाज करवाने में मृत्यु हो जाने की डर से सिरहा गुनियाँ से अपना इलाज करवाने में अपने आपको सुरिक्षत महसूस करते हैं।