सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 22 फरवरी। अखिल भारतीय महिला फेडरेशन के नेतृत्व में मांगों को लेकर आदिवासियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही।
विगत 12 फरवरी को बालाटिकरा के आदिवासियों की कृषि भूमि पर बिना ग्राम सभा के जबरन शासकीय भवन बनाने के लिए अधिग्रहण करने से गांव के महिला पुरुष जमीन नहीं देने की बात करते हुए विरोध करने से प्रशासन ने दो महिला सहित एक पुरूष को जेल भेजा गया था, जो लगातार विरोध के चलते 19 फरवरी को छोड़ा गया है। दूसरी ओर जमीन को जबरन अधिग्रहण कर काम चालू किया गया है। इसके विरोध में ग्रामीण महिलाओं के द्वारा अनिश्चित कालिन हड़ताल जारी है।
ग्रामीणों की मांग है कि आदिवासियों की कृषि भूमि पर कब्जा तत्काल हटाया जाए, पूर्वजों से कृषि कर रहे आदिवासियों की जमीन को जबरन अधिग्रहण करना बन्द करने, पांचवीं अनुसूची क्षेत्रों में पेसा कानून का पालन करने की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी है। हड़ताल में आदिवासी महासभा के सचिव गंगाराम नाग, महिला फेडरेशन के अध्यक्ष कुसुम नाग, जनपद सदस्य घेनवा राम नेगी, सहित कार्यकर्ता, ग्रामीण हड़ताल में उपस्थित रहे।