कांकेर
भानुप्रतापपुर, 22 फरवरी। कांग्रेस की किसान सम्मान यात्रा को महज एक नाटक निरुपित करते हुए भाजपा प्रदेश किसान मोर्चा के कार्यसमिति सदस्य नरोत्तम सिंह चौहान ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि कांग्रेस के लम्बे शासनकाल में किसानों का सिर्फ शोषण ही हुआ और न जाने कितने किसानों की जमीने साहूकारी कर्ज के ब्याज पर ब्याज से बिक गई।
आगे कहा कि कांगे्रस के राज में किसान साहूकारों के चक्कर में ब्याज देकर लूट जाते थे। कांग्रेस के शासनकाल में कृषकों को किसानी कर्ज लेने पर 18 फीसदी ब्याज देना होता था, वहीं प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज में कर्ज दिया जाने लगा है, जिससे प्रदेश में किसानी कार्य को प्रोत्साहन मिलने लगा और गरीब किसान पलायन करने के बजाय किसानी करने लगे।
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार किसानों की पीठ पर छुरा घोपने वाली सरकार है और किसान हितैषी बनने का नाटक कर रही है, जबकि सच्चाई सबके आंखों के सामने है। उन्होंने कांग्रेस के किसान हितैषी होने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आजादी के 55 वर्षों तक किसानों के कृषि उपज को कौडिय़ों के मोल पर खरीदने वाली कांग्रेस कभी किसान हितैषी हो ही नहीं सकती।
उन्होंने कहा कि किसानों का पिछले 2 वर्ष का बोनस एवं किसान से खरीदे गए धान का पूरा पैसा चौथा किस्त आज तक प्राप्त नहीं हुआ है। इस वर्ष में खरीदे गए धान के अंतर का पैसा कब मिलेगा, इसकी तारीख का कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं से पूछा कि आनन-फानन में कृषि मंडी अधिनियम में संशोधन कर उनकी सरकार बिचौलियों के साथ खड़ी है। उस अधिनियम में किसान हित कहां पर है, यह बात समझ से परे है।
रेत से तेल निकालने वाली, घर-घर दारू पहुंचाने वाली, माता बहनों को अपमानित कर उनके हाथ से लाठी और सिटी छीनने वाली भूपेश सरकार किसानों के खेत का रकबा घटा कर एवं उसके हक का पैसा दबाकर किसान हितैषी सरकार कैसे हो सकती है?