कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 17 फरवरी। मंगलवार को विकासखंड मुख्यालय के वनांचल क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ओले गिरे। वहीं तरेगांव जंगल क्षेत्र के लीला दादर में गाज से तीन मवेशियों की मौत हो गई।
फरवरी के पहले पखवाड़े में सर्दी का मौसम गर्म होने लगा था लेकिन मौसम में आए बदलाव के चलते अब दिन की गर्मी गायब हो गई है और ठंड लगने लगी है। बदली व बारिश के चलते धूप नही निकलने से लोगों को दिन में भी ठंड का एहसास होने लगा है इसलिए लोगों को सडक़ों पर स्वेटर जर्सी पहनकर घूमते देखा जा सकता है।
गौरतलब है कि दूसरे पखवाड़े में गर्म हुए मौसम से दिन और रात के तापमान में भी बढ़ोतरी हो रही थी। बीते 3 दिनों से दिन में गर्मी की प्रारंभिक झलक देखने को मिल रही थी गर्म हवाओं के चलने से क्षेत्र में भीषण गर्मी पडऩे के आसार दिख रहे थे। लेकिन मौसम में आए अचानक बदलाव से ठंडी की वापसी हुई है जहां दिन में और रात में तापमान में लगातार वृद्धि हो रही थी दिन में लोगों को पंखा-कूलर की याद आने की स्थिति बन रही थी अचानक मौसम में आए बदलाव से एकाएक ठंड बढ़ जाने से लोगों के जीवन शैली में बदलाव आ गया है।
मौसम के रूख में आए बदलाव से बारिश और ओले गिरने से क्षेत्र की जलवायु पर एवं फसलों पर बुरा असर पड़ रहा है। बारिश बदली व ओला गिरने के चलते चना व गेहूं की फसलों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है, वहीं अचानक बारिश के चलते अधिकांश क्षेत्रों में फसलों के साथ-साथ सब्जियों को भी नुकसान पहुंच रहा है। आम के बौर जामुन महुआ व चार को भी काफी नुकसान हुआ ।
इस विषय में सरोदा दादर के शिव बैगा, समारू बैगा एवं सुमन सिंह ने बताया कि क्षेत्र में चना एवं गेहूं लगाया गया जो कि पूरी तरीके से बारिश व ओला के कारण तबाह हो गया है।
मुआवजे की मांग
विकासखंड मुख्यालय के वनांचल क्षेत्र में तेज बारिश के साथ गिरे ओले व बिजली से भारी नुकसान की संभावना जताई जा रही है। तरेगांव जंगल क्षेत्र के लीला दादर में आकाशीय बिजली के चपेट में आने से तीन मवेशियों की मौत हो गई। ग्राम लीला दादर के निवासी सुकलु बैगा पिता इतवारी ने बताया कि मंगलवार की सुबह आकाशीय बिजली की चपेट में आने से उसके तीन बैल की मौत हो गई। तरेगांव जंगल थाना को इसकी सूचना दे दी गई है। थाना प्रभारी मनोज साहू ने मृत मवेशी का पीएम कराने पशु चिकित्सालय को पत्र लिखा है। सुकलु बैगा ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।