दन्तेवाड़ा

बेहतर हो शाख कर्तन-सीईओ
15-Feb-2021 9:19 PM
 बेहतर हो शाख कर्तन-सीईओ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

 दंतेवाड़ा, 15 फरवरी। बस्तर अंचल में तेंदूपत्ता संग्रहण ग्रामीणों के लिये अतिरिक्त आय का एक प्रमुख जरिया है, अतएव अच्छी गुणवत्तायुक्त तेंदूपत्ता का संग्रहण करने के लिए बेहतर ढंग से बूटा कटाई को प्राथमिकता के साथ करें। इस दिशा में हरेक गांव के लोगों द्वारा आपस में विचार कर सभी चिन्हित स्थानों पर बूटा कटाई सुनिश्चित किया जाये। बूटा कटाई के इस कार्य की नियमित तौर पर मॉनिटरिंग किया जाये और आवश्यक परामर्श भी प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के पदाधिकारियों सहित प्रबन्धकों एवं फड़ मुंशियों को दी जाये। यह बातें मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी देवागन ने स्थानीय वन काष्ठागार में तेंदूपत्ता सीजन  के तहत शाखकर्तन-संग्रहण एवं भंडारण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कही।

कार्यशाला में बताया गया कि राज्य सरकार वनवासियों बेहतरी के लिये कृतसंकल्पित हंै और इस दिशा में  विभिन्न वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने, वन भूमि पर काबिज काश्त करने वाले किसानों को वनाधिकार पट्टा देने, वनोपज प्रसंस्करण उद्योग के लिये मदद उपलब्ध कराने इत्यादि सार्थक निर्णय लिए गए है। इन सभी से हमें लाभान्वित होने के लिये आगे आना होगा।

तेंदूपत्ता शाखकर्तन के बारे में वक्ताओं ने सुझाव दिया कि अच्छा से अच्छा तेंदूपत्ता संग्रहण करने के लिये बूटा कटाई पर ध्यान देना जरूरी है। शाखकर्तन में कोई कमी न रहे, इस हेतु मैदानी वन अमले और प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति के पदाधिकारियों से सलाह अवश्य लिया जाये। गांव के सभी लोग मिलकर विचार करें और बूटा कटाई को पूरा करें।

कार्यशाला में डीएफओ संदीप बलगा ने तेंदूपत्ता सीजन के तहत प्रथम चरण में शाखकर्तन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बूटा कटाई का कार्य शुरू हो चुका। इस शाखकर्तन कार्य को तकनीकी रूप से सुनिश्चित करना आवश्यक है, जिससे अच्छी गुणवत्तायुक्त तेंदूपत्ता संग्रहण कर सकें।

उन्होंने बताया कि मरहान भूमि पर अधिकांश तेंदूपत्ता निकलने का जगह देखकर जमीन के सतह से एक इंच नीचे धारदार टँगिया या फावड़ा से बूटा कटाई करना चाहिए। जहां पर बूटा कटाई सही तरीके से हुआ है, उसी पौधे से गर्मी के दौरान अच्छी गुणवत्तायुक्त तेंदूपत्ता आने के पश्चात अर्थात बूटा कटाई के करीब डेढ़ महीने के बाद तेंदूपत्ता तोड़ाई प्रारंभ करना चाहिए।  उन्होंने बूटा कटाई कार्य के लिये सभी जोनल अधिकारी, रेंज आफिसरों सहित वन विभाग के मैदानी अमले और प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के पदाधिकारियों तथा प्रबन्धकों एवं फड़ मुंशियों को सक्रियता के साथ दायित्व निर्वहन करने कहा।

कार्यशाला में वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के पदाधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में प्रबन्धक एवं फड़मुंशी मौजूद थे।

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