जशपुर

हेलमेट को बोझ न समझे, हेलमेट अनिवार्य है
11-Feb-2021 8:16 PM
हेलमेट को बोझ न समझे, हेलमेट अनिवार्य है

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

पत्थलगांव, 11 फरवरी।  गुरुवार 32वा सडक़ सुरक्षा माह के दौरान भारी संख्या में स्कूली छात्रों सहित नागरिक मौजूद रहे। 

कार्यक्रम के दौरान ट्रैफिक प्रभारी सूबेदार  सौरभ चन्द्राकर ने कहा कि इस जागरूकता अभियान के तहत 5 सौ से ज्यादा वाहन चालकों का स्वास्थ्य चेकअप एवं वाहनों से नम्बर प्लेट में नंबर अंकित किए गए,प्रदेश में वर्ष 2018 के दौरान सडक़ दुर्घटना में 4592 लोगो की मृत्यु वही वर्ष 2020 के कोरोना काल 4564 मृत्यु, वही जशपुर जिले की अगर बात करे तो वर्ष 2018 में 180 लोगों की वर्ष 2019 में 220 2020 में 154,लोगो की मृत्यु हुई जो पिछले वर्ष के मुकाबले 34 प्रतिशत कम है।

हाईवे पेट्रोलिंग के बाद अब अंजोर रथ चलाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसे गाँव गाँव लेजाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। पत्थलगांव में पूरे एक सप्ताह तक रायगढ़ रोड के नन्दन झरिया सहित अन्य चौक में स्वास्थ्य शिविर लगाकर व्यवसायिक वाहन चालकों के स्वास्थ्य चेकअप एवं बगैर नम्बर लिखे नम्बर प्लेट का नम्बर लिखवाया जाएगा।

थाना प्रभारी संत लाल आयाम ने कहा कि 32वा राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा माह जागरूकता का आयोजन पत्थलगांव में किया जा रहा है, यहां की सडक़ें सँकरी है जिससे वाहनों का दवाब बना रहता है, यदि हम छोटी छोटी बातों का ध्यान रखे तो काफी हद तक कमी ला सकते है,अभिभावकों को ध्यान देने की आवश्यकता है। नाबालिगों को वाहन चलाने न दे, हेलमेट का इस्तेमाल करे,सीट बेल्ट का इस्तेमाल करे, इसका पालन करना केवल चालको की ही जिम्मेदारी नही बनती बल्कि सडक़ पर पैदल चलने वाले को भी यातायात नियमो का पालन करना अनिवार्य है, अपनी दिशा में चले नशे की हालत में सडक़ पर न चले अगर आप सुरक्षित है तो आपका परिवार भी सुरक्षित है।

एसडीओपी योगेश देवांगन ने कहा कि सडक़ दुर्घटना के अनेकों उदाहरण सामने आते रहते है लेकिन किसी को कोई खास अहसास नही होता है हमे दुर्घटना का अहसास तभी होता है जब हमारे अपने लोग दुर्घटना का शिकार होते है,ट्रिपल सवारी एवं ईंधन की मितव्ययिता करने से ज्यादा इंसान की जान बड़ी चीज है। हेलमेट को बोझ न समझे ,हेलमेट अनिवार्य है। हेलमेट जुर्माने से बचने के उद्देश्य से नही बल्कि सर एवं धूल से बचने के लिए लगाए,स्वास्थ्य शिविर लगाने उद्देश्य यह है कि कई लोगो तो पता ही नही रहता कि उनकी नजर कमजोर हो चुकी है,शरीर मे अन्य बीमारी घर कर चुकी है, शिविर के माध्यम से चिकित्सक शारीरिक स्वास्थ्य जांच कर वाहन चालकों को बीमारी की जानकारी उपलब्ध करानी है।

एसडीएम योगेंद्र श्रीवास ने कहा कि सविधान ने अधिकार दिए है। साथ ही हमारे कुछ कर्तव्य भी है। हम सबको सविधान का पालन करते हुवे अपनी अपनी जिम्मेदारी का पालन करना है, उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है। कि सडक़ दुर्घटना के दौरान घायलो को देख लोग अनदेखा कर निकल जाते है।  निवेदन है कि घायल को तड़पता न छोड़े उसकी मदद करे मददगार व्यक्ति को शासन का पूरा सहयोग मिलेगा, अपने व्यवहार में परिवर्तन करने की जरूरत है। ट्रैफिक रूल का पालन करे और अच्छे नागरिक बने।

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