कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 3 फरवरी। वरिष्ठ पर्यावरणविद एवं नेशनल ग्रीन कोर के जिला समन्वयक सतीश उपाध्याय ने गिधवा-परसदा में आयोजित राज्य के प्रथम बर्ड फेस्टिवल (पक्षी महोत्सव) 2021 में कोरिया जिला से प्रतिनिधित्व किया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में वन विभाग के सचिव प्रेम कुमार, मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी, वन मंडल अधिकारी दुर्ग, कलेक्टर बेमेतरा, पुलिस अधीक्षक आदि अतिथि उपस्थित थे।
गिधवा परसदा पक्षी महोत्सव 2021 में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर लौटे सतीश उपाध्याय ने बताया कि राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान रायपुर द्वारा 2014 से प्रवासी पक्षियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर गिधवा परसदा को राज्य का प्रथम पक्षी अभ्यारण बनाने का सुझाव राज्य शासन के समक्ष रखा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गिधवा - परसदा में प्रवासी पक्षियों के संरक्षण की योजना बनाने तथा पक्षी जागरूकता एवं प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की घोषणा पर पर्यावरणविद् उपाध्याय ने प्रसन्नता व्यक्त की।
कार्यक्रम में यूरोप, कनाडा सहित हजारों किलोमीटर दूर से आने वाले विदेशी पक्षियों के रहवास एवं उसके संरक्षण के लिए देश के सुप्रसिद्ध पक्षी विदों, पक्षियों के संरक्षण में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाएं एवं प्रकृति प्रेमी उपस्थित हुए। कोरिया से उत्कृष्ट सहभागिता के लिए पक्षी प्रेमी, वन्य जीवों के संरक्षण में सक्रिय वरिष्ठ पर्यावरणविद् सतीश उपाध्याय को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। गिधवा एवं परसदा बर्ड फेस्टिवल के संबंध में उपाध्याय ने बताया कि यहां की नम भूमि पक्षियों विशेष रूप से प्रवासी पक्षियों के लिए अनुकूल पर्यावास प्रदान करती है। इन पक्षियों को देखने हर साल दूर-दूर से लोग यहां पर आते हैं।
यह स्थान राजधानी रायपुर से 63 किलोमीटर एवं दुर्ग से 108 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सुप्रसिद्ध पक्षी विशेषज्ञो से परिचर्चा के दौरान कोरिया से सतीश उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ के उन विशेष क्षेत्रों का उल्लेख किया जहां दो दशकों से प्रवासी पक्षी आ रहे हैं।