जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 11 जनवरी। रविवार की रात हाथी के हमले में पत्थलगांव वन परिक्षेत्र के अलग अलग जगहों में कुल तीन लोगों की मौत हो गई जिसमें एक सरईटोला और झिमकी में दो लोगों की हाथी के कुचलने से मौत हुई है।
लुड़ेग के पास सरई टोला के जंगल में एक व्यक्ति को हाथी ने उसे कुचल कर मार डाला। जंगल में पहले से हाथियों की मौजूदगी के बावजूद जंगल के रास्ते ही जाने की जिद्द ने दिलसाय पिता सिरजु चौहान (50) की जान ले ली गाँव वालों ने उसे जाने के लिए के लिए मना किया पर उन सभी की बातों को अनसुना कर जंगल के रास्ते ही जाने लगा और वहीं हाथी ने उसे पटक कर कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं झिमको में हाथियों ने गांव के नजदीक आकर झिमकी बाजार के पास जगत पिता छतर (62) को और नया खूंटापानी के पास करू पिता संतराम (65) को हाथी ने कुचल कर मार डाला।
ग्रामीणों का कहना है कि जंगलों के खत्म होने से हाथी रोजाना गाँव के नजदीक वितरण करते रह रहे है। गाँव वालों को अपने फसल बचाने और घरों को बचाने के लिए रात भर जाग कर रहने को मजबूर होना पड़ रहा है।
फारेस्ट एसडीओ आर. आर. पैंकरा ने बताया कि नजदीक जाने के बाद हाथी से बच पाना संभव नहीं होता जो हाथी की गतिविधियों से वाकिफ होते हैं। वे तो अपनी जान बचाने में सफल हो जाते हैं, पर सभी नहीं। इसलिए आम लोगो को हाथी से दूरी बनाए रखना चाहिए। बीती रात को अलग अलग जगहों में हाथी के द्वारा कुल तीन लोगों को कुचल कर मार डाला है। एक जंगल में और दो गांव के नजदीक की घटना है। उच्च अधिकारियों को पूरी जानकारी दी गई है। जिनके घटना स्थल आने की सूचना है। हमारी फारेस्ट विभाग की टीम वही आसपास मौजूद है। मैं घटना स्थल में हूं हमारे उच्च अधिकारी भी पहुच गए है। सभी मृतकों के परिवार वालो को 25 हजार की तात्कालिक सहायता राशि दे दी गई है।
कलेक्टर महादेव कावरे ने हाथी के हमले में हुए तीन मौतो पर बेहद दुखद बताया। साथ ही जल्द से जल्द 6-6, लाख रु. की सहायता राशि देने की बात कही।