सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 10 जनवरी। सुकमा सुरक्षाबलों द्वारा हाल ही में खोले गए मिनपा गांव के नए कैम्प के विरोध में मिनपा इलाक़े के जंगलों में सैकड़ों की संख्या ग्रामीण एकत्रित हुए, साथ ही गुरूवार को कैम्प का विरोध करने ग्रामीण मिनपा की ओर भी निकले। यहां पहुंचकर रैली निकालते हुए धरना-प्रदर्शन किया, रविवार को भी जारी रहा।
वहीं इससे पहले बुधवार को मिनपा से लगे इलाक़े में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी ग्रामीणों ने एक सभा की, जहां केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। सभा में ग्रामीणों ने मिनपा कैम्प को हटाने की मांग करते हुए आदिवासियों पर पुलिस द्वारा अत्याचार करने का आरोप भी लगाया। ग्रामीणों ने माँग की है कि ग्राम सभा के अनुमोदन के बिना कैम्प ना खोला जाए, वहीं ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें कैम्प नहीं बल्कि शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधा चाहिए।
ग्रामीणों के मांग अनुसार वन संसाधनों पर आदिवासियों का ही अधिकार हो, जबकि ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जल जंगल ज़मीन के अधिकारों से उन्हें वंचित किया जा रहा है, वहीं ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा किए गए अत्याचार की न्यायिक जाँच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी माँग की है। ग्रामीणों ने भाजपा सरकार द्वारा लाई गई तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने की माँग भी की है।