सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 4 जनवरी। सुकमा जिले के विकासखंड छिन्दगढ़ के पालेम के प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों का मकान 3-4 साल बाद भी पूरा ही नहीं हुआ है। हितग्राहियों का आरोप है कि यहां के पूर्व सरपंच ने अपने कार्यकाल में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत स्वीकृत आवासों को ठेके पर दे दिया था व ठेकेदार की लापरवाही के कारण अधूरे पड़े हैं।
यहां के लगभग 70 वर्षीय बुजुर्ग हड़मा राम की आंखे पीएम आवास के इंतजार में पथरा गई है। उन्होंने बताया कि लगभग 4 वर्षों पूर्व मेरा मकान स्वीकृत हुआ था, तब मैं बहुत खुश था कि अबकी बरसात में मुझे एक पक्का मकान मिलेगा, परन्तु पंचायत की लापरवाही के कारण मेरा मकान अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है व मैं आज भी टूटे फूटे मकान में रहने को मजबूर हूँ जबकि मेरे खाते से पूरी राशि निकल गई है।
वहीं पालेम के ही बामन पिता सुकड़ा की आवास का इंतजार करते करते मृत्यु हो गई। उसके पुत्र ने बताया कि लगभग तीन वर्ष पहले मेरे पिता की मृत्यु हो गई है, तबसे अभी तक मकान पूर्ण नहींं हुआ है। सरपंच व सचिव से बार-बार अनुरोध करने के बाद भी मकान की हालत वैसी की वैसी ही है।
कलेक्टर ने कहा होगी जांच
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने सुकमा कलेक्टर विनीत नन्दनवार को जब अवगत कराया, तब उन्होंने कहा कि आवास के सम्बन्ध में जांच होगी।