‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 अप्रैल। राज्य के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को चिकित्सा भत्ता के पुन: विकल्प भरने का पुन: अवसर देने की मांग उठी है। कर्मचारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर यह मांग की है। पत्र में कहा है कि वर्तमान में राज्य के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों हेतु चिकित्सा भत्ता की व्यवस्था निर्धारित है, परन्तु बाह्य रोगी के रूप में उपचार प्राप्त करने की स्थिति में यह व्यवस्था प्रभावी रूप से लाभकारी सिद्ध नहीं हो पा रही है। अनेक कर्मचारी एवं उनके परिवारजन विभिन्न चिकित्सा संस्थानों से बाह्य रोगी के रूप में चिकित्सा सेवाएं प्राप्त कर रहे हैं, किंतु वर्तमान प्रणाली के अंतर्गत उन्हें अपेक्षित भत्ता का लाभ नहीं मिल पा रहा है।इसके अतिरिक्त, विगत वर्षों में शासन के विभिन्न विभागों में नियुक्त नए कर्मचारियों को चिकित्सा भत्ता हेतु विकल्प चुनने का अवसर प्रदान नहीं किया गया है। इस विषय में पूर्व में कर्मचारी संगठनों द्वारा पत्राचार भी किया गया है, किंतु अब तक इस पर कोई निर्णायक कार्यवाही नहीं की गईहै। इसलिए वर्तमान चिकित्सा भत्ता प्रणाली में आवश्यक संशोधन करते हुए, कर्मचारियों को बाह्य रोगी उपचार हेतु स्वयं एवं उनके आश्रितों के लिए भत्ता का पुन: विकल्प भरने का अवसर प्रदान किया जाए।
इससे कर्मचारियों को समय पर उचित चिकित्सा सुविधाएं प्राप्तहो सकेंगी तथा शासन की कल्याणकारी नीति का उद्देश्य भी सार्थक होगा।आपसे अपेक्षा है कि इस महत्वपूर्ण विषय पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।